29-04-2021, 07:24 PM
कोहबर की शर्त
मेरी शादी में कोहबर में इनकी पक्की साली और मेरी पक्की सहेली चंदा ने ,
गुड्डी के साथ कोहबर में पूरा प्रोग्राम बनाया था , अभी भी मुझे याद है और मैं उन्हें चिढ़ाती हूँ
( छुटकी ने पूरी वीडियो रिकार्डिंग की थी और मेरी जेठानी को भी भेज दी थी )
चंदा ने उनसे कहा था ,
, तो बस आपके ससुराल के खेत की सरसों का शुद्ध एक पाव सरसो का तेल उसकी कच्ची कोरी बिल में खूब अच्छी तरह फैला के , ...
और गाँठ जोड़ने का काम ये साली है न , आपकी सलहज सब उसकी बिल फैलाएंगी , और मैं आपका खूंटा पकड़ के , सटा के घुसवा दूंगी , बस एक करारा धक्का मारिएगा , सुपाड़ा पूरा अंदर ,
हाँ चीखे चिल्लायेगी वो , और इसी लिए तो उसका मुंह नहीं बंद करेंगे हम लोग की पूरे गाँव को घराती बराती सब को मालूम हो जाय की आज हमारे जीजू ने अपनी बहन की फाड़ दी,
और जीजू , आपकी जिन बहनों की झिल्ली गन्ने अरहर के खेत में फटी है , अमराई में चुदी हैं जो ,
सब खून खच्चर तो वहां भी हुआ , वो भी खूब रोई धोयी , आपके सालों के हाथ जोड़ रही थी , लेकिन आपके सालों ने सबकी फाड़ी और जम के फाड़ी ,... सबकी वीडियों है मेरे पास , आपको दिखा दूंगी बाद में , ... तो बस गप्पा गप्प , चार पांच धक्के में तो साली की झिल्ली जरूर फट जायेगी मेरी गारंटी ,... “
लेकिन किसी तरह बीच बचाव कर के तय हुआ था , की आज अगर नहीं तो , होली के पहले वो गुड्डी रानी की झिल्ली जरूर फाड़ेंगे और बेचारे उन्होंने दस बार हाँ भी भरी और उनकी सालियों ने वीडियो में रिकार्ड भी कर लिया ,
बस वही दिन में दस बार रीतू भाभी और चंदा का फोन आता था , और अब तो छुटकी और मंझली भी ,
"दीदी आपने अपनी ननद की अभी फड़वाई की नहीं ,..."
मैं लाख समझाने की कोशिश करती थी की वो सब कोहबर का मजाक था , लेकिन वो सब ,
"अरे नहीं जीजू ने कसम खायी थी , जीजू अपनी बात के पक्के हैं आप ही कुछ नहीं कर रही हैं ,..."
और वहां तक तो ठीक था एक दिन पहले मम्मी ने भी वही बात ,...
परेशानी बहुत थी , ... पहले तो मुझे लगता था छोटी ,... लेकिन उसकी समौरिया उसी की क्लास में पढ़ने वाली हफ्ते में दो बार गुड्डी के भाई के साथ , मेरे देवर अनुज के साथ कबड्डी खेलती थी और कभी भी दो राउंड से कम नहीं , फिर इनकी छुटकी साली भी तो गुड्डी से थोड़ी ही बड़ी ,...
लेकिन कैसे कराऊँ सेटिंग ये समझ में नहीं आ रहा था , ...
अब तो मुझे समझ में आ गया था चींटी उसके भी बहुत काटती हैं , ...
एक बार मैंने इनकी पूरी मलाई इनके सामने ही अपने मुंह से उसके मुंह में ,...
और वो छिनार पूरी की पूरी गपक कर गयी थी , अपने भैया को दिखाते हुए , उसकी ब्रा में भी इनकी पूरी मलाई ,... और वैसे ही उसने पहनी थी ,... उसकी चासनी इनको भी चटाई थी मैंने ,... और ये टोटका मेरी सास ने ही सिखाया था ,... पर
छेड़खानी अलग है और एकदम ,... मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था ,
और जब से होली का चक्कर चालू हुआ था , वो आयी भी नहीं थी , एक भी दिन ,...
और सिर्फ दो दिन बचे थे ,
उस दिन सुबह मेरी सासु और जेठानी पास के शहर में गए थे सुबह सुबह , मैंने बताया था न इनकी बुआ की लड़की की सगाई होने वाली थी बस वही सब , ... और सुबह सुबह ये भी बनारस गए थे , उनकी कंपनी को कोई आया था , ताज में रुका था उसी से मिलना था , शाम को ये लौट आते , ...
