07-04-2019, 12:56 PM
(This post was last modified: 14-09-2019, 09:24 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
लौंडेबाजी के किस्से
मैंने कहा था , मम्मी को पुलिस दरोगा होना चाहिए थे ,...
कुछ देर पहले ही मम्मी ने इनसे , मम्मी की समधन के साथ ,... मेरी बुआ सास के साथ ,...
यहां तककी मेरी बड़ी ननद के साथ भी,... सब कुछ उगलवा लिया था
और अब उनकी सास उनकी लौंडेबाजी के किस्से ,...
किस लौंडे की उन्होंने कैसे पहली बार ली , .....
मालूम तो मुझे भी था की ये नौवें क्लास में थे और वो आठवें क्लास में था जिसकी उन्होंने सबसे पहले ली थी ,
लेकिन फुल डिटेल्स ,.... मम्मी ने सिर्फ एक बार पूछा और उन्होंने पूरा हाल खुलासा बता दिया ,
ये नौंवी क्लास में , और वो आठवीं में ,...
कहीं बाहर के स्कूल से ट्रांसफर हो के आया था ,
... लेकिन आते ही पूरे स्कूल में आग लग गयी , खूब गोरा , बल्कि गुलाबी ,... चिकना , नमकीन ,...
सारे स्कूल के लौण्डेबाज ,...
लेकिन कोई उसको रोज स्कूल छोड़ने लेने आता था , कोई नौकर उसका ,...
पहले तो इन्होने उस लड़के से दोस्ती की , पढ़ने में ये अच्छे थे ,
इसलिए दोस्ती भी ,...
बस एक दिन जल्दी छुट्टी हो गयी , ... और ये अपनी साइकिल पर उसे आगे बैठा कर ,...
घर वालों को क्या मालूम होगा की आज जल्दी छुट्टी हो गयी है , ...
रास्ते में आम की एक गझिन बाग़ थे , ... उसमे ,.... और ये बाग़ इन्ही की थी , मेरे ससुराल की ,...
बस थोड़ी देर बाग़ में मस्ती की , ...
उसके नेकर में हाथ डाल के उसकी छोटी सी नूनी पकड़ के आगे पीछे ,...
उसे हैण्ड प्रैक्टिस करना सिखाया , ... चौकीदार को इशारे से इन्होने फुटा दिया था , फिर उसी की कोठरी में ,.. .अंदर से बंद कर के , थोड़ा बहला फुसला के थोड़ा जबरदस्ती ,
नेकर सरका के निहुरा के ,...
बहुत चीखा चिल्लाया ,...
लेकिन ले ली इन्होने उसकी।
मैं एकदम सटी , अपने साजन का सर मैंने अपनी गोद में रख लिया था ,
... मेरे मुंह से निकल गया ' फिर ' ,
" फिर क्या ,... मैंने उसे धमकाया , अगर स्कूल में किसी को बताया तो खुद बदनाम हो जाएगा ,...
उसका घर मेरे घर के रास्ते में पड़ता था , उसके घर वाले हमलोगों को जानते भी थे ,...
तो बस चार पांच दिन के बाद ,.... छोड़ने वाला तो आता था लेकिन लौटते हुए वो मेरी सायकिल के डंडे पर ,...
फिर तो कभी गन्ने के खेतमें ,
कभी अरहर तो कभी उसी आम के बाग़ में ,...
एक दिन तो उसके घर जब छोड़ने पहुंचा तो घर में कोई नहीं था ,
... तो उसके घर में ही , दो राउंड ,...
और उस दिन पहली बार उसे चुसवाया भी ,...
कुछ नहीं हुआ तो मेरे घर वो छुट्टी के दिन आ जाता था पढ़ने के बहाने , ...
और ,...
उन्होंने पूरा किस्सा सुना दिया।
और मारे ख़ुशी के मैंने और उनकी सास दोनों ने झुक के उन्हें चूम लिया।
" कब तक रहा वो तेरा लौंडा ,... "
मम्मी भी एकदम लड़कों की तरह कभी कभी , लेकिन उनके दामाद को यही अंदाज पसंद था ,....
" जलज ,... जलज नाम था उसका ,...
पन्दरह बीस दिन के अंदर ही स्कूल में मशहूर हो गया की मैंने उसकी ले ली है , और वो मेरे खास लौंडे की तरह ,
लड़केउसके सामने ही बोलते ,... लेकिन वो बुरा नहीं मानता था ,... इंटर तक वो ,...
इंटर के बाद मेडिकल में चला गया ,... लेकिन जबतक वो स्कूल में रहा ,...
कोई हफ्ता नागा नहीं गया होगा ,... "
" और आखिर बार ,... " मम्मी ने पूछा तो मैं काँप गयी।
दुहरा डर था मुझे , एक तो कहीं जो उन्होंने होली में मेरे किशोर, ११वें पढ़ने वाले ममेरे भाई चुन्नू की जो गाँड़ मारी थी , वो भी दो बार ,... वो मम्मी को ये बतायंगे कीनहीं और
दूसरा उससे भी ज्यादा ये की मम्मी कहीं बुरा न मान जाएँ की उन्होंने अपने साले को भी नहीं बख्शा ,...
