05-04-2019, 11:13 AM
मैं मम्मी के, कमरे में था।।
मैं उनके कमरे में बैठ के, पढ़ रहा था।।
तभी, मैं बिस्तर से उठने लगा की मेरी किताब नीचे गिर गई।।
मैं किताब उठाने के लिए, नीचे झुका।।
मुझे 2 कॉन्डम दिखे।।
मैंने हाथ बढ़ा के, उन्हें निकाला।।
दोनों कॉंडम मे, मूठ भरा हुआ था।।
मैंने उसे वहीं रख दिया वापस।।
3 दिन के बाद, श्लोक ने कहा – यार, चल आज कॉलेज बॅंक करते हैं.. !! एक मस्त पिक्चर लगी है.. !! मॉर्निंग शो चलते हैं।।
फ्राइडे का दिन था और हमारे साथ 3 दोस्त और थे।।
हमने उस दिन कॉलेज बस नहीं पकड़ा, लेकिन मेरे दिमाग़ में कुछ और प्लान था।।
मैंने श्लोक से कहा – तू टिकेट ले ले.. !! मैं कुछ देर में आता हूँ.. !!
श्लोक ने कहा – कहाँ जा रहा भाई तू.. !!
मैंने कहा – तू टिकेट ले ले ना.. !! 12 बजे का शो है.. !! अभी बहुत टाइम है.. !!
उसने कहा – लेकिन, तू आ जाना यार, टाइम पर.. !!
मैंने कहा – यार, चिंता मत कर.. !! आ जाऊंगा.. !! और, मैं वहां से सीधे अपने घर के लिए निकल गया…
नीचे बेसमेंट में, मुझे अंकल की गाड़ी दिखी।।
मैं तो पहले ही से जानता था की अंकल, मेरे ही घर में होंगे।।
मैंने सबसे पहले, दरवाज़े के “की होल” से देखा।।
हॉल में कोई नहीं था क्यूंकि कुछ आवाज़ आ नहीं रही थीं।।
मैंने बहुत धीरे से, दरवाज़ा खोला।।
सच में, कोई नहीं था हॉल में।।
दोनों, मम्मी के रूम में थे।।
रूम का दरवाज़ा खुला था, लेकिन पूरा नहीं।।
बस, मुझे वो बिस्तर पर बैठे दिख रहे थे।।
मैं जानता था, अगर मैं यहाँ खड़ा रहा तो ये लोग मुझे देख लेंगे।।
मैं चुप चाप हॉल की बालकनी में चला गया और पर्दे को वैसा ही कर दिया, जैसे पहले था, ताकि उनको ये ना मालूम चले मैं घर में हूँ और उस बालकनी से सटी हुई, मम्मी के बैडरूम के बालकनी में चला गया।।
मम्मी और अंकल, बिस्तर पर बैठे हुए थे।।
अंकल ने अपनी पैंट शर्ट पहन रखी थी और मेरी मम्मी, उनकी बाहों में लेटी हुई थीं।।
अंकल फोन पर बातें कर रहे थे, ऑफीस के लोगों से।।
वो अपने स्टाफ को, लताड़ रहे थे।।
मेरी मम्मी ने, टॉप और कैप्री पहन रखा था।।
कुछ देर बात करने के बाद, अंकल ने फोन नीचे रख दिया।।
मम्मी ने कहा – क्या हुआ.. !! इतना गुस्से में क्यों हैं, आज.. !!
अंकल ने स्टाफ को गली देते हुए कहा – साले बहन चोद.. !! एक काम नहीं करते, ठीक से.. !!
मम्मी ने कहा – क्या आप, कुछ देर के लिए आते हैं और उसमें में भी मूड ऑफ कर लेते हैं, अपना.. !!
अंकल ने मम्मी को पकड़ के ऊपर खींचा और कहा – अरे नहीं, मेरी रानी.. !! तेरे पास अपना मूड ठीक करने तो आता हूँ.. !! घर में बीवी से झगड़ा.. !! बाहर, स्टाफ की परेशानी.. !! मैं थक जाता हूँ.. !! बस तेरे पास थोड़ा आता हूँ, तो अच्छा लगता है.. !!
