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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
अमित खड़ा हुआ और मेरे सामने आकर मेरे बालों में लगी पिन को खोलकर अलग कर दिया और फिर मेरे सर से पल्लू को इस तरह हटाया जैसे घूंघट हटा रहा हो । घोंघट हटने के साथ ही में ऊपर से सिर्फ सेमी ब्लाउज में रह गयी ।

जिसे देखकर अमित बोला ,--सर हट गया घूंघट ।

राजेश ,--हम्म , तुम भी बैठो पास में और देखो इसकी सुंदरता दिन ब दिन निखरती जा रही है ।

अमित ,--वो सर आएगा ही हर औरत शादी के बाद चुदाई करवाने के बाद निखर जाती है रेखा का में पूरा ध्यान रखता हूँ और इसे लण्ड के पानी की कमी नहो होने देता हूँ इसलिए निखर गयी है ।

राजेश मेरी आँखों मे आंखे डालकर मेरी सुंदरता मेरे पति के सामने निहार रहा था और मेरा चूतिया पति अपनी बीबी को उसके यार के सामने अधनंगी अवस्था मे बेठकर अपने लण्ड के सुपाडे को मसल रहा था ।

राजेश मेरे चेहरे पर हाथ फिरा रहा था और मेरे चेहरे के ऊपर कभी गालों को छू रहा था कभी मेरी गर्दन पर हाथ फिरा रहा था ।जो मेरे पति से बर्दास्त नही हुआ और वो बोला ।

अमित ,--सर ,अब आपको नही लगता कि आगे बढ़ना चाहिए ।

राजेश हंसते हुए ,--देखो रेखा अमित तुमको नंगी करना चाहता है ।

में भी पूरी गरम हो चुकी थी चुत पूरी गिली थो और लण्ड मांग रही थी इसलिए मैं बोली ,--तो फिर देर क्यों कर रहे हो  ।

राजेश ,--अमित चलो जब मियां बीबी राजी तो आओ तुम ही अपनी बीबी का ब्लाउज खोल दो ।

अमित ने हाथ बढ़ाकर मेरु साड़ी को अलग किया और ब्लाउज के हुक खोलने लगा । मेने छाती को फुला लिया जिससे वो हुक नही खोल पा रहा था तो उसने राजेश को इशारा किया तो राजेश ने मेरे ब्लाउज को खींच कर हुक के पास किया और अमित ने सारे हुक खोल कर ब्लाउज को निकाल कर दूर फेंक दिया ।

राजेश ,--आखिर तुमने ब्लाउज खोल ही दिया ।

अमित ,–सर मेरे अकेले से कहाँ खुला आप की मदद से खुल पाया ।

राजेश -मेरी ब्रा से झांकती निप्पल को देखकर  ,--हां ये है इतनी कड़क की तुम्हारे अकेले के बस की बात नही है ।

और फिर राजेश ने हाथ बढ़ा कर मेरी ब्रा को पकड़ा और एक झटके में खींचा जिससे पीछे से ब्रा का हुक टूट गया और ब्रा राजेश के हाथ मे आ गयी और में टॉपलेस हो गयी ।

राजेश मेरी निप्पल पर अंगुली फिराते हुए ,--अमित यार रेखा की चुचियाँ कितनी मस्त हो गयी है।एकदम परफेक्ट साइज ।

अमित ,--हम्म , अभी मसाज शुरू करवाई है बहुत जल्द चालीस की हो जाएगी ।

राजेश ,--गुड , तब तो मज़ा आ जायेगा । मेने इनको बतीस से चौतीस कि कर दिया था।

दोनों मेरे अंदर की संस्कारी नारी को अपने शब्दों से चोद चोद कर मुझे छिहतरी औरत बनाने में लगे थे जो मेरी मुनिया का भा रही थी ।

तभी राजेश ने अपनी शर्ट और बनियान खोल दी और टॉपलेस होकर बोला ,--बेबी अपने इन होठों की छाप मेरी छाती पर लगा दो । और उसमे मेरा चेहरा पकड़कर अपनी चूची पर रख लिया जिससे मेरे होठों की लिपस्टिक उस पर लग गयी फिर उसने वैसे ही दुसरीं निप्पल पर होठों की छाप लग गयी ।जिसे देखकर राजेश बोला ।

