05-04-2019, 10:50 AM
उनके ऊपर कंबल नहीं था, वो नीचे गिरा हुआ था।।
मम्मी ऐसे पड़ीं थीं, जैसे उनके अंदर जान ही ना हो।।
अंकल के लण्ड पर मूठ लगा हुआ था।।
फिर अंकल ने मम्मी की पैंटी से उनका लण्ड साफ किया और फिर मम्मी की फुददी पर लगा, उनका वीर्य साफ किया।।
कुछ देर बाद मम्मी लड़खड़ाती हुई उठीं और बोलीं – मैं आती हूँ.. ! और वो, बाथरूम करने चली गईं।।
अंकल ने अपनी पैंट की जेब से सिगरेट निकाली और पीने लगे।।
सिगरेट पीते पीते, उन्होंने अपनी ग्लास मे दारू डाल ली और बिस्तर पर नंगे लेट गये।।
कुछ देर बाद, मम्मी निकल के आईं और बिस्तर पर लेट गईं।।
अंकल ने मम्मी को अपने पास खींच लिया और अपने से चिपका लिया और पूछा – जानू, नींद आ रही है.. !
मम्मी ने बड़े धीरे से कहा – हाँ.. !
अंकल ने कहा – ठीक है, अब कुछ नहीं करूँगा.. ! और, उनके लिप्स पर हल्का सा किस किया।।
अंकल ने कहा – महक, आज से पहले मुझे इतनी शांति किसी औरत ने नहीं दी.. ! तू एक “संपूर्ण औरत” है, जो हर मर्द चाहता है.. !
मैंने देखा, मम्मी अंकल की छाती पर कभी किस कर रही थीं तो कभी अपने गाल, वहां रख के प्यार दिखा रही थीं।।
मम्मी ने उनसे पूछा – क्या उनकी वाइफ जानती है की अंकल मम्मी के साथ हैं.. !
अंकल ने कहा – मेरी वाइफ की चिंता, तुम मत करो.. ! उसको कुछ पता नहीं चलेगा.. ! और, अंकल ने अपनी सिगरेट बुझा दी।।
ग्लास में फिर से दारू ली और ग्लास टेबल पर रख दिया।।
फिर वो बिस्तर से नीचे उतर कर, बाथरूम चले गये।।
मम्मी वहीं, चुपचाप लेटी हुई थीं।।
अंकल आए और उनके बगल में लेट गये और मम्मी को लिप पर किस करने लगे।।
थोड़ी देर पहले, बिल्कुल निढाल पड़ी मम्मी भी उनका साथ देने लगीं।।
अब अंकल ने नीचे से कंबल उठाया और दोनों के ऊपर डाल दिया।।
फिर मम्मी को अपने सीने से चिपका के चूमने लगे।।
अंकल ने मम्मी से पूछा – अब नींद तो आ नहीं रही है.. !
मम्मी ने कहा – आ रही है पर लग नहीं रही.. ! शायद, थकान के कारण.. !
इधर, मैं अंकल के हाथ का हिलना साफ देख रहा था।।
साफ पता चल रहा था की वो कंबल के नीचे, मेरी मम्मी की फुददी रगड़ रहे हैं।।
कुछ देर बाद, मम्मी ने कहा – अब सोने दीजिए.. ! वैसे भी अब कुछ महसूस ही नहीं हो रहा है.. ! अभी सो जाइए, आप जब भी बुलाएँगे, मैं आ जाया करूँगी, आपके पास.. ! मैं बहुत थक गई हूँ.. ! महसूस ही नहीं हो रहा की मेरी चूत और मम्मे हैं भी की नहीं.. !
अंकल ने कहा – बस महक, एक बार और करने दे.. ! उसके बाद, तू जैसा बोलेगी, मैं जिंदगी भर वैसा ही करूँगा.. !
मम्मी ने कहा – प्लीज़, भाई साब.. ! इस बार सच में, मेरी जान निकल जाएगी.. !
