27-04-2021, 06:57 PM
सुबह रोज की तरह अमित ने उठाया और चाय की ट्रे टेबल पर रखकर खुद एक चाय उठाकर पीने लगा ।में राजेश के लण्ड की तरफ झुकी तो राजेश ने मना कर दिया और बोला ।
राजेश ,--बेबी आज रहने दो अभी जूस निकल जायेगा तो दिन भर क्या पियोगी ।
मेने हाथ बढाकर चाय उठाई और पीने लगी राजेश भी अपने लण्ड को सुबह वाले उठाव को मसलकर चाय उठाई और चाय पीने लगा ।
अमित ,--सर रात को कितने बजे सोए ।
राजेश मुझे आंख मारकर ,--यार रेखा पांच भर झड़ गयी तो फिर ढाई बजे के आसपास सो गए ।
अमित ,--फिर तो सर काम अधूरा रह गया होगा ।
राजेश ,--कुछ अधूरा नही रहा रेखा बहुत इंटेलिजेंट औरत है उसको मेने सब कुछ बता दिया । वो रेडी है सब कुछ करने को जो तुम चाहते हो ।रेखा बताओ रात में तुमको कहा कहा पर चोदा था ।
मैं ,---हॉल , किचन ,छत ,लिफ्ट और बैडरूम ।
अमित,--पर वो काम ।
राजेश ,--यार वो भी हो गया रेखा सिर्फ शरीर से ही नही मन से भी अपने आप को रण्डी मान चुकी है चाहो तो रेखा से पूछ लो नही तो दिन में देख लेना ।
मैं ,--दिन में क्या ।
राजेश ,--तुमको दिन में दीनू काका के सामने दिखाना है कि तुम क्या हो और कैसे बिहेव करना है ।
तभी डोर बेल बजी तो राजेश ने अपना बरमूडा पहना और मुझे फटाफट तैयार होने का बोलकर अमित को बोला।
राजेश ,--चलो दीनू काका को रोल समझा देते है तब तक।
में उठकर बाथरूम में घुस गई और फटाफट फ्रेश होने के बाद नहाकर बाहर आई और फिर एक बड़े से गले का ब्लाउज और साड़ी पहना और गेट पर आकर तीनो की बातें सुनने लगी ।उनकी बातें पहले से चल रही थी पर जब मेने कान लगाया तो अमित बोल रहा था ।
अमित ,--दीनू काका, आप चिंता मत कीजिये वो नाराज नही होगी बल्कि उसको मज़ा आएगा ।
राजेश ,--दीनू काका आप अमित की बात को समझिए अमित उसको कई लोगों से चुदवा चुका और उसको अब चुदवाने में शर्म नही है बस उसके दिल मे ये बैठ जाना चाहिए कि वो अमित की बीबी है पर उसके अंदर एक बहुत बड़ी रण्डी भी रहती है।
दीनू काका ,--ठीक है फिर आप लोग नाश्ता कीजिये में एक घण्टे में आता हूँ ।
दीनू काका के जाने की बात सुनकर में भी अपने बाल सुखाकर मेकअप करने लग गयी । अमित रूम में आया और मुझे बोला कि राजेश सर नहाने गए है तुम जल्दी से तैयार होकर बाहर आ जाओ ।
मैं ,--दीनू काका साफ सफाई कर लिए क्या ।
अमित ,--डार्लिंग आज सारा काम मे करने वाला हूँ तुम भूल गयी आज दीनू काका तुम्हारे ससुर का रोल प्ले करने वाले है । वो एक घण्टे में आएंगे तब तक नास्ता कर लेते हैं ।
मेने डार्क सा मेकअप किया और फिर साड़ी का पल्लू इस तरह से पिन किया कि मेरे खुले गले ब्लाउज से आधी से ज्यादा दिख रही चुचियाँ साड़ी से बिल्कुल नही छुपे । खुद को आईने में देखकर संतुष्ट हुई और बाहर आई ।
अमित किचन से नास्ता लेकर आ रहा था राजेश भी अच्छी सी ड्रेस पहनकर आकर सोफ़े पर बैठ गया तो अमित ने ब्रेड पकोड़े और साथ मे चाय रखी ।जिसे देखकर मेने अमित को अपना रूप दिखाने का सोचा।
मैं ,--ओए, मादरचोद तुझे पता नही क्या मेरा यार मुझे रात भर चोद रहा था उसको दूध कोन देगा पीने को ।
अमित को शायद ऊमीद नही थी कि में इतनी जल्द उसे इस तरह से गाली देने वाली हूँ पर उसने गाली सुनकर लण्ड मसला और बोला ,--आप लोग नास्ता खत्म कीजिये दूध गर्म हो रहा है ।
मेने नास्ता शुरू किया और साथ ही एक हाथ राजेश के पेंट के ऊपर रखकर उसके लण्ड को टटोल कर देखा जो सेमी हार्ड पोजिशन में था ।