मम्मी ने अपना हाथ पीछे करते हुए, उनका गला पकड़ा और उनके होंठ पर किस किया और कहा – चलिए, अब शांत हो जाइए.. !!
अंकल ने मम्मी के बालों को पकड़ा और कहा – शांत ही तो होने आता हूँ, मेरी रानी.. !! और, मम्मी को देख के हँसे।।
मम्मी ने भी मुस्कुराया और फिर अंकल ने उनके होंठ पर ज़ोर का चुम्मा लिया और मम्मी, उनके ऊपर आ गईं।।
फिर वो, एक दूसरे को किस करने लगे।।
अंकल ने मम्मी का चुत्तड़, कैप्री के ऊपर से कस के पड़ा और दबा दिया।।
मम्मी ने “उम्मह” करते हुए, अपना हाथ पीछे किया और उनका हाथ हटाते हुए कहा – क्या कर रहे हैं.. !! दर्द होता है.. !!
अंकल ने धीरे से सहलाते हुए, कहा – सॉरी यार.. !! क्या करूँ, ऐसी गाण्ड देख कर कंट्रोल नहीं होता.. !! चल, एक चाय पीला दे.. !! और, मम्मी उठ के चली गईं।।
अंकल ने अपना लैपटॉप खोला और कुछ काम करने लगे।।
मम्मी कुछ देर में, चाय ले के आ गईं।।
अंकल ने चाय ली और अपना सिगरेट जलाया और पीने लगे।।
साथ साथ में, लैपटॉप पर काम करने लगे।।
मम्मी उनसे बार बार कह रही थीं, काम बंद करने को, पर अंकल नहीं मान रहे थे।।
कुछ देर बाद, मम्मी गुस्सा करके बाहर चली गई और टीवी चला लिया।।
टीवी की आवाज़, बाहर तक आ रही थी।।
अंकल ने उन्हें थोड़ी देर बाद, आवाज़ दी पर अब मम्मी नहीं आ रही थीं।।
मैं उनके कमरे में बैठ के, पढ़ रहा था।।
तभी, मैं बिस्तर से उठने लगा की मेरी किताब नीचे गिर गई।।
मैं किताब उठाने के लिए, नीचे झुका।।
मुझे 2 कॉन्डम दिखे।।
मैंने हाथ बढ़ा के, उन्हें निकाला।।
दोनों कॉंडम मे, मूठ भरा हुआ था।।
मैंने उसे वहीं रख दिया वापस।।
3 दिन के बाद, श्लोक ने कहा – यार, चल आज कॉलेज बॅंक करते हैं.. !! एक मस्त पिक्चर लगी है.. !! मॉर्निंग शो चलते हैं।।
फ्राइडे का दिन था और हमारे साथ 3 दोस्त और थे।।
हमने उस दिन कॉलेज बस नहीं पकड़ा, लेकिन मेरे दिमाग़ में कुछ और प्लान था।।
मैंने श्लोक से कहा – तू टिकेट ले ले.. !! मैं कुछ देर में आता हूँ.. !!
श्लोक ने कहा – कहाँ जा रहा भाई तू.. !!
मैंने कहा – तू टिकेट ले ले ना.. !! 12 बजे का शो है.. !! अभी बहुत टाइम है.. !!
उसने कहा – लेकिन, तू आ जाना यार, टाइम पर.. !!