लेकिन ,...
मम्मी को उन्होंने साफ साफ़ बता दिया की चुन्नू की उन्होंने होली के दिन , गांड मारी थी , दिन में भी और रात में भी ,...
ये भी की उस स्साले की एकदम कसी कोरी कुँवारी थी।
और मम्मी बजाय बुरा मानने के झुक के उन्होंने अपने दामाद का मुंह चूम लिया और
हचक के पांच छह करारे धक्के अपनी कमर उठा उठा के ,...
" भोंसड़ी के , पता नहीं मेरी समधिन ने किससे किससे चुदवा के
तुझे जना है , तेरे मामा से , या किसी गदहे घोड़े से , या कातिक में कुत्तों से ,...
लेकिन उस रंडी ने जना एकदम सही है , मेरी पसंद का दामाद। जानती हो , ( और अब मम्मी मुझसेबात कर रहीं थीं ) ,
... जब चुन्नू को तुझे लेने भेजा था मैंने न ,
तो बस यही मैं सोच रही थी , बहन के ससुराल कोई जाए , ... कोरा कुंवारा ,... और उसी तरह कहीं कोरा लौट आये तो ,...
मुझे पूरा विश्वास था की ,... "
और एक बार मम्मी ने झुक कर अपने दामाद की फेवरिट चीज ,
अपने गदराये जोबन उनके मुंह में दे कर ,...
वो चुसूर चुसूर अपनी सास की चूँची चूस रहे थे ,
और उनकी सास प्यार से उनके बाल सहलाते , उनकी तारीफ़ कर रही थीं ,
" सही किया तूने ,... चाहे ससुराल वाली या ससुराल वाला ,... छेद छेद में भेद करना कोई अच्छी बात थोड़े ही है। "
मैं भी बोल पड़ी ,...
भले ही मम्मी दल बदल कर अपने दामाद की ओर चली गयी हों ,
लेकिन मैं अपने ससुराल वालों की ,... मैंने जोड़ा
" मम्मी एकदम सही कह रही हैं आप। और चाहे इनके ससुराल वाले हों या मेरे ससुराल वाले ,... छेद छेद में ,... गोल छेद लम्बे छेद में आपके दामाद एकदम भेद नहीं करते। "
चिढ़ाया मैंने था ,
दामाद ने बदला अपनी सास से लिया ,...
मैंने कहा था , मम्मी को पुलिस दरोगा होना चाहिए थे ,...
कुछ देर पहले ही मम्मी ने इनसे , मम्मी की समधन के साथ ,... मेरी बुआ सास के साथ ,...
यहां तककी मेरी बड़ी ननद के साथ भी,... सब कुछ उगलवा लिया था
और अब उनकी सास उनकी लौंडेबाजी के किस्से ,...
किस लौंडे की उन्होंने कैसे पहली बार ली , .....
मालूम तो मुझे भी था की ये नौवें क्लास में थे और वो आठवें क्लास में था जिसकी उन्होंने सबसे पहले ली थी ,
लेकिन फुल डिटेल्स ,.... मम्मी ने सिर्फ एक बार पूछा और उन्होंने पूरा हाल खुलासा बता दिया ,
ये नौंवी क्लास में , और वो आठवीं में ,...
कहीं बाहर के स्कूल से ट्रांसफर हो के आया था ,
... लेकिन आते ही पूरे स्कूल में आग लग गयी , खूब गोरा , बल्कि गुलाबी ,... चिकना , नमकीन ,...
सारे स्कूल के लौण्डेबाज ,...
लेकिन कोई उसको रोज स्कूल छोड़ने लेने आता था , कोई नौकर उसका ,...
पहले तो इन्होने उस लड़के से दोस्ती की , पढ़ने में ये अच्छे थे ,
इसलिए दोस्ती भी ,...
बस एक दिन जल्दी छुट्टी हो गयी , ... और ये अपनी साइकिल पर उसे आगे बैठा कर ,...
घर वालों को क्या मालूम होगा की आज जल्दी छुट्टी हो गयी है , ...
रास्ते में आम की एक गझिन बाग़ थे , ... उसमे ,.... और ये बाग़ इन्ही की थी , मेरे ससुराल की ,...
बस थोड़ी देर बाग़ में मस्ती की , ...
उसके नेकर में हाथ डाल के उसकी छोटी सी नूनी पकड़ के आगे पीछे ,...
उसे हैण्ड प्रैक्टिस करना सिखाया , ... चौकीदार को इशारे से इन्होने फुटा दिया था , फिर उसी की कोठरी में ,.. .अंदर से बंद कर के , थोड़ा बहला फुसला के थोड़ा जबरदस्ती ,
नेकर सरका के निहुरा के ,...
बहुत चीखा चिल्लाया ,...
