05-04-2019, 04:32 PM
अंकल पीछे आकर, घुटनों के बल बैठ गये और मम्मी से गाण्ड के छेद को फैलाने को कहा।।
मम्मी ने वैसा ही किया और अपने हाथ पीछे करके, अपने चुत्तड़ को पकड़ के अपने गाण्ड के छेद को फैला लिया।।
उनकी गाण्ड का छेद, पूरा खुल गया।।
अंकल ने अब अपना लण्ड सहलाया और उसके बाद, लण्ड के टोपे को उनकी गाण्ड के छेद पर रखा और धीरे से धक्का मारा।।
मम्मी के मुंह से “आअहह” निकल गया।।
मैंने देखा अंकल के लण्ड का टोपा, मेरी मम्मी के गाण्ड के छेद में चला गया था।।
मम्मी ने कहा – बहुत दर्द हो रहा है.. !!
अंकल ने कहा – बस रानी, अब दर्द नहीं होगा.. !!
मम्मी ने अपने हाथ, आगे को लिए थे।।
अंकल ने कहा – फैला ले.. !! नहीं तो दर्द होगा.. !!
मम्मी ने फिर से हाथ पीछे ले के, अपने गाण्ड को फैला लिया।।
अंकल ने, एक और धक्का मारा।।
इस बार उनका आधा लण्ड, मेरी मम्मी के गाण्ड के छेद में घुस गया था।।
अब अंकल धीरे धीरे, मेरी मम्मी की गाण्ड में अपना लण्ड घुसाने लगे।।
मम्मी – बहन चोद द द द द द सस्स सस्स स स आ आ अहह आ आ अहह आ आहह तेरी मां की चूत ह्स सस्स ह ह.. !! ओफ फ फफ फ फफ्फ़ ओफफ फफ फफफ्फ़ भोसड़ी के, धीरे ह्ह्ह्ह औहह ओई ई ई ई ईई ईईई माआ आअ.. !! मां चुद जाये तेरी, माँ के लौड़े.. !! तेरी मां का भोसड़ा, भडुए.. !! मा आ आ आ आ माआ आ औहह औहह उफ फफ फ फ फ फफ फफफ फफ फफ्फ़ औहह आ आ आ आ आ अहह मा आ आआ मादर चोद सस्स स्स इयाः हह.. !!
अंकल ने कहा – जान, मज़ा तो बहुत आ रहा है.. !! पर धीरे आवाज़ निकाल, नहीं तो बगल वाले आ जाएँगे.. !!
मम्मी ने कहा – गाण्डू.. !! मां चोद के रख दी और बोल रहा है, धीरे चिल्ला.. !! दर्द हो रहा है, बहन के लौड़े.. !!
अंकल ने कहा – माँ की लौड़ी तो गाण्ड मारने क्यूँ नहीं देती.. !! तेरी गाण्ड अभी तक फटी नहीं है.. !! लगता है, तेरा पति ने एक बार भी गाण्ड नहीं मारी तेरी.. !!
मम्मी, कुछ नहीं बोलीं।।
अब वो धीरे धीरे, मेरी मम्मी की गाण्ड मारने लगे।।
इसी बीच, अंकल का लण्ड बाहर निकल गया।।
अंकल ने अब मम्मी को, चुत्तड़ फैलाने को कहा।।
मम्मी ने कहा – फैलाया हुआ तो है.. !!
अंकल के कहा – और खींच ना.. !!
उसके बाद, अपने हाथ से लण्ड पकड़ा और एक ज़ोर का धक्का मारा।।
इस बार, आधा लण्ड मम्मी की गाण्ड के छेद में जा चुका था।।
उसके बाद, अंकल ने अपने हाथ आगे करके मेरी मम्मी के बाल को पकड़ लिया और उनसे अपने हाथ चुत्तड़ से हटाने को कहा।।
उसके बाद, बेदर्दी से धक्का मारने लगे।।
मम्मी एक दम से पूरे ज़ोर से चीखी – मां के लौड़े.. !! आ आ आ आ आ आ आ आ आ आहह म्मा आ आ आआआ.. !!
मैंने देखा अंकल का पूरा लण्ड, मेरी मम्मी के गाण्ड के छेद में चला गया।।
मम्मी ने अपने हाथ से चादर पकड़ रखी थी और पूरी चादर, सिकुड चुकी थी।।
अंकल ने कहा – बस बस, हो गया.. !! चला गया, अब दर्द नहीं होगा.. !!
उसके बाद, उन्होंने अपना लण्ड कुछ देर उनकी गाण्ड मे रखा और पूछा – दर्द कम हुआ, मेरी जानू.. !!
मम्मी ने धीरे आवाज़ में कहा – हाँ.. !!