अमित तीन ग्लास दूध लेकर आया और बेठकर नास्ता करने लगा तीनो नास्ता खा चुके तो अमित ने बर्तन उठाये और टेबल साफ किया ।
मेने राजेश का हाथ पकड़ा और उसे अपनी अर्धनग्न चूचियो पर रखते हुए अमित से कहा ,--ओए गांडू चल सिगरेट जला कर दे मेरा यार नास्ते के बाद सिगरेट पीएगा।
अमित सिगरेट जलाने लगा और राजेश मेरी छाती पर हाथ फिराने लगा अमित ने सिगरेट जला कर दी तो मैं उसे खुद के साथ राजेश को पिलाने लगी ।
दोनों सिगरेट खत्म कर चुके थे कि तभी गेट खुला और दीनू काका अंदर आते दिखा जो नया धोती कुर्ता पहने थे और नहा कर साफ सुथरा दिख रहे थे ।
तभी राजेश उठा और दीनू काका को झुककर प्रणाम किया तो में भी उठी और झुकने के बजाय सीधे उनके होठों पर एक चुम्बन कर दिया जिससे दीनू काका गनगना गया ।
राजेश और अमित मुझे दीनू काका को चुम्बन करते देखकर अवाक रह गये की में इतनी जल्द दीनू काका को किश करूंगी ।
राजेश ,--आइए दीनू काका बैठिए , अमित तुम दीनू काका को पानी पिलाओ बिचारे को प्यास लगी होगी ।
दीनू काका राजेश के बगल में सोफ़े पर बैठ गए और में सामने की तरफ बैठ गयी मेरे सामने बैठने से उन दोनों को मेरी अर्धनग्न चुचियाँ साफ दिख रही थी जिससे दोनों के लण्ड में तनाव शुरू हो चुका था ।
अमित ने पानी का गिलास दीनू काका को पकड़ाया जिसे लेकर वो पानी पीने लगे । पानी पीकर दीनू काका बोले ।
दीनू काका ,--बहु शादी को एक साल होने को आया अब खुशखबरी कब सुनाएगी ।
मैं अपने ब्लाउज को नीचे खींचकर ,--कहा ससुर जी अभी चार दिन पहले ही तो माहवारी खत्म हुई है ।
दीनू काका ,--तुम कहीं गर्भ रोकने की दवा तो नही खा रही हो ।
मैं ,--नही ससुर जी , में तो खुद सत्ताईस साल की हो चुकी और मां बनने को तरस रही हूँ इसलिए आपके बेटे के लण्ड के पानी की एक भी बून्द अपनी चुत से बाहर नही गिरने देती । पर लगता है आपके बेटे के वीर्य में ही कमी है ।
इसके साथ ही मेने अपने ब्लाउज को इतना नीचे कर लिया था कि मेरी निप्पल का कुछ हिस्सा ब्लाउज की किनारों से दब कर दिखने लगा था । जिससे दीनू काका लण्ड धोती को ऊपर उठाकर खड़ा हो गया ।
राजेश ,--रेखा तुम चिंता मत करो अब में आ गया हूँ ना ।
मैं अपने होंठ पर जीभ फिराकर ,--आप को भी तो दो रात हो गए कोशिश करते हुए , मेने आप का पूरा साथ दिया है चुदाई में जिससे में प्रेग्नेंट हो जाऊं ।
दीनू काका अपने लण्ड को पकड़कर ,--बहु ये दोनों को अनुभव की कमी है इसलिए दोनों अभी बाप नही बन पाये पर अब में आ गया हूँ आज में इन दोनों को सीखा दूंगा की कैसे एक औरत को गर्भवती किया जाता है ।
अमित चुपचाप हम तीनों की बातें सुनकर अपने लण्ड को मसल रहा था उसका लण्ड पेंट में से पूरा तना हुआ दिख रहा था । दीनू काका फिर से बोला ।
दीनू काका ,--बहु तुम्हारी चुचियाँ अभी छोटी है इनको गर्भवती होने से पहले बड़ा करना होगा वरना बच्चा होने के बाद उसको पीने को भरपूर दूध नही मिलेगा तो बच्चा पूरा तंदुरुस्त कैसे होगा ।
मैं ,--अब ससुर जी मुझे इन सब बातों का पता नही है आप देख लीजिये और कितनी बड़ी होनी चाहिए ।
ये बोलकर मेने अपने ब्लाउज़ के हुक खोल दिये और अपनी छतीस की बूब्स तीनो के सामने बेपर्दा हो गयी जिससे तीनो मर्द मेरी उन्नत और पूर्ण विकसित छातियों को घूरने लगे ।
दीनू काका ,--बहु इन चुचियों से सिर्फ तुम्हारे बच्चे का पेट भरेगा पर जब मेरे बेटे का नम्बर आएगा तो इनमें दूध खत्म हो जाएगा इसलिए बड़ा होना जरूरी है और ये चूचक भी अभी मटर के दाने जैसे है इनको भी मूंगफली जितना बड़ा करना पड़ेगा ।