लेकिन ले ली इन्होने उसकी।
मैं एकदम सटी , अपने साजन का सर मैंने अपनी गोद में रख लिया था ,
... मेरे मुंह से निकल गया ' फिर ' ,
" फिर क्या ,... मैंने उसे धमकाया , अगर स्कूल में किसी को बताया तो खुद बदनाम हो जाएगा ,...
उसका घर मेरे घर के रास्ते में पड़ता था , उसके घर वाले हमलोगों को जानते भी थे ,...
तो बस चार पांच दिन के बाद ,.... छोड़ने वाला तो आता था लेकिन लौटते हुए वो मेरी सायकिल के डंडे पर ,...
फिर तो कभी गन्ने के खेतमें ,
कभी अरहर तो कभी उसी आम के बाग़ में ,...
एक दिन तो उसके घर जब छोड़ने पहुंचा तो घर में कोई नहीं था ,
... तो उसके घर में ही , दो राउंड ,...
और उस दिन पहली बार उसे चुसवाया भी ,...
कुछ नहीं हुआ तो मेरे घर वो छुट्टी के दिन आ जाता था पढ़ने के बहाने , ...
और ,...
उन्होंने पूरा किस्सा सुना दिया।
और मारे ख़ुशी के मैंने और उनकी सास दोनों ने झुक के उन्हें चूम लिया।
" कब तक रहा वो तेरा लौंडा ,... "
मम्मी भी एकदम लड़कों की तरह कभी कभी , लेकिन उनके दामाद को यही अंदाज पसंद था ,....
" जलज ,... जलज नाम था उसका ,...
पन्दरह बीस दिन के अंदर ही स्कूल में मशहूर हो गया की मैंने उसकी ले ली है , और वो मेरे खास लौंडे की तरह ,
लड़केउसके सामने ही बोलते ,... लेकिन वो बुरा नहीं मानता था ,... इंटर तक वो ,...
इंटर के बाद मेडिकल में चला गया ,... लेकिन जबतक वो स्कूल में रहा ,...
कोई हफ्ता नागा नहीं गया होगा ,... "
" और आखिर बार ,... " मम्मी ने पूछा तो मैं काँप गयी।
दुहरा डर था मुझे , एक तो कहीं जो उन्होंने होली में मेरे किशोर, ११वें पढ़ने वाले ममेरे भाई चुन्नू की जो गाँड़ मारी थी , वो भी दो बार ,... वो मम्मी को ये बतायंगे कीनहीं और
दूसरा उससे भी ज्यादा ये की मम्मी कहीं बुरा न मान जाएँ की उन्होंने अपने साले को भी नहीं बख्शा ,...
लेकिन ,...
मम्मी को उन्होंने साफ साफ़ बता दिया की चुन्नू की उन्होंने होली के दिन , गांड मारी थी , दिन में भी और रात में भी ,...
ये भी की उस स्साले की एकदम कसी कोरी कुँवारी थी।
और मम्मी बजाय बुरा मानने के झुक के उन्होंने अपने दामाद का मुंह चूम लिया और
हचक के पांच छह करारे धक्के अपनी कमर उठा उठा के ,...
" भोंसड़ी के , पता नहीं मेरी समधिन ने किससे किससे चुदवा के
तुझे जना है , तेरे मामा से , या किसी गदहे घोड़े से , या कातिक में कुत्तों से ,...
लेकिन उस रंडी ने जना एकदम सही है , मेरी पसंद का दामाद। जानती हो , ( और अब मम्मी मुझसेबात कर रहीं थीं ) ,
... जब चुन्नू को तुझे लेने भेजा था मैंने न ,
तो बस यही मैं सोच रही थी , बहन के ससुराल कोई जाए , ... कोरा कुंवारा ,... और उसी तरह कहीं कोरा लौट आये तो ,...
मुझे पूरा विश्वास था की ,... "
और एक बार मम्मी ने झुक कर अपने दामाद की फेवरिट चीज ,
अपने गदराये जोबन उनके मुंह में दे कर ,...
वो चुसूर चुसूर अपनी सास की चूँची चूस रहे थे ,
और उनकी सास प्यार से उनके बाल सहलाते , उनकी तारीफ़ कर रही थीं ,
" सही किया तूने ,... चाहे ससुराल वाली या ससुराल वाला ,... छेद छेद में भेद करना कोई अच्छी बात थोड़े ही है। "
मैं भी बोल पड़ी ,...
भले ही मम्मी दल बदल कर अपने दामाद की ओर चली गयी हों ,
लेकिन मैं अपने ससुराल वालों की ,... मैंने जोड़ा
" मम्मी एकदम सही कह रही हैं आप। और चाहे इनके ससुराल वाले हों या मेरे ससुराल वाले ,... छेद छेद में ,... गोल छेद लम्बे छेद में आपके दामाद एकदम भेद नहीं करते। "
चिढ़ाया मैंने था ,
दामाद ने बदला अपनी सास से लिया ,...