Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मम्मी बनी मेरे दोस्त के पापा की रखैल
#15
फिर वो, मम्मी के बगल में लेट गये।।

मम्मी ने बगल में पड़ी चादर से अपनी गाण्ड की छेद पर लगा वीर्य साफ किया और वही लेट गईं।।

अंकल ने मम्मी को अपने सीने से चिपका लिया और मम्मी के गालों पर हाथ फिराते हुए कहा – महक जी.. ! आप बहुत अच्छी “सेक्स पाटनर” हैं.. ! कसम से कहता हूँ, आज तक इतना मज़ा मुझे किसी लड़की या औरत के साथ नहीं आया.. ! सच में आप बड़ी कोआपरेटिव हैं.. !

फिर उन्होंने मम्मी को किस किया और मम्मी से कहा – महक, मैं जानता हूँ की आपके पति के बाहर रहने की वजह से, आप बहुत तनाव में रहती हैं.. ! आप आज से मेरे साथ ही रहेंगी और मैं आपको, किसी चीज़ की कमी नहीं महसूस होने दूँगा.. !

अब अंकल ने मम्मी को अपने सीने से चिपका लिया और अपने ऊपर कंबल डाल लिया और दोनों एक ही कंबल में नंगे ही लेट गये।।

अंकल ने हाथ ऊपर करते हुए, लाइट ऑफ कर दी।।

मुझे लगा शायद मम्मी और अंकल, अब आख़िरकार सोएंगे।।

तो, मैं भी घर के लिए जाने लगा पर जैसे ही मैं दरवाज़े के पास पहुँचा, बारिश तेज़ हो गई।।

मैंने सोचा की कुछ देर तक रुकता हूँ।।

अंकल और मम्मी तो सो ही गये हैं और कुछ देर में, थोड़ी सी रोशनी भी हो जाएगी।।

मैं वही दरवाज़े की सीढ़ी के पास बैठा गया और बारिश ख़तम होने और सुबह होने का इंतेज़ार करने लगा।।

पर, बारिश तो पर बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी।।

कुछ देर यूँही बैठे रहने के बाद, मैं बोर होकर वापस खिड़की के पास आ गया।।

लाइट ऑफ होने के कारण, कुछ दिख नहीं रहा था।।

बस धीरे धीरे, बात करने की आवाज़ आ रही थी और बीच बीच में पुक्क पक फट फट पुक्क पक फट फट पुक्क पक फट फट पुक्क पक फट फट की आवाज़ आ रही थी।।

बिस्तर से भी “चू चू” की हिलने की आवाज़ आ रही थी।।

इतना तो मैं फ़ौरन समझ गया था की वो लोग अभी भी नहीं सोए हैं।।

मुझे लगा, पता नहीं कहीं मम्मी को सुबह अस्पताल ही ना ले जाना पड़े।।

तभी मम्मी की आवाज़ आई – आ आ आहह आ आ अहह मा आआ मा आ आ आ आ मा आआ अ मा आअ माआअ नाह हिई ई ओउू ऊहह ओई ई ईई ई ई.. ! प्लीज़, अब छोड़ दे.. ! तू इंसान है या जनवार.. ! इतना तो कोई रंडी को भी नहीं चोदता.. ! आ आ आ आ अहह अहह अहहा अ माआ आ अम्म्म्म ममा आ आ आअ.. !

इधर, कमरे में ठप ठप ठप की आवाज़ गूँज रही थीं।।

अचानक अंकल की आवाज़ आई – आ आ अहह महक.. ! आ आ आहह महक.. ! बस कुछ देर और साथ दे दे मेरा.. ! आ आ आ बहुत तड़पाया है, तूने.. ! उंह हा आ आ आ आ आ आ आ.. ! तुझे पाने के लिए, मैंने बहुत जतन किए हैं छीनाल.. !

मम्मी ने कहा – जब मैं जिंदा ही नहीं बचूंगी तो किस के साथ करोगे.. !

अब मम्मी की आवाज़ से कमज़ोरी, साफ साफ झलक रही थी।।

अंकल ने कहा – जानू, बस कुछ देर और अपनी फुददी से मेरे लण्ड की गरमी को शांत कर दो.. ! और वो फिर से, पट पट पट पट पट पट करके मम्मी को चोदने लगे।।

मम्मी कुछ देर – आ आहह आ आ अहह आ अहह.. ! करती रहीं।। फिर, एकदम शांत हो गयीं।।

एक पल को मुझे ऐसा लगा, कहीं मम्मी निकल तो नहीं लीं।।

पर तभी अंकल की आवाज़ आई – रो मत, मेरी रानी.. ! एक बार शांत कर दे मुझे, फिर छोड़ दूँगा.. !

मम्मी की चूडी और पायल की “छन छन” की आवाज़ गूँज रही थीं पर उनकी कोई आवाज़ नहीं आ रही थी।।

हल्की हल्की रोने की सिसकी, कभी कभी सुनाई दे जाती थी।।

पर अंकल लगातार, मेरी मम्मी को चोदे जा रहे थे।।

मुझे लग रहा था की अंकल आज, मम्मी को मार डालेंगें।।

अब सच में ऐसा ही लग रहा था की मम्मी की इज़्ज़त लूट रही थी।।

पराया मर्द, औरत पर रहम तो ख़ाता नहीं सो अंकल को भी मम्मी की हालत पर तरस नहीं आ रहा था।।

कुछ देर बाद, अंकल ने कहा – महक ग़लती मेरी नहीं है.. ! तेरे जैसी औरत जिसके पास भी होगी, वो रात भर सो नहीं पाएगा.. ! तेरे पति ने कभी नहीं चोदा क्या रात भर.. !

मम्मी की कोई आवाज़ नहीं सुनाई दी।।

अंकल, फिर उन्हें फट फट करके चोदने लगे।।

लगभग 10 मिनिट तक अंकल ने मेरी निढाल पड़ी मम्मी को चोदा और उसके बाद – आ आ आ आ आ आआ आआ आअहह करते हुए, थोड़े शांत से हो गये और बस फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच की आवाज़ आने लगीं।।

अंकल ने मम्मी से कहा – बस हो गया, महक.. ! अब, रोना बंद करो.. ! सच में अब नहीं करूँगा.. !

उसके बाद, उन्होंने हाथ उठा कर लाइट जला दी।।

मैंने देखा, अंकल मम्मी से लिपटे हुए थे और दोनों पसीने में लथपथ थे।।
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मम्मी बनी मेरे दोस्त के पापा की रखैल - by badmaster122 - 05-04-2019, 10:47 AM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)