तीन तीन मर्द मेरी चुचियों को देख रहे थे औऱ दीनू काका मेरी निप्पल की बात कर रहा था इसलिए मेरे बोबे फूलकर बड़े ही गए थे और निप्पल तन चुके थे ।जिसे देखकर अमित बोला ।
अमित ,--तो काका फिर आप कीजिये इनका कुछ ।
दीनू काका ,--हां , थोड़ा सरसों का तेल लाओ हल्का गर्म होना चाहिए ।
अमित दीनू काका की बात सुनकर किचन में गया और कुछ देर में एक कटोरी में तेल लेकर आया और दीनू काका को पकड़ाया जिसे लेकर दीनू काका मेरे सोफ़े के पीछे आया ।
दीनू काका के दोनों हाथ मेरी निपल्स पर आ चुके थे उन्होंने दोनो हाथ की अंगुलियों में तेल लगाया हुआ था जो निप्पल को लगाकर मसलना चालू कर दिया जिससे मेरी आह निकल गयी ।
मेने सामने बैठे राजेश और अमित को सुनाने के लिए जानबूझकर कर जोर जोर से सिसकने लगी और अपने चेहरे पर सेक्सी एक्सप्रेसन बनाने लगी । दीनू काका थॉडी देर तक मेरी निप्पल्स को मसलते रहे फिर उन्होंने जोर से आगे की तरफ खींचना शुरू कर दिया ।जिससे मेरे चीखे निकलने लगी और में बोली ।
मैं ,--आआ.....ससुर जो मेरी निप्पल उखड़ जाएगी प्लीज् धीरे करिए ।
दीनू काका ,--बहु धीरे धीरे करने से ही तेरी निप्पल बड़ी नही हुई देखना में इनको कितनी जल्द मोटी और लंबी बना दूंगा ।
मैं ,--पर बहुत दर्द हो रहा है मुझे ।
दीनू काका ,--बहु दर्द तो बर्दास्त करना पड़ेगा नही तो ऐसे ही निप्पल पूरी विकसित नही हो पाएगी ।
हालांकि मुझे दर्द से ज्यादा मज़ा आ रहा था और आये भी क्यों नही सामने मेरा यार और मेरा पति मुझे एक नोकर से जोबन मसलवाते देखकर अपने लण्ड पेंट के ऊपर से पकड़े बैठे थे और अमित को में दिखाना चाहती थी कि उसके लिए में कितना दर्द सह रही हूँ ।
दीनू काका मेरी निप्पल को पांच सात मिनट तक नोचते रहे फिर उन्होंने अमित को कहा कि बहु को नंगी कर दो वरना इसकी साड़ी तेल से खराब हो जाएगी ।
अमित ने मुझे साड़ी और पेटिकोट खोलकर मादरजात नंगी कर दिया तो दीनू काका ने कटोरी से तेल लियाँ और मेरी दोनों चुचियों को पूरा तेल लगा दिया ।
तेल मेरी चूची पर इतना लग चुका था कि बह कर चुत तक पहुंच गया तो दीनू काका बोला ।
दीनू काका ,--अब आप लोग भी नंगे हो जाइए । बहु को मसाज करने में तीनों को काम करना पड़ेगा ।
अमित और राजेश तुरन्त नंगे हो गए दोनों के लण्ड अंडरवेअर खुलते ही स्प्रिंग की तरह झटका ख़ाकर खड़े हो गए थे ।
नंगे होने के बाद दीनू काका बोले ,--अब दोनों को जैसे में बताता हूँ वैसे एक एक चूची को मसाज करना है और तब तक करना है कि बहु की चुचियों पर लगा तेल एक दम साफ हो कर इसके शरीर मे समा जाए ।
उसके बाद दीनू काका सामने आए तो मेने देखा वो भी पूरे कपके खोलकर नंगे थे उनका हबलबी लण्ड फन उठाये मेरे बिल में घुसने को तैयार था । दीनू काका मेरे बगल में आ कर एक चूची को दोनों हाथ से पकड़ लिए और उसको अपनी हथेली में भरकर आगे की तरफ खींचते हुए मसाज करने लगे ।
मेरे मुंह से मादक सिसकारी फुट पड़ी और में दीनू काका के फ़ंनफनाते नाग को देखकर अपने होठ काटने लगी । जिसे देखकर दीनू काका बोले ।
दीनू काका ,--बहु ये लोग नालायक है तभी तुम प्रेग्नेंट नही हो रही इनको लगता है कि लण्ड खड़ा हुआ और चुत में डालकर चोदने लगो लेकिन ये नही पता की अपने लण्ड का पानी कब बच्चेदानी में डालना है ।
दीनू काका ये बात बोलकर हट गए और दोनों को इशारे से एक एक चूची की मसाज की जिम्मेदारी संभला दी उसके बाद वो मेरे पैरों के पास बैठ गए और नवल और उसके नीचे की मसाज करने लगे ।