राजेश ,--अमित देखो अपनी बीबी के होठों की छाप मेरी छाती पर कितनी मस्त दिख रही है ।

अमित ,--जी सर ।

राजेश ने अपने पेंट और अंडरवेअर निकाल दिया और नंगा होकर सोफ़े पर बेठकर बोला ,--अमित अब रेखा को भी नंगी कर दो और मेरे लण्ड पर बिठा दो देखो कैसे इसकी चुत में जाने को फड़क रहा है ।

मेने राजेश के लण्ड को देखा पूरे रौद्र रूप में तना हुआ था और छत की तरफ देख रहा था तभी अमित ने मुझे खड़ा किया और मेरी साड़ी के साथ पेटीकोट का नाडा खोल दिया जिससे में पेंटी में आ गयी ।

फिर अमित ने मेरी दोनों साइड में हाथ डाला  और पेंटी को निकाल कर मुझे न्यूड कर दिया और राजेश की तरफ लेजाकर उसके लण्ड पर बिठाने लगा ।

राजेश ने अपना लण्ड पकड़ा और लण्ड को मेरे गाँड के छेद पर सेट कीया और अमित ने मेरे कंधे पकड़कर नीचे दबाव देना शुरू कर दिया ।

राजेश का लण्ड धीरे धीरे मेरी गाँड में जगह बनाते हुए अंदर घुसने लगा जिससे मेरी हल्की चीख निकल गयी और में राजेश की गोद मे उसके लण्ड पर बैठ गयी तो राजेश बोला ।

राजेश ,--अमित तुम सामने आकर इसकी चुत चाटोगे तो इसको अच्छा लगेगा ।

अमित सोफ़े के पास जमीन पर बैठ गया और अपना मुंह मेरी चुत पर लगाकर चुत को चाटने लगा जिससे मुझे आनंद आने लगा और में आनंद की वजह से उछलने लगी जिससे राजेश का लण्ड मेरी गाँड में आगे पीछे होने लगा और राजेश मेरी दोनों निप्पल को मसलते हुए मेरी गाँड मारने लगा ।

मैं तीनो जगहों पर हो रहे हमले से जन्नत में पहुंच गई और मुंह से अपने आप ही निकल पड़ा ।

मैं ,--आह ह .....चाट गांडू मेरी चुत को जीभ को पूरा डाल दे अंदर साले तू हैं तो चुतिया पर मुझे मज़े करवाने में कोई कसर नही छोड़ता ।

अमित  चुत पर से जीभ हटाकर ,--अरे डार्लिंग ये तो मेरा फर्ज है तुमको एन्जॉय कराना ।

मैं  ,--मादरचोद फर्ज गया मा चुदाने , मेरी चुत चाट बहुत खुजली हो रही है इसमें ।

राजेश आराम से सोफ़े पर बैठा था और मेरी निप्पल्स को चुटकियों में पकड़कर होले होले मसल रहा था जो मेरी चुत को गरमाये हुए था और चुत में खुजली बढ़ती जा रही थी जो लण्ड से ही मिटने वाली थी ।पर उसको आज बिल्कुल भी जल्दबाजी नही थी वी अपनी तरफ से सिर्फ बूब्स पर ही काम जारी रखे था ।

मुझसे बर्दास्त करना मुश्किल हो गया था क्योंकि दस मिनट से ज्यादा हो गया था लण्ड को गाँड में लिए बैठे तो में राजेश को बोली ,--आह सर प्लीज् अब चुत को चोद दीजिये बहुत खुजली हो रही है ।

राजेश ,--बेबी ऐसी भी क्या जल्दी है देखो अमित कितनी मेहनत कर रहा है तुम्हारी चुत पर ।

मैं ,--ये भोसडी  वाला मेरी चुत में और आग लगा रहा है प्लीज् अपने मोटे लण्ड से मेरी चुत की आग बुझा दो।

राजेश  ने मुझे खड़ा किया जिससे उसका लण्ड मेरी गाँड से निकल गया अमित भी सोफ़े के पास घुटनो के बल बैठ गया ।

