07-05-2021, 08:48 AM
बछिया -सांड़
![[Image: 276412e5158a7440640d7933c9b749f3.jpg]](https://i.ibb.co/DzG6NM6/276412e5158a7440640d7933c9b749f3.jpg)
" है भाभी , ... "
अब उसने आँखे तो बंद कर ली , लेकिन चेहरे पर दर्द का डर अभी भी था ,...
मैंने उसकी ऊँगली पकड़ ली और उसे लेकर ,..दस मिनट की बात मैंने इस लिए की थी की एक बार इनका मोटा सुपाड़ा इसकी कुंवारी चूत में धंस जाता तो न ये कुछ कर पाती न इसके भैया , फिर तो कम्मो थी न ,...
जब हम दोनों मेरे कमरे में आये ,
'सांड ' सचमुच में एकदम तन्नाया , बौराया ,... कम्मो की ऊँगली का जादू ,... और कम्मो गाँव का सुद्ध कोल्हू का पेरा सरसों का तेल , लेकिन सिर्फ सुपाड़े पर,
एक बार सुपाड़ा अटक गया,धंस गया फिर तो जितना रगड़ता हुए घिसटते हुए जाएगा उतना ही दर्द के मारे ये गाँड़ पटकेगी,चिलायेगी,... सुपाड़ा उनका मोटा भी कितना था, और यहाँ उसकी चीख सुनने वाला था कौन उसकी भौजाइयों के अलावा,
सुपाड़ा उनका मोटा भी कितना था,
![[Image: cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86...4b-540.jpg]](https://i.ibb.co/3Nsd0Zf/cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86d38c-0afaf54b-540.jpg)
और ऊपर से कम्मो ने शर्त लगा दी थी, अगर पहले धक्के में ही सुपाड़ा नहीं अंदर गया तो बस समझ लो , देवर भाभी की कुट्टी पक्की वाली, तो आज तो वो पूरा कमर का जोर, और उनकी कमर का जोर मुझसे ज्यादा कौन जानता था
' बछिया ' मेरी घबड़ा रही थी , डर से काँप रही थी , सिकुड़ी जा रही थी ,
![[Image: Girl-Y-48ada615d02250cedc475cd7edaa52f9.jpg]](https://i.ibb.co/wzDTCLk/Girl-Y-48ada615d02250cedc475cd7edaa52f9.jpg)
और 'सांड़' एकदम बेताब था , बावला हुआ जा रहा था , उसका बित्ते भर का खूंटा जैसे तन कर गज भर का हो गया था , उसे 'बछिया' की महक मिल गयी थी
जैसे मैंने कहा बस वो निहुर के ,
मैंने उसकी टांगों बीच अपनी टाँगे डाल अच्छी तरह से , चौड़े से फैलवा दी , जितना वो फैला सकती थी , उससे भी ज्यादा ,... उसके मुलायम पेट के नीचे दो मोटे मोटे कुशन रख दिए ,... जिससे 'सांड ' का धक्का सीधे वहीँ ,
स्कर्ट मैंने मोड़ कर छल्ले की तरह अपनी ननद की कटीली पतली कमरिया में फंसा दिया , अच्छी तरह अब कित्ते भी धक्के लगे वो ढीली नहीं होने वाली थी , और हलके से दुलार से उसके छोटे छोटे कसे चूतड़ सहलाते हुए मेरी दो उँगलियाँ उसकी गुलाबो की दरार के बीच धंस गयी ,
![[Image: Guddi-doggy-16305671.jpg]](https://i.ibb.co/RyS3WnG/Guddi-doggy-16305671.jpg)
गुलाबो मेरी 'बछिया' की दूबदूबा रही थी , यानी मन मेरी 'बछिया' का भी कर रहा था , लेकिन 'सांड़ ' से डर रही थी ,...
कम्मों ने मेरी ओर इशारा किया , ' बछिया' की गुलाबो की ओर , मैं उसे कस के फैला दूँ ,....
मैंने दोनों अंगूठे से उसे फ़ैलाने की कोशिश की , लेकिन कम्मो को मजा नहीं आया , वो खुद अपने 'सांड़ ' को छोड़ कर मेरी ' बछिया' के पास आयी
और मान गयी मैं कम्मो को कितनी बेरहमी से , कितना कस के चियारा उसने मेरी ननद की बुर को , दोनों अंगूठे अंदर डाल के दोनों फांके बाहर की ओरपूरी तरह से फैला रखा था ,
![[Image: Pussy-teen-21201654.jpg]](https://i.ibb.co/mcCwWYC/Pussy-teen-21201654.jpg)
मेरी बछिया दर्द से बिलबिला रही थी , लेकिन उसके बिना इतना मोटा सुपाड़ा ,... मैंने कम्मो की सांड़ की ओर देखा ,
क्या मोटा तन्नाया सुपाड़ा था , कड़ुवा तेल से चुपड़ा चपचपाता ,...
और आँखों पर उनकी ममेरी बहन की ब्रा पैंटी के साथ एक और खूब मोटी सी काली पट्टी , सच में उन्हें कुछ नहीं दिख रहा होगा ,...