तीन मर्द मेरे शरीर से खिलवाड़ कर रहे थे दो मेरी चुचियों को मसल रहे थे और दीनू काका नवल से चुत के छेद के ऊपर तक मुझे मसल रहे थे ।
मेरी हालत तड़पती मछली जैसी हो चुकी थी जैसे मछली जल बिन तड़पती है में तीन तीन लण्ड सामने खड़े होने के बाद भी तड़प रही थी ।मेरे मुंह से कामुक सिसकियां पूरे घर मे गूंज रही थी ।
तभी दीनू काका ने अपना हाथ नीचे किया और जांघो और चुत के आसपास अपने हाथ से फिराना शुरू कर दिया जिससे मेरे पूरे शरीर मे करंट दौड़ने लगा ।
मैं चाहती थी कि बूढा मेरी चुत में अंगुली घुसा दे ।पर बुढ़ऊ बहुत चालू था वो चुत की फांकों के ऊपर हाथ फिरा रहा था अंगुली नही डाल रहा था जिससे मेरी चुत बहे जा रही थी ।
में उतेजना से कसमसा रही थी और जब बर्दास्त नही हुआ तो बोली ।
मैं ,--ससुर जी अब बर्दास्त नही हो रहा प्लीज् अंगुली डाल कर चुत को चोदिये ।
दीनू काका ,--अरे बहु थोड़ा बर्दास्त करो । तुम लोग यही गलती करते हो इसलिए तुम मां नही बन पा रही । तुमको एक बार ऐसे ही झडना होगा तब फिर तेरी बच्चेदानी का मुंह खुलेगा तब उसमे लण्ड का पानी गिरेगा तब गर्भ ठहरेगा ।
मुझसे बर्दास्त करना मुश्किल हो चुका था में हिल। भी नही पा रही थी क्योंकि अमित और राजेश मेरी दोनों चुचियों को पकड़े हुए थे और उनको आगे की तरफ खींच रहे थे ।
मैं ,--भोसडी के बूढ़े मेरी उतेजना से जान जा रही है और तुम ज्ञान बांट रहे हो । अब चोद दे मुझे हरामी ।
दीनू काका ने मेरे मुंह से गाली सुनकर अपने हाथ हटा लिए और पैरों कप चौड़ा किया और फिर मेरी चुत को फेला कर मेरी क्लीट पर अपनी जीभ रखकर उसे जीभ से छेड़ने लगा ।
में आनन्द के सागर में डूब गई और जोर जोर से सिसकते हुए बोली ।
मैं ,--आह........मादरचोदो ,तुम मुझे पागल कर दोगे ।
अमित और राजेश लगातार मेरे निपल और चुचियों को खींच रहे थे और मेरे छट पटा हट को एन्जॉय कर रहे थे उनके लोडे पूरे गर्म थे दोनों हमारी बातें सुनकर मन ही मन मुस्करा रहे थे । तभी राजेश बोला ।
राजेश ,--तुझे पागल नही करना बस तुम्हारे मुंह से ये सुनना है कि तुम आज के बाद अमित के साथ उसकी बीबी नही रण्डी बनकर रहोगी और रण्डी की तरह व्यवहार करोगी ।आज से।
मैं ,--हां अमित में तेरी बीबी की जगह रण्डी बनूंगी तुम को वेश्या की तरह प्यार करूंगी तू जिसके नीचे लेटने को कहेगा में लेट जाऊंगी प्लीज् अब मुझे लण्ड से चुदवा दो।
मेरे बोलते ही दीनू काका ने अपनी जीभ मेरी चुत में घुसा दी और मेरी चुत को अपनी जीभ से चोदने लगा दो चार बार जीभ के आगे पीछे होते ही मे चीखते हुए दीनू काका के मुंह मे झड़ने लगी ।
दीनू काका मैरी चुत के रस को स्वाद ले लेकर पीने लगा और पूरी चुत को इस तरह से चाटते रहे जैसे कि मलाई चाट रहे हों ।
दीनू काका ,--साली रण्डी की चुत का पानी बहुत टेस्टी है क्या मस्त स्वाद है ।
अमित और राजेश मेरे बूब्स को छोड़कर सामने सोफ़े पर बैठ चुके थे अमित बहुत खुश लगा रहा था दीनू काका के मुंह से गाली निकलने पर । में निढाल होकर सोफ़े पर टांगे पसारे पड़ी थी तो दीनू काका बोला ।
दीनू काका ,--इसका पानी गिरने से ये सुस्त हो गयी है इसको एनर्जी ड्रिंक पिलाना पड़ेगा ।
अमित ,--क्या लेकर आऊं काका इसके लिए ।
दीनू काका ,--औरत के लिए सबसे बड़ा एनर्जी ड्रिंक तो लण्ड का पानी ही होता है उसको अगर दारू में मिक्स करके पिला दो तो भरपूर चुद्वती है ।
अमित ,--ठीक है में इसके लिए पेग बनाता हूँ आप उसमे डाल दीजिए ।
आमिट ये बोलकर किचन में चला गया।
जारी है .......