राजेश ,--अमित अब बताओ तुम्हारी बीबी की चुत सबसे पहले किस कोने में मारी जाए ।

अमित लण्ड मुठियाते हुए ,--सर क्यों ना बालकनी से शुरुआत करें ।

मैं ,--साले पागल हो गया क्या किसी ने नीचे से देख लिया तो क्या सोचैगा ।

अमित ,--डार्लिंग में कॉलोनी के गेट वाली बालकनी की बात कर रहा हूँ उधर से सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड को दिखेगा और अभी दीनू काका ड्यूटी पर हैं तो उनसे क्या डर वो तो वैसे भी तुमको नंगी देख चुके।

मैं ,--तो अब उनको चुदवाती हुई भी दिखूं क्या ।

राजेश ,--बेबी क्यों बहस कर रही हो तुम पहले भी क्लब में चुद चुकी सबके सामने अब क्यों नाटक कर रही हो ।

उसके बाद राजेश ने मेरा हाथ पकड़ा और बालकनी का गेट खोलकर बाहर लाया जहां से सिक्योरिटी रूम और रोड का कुछ हिस्सा दिख रहा था । सिक्योरिटी रूम में दीनू काका बैठा था जिसका ध्यान रोड पर था ।

राजेश ने मेरी एक टांग पकड़कर रेलिंग पर रखी और फिर मेरे पास आकर अपना लण्ड मेरी चुत में घुसा दिया जिससे उसका लण्ड मेरी बच्चेदानी से टकराया तो मेरी कामुक चीख निकलने वाली थी जिसे मेने बड़ी मुश्किल से रोका ।

राजेश ने अमित को कुछ इशारा किया जो में समझ नही पाई पर तभी मुझे मोबाइल से किसी को रिंग जाने की आवाज सुनाई दी और फिर फोन पर दीनू काका की आवाज आई । मेने सामने देखा तो दीनू काका बालकनी की तरफ ही देख रहा था । फोन पर

दीनू काका ,--जी अमित बाबू ।

अमित ,--काका देखिये आपकी लाडली बहु को कैसे बालकनी में चुदवा रही है लीजिये बात कीजिये ।

फोन स्पीकर मोड़ पर था और अमित ने फोन मेरे मुंह के पास कर दिया ।

मैं भी अपनी चुदाई का भरपूर आनंद उठा रही थी और इस तरह से बालकनी में चुदने से मेरे मन मे और भी रोमांच भर चुका था इसलिए मन मे सोचा की क्यों ना चुदाई को यादगार बनाया जाए ।

मैं ,--आह ....ससुर जी आपके दोनों बेटे मुझे देखिये कैसे बालकनी में लाकर चोद रहें है प्लीज् इनको समझाइए ।

दीनू काका जो सामने दिख रहा था उसने अपना लण्ड पकड़ लिया और बोला ,--अरे बहु तो तुझे मेरे बेटों से चुदने के लिए ही तो शादी करवाई है ।

मैं ,--आह ससुर जी आपके दोनों बेटे नालायक है देखिये कैसे घर की इज्जत को खराब करने पर तुले है ।

दीनू काका ,--बहु इज्जत तो तब खराब होगी जब दोनों तुझे मा नही बना पाए लोग मेरे बेटों को नामर्द बोलेंगे ।

मैं ,--पर ससुर जी ये काम तो बैडरूम में भी कर सकते है दोनों।

दीनू काका ,--बहु तू मेरे बेटों की ब्याहता बीबी है ये तुझे रोड पर भी चोदें तो कोई बाय नही तुम्हारा फर्ज है मेरे बेटों को खुश रखना ।

मैं ,--ओह.. ससुर जी देखिये कैसे मेरी टांगे चौड़ी करके मेरी चुत फाड़ रहे हैं ये ।

दीनू काका ,--बहु चुत तो फाड़ने के लिए ही होती है जब चुत फटेगी तभी तो मेरा पोता उसमे से बाहर निकलेगा ।