मैंने कहा – यार, चिंता मत कर.. !! आ जाऊंगा.. !! और, मैं वहां से सीधे अपने घर के लिए निकल गया…
नीचे बेसमेंट में, मुझे अंकल की गाड़ी दिखी।।
मैं तो पहले ही से जानता था की अंकल, मेरे ही घर में होंगे।।
मैंने सबसे पहले, दरवाज़े के “की होल” से देखा।।
हॉल में कोई नहीं था क्यूंकि कुछ आवाज़ आ नहीं रही थीं।।
मैंने बहुत धीरे से, दरवाज़ा खोला।।
सच में, कोई नहीं था हॉल में।।
दोनों, मम्मी के रूम में थे।।
रूम का दरवाज़ा खुला था, लेकिन पूरा नहीं।।
बस, मुझे वो बिस्तर पर बैठे दिख रहे थे।।
मैं जानता था, अगर मैं यहाँ खड़ा रहा तो ये लोग मुझे देख लेंगे।।
मैं चुप चाप हॉल की बालकनी में चला गया और पर्दे को वैसा ही कर दिया, जैसे पहले था, ताकि उनको ये ना मालूम चले मैं घर में हूँ और उस बालकनी से सटी हुई, मम्मी के बैडरूम के बालकनी में चला गया।।
मम्मी और अंकल, बिस्तर पर बैठे हुए थे।।
अंकल ने अपनी पैंट शर्ट पहन रखी थी और मेरी मम्मी, उनकी बाहों में लेटी हुई थीं।।
अंकल फोन पर बातें कर रहे थे, ऑफीस के लोगों से।।
वो अपने स्टाफ को, लताड़ रहे थे।।
मेरी मम्मी ने, टॉप और कैप्री पहन रखा था।।
कुछ देर बात करने के बाद, अंकल ने फोन नीचे रख दिया।।
मम्मी ने कहा – क्या हुआ.. !! इतना गुस्से में क्यों हैं, आज.. !!
अंकल ने स्टाफ को गली देते हुए कहा – साले बहन चोद.. !! एक काम नहीं करते, ठीक से.. !!
मम्मी ने कहा – क्या आप, कुछ देर के लिए आते हैं और उसमें में भी मूड ऑफ कर लेते हैं, अपना.. !!
अंकल ने मम्मी को पकड़ के ऊपर खींचा और कहा – अरे नहीं, मेरी रानी.. !! तेरे पास अपना मूड ठीक करने तो आता हूँ.. !! घर में बीवी से झगड़ा.. !! बाहर, स्टाफ की परेशानी.. !! मैं थक जाता हूँ.. !! बस तेरे पास थोड़ा आता हूँ, तो अच्छा लगता है.. !!
मम्मी ने अपना हाथ पीछे करते हुए, उनका गला पकड़ा और उनके होंठ पर किस किया और कहा – चलिए, अब शांत हो जाइए.. !!
अंकल ने मम्मी के बालों को पकड़ा और कहा – शांत ही तो होने आता हूँ, मेरी रानी.. !! और, मम्मी को देख के हँसे।।
मम्मी ने भी मुस्कुराया और फिर अंकल ने उनके होंठ पर ज़ोर का चुम्मा लिया और मम्मी, उनके ऊपर आ गईं।।
फिर वो, एक दूसरे को किस करने लगे।।
अंकल ने मम्मी का चुत्तड़, कैप्री के ऊपर से कस के पड़ा और दबा दिया।।
मम्मी ने “उम्मह” करते हुए, अपना हाथ पीछे किया और उनका हाथ हटाते हुए कहा – क्या कर रहे हैं.. !! दर्द होता है.. !!
अंकल ने धीरे से सहलाते हुए, कहा – सॉरी यार.. !! क्या करूँ, ऐसी गाण्ड देख कर कंट्रोल नहीं होता.. !! चल, एक चाय पीला दे.. !! और, मम्मी उठ के चली गईं।।
अंकल ने अपना लैपटॉप खोला और कुछ काम करने लगे।।
मम्मी कुछ देर में, चाय ले के आ गईं।।
अंकल ने चाय ली और अपना सिगरेट जलाया और पीने लगे।।
साथ साथ में, लैपटॉप पर काम करने लगे।।
मम्मी उनसे बार बार कह रही थीं, काम बंद करने को, पर अंकल नहीं मान रहे थे।।
कुछ देर बाद, मम्मी गुस्सा करके बाहर चली गई और टीवी चला लिया।।
टीवी की आवाज़, बाहर तक आ रही थी।।
अंकल ने उन्हें थोड़ी देर बाद, आवाज़ दी पर अब मम्मी नहीं आ रही थीं।।