राजेश ,--बेबी आज रहने दो अभी जूस निकल जायेगा तो दिन भर क्या पियोगी ।
मेने हाथ बढाकर चाय उठाई और पीने लगी राजेश भी अपने लण्ड को सुबह वाले उठाव को मसलकर चाय उठाई और चाय पीने लगा ।
अमित ,--सर रात को कितने बजे सोए ।
राजेश मुझे आंख मारकर ,--यार रेखा पांच भर झड़ गयी तो फिर ढाई बजे के आसपास सो गए ।
अमित ,--फिर तो सर काम अधूरा रह गया होगा ।
राजेश ,--कुछ अधूरा नही रहा रेखा बहुत इंटेलिजेंट औरत है उसको मेने सब कुछ बता दिया । वो रेडी है सब कुछ करने को जो तुम चाहते हो ।रेखा बताओ रात में तुमको कहा कहा पर चोदा था ।
मैं ,---हॉल , किचन ,छत ,लिफ्ट और बैडरूम ।
अमित,--पर वो काम ।
राजेश ,--यार वो भी हो गया रेखा सिर्फ शरीर से ही नही मन से भी अपने आप को रण्डी मान चुकी है चाहो तो रेखा से पूछ लो नही तो दिन में देख लेना ।
मैं ,--दिन में क्या ।
राजेश ,--तुमको दिन में दीनू काका के सामने दिखाना है कि तुम क्या हो और कैसे बिहेव करना है ।
तभी डोर बेल बजी तो राजेश ने अपना बरमूडा पहना और मुझे फटाफट तैयार होने का बोलकर अमित को बोला।
राजेश ,--चलो दीनू काका को रोल समझा देते है तब तक।
में उठकर बाथरूम में घुस गई और फटाफट फ्रेश होने के बाद नहाकर बाहर आई और फिर एक बड़े से गले का ब्लाउज और साड़ी पहना और गेट पर आकर तीनो की बातें सुनने लगी ।उनकी बातें पहले से चल रही थी पर जब मेने कान लगाया तो अमित बोल रहा था ।
अमित ,--दीनू काका, आप चिंता मत कीजिये वो नाराज नही होगी बल्कि उसको मज़ा आएगा ।
राजेश ,--दीनू काका आप अमित की बात को समझिए अमित उसको कई लोगों से चुदवा चुका और उसको अब चुदवाने में शर्म नही है बस उसके दिल मे ये बैठ जाना चाहिए कि वो अमित की बीबी है पर उसके अंदर एक बहुत बड़ी रण्डी भी रहती है।
दीनू काका ,--ठीक है फिर आप लोग नाश्ता कीजिये में एक घण्टे में आता हूँ ।
दीनू काका के जाने की बात सुनकर में भी अपने बाल सुखाकर मेकअप करने लग गयी । अमित रूम में आया और मुझे बोला कि राजेश सर नहाने गए है तुम जल्दी से तैयार होकर बाहर आ जाओ ।
मैं ,--दीनू काका साफ सफाई कर लिए क्या ।
अमित ,--डार्लिंग आज सारा काम मे करने वाला हूँ तुम भूल गयी आज दीनू काका तुम्हारे ससुर का रोल प्ले करने वाले है । वो एक घण्टे में आएंगे तब तक नास्ता कर लेते हैं ।
मेने डार्क सा मेकअप किया और फिर साड़ी का पल्लू इस तरह से पिन किया कि मेरे खुले गले ब्लाउज से आधी से ज्यादा दिख रही चुचियाँ साड़ी से बिल्कुल नही छुपे । खुद को आईने में देखकर संतुष्ट हुई और बाहर आई ।
अमित किचन से नास्ता लेकर आ रहा था राजेश भी अच्छी सी ड्रेस पहनकर आकर सोफ़े पर बैठ गया तो अमित ने ब्रेड पकोड़े और साथ मे चाय रखी ।जिसे देखकर मेने अमित को अपना रूप दिखाने का सोचा।
मैं ,--ओए, मादरचोद तुझे पता नही क्या मेरा यार मुझे रात भर चोद रहा था उसको दूध कोन देगा पीने को ।
अमित को शायद ऊमीद नही थी कि में इतनी जल्द उसे इस तरह से गाली देने वाली हूँ पर उसने गाली सुनकर लण्ड मसला और बोला ,--आप लोग नास्ता खत्म कीजिये दूध गर्म हो रहा है ।
मेने नास्ता शुरू किया और साथ ही एक हाथ राजेश के पेंट के ऊपर रखकर उसके लण्ड को टटोल कर देखा जो सेमी हार्ड पोजिशन में था ।
अमित तीन ग्लास दूध लेकर आया और बेठकर नास्ता करने लगा तीनो नास्ता खा चुके तो अमित ने बर्तन उठाये और टेबल साफ किया ।
