03-05-2021, 01:27 PM
अपने भइया से
मेरी और कम्मो की उँगलियाँ गुड्डी के पानी से एकदम गीली हो गयी थीं , ...
दो चार बार के बाद गुड्डी खुद बोलने लगी , भाभी हो जाने दो ,
" अरे तेरे भैया आएंगे न उनसे झड़वा लेना , बोल झड़वाएगी अपने भइया से , ... "
मैंने अपनी गर्मायी, बौराई ननदिया को उकसाया
बेचारी झेंप गयी लेकिन जब हम दोनों ने मिल के उसे बहुत तंग किया तो बोली मुझसे
" भाभी , आपके सैंया ही पीछे हट जाएंगे ,... "
" चल इतना छिनरपना न कर , है हिम्मत तो एक बार बोल दे , जोर से ,... "
कम्मो ने उसे और चढ़ाया
और गुड्डी ने बोल ही दिया , आखिर ,... की वो अपने भइया से चुदवायेगी ,.... बस अबकी तो हम दोनों ने ,..
लेकिन कम्मो ने उसे साथ में हड़काया ,
" मेरे देवर की जिम्मेदारी मेरी , लेकिन स्साली भाइचॉद अगर जरा भी छिनरपना किया न तो तेरी स्साली गाँड़ भी मरवाउंगी , और उसके बाद खुद अपनी मुट्ठी से भी तेरी गाँड़ मारूंगी कोहनी तक पेलुँगी , हचक के चोदवाना होगा , ... खुद बोली हो तुम ,... "
एक बार गुड्डी रानी फिर झड़ने के कगार पर थी , लेकिन मेरा फोन बज उठा ,
उन्ही का था ,.... मिस्ड काल , मैंने उन्हें बोल रखा था घर में आने के पांच मिनट पहले मिस्ड काल
" देख तेरे यार का है , अब तो तूने बोल भी दिया है , बस तीन चार दिन बाद होली हैं फड़वा ले ,... "
कह के अबकी एक पोर मैंने जोर से पेल दी ,
वो जोर से चीखी ,
लेकिन तब तक सीढ़ी पर पैरों की आवाज आ रही थी , गुड्डी को बगल के छोटे कमरे में मैंने और कम्मो ने छिपा दिया
तभी उनकी दरवाजा खटखटाने की आवाज हुयी ,
कम्मो ने ही दरवाजा खोला।
और उन के घुसते ही कम्मो ने उन्हें दबोच लिया , साथ में गालियों की बौछार
मेरी और कम्मो की उँगलियाँ गुड्डी के पानी से एकदम गीली हो गयी थीं , ...
दो चार बार के बाद गुड्डी खुद बोलने लगी , भाभी हो जाने दो ,
" अरे तेरे भैया आएंगे न उनसे झड़वा लेना , बोल झड़वाएगी अपने भइया से , ... "
मैंने अपनी गर्मायी, बौराई ननदिया को उकसाया
बेचारी झेंप गयी लेकिन जब हम दोनों ने मिल के उसे बहुत तंग किया तो बोली मुझसे
" भाभी , आपके सैंया ही पीछे हट जाएंगे ,... "
" चल इतना छिनरपना न कर , है हिम्मत तो एक बार बोल दे , जोर से ,... "
कम्मो ने उसे और चढ़ाया
और गुड्डी ने बोल ही दिया , आखिर ,... की वो अपने भइया से चुदवायेगी ,.... बस अबकी तो हम दोनों ने ,..
लेकिन कम्मो ने उसे साथ में हड़काया ,
" मेरे देवर की जिम्मेदारी मेरी , लेकिन स्साली भाइचॉद अगर जरा भी छिनरपना किया न तो तेरी स्साली गाँड़ भी मरवाउंगी , और उसके बाद खुद अपनी मुट्ठी से भी तेरी गाँड़ मारूंगी कोहनी तक पेलुँगी , हचक के चोदवाना होगा , ... खुद बोली हो तुम ,... "
एक बार गुड्डी रानी फिर झड़ने के कगार पर थी , लेकिन मेरा फोन बज उठा ,
उन्ही का था ,.... मिस्ड काल , मैंने उन्हें बोल रखा था घर में आने के पांच मिनट पहले मिस्ड काल
" देख तेरे यार का है , अब तो तूने बोल भी दिया है , बस तीन चार दिन बाद होली हैं फड़वा ले ,... "
कह के अबकी एक पोर मैंने जोर से पेल दी ,
वो जोर से चीखी ,
लेकिन तब तक सीढ़ी पर पैरों की आवाज आ रही थी , गुड्डी को बगल के छोटे कमरे में मैंने और कम्मो ने छिपा दिया
तभी उनकी दरवाजा खटखटाने की आवाज हुयी ,
कम्मो ने ही दरवाजा खोला।
और उन के घुसते ही कम्मो ने उन्हें दबोच लिया , साथ में गालियों की बौछार