सिर्फ मैं और कम्मो , ... घर में थे और जब मेरे कुछ समझ में नहीं आया तो मैंने कम्मो को अपनी परेशानी बताई ,
मेरी शादी में कोहबर में इनकी पक्की साली और मेरी पक्की सहेली चंदा ने ,
गुड्डी के साथ कोहबर में पूरा प्रोग्राम बनाया था , अभी भी मुझे याद है और मैं उन्हें चिढ़ाती हूँ
( छुटकी ने पूरी वीडियो रिकार्डिंग की थी और मेरी जेठानी को भी भेज दी थी )
चंदा ने उनसे कहा था ,
, तो बस आपके ससुराल के खेत की सरसों का शुद्ध एक पाव सरसो का तेल उसकी कच्ची कोरी बिल में खूब अच्छी तरह फैला के , ...
और गाँठ जोड़ने का काम ये साली है न , आपकी सलहज सब उसकी बिल फैलाएंगी , और मैं आपका खूंटा पकड़ के , सटा के घुसवा दूंगी , बस एक करारा धक्का मारिएगा , सुपाड़ा पूरा अंदर ,
हाँ चीखे चिल्लायेगी वो , और इसी लिए तो उसका मुंह नहीं बंद करेंगे हम लोग की पूरे गाँव को घराती बराती सब को मालूम हो जाय की आज हमारे जीजू ने अपनी बहन की फाड़ दी,
और जीजू , आपकी जिन बहनों की झिल्ली गन्ने अरहर के खेत में फटी है , अमराई में चुदी हैं जो ,
सब खून खच्चर तो वहां भी हुआ , वो भी खूब रोई धोयी , आपके सालों के हाथ जोड़ रही थी , लेकिन आपके सालों ने सबकी फाड़ी और जम के फाड़ी ,... सबकी वीडियों है मेरे पास , आपको दिखा दूंगी बाद में , ... तो बस गप्पा गप्प , चार पांच धक्के में तो साली की झिल्ली जरूर फट जायेगी मेरी गारंटी ,... “
लेकिन किसी तरह बीच बचाव कर के तय हुआ था , की आज अगर नहीं तो , होली के पहले वो गुड्डी रानी की झिल्ली जरूर फाड़ेंगे और बेचारे उन्होंने दस बार हाँ भी भरी और उनकी सालियों ने वीडियो में रिकार्ड भी कर लिया ,
बस वही दिन में दस बार रीतू भाभी और चंदा का फोन आता था , और अब तो छुटकी और मंझली भी ,
"दीदी आपने अपनी ननद की अभी फड़वाई की नहीं ,..."
मैं लाख समझाने की कोशिश करती थी की वो सब कोहबर का मजाक था , लेकिन वो सब ,
"अरे नहीं जीजू ने कसम खायी थी , जीजू अपनी बात के पक्के हैं आप ही कुछ नहीं कर रही हैं ,..."
और वहां तक तो ठीक था एक दिन पहले मम्मी ने भी वही बात ,...
परेशानी बहुत थी , ... पहले तो मुझे लगता था छोटी ,... लेकिन उसकी समौरिया उसी की क्लास में पढ़ने वाली हफ्ते में दो बार गुड्डी के भाई के साथ , मेरे देवर अनुज के साथ कबड्डी खेलती थी और कभी भी दो राउंड से कम नहीं , फिर इनकी छुटकी साली भी तो गुड्डी से थोड़ी ही बड़ी ,...
लेकिन कैसे कराऊँ सेटिंग ये समझ में नहीं आ रहा था , ...
अब तो मुझे समझ में आ गया था चींटी उसके भी बहुत काटती हैं , ...
एक बार मैंने इनकी पूरी मलाई इनके सामने ही अपने मुंह से उसके मुंह में ,...
और वो छिनार पूरी की पूरी गपक कर गयी थी , अपने भैया को दिखाते हुए , उसकी ब्रा में भी इनकी पूरी मलाई ,... और वैसे ही उसने पहनी थी ,... उसकी चासनी इनको भी चटाई थी मैंने ,... और ये टोटका मेरी सास ने ही सिखाया था ,... पर
छेड़खानी अलग है और एकदम ,... मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था ,
और जब से होली का चक्कर चालू हुआ था , वो आयी भी नहीं थी , एक भी दिन ,...
और सिर्फ दो दिन बचे थे ,
उस दिन सुबह मेरी सासु और जेठानी पास के शहर में गए थे सुबह सुबह , मैंने बताया था न इनकी बुआ की लड़की की सगाई होने वाली थी बस वही सब , ... और सुबह सुबह ये भी बनारस गए थे , उनकी कंपनी को कोई आया था , ताज में रुका था उसी से मिलना था , शाम को ये लौट आते , ...
सिर्फ मैं और कम्मो , ... घर में थे और जब मेरे कुछ समझ में नहीं आया तो मैंने कम्मो को अपनी परेशानी बताई ,