मेने राजेश का हाथ पकड़ा और उसे अपनी अर्धनग्न चूचियो पर रखते हुए अमित से कहा ,--ओए गांडू चल सिगरेट जला कर दे मेरा यार नास्ते के बाद सिगरेट पीएगा।
अमित सिगरेट जलाने लगा और राजेश मेरी छाती पर हाथ फिराने लगा अमित ने सिगरेट जला कर दी तो मैं उसे खुद के साथ राजेश को पिलाने लगी ।
दोनों सिगरेट खत्म कर चुके थे कि तभी गेट खुला और दीनू काका अंदर आते दिखा जो नया धोती कुर्ता पहने थे और नहा कर साफ सुथरा दिख रहे थे ।
तभी राजेश उठा और दीनू काका को झुककर प्रणाम किया तो में भी उठी और झुकने के बजाय सीधे उनके होठों पर एक चुम्बन कर दिया जिससे दीनू काका गनगना गया ।
राजेश और अमित मुझे दीनू काका को चुम्बन करते देखकर अवाक रह गये की में इतनी जल्द दीनू काका को किश करूंगी ।
राजेश ,--आइए दीनू काका बैठिए , अमित तुम दीनू काका को पानी पिलाओ बिचारे को प्यास लगी होगी ।
दीनू काका राजेश के बगल में सोफ़े पर बैठ गए और में सामने की तरफ बैठ गयी मेरे सामने बैठने से उन दोनों को मेरी अर्धनग्न चुचियाँ साफ दिख रही थी जिससे दोनों के लण्ड में तनाव शुरू हो चुका था ।
अमित ने पानी का गिलास दीनू काका को पकड़ाया जिसे लेकर वो पानी पीने लगे । पानी पीकर दीनू काका बोले ।
दीनू काका ,--बहु शादी को एक साल होने को आया अब खुशखबरी कब सुनाएगी ।
मैं अपने ब्लाउज को नीचे खींचकर ,--कहा ससुर जी अभी चार दिन पहले ही तो माहवारी खत्म हुई है ।
दीनू काका ,--तुम कहीं गर्भ रोकने की दवा तो नही खा रही हो ।
मैं ,--नही ससुर जी , में तो खुद सत्ताईस साल की हो चुकी और मां बनने को तरस रही हूँ इसलिए आपके बेटे के लण्ड के पानी की एक भी बून्द अपनी चुत से बाहर नही गिरने देती । पर लगता है आपके बेटे के वीर्य में ही कमी है ।
इसके साथ ही मेने अपने ब्लाउज को इतना नीचे कर लिया था कि मेरी निप्पल का कुछ हिस्सा ब्लाउज की किनारों से दब कर दिखने लगा था । जिससे दीनू काका लण्ड धोती को ऊपर उठाकर खड़ा हो गया ।
राजेश ,--रेखा तुम चिंता मत करो अब में आ गया हूँ ना ।
मैं अपने होंठ पर जीभ फिराकर ,--आप को भी तो दो रात हो गए कोशिश करते हुए , मेने आप का पूरा साथ दिया है चुदाई में जिससे में प्रेग्नेंट हो जाऊं ।
दीनू काका अपने लण्ड को पकड़कर ,--बहु ये दोनों को अनुभव की कमी है इसलिए दोनों अभी बाप नही बन पाये पर अब में आ गया हूँ आज में इन दोनों को सीखा दूंगा की कैसे एक औरत को गर्भवती किया जाता है ।
अमित चुपचाप हम तीनों की बातें सुनकर अपने लण्ड को मसल रहा था उसका लण्ड पेंट में से पूरा तना हुआ दिख रहा था । दीनू काका फिर से बोला ।
दीनू काका ,--बहु तुम्हारी चुचियाँ अभी छोटी है इनको गर्भवती होने से पहले बड़ा करना होगा वरना बच्चा होने के बाद उसको पीने को भरपूर दूध नही मिलेगा तो बच्चा पूरा तंदुरुस्त कैसे होगा ।
मैं ,--अब ससुर जी मुझे इन सब बातों का पता नही है आप देख लीजिये और कितनी बड़ी होनी चाहिए ।
ये बोलकर मेने अपने ब्लाउज़ के हुक खोल दिये और अपनी छतीस की बूब्स तीनो के सामने बेपर्दा हो गयी जिससे तीनो मर्द मेरी उन्नत और पूर्ण विकसित छातियों को घूरने लगे ।
दीनू काका ,--बहु इन चुचियों से सिर्फ तुम्हारे बच्चे का पेट भरेगा पर जब मेरे बेटे का नम्बर आएगा तो इनमें दूध खत्म हो जाएगा इसलिए बड़ा होना जरूरी है और ये चूचक भी अभी मटर के दाने जैसे है इनको भी मूंगफली जितना बड़ा करना पड़ेगा ।
तीन तीन मर्द मेरी चुचियों को देख रहे थे औऱ दीनू काका मेरी निप्पल की बात कर रहा था इसलिए मेरे बोबे फूलकर बड़े ही गए थे और निप्पल तन चुके थे ।जिसे देखकर अमित बोला ।