उसके बाद अंकल ने लण्ड को बाहर निकालते हुए, एक और धक्का मारा।।
उन्होंने अभी भी, मेरी मम्मी के बाल खींच के रखे थे।।
अंकल धीरे धीरे पूरा लण्ड मेरी मम्मी के गाण्ड में घुसाते हुए, उनकी गाण्ड मारने लगे।।
अंकल की जांघें, जब भी मेरी मम्मी के चुत्तड़ से टकराती तब ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ निकलती थी और उनकी टकराहट से, मेरी मम्मी के चुत्तड़ हिल रहे थे और चुचे आगे पीछे हो रहे थे।।
फिर, अंकल ने कहा – मज़ा आ रहा है, अब.. !!
मम्मी ने कहा – बोला ना.. !! दर्द हो रहा है.. !!
अंकल ने कहा – रानी, बस हो गया.. !!
और, ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने लगे।।
मम्मी – मा आ आअ मा आ आअ मा आ आअ नाह हिईीई औ हह ओई ई ई ई ई ई ईई ओफ फ फफ फफफ्फ़ ओफफ फफफ्फ़ करने लगीं।।
इस बार, कोई गाली नहीं थी।।
अंकल ने अब अपना हाथ मम्मी की कमर पर रख दिया और उनकी गाण्ड, धीरे धीरे मारने लगे।।
अंकल के शरीर से पसीना निकल रहा था और मेरी मम्मी का भी शरीर, पसीने से भीग चुका था।।
अंकल लगातार, मेरी मम्मी की गाण्ड मारे जा रहे थे।।
ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़, कमरे में गूँज रही थी।।
इसी बीच वो “आ आआ आ अहाहह” करते हुए, रुक गये और झुक के मेरी मम्मी के पीठ को चूमा और उसके बाद, अपना लण्ड उनकी गाण्ड से बाहर निकाल लिया।।
मम्मी की गाण्ड की छेद में से अंकल का वीर्य निकल रहा था।।
अब अंकल मम्मी के बगल में लेट गये।।
मम्मी उठ के बैठ गईं और अपनी पैंटी से गाण्ड में लगा वीर्य साफ किया और फिर अंकल के लण्ड पर लगा वीर्य भी साफ कर दिया।।
उसके बाद अंकल के बगल में लेट गईं और उनके सीने से चिपक के आराम करने लगीं।।
अंकल ने अपना हाथ, मम्मी के चुत्तड़ पर रख दिया और पूछा – दर्द नहीं हो रहा है ना, जानू.. !!
मम्मी ने सिर हिलाते हुए कहा – नहीं.. !! अब क्यूँ होगा.. !! अब तो बाहर है.. !!
अंकल ने, उनके गाल पर किस किया और कहा – चल, अब मैं चलता हूँ.. !!
मम्मी ने वैसा ही किया और अपने हाथ पीछे करके, अपने चुत्तड़ को पकड़ के अपने गाण्ड के छेद को फैला लिया।।
उनकी गाण्ड का छेद, पूरा खुल गया।।
अंकल ने अब अपना लण्ड सहलाया और उसके बाद, लण्ड के टोपे को उनकी गाण्ड के छेद पर रखा और धीरे से धक्का मारा।।
मम्मी के मुंह से “आअहह” निकल गया।।
मैंने देखा अंकल के लण्ड का टोपा, मेरी मम्मी के गाण्ड के छेद में चला गया था।।
मम्मी ने कहा – बहुत दर्द हो रहा है.. !!
अंकल ने कहा – बस रानी, अब दर्द नहीं होगा.. !!
मम्मी ने अपने हाथ, आगे को लिए थे।।
अंकल ने कहा – फैला ले.. !! नहीं तो दर्द होगा.. !!
मम्मी ने फिर से हाथ पीछे ले के, अपने गाण्ड को फैला लिया।।
अंकल ने, एक और धक्का मारा।।
इस बार उनका आधा लण्ड, मेरी मम्मी के गाण्ड के छेद में घुस गया था।।
अब अंकल धीरे धीरे, मेरी मम्मी की गाण्ड में अपना लण्ड घुसाने लगे।।
मम्मी – बहन चोद द द द द द सस्स सस्स स स आ आ अहह आ आ अहह आ आहह तेरी मां की चूत ह्स सस्स ह ह.. !! ओफ फ फफ फ फफ्फ़ ओफफ फफ फफफ्फ़ भोसड़ी के, धीरे ह्ह्ह्ह औहह ओई ई ई ई ईई ईईई माआ आअ.. !! मां चुद जाये तेरी, माँ के लौड़े.. !! तेरी मां का भोसड़ा, भडुए.. !! मा आ आ आ आ माआ आ औहह औहह उफ फफ फ फ फ फफ फफफ फफ फफ्फ़ औहह आ आ आ आ आ अहह मा आ आआ मादर चोद सस्स स्स इयाः हह.. !!
अंकल ने कहा – जान, मज़ा तो बहुत आ रहा है.. !! पर धीरे आवाज़ निकाल, नहीं तो बगल वाले आ जाएँगे.. !!