अंकल को कोई फ़र्क नहीं पड़ा और धीरे धीरे करके, वो मम्मी के ऊपर आ गये।।
फिर उन्होने, कंबल को अच्छे से लपेट लिया।।
मुझे बस अंकल और मम्मी का चेहरा दिख रहा था।।
अंकल लगातार, मेरी मम्मी के होंठों को चूस रहे थे।।
मम्मी किसी “मोम की गुड़िया” की तरह पड़ी थीं।।
मम्मी ऐसे पड़ीं थीं, जैसे उनके अंदर जान ही ना हो।।
अंकल के लण्ड पर मूठ लगा हुआ था।।
फिर अंकल ने मम्मी की पैंटी से उनका लण्ड साफ किया और फिर मम्मी की फुददी पर लगा, उनका वीर्य साफ किया।।
कुछ देर बाद मम्मी लड़खड़ाती हुई उठीं और बोलीं – मैं आती हूँ.. ! और वो, बाथरूम करने चली गईं।।
अंकल ने अपनी पैंट की जेब से सिगरेट निकाली और पीने लगे।।
सिगरेट पीते पीते, उन्होंने अपनी ग्लास मे दारू डाल ली और बिस्तर पर नंगे लेट गये।।
कुछ देर बाद, मम्मी निकल के आईं और बिस्तर पर लेट गईं।।
अंकल ने मम्मी को अपने पास खींच लिया और अपने से चिपका लिया और पूछा – जानू, नींद आ रही है.. !
मम्मी ने बड़े धीरे से कहा – हाँ.. !
अंकल ने कहा – ठीक है, अब कुछ नहीं करूँगा.. ! और, उनके लिप्स पर हल्का सा किस किया।।
अंकल ने कहा – महक, आज से पहले मुझे इतनी शांति किसी औरत ने नहीं दी.. ! तू एक “संपूर्ण औरत” है, जो हर मर्द चाहता है.. !
मैंने देखा, मम्मी अंकल की छाती पर कभी किस कर रही थीं तो कभी अपने गाल, वहां रख के प्यार दिखा रही थीं।।
मम्मी ने उनसे पूछा – क्या उनकी वाइफ जानती है की अंकल मम्मी के साथ हैं.. !
अंकल ने कहा – मेरी वाइफ की चिंता, तुम मत करो.. ! उसको कुछ पता नहीं चलेगा.. ! और, अंकल ने अपनी सिगरेट बुझा दी।।
ग्लास में फिर से दारू ली और ग्लास टेबल पर रख दिया।।
फिर वो बिस्तर से नीचे उतर कर, बाथरूम चले गये।।
मम्मी वहीं, चुपचाप लेटी हुई थीं।।
अंकल आए और उनके बगल में लेट गये और मम्मी को लिप पर किस करने लगे।।
थोड़ी देर पहले, बिल्कुल निढाल पड़ी मम्मी भी उनका साथ देने लगीं।।
अब अंकल ने नीचे से कंबल उठाया और दोनों के ऊपर डाल दिया।।
फिर मम्मी को अपने सीने से चिपका के चूमने लगे।।
अंकल ने मम्मी से पूछा – अब नींद तो आ नहीं रही है.. !
मम्मी ने कहा – आ रही है पर लग नहीं रही.. ! शायद, थकान के कारण.. !
इधर, मैं अंकल के हाथ का हिलना साफ देख रहा था।।
साफ पता चल रहा था की वो कंबल के नीचे, मेरी मम्मी की फुददी रगड़ रहे हैं।।
कुछ देर बाद, मम्मी ने कहा – अब सोने दीजिए.. ! वैसे भी अब कुछ महसूस ही नहीं हो रहा है.. ! अभी सो जाइए, आप जब भी बुलाएँगे, मैं आ जाया करूँगी, आपके पास.. ! मैं बहुत थक गई हूँ.. ! महसूस ही नहीं हो रहा की मेरी चूत और मम्मे हैं भी की नहीं.. !
अंकल ने कहा – बस महक, एक बार और करने दे.. ! उसके बाद, तू जैसा बोलेगी, मैं जिंदगी भर वैसा ही करूँगा.. !
मम्मी ने कहा – प्लीज़, भाई साब.. ! इस बार सच में, मेरी जान निकल जाएगी.. !
अंकल को कोई फ़र्क नहीं पड़ा और धीरे धीरे करके, वो मम्मी के ऊपर आ गये।।
फिर उन्होने, कंबल को अच्छे से लपेट लिया।।
मुझे बस अंकल और मम्मी का चेहरा दिख रहा था।।
अंकल लगातार, मेरी मम्मी के होंठों को चूस रहे थे।।
मम्मी किसी “मोम की गुड़िया” की तरह पड़ी थीं।।