अमित ,--तो काका फिर आप कीजिये इनका कुछ ।
दीनू काका ,--हां , थोड़ा सरसों का तेल लाओ हल्का गर्म होना चाहिए ।
अमित दीनू काका की बात सुनकर किचन में गया और कुछ देर में एक कटोरी में तेल लेकर आया और दीनू काका को पकड़ाया जिसे लेकर दीनू काका मेरे सोफ़े के पीछे आया ।
दीनू काका के दोनों हाथ मेरी निपल्स पर आ चुके थे उन्होंने दोनो हाथ की अंगुलियों में तेल लगाया हुआ था जो निप्पल को लगाकर मसलना चालू कर दिया जिससे मेरी आह निकल गयी ।
मेने सामने बैठे राजेश और अमित को सुनाने के लिए जानबूझकर कर जोर जोर से सिसकने लगी और अपने चेहरे पर सेक्सी एक्सप्रेसन बनाने लगी । दीनू काका थॉडी देर तक मेरी निप्पल्स को मसलते रहे फिर उन्होंने जोर से आगे की तरफ खींचना शुरू कर दिया ।जिससे मेरे चीखे निकलने लगी और में बोली ।
मैं ,--आआ.....ससुर जो मेरी निप्पल उखड़ जाएगी प्लीज् धीरे करिए ।
दीनू काका ,--बहु धीरे धीरे करने से ही तेरी निप्पल बड़ी नही हुई देखना में इनको कितनी जल्द मोटी और लंबी बना दूंगा ।
मैं ,--पर बहुत दर्द हो रहा है मुझे ।
दीनू काका ,--बहु दर्द तो बर्दास्त करना पड़ेगा नही तो ऐसे ही निप्पल पूरी विकसित नही हो पाएगी ।
हालांकि मुझे दर्द से ज्यादा मज़ा आ रहा था और आये भी क्यों नही सामने मेरा यार और मेरा पति मुझे एक नोकर से जोबन मसलवाते देखकर अपने लण्ड पेंट के ऊपर से पकड़े बैठे थे और अमित को में दिखाना चाहती थी कि उसके लिए में कितना दर्द सह रही हूँ ।
दीनू काका मेरी निप्पल को पांच सात मिनट तक नोचते रहे फिर उन्होंने अमित को कहा कि बहु को नंगी कर दो वरना इसकी साड़ी तेल से खराब हो जाएगी ।
अमित ने मुझे साड़ी और पेटिकोट खोलकर मादरजात नंगी कर दिया तो दीनू काका ने कटोरी से तेल लियाँ और मेरी दोनों चुचियों को पूरा तेल लगा दिया ।
तेल मेरी चूची पर इतना लग चुका था कि बह कर चुत तक पहुंच गया तो दीनू काका बोला ।
दीनू काका ,--अब आप लोग भी नंगे हो जाइए । बहु को मसाज करने में तीनों को काम करना पड़ेगा ।
अमित और राजेश तुरन्त नंगे हो गए दोनों के लण्ड अंडरवेअर खुलते ही स्प्रिंग की तरह झटका ख़ाकर खड़े हो गए थे ।
नंगे होने के बाद दीनू काका बोले ,--अब दोनों को जैसे में बताता हूँ वैसे एक एक चूची को मसाज करना है और तब तक करना है कि बहु की चुचियों पर लगा तेल एक दम साफ हो कर इसके शरीर मे समा जाए ।
उसके बाद दीनू काका सामने आए तो मेने देखा वो भी पूरे कपके खोलकर नंगे थे उनका हबलबी लण्ड फन उठाये मेरे बिल में घुसने को तैयार था । दीनू काका मेरे बगल में आ कर एक चूची को दोनों हाथ से पकड़ लिए और उसको अपनी हथेली में भरकर आगे की तरफ खींचते हुए मसाज करने लगे ।
मेरे मुंह से मादक सिसकारी फुट पड़ी और में दीनू काका के फ़ंनफनाते नाग को देखकर अपने होठ काटने लगी । जिसे देखकर दीनू काका बोले ।
दीनू काका ,--बहु ये लोग नालायक है तभी तुम प्रेग्नेंट नही हो रही इनको लगता है कि लण्ड खड़ा हुआ और चुत में डालकर चोदने लगो लेकिन ये नही पता की अपने लण्ड का पानी कब बच्चेदानी में डालना है ।
दीनू काका ये बात बोलकर हट गए और दोनों को इशारे से एक एक चूची की मसाज की जिम्मेदारी संभला दी उसके बाद वो मेरे पैरों के पास बैठ गए और नवल और उसके नीचे की मसाज करने लगे ।