मैं ,--पर ससुर जी ऐसे कोई घरेलू औरत कैसे कर सकती है ।

दीनू काका ,--बहु मुझे और मेरे बेटों को घरेलू नही रंडी बहु चाहिए तुझे ये लोग इसलिए ही बालकनी में लाये हैं कि तेरे बाहर की शरीफ औरत मर जाये और अंदर से छुपी हुई रण्डी बाहर निकले ।

मैं ,--पर ससुर जी ये लोग ऐसा क्यों करना चाहते है ।

दीहु काका ,--बहु औरत मर्द को असली मज़ा रण्डी बनकर ही दे सकती है तू भी इनका साथ दे ।

तभी मेरी गाँड पर कुछ गीला से महसूस हुआ मेने घूमकर देखा अमित नीचे बैठकर अपनी जीभ से मेरी गाँड चाट रहा था जिससे में गनगना गयी और बोली ।

मैं ,--अहह ....ससुर जी देखिये आपके बेटे कैसे मुझे परेशान कर रहें है बड़ा बेटा चुत फाड़ने में लगा है और छोटा मेरी गाँड चाट रहा है ।

दीनू काका ,--अरे बहुरिया मेरे दोनो बेटे तेरे दीवाने हो चुके है जो तुझे इतना प्यार कर रहे है वरना तुझे क्या पता शरीफ औरतों की गाँड कोई नही चाटता ।

मैं ,--आह.... ससुर जी ये दोनों मुझे पागल कर देंगे दोनों ने वियाग्रा खाई हुई है।

दीनू काका ,--अरे बहु ये तो अच्छी बात है ना औरत को चोदन और भोजन पूरा मिल जाये तो फिर उसको और क्या चाहिए ।

राजेश मेरी चुत में करारे प्रहार कर रहा था जिससे मेरी सिसकियां निकलने लगी और मेरी जगह राजेश बोला ,/-दीनू काका अभी हम आपकी बहु को चोद रहें है सुबह आप के साथ मिलकर इसकी भोसडी चोदेंगे ।

इतना बोलकर उसने फोन काट दिया और लण्ड निकालकर मुझे गोद मे उठा लिया और फिर मुझे किचन की पट्टी पर बैठा दिया ।

अमित भी पीछे पीछे किचन में आ चुका था जिसे देखकर राजेश बोला ,--अमित तुम झुककर इसकी चुत को चाटकर साफ कर दो बहुत गीली हो गयी में तब तक तुम्हारी सुखी गाँड मारता हूँ ।

अमित आज्ञाकारी बच्चे की तरह झुककर मेरी चुत में लगा रज और वीर्य का मिश्रण चाटने लगा पीछे से राजेश ने उसकी गांड को चौड़ा किया और अपना भीगा लण्ड जो चुत और लण्ड के प्रीकम से गिला था उसमे घुसा दिया ।

अमित ने एक झटका खाया और उसकी नाक मेरी चुत में घुस गयी जो चुत रस से भीग गयी में अमित के सर पर प्यार से हाथ फिराकर उसे अपने यार के लण्ड का पानी पिलाने लगी ।

उधर राजेश अमित की गाँड को मारते हुए अपने हाथ अमित के लण्ड पर ले आया और एक हाथ से उसके लण्ड को मुठियाते हुए दूसरे हाथ से उसके अण्डों को सहलाने लगा जिससे अमित के मुंह से गर्म भाप निकलने लगी और मेरी चुत से टकराने लगी ।

लगभग दस बारह मिनटो में तीनों की तेज सांस चलने लगी और सबसे पहले अमित के लण्ड से वीर्य के तेज धार किचन के फर्श पर गिरने लगी । उसके साथ ही राजेश भी रुक गया और उसके चेहरे से लग रहा था कि वो वीर्य की बौछार अमित की गाँड में छोड़ रहा है । जिसे देखकर में भी नही रूक पाई और अपने पति को चुत से निकला अमृत पिलाने लगी ।

तीनो झद चुके थे और किचन से बाहर आकर देखा रात के बारह बजने को था यानी ढाई तीन घण्टे चुदाई का खेल चला था । अमित बिना कुछ बोले गेस्ट रूम में सोने चला गया ।


जारी रहेगी.......
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RE: रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड - by Sanju 69 - 24-04-2021, 10:53 AM



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