मैंने अपने हाथ से ' सांड़ ' का खूंटा पकड़ा और दुबदुबाती अपनी ' बछिया ' की बिल पर सेट कर दिया,
![[Image: 276412e5158a7440640d7933c9b749f3.jpg]](https://i.ibb.co/DzG6NM6/276412e5158a7440640d7933c9b749f3.jpg)
" है भाभी , ... "
अब उसने आँखे तो बंद कर ली , लेकिन चेहरे पर दर्द का डर अभी भी था ,...
मैंने उसकी ऊँगली पकड़ ली और उसे लेकर ,..दस मिनट की बात मैंने इस लिए की थी की एक बार इनका मोटा सुपाड़ा इसकी कुंवारी चूत में धंस जाता तो न ये कुछ कर पाती न इसके भैया , फिर तो कम्मो थी न ,...
जब हम दोनों मेरे कमरे में आये ,
'सांड ' सचमुच में एकदम तन्नाया , बौराया ,... कम्मो की ऊँगली का जादू ,... और कम्मो गाँव का सुद्ध कोल्हू का पेरा सरसों का तेल , लेकिन सिर्फ सुपाड़े पर,
एक बार सुपाड़ा अटक गया,धंस गया फिर तो जितना रगड़ता हुए घिसटते हुए जाएगा उतना ही दर्द के मारे ये गाँड़ पटकेगी,चिलायेगी,... सुपाड़ा उनका मोटा भी कितना था, और यहाँ उसकी चीख सुनने वाला था कौन उसकी भौजाइयों के अलावा,
सुपाड़ा उनका मोटा भी कितना था,
![[Image: cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86...4b-540.jpg]](https://i.ibb.co/3Nsd0Zf/cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86d38c-0afaf54b-540.jpg)
और ऊपर से कम्मो ने शर्त लगा दी थी, अगर पहले धक्के में ही सुपाड़ा नहीं अंदर गया तो बस समझ लो , देवर भाभी की कुट्टी पक्की वाली, तो आज तो वो पूरा कमर का जोर, और उनकी कमर का जोर मुझसे ज्यादा कौन जानता था
' बछिया ' मेरी घबड़ा रही थी , डर से काँप रही थी , सिकुड़ी जा रही थी ,
![[Image: Girl-Y-48ada615d02250cedc475cd7edaa52f9.jpg]](https://i.ibb.co/wzDTCLk/Girl-Y-48ada615d02250cedc475cd7edaa52f9.jpg)
और 'सांड़' एकदम बेताब था , बावला हुआ जा रहा था , उसका बित्ते भर का खूंटा जैसे तन कर गज भर का हो गया था , उसे 'बछिया' की महक मिल गयी थी
जैसे मैंने कहा बस वो निहुर के ,
मैंने उसकी टांगों बीच अपनी टाँगे डाल अच्छी तरह से , चौड़े से फैलवा दी , जितना वो फैला सकती थी , उससे भी ज्यादा ,... उसके मुलायम पेट के नीचे दो मोटे मोटे कुशन रख दिए ,... जिससे 'सांड ' का धक्का सीधे वहीँ ,
स्कर्ट मैंने मोड़ कर छल्ले की तरह अपनी ननद की कटीली पतली कमरिया में फंसा दिया , अच्छी तरह अब कित्ते भी धक्के लगे वो ढीली नहीं होने वाली थी , और हलके से दुलार से उसके छोटे छोटे कसे चूतड़ सहलाते हुए मेरी दो उँगलियाँ उसकी गुलाबो की दरार के बीच धंस गयी ,
![[Image: Guddi-doggy-16305671.jpg]](https://i.ibb.co/RyS3WnG/Guddi-doggy-16305671.jpg)
गुलाबो मेरी 'बछिया' की दूबदूबा रही थी , यानी मन मेरी 'बछिया' का भी कर रहा था , लेकिन 'सांड़ ' से डर रही थी ,...
कम्मों ने मेरी ओर इशारा किया , ' बछिया' की गुलाबो की ओर , मैं उसे कस के फैला दूँ ,....
मैंने दोनों अंगूठे से उसे फ़ैलाने की कोशिश की , लेकिन कम्मो को मजा नहीं आया , वो खुद अपने 'सांड़ ' को छोड़ कर मेरी ' बछिया' के पास आयी
और मान गयी मैं कम्मो को कितनी बेरहमी से , कितना कस के चियारा उसने मेरी ननद की बुर को , दोनों अंगूठे अंदर डाल के दोनों फांके बाहर की ओरपूरी तरह से फैला रखा था ,
![[Image: Pussy-teen-21201654.jpg]](https://i.ibb.co/mcCwWYC/Pussy-teen-21201654.jpg)
मेरी बछिया दर्द से बिलबिला रही थी , लेकिन उसके बिना इतना मोटा सुपाड़ा ,... मैंने कम्मो की सांड़ की ओर देखा ,
क्या मोटा तन्नाया सुपाड़ा था , कड़ुवा तेल से चुपड़ा चपचपाता ,...
और आँखों पर उनकी ममेरी बहन की ब्रा पैंटी के साथ एक और खूब मोटी सी काली पट्टी , सच में उन्हें कुछ नहीं दिख रहा होगा ,...
मैंने अपने हाथ से ' सांड़ ' का खूंटा पकड़ा और दुबदुबाती अपनी ' बछिया ' की बिल पर सेट कर दिया,