तीन मर्द मेरे शरीर से खिलवाड़ कर रहे थे दो मेरी चुचियों को मसल रहे थे और दीनू काका नवल से चुत के छेद के ऊपर तक मुझे मसल रहे थे ।
मेरी हालत तड़पती मछली जैसी हो चुकी थी जैसे मछली जल बिन तड़पती है में तीन तीन लण्ड सामने खड़े होने के बाद भी तड़प रही थी ।मेरे मुंह से कामुक सिसकियां पूरे घर मे गूंज रही थी ।
तभी दीनू काका ने अपना हाथ नीचे किया और जांघो और चुत के आसपास अपने हाथ से फिराना शुरू कर दिया जिससे मेरे पूरे शरीर मे करंट दौड़ने लगा ।
मैं चाहती थी कि बूढा मेरी चुत में अंगुली घुसा दे ।पर बुढ़ऊ बहुत चालू था वो चुत की फांकों के ऊपर हाथ फिरा रहा था अंगुली नही डाल रहा था जिससे मेरी चुत बहे जा रही थी ।
में उतेजना से कसमसा रही थी और जब बर्दास्त नही हुआ तो बोली ।
मैं ,--ससुर जी अब बर्दास्त नही हो रहा प्लीज् अंगुली डाल कर चुत को चोदिये ।
दीनू काका ,--अरे बहु थोड़ा बर्दास्त करो । तुम लोग यही गलती करते हो इसलिए तुम मां नही बन पा रही । तुमको एक बार ऐसे ही झडना होगा तब फिर तेरी बच्चेदानी का मुंह खुलेगा तब उसमे लण्ड का पानी गिरेगा तब गर्भ ठहरेगा ।
मुझसे बर्दास्त करना मुश्किल हो चुका था में हिल। भी नही पा रही थी क्योंकि अमित और राजेश मेरी दोनों चुचियों को पकड़े हुए थे और उनको आगे की तरफ खींच रहे थे ।
मैं ,--भोसडी के बूढ़े मेरी उतेजना से जान जा रही है और तुम ज्ञान बांट रहे हो । अब चोद दे मुझे हरामी ।
दीनू काका ने मेरे मुंह से गाली सुनकर अपने हाथ हटा लिए और पैरों कप चौड़ा किया और फिर मेरी चुत को फेला कर मेरी क्लीट पर अपनी जीभ रखकर उसे जीभ से छेड़ने लगा ।
में आनन्द के सागर में डूब गई और जोर जोर से सिसकते हुए बोली ।
मैं ,--आह........मादरचोदो ,तुम मुझे पागल कर दोगे ।
अमित और राजेश लगातार मेरे निपल और चुचियों को खींच रहे थे और मेरे छट पटा हट को एन्जॉय कर रहे थे उनके लोडे पूरे गर्म थे दोनों हमारी बातें सुनकर मन ही मन मुस्करा रहे थे । तभी राजेश बोला ।
राजेश ,--तुझे पागल नही करना बस तुम्हारे मुंह से ये सुनना है कि तुम आज के बाद अमित के साथ उसकी बीबी नही रण्डी बनकर रहोगी और रण्डी की तरह व्यवहार करोगी ।आज से।
मैं ,--हां अमित में तेरी बीबी की जगह रण्डी बनूंगी तुम को वेश्या की तरह प्यार करूंगी तू जिसके नीचे लेटने को कहेगा में लेट जाऊंगी प्लीज् अब मुझे लण्ड से चुदवा दो।
मेरे बोलते ही दीनू काका ने अपनी जीभ मेरी चुत में घुसा दी और मेरी चुत को अपनी जीभ से चोदने लगा दो चार बार जीभ के आगे पीछे होते ही मे चीखते हुए दीनू काका के मुंह मे झड़ने लगी ।
दीनू काका मैरी चुत के रस को स्वाद ले लेकर पीने लगा और पूरी चुत को इस तरह से चाटते रहे जैसे कि मलाई चाट रहे हों ।
दीनू काका ,--साली रण्डी की चुत का पानी बहुत टेस्टी है क्या मस्त स्वाद है ।
अमित और राजेश मेरे बूब्स को छोड़कर सामने सोफ़े पर बैठ चुके थे अमित बहुत खुश लगा रहा था दीनू काका के मुंह से गाली निकलने पर । में निढाल होकर सोफ़े पर टांगे पसारे पड़ी थी तो दीनू काका बोला ।
दीनू काका ,--इसका पानी गिरने से ये सुस्त हो गयी है इसको एनर्जी ड्रिंक पिलाना पड़ेगा ।
अमित ,--क्या लेकर आऊं काका इसके लिए ।
दीनू काका ,--औरत के लिए सबसे बड़ा एनर्जी ड्रिंक तो लण्ड का पानी ही होता है उसको अगर दारू में मिक्स करके पिला दो तो भरपूर चुद्वती है ।
अमित ,--ठीक है में इसके लिए पेग बनाता हूँ आप उसमे डाल दीजिए ।
आमिट ये बोलकर किचन में चला गया।
जारी है .......