मम्मी ने कहा – गाण्डू.. !! मां चोद के रख दी और बोल रहा है, धीरे चिल्ला.. !! दर्द हो रहा है, बहन के लौड़े.. !!
अंकल ने कहा – माँ की लौड़ी तो गाण्ड मारने क्यूँ नहीं देती.. !! तेरी गाण्ड अभी तक फटी नहीं है.. !! लगता है, तेरा पति ने एक बार भी गाण्ड नहीं मारी तेरी.. !!
मम्मी, कुछ नहीं बोलीं।।
अब वो धीरे धीरे, मेरी मम्मी की गाण्ड मारने लगे।।
इसी बीच, अंकल का लण्ड बाहर निकल गया।।
अंकल ने अब मम्मी को, चुत्तड़ फैलाने को कहा।।
मम्मी ने कहा – फैलाया हुआ तो है.. !!
अंकल के कहा – और खींच ना.. !!
उसके बाद, अपने हाथ से लण्ड पकड़ा और एक ज़ोर का धक्का मारा।।
इस बार, आधा लण्ड मम्मी की गाण्ड के छेद में जा चुका था।।
उसके बाद, अंकल ने अपने हाथ आगे करके मेरी मम्मी के बाल को पकड़ लिया और उनसे अपने हाथ चुत्तड़ से हटाने को कहा।।
उसके बाद, बेदर्दी से धक्का मारने लगे।।
मम्मी एक दम से पूरे ज़ोर से चीखी – मां के लौड़े.. !! आ आ आ आ आ आ आ आ आ आहह म्मा आ आ आआआ.. !!
मैंने देखा अंकल का पूरा लण्ड, मेरी मम्मी के गाण्ड के छेद में चला गया।।
मम्मी ने अपने हाथ से चादर पकड़ रखी थी और पूरी चादर, सिकुड चुकी थी।।
अंकल ने कहा – बस बस, हो गया.. !! चला गया, अब दर्द नहीं होगा.. !!
उसके बाद, उन्होंने अपना लण्ड कुछ देर उनकी गाण्ड मे रखा और पूछा – दर्द कम हुआ, मेरी जानू.. !!
मम्मी ने धीरे आवाज़ में कहा – हाँ.. !!
उसके बाद अंकल ने लण्ड को बाहर निकालते हुए, एक और धक्का मारा।।
उन्होंने अभी भी, मेरी मम्मी के बाल खींच के रखे थे।।
अंकल धीरे धीरे पूरा लण्ड मेरी मम्मी के गाण्ड में घुसाते हुए, उनकी गाण्ड मारने लगे।।
अंकल की जांघें, जब भी मेरी मम्मी के चुत्तड़ से टकराती तब ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ निकलती थी और उनकी टकराहट से, मेरी मम्मी के चुत्तड़ हिल रहे थे और चुचे आगे पीछे हो रहे थे।।
फिर, अंकल ने कहा – मज़ा आ रहा है, अब.. !!
मम्मी ने कहा – बोला ना.. !! दर्द हो रहा है.. !!
अंकल ने कहा – रानी, बस हो गया.. !!
और, ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने लगे।।
मम्मी – मा आ आअ मा आ आअ मा आ आअ नाह हिईीई औ हह ओई ई ई ई ई ई ईई ओफ फ फफ फफफ्फ़ ओफफ फफफ्फ़ करने लगीं।।
इस बार, कोई गाली नहीं थी।।
अंकल ने अब अपना हाथ मम्मी की कमर पर रख दिया और उनकी गाण्ड, धीरे धीरे मारने लगे।।
अंकल के शरीर से पसीना निकल रहा था और मेरी मम्मी का भी शरीर, पसीने से भीग चुका था।।
अंकल लगातार, मेरी मम्मी की गाण्ड मारे जा रहे थे।।
ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़, कमरे में गूँज रही थी।।
इसी बीच वो “आ आआ आ अहाहह” करते हुए, रुक गये और झुक के मेरी मम्मी के पीठ को चूमा और उसके बाद, अपना लण्ड उनकी गाण्ड से बाहर निकाल लिया।।
मम्मी की गाण्ड की छेद में से अंकल का वीर्य निकल रहा था।।
अब अंकल मम्मी के बगल में लेट गये।।
मम्मी उठ के बैठ गईं और अपनी पैंटी से गाण्ड में लगा वीर्य साफ किया और फिर अंकल के लण्ड पर लगा वीर्य भी साफ कर दिया।।
उसके बाद अंकल के बगल में लेट गईं और उनके सीने से चिपक के आराम करने लगीं।।
अंकल ने अपना हाथ, मम्मी के चुत्तड़ पर रख दिया और पूछा – दर्द नहीं हो रहा है ना, जानू.. !!
मम्मी ने सिर हिलाते हुए कहा – नहीं.. !! अब क्यूँ होगा.. !! अब तो बाहर है.. !!
अंकल ने, उनके गाल पर किस किया और कहा – चल, अब मैं चलता हूँ.. !!