05-04-2019, 08:52 AM
ननद भौजाई
मौके का फायदा उठा के ये बेचारे बाहर सरक लिए।
लेकिन इनके बाहर निकलते ही माहौल और गरमा गया , जैसे नाउन की बहू मुंह फ़ट थी तो गाँव से एक नाउन की बेटी आयी थी , दुलारी ,...
अभी छह महीने पहले शादी हुयी थी , वो उसके भी कान काटती थी ,
और ननदों की ओर से गारी गाने में सबसे आगे , ...
तो वो दुलारी आ गयी और मेरी दोनों शादी शुदा ननदें भी और माहौल एकदम , ...
बिचारि गुड्डो , मेरी जेठानी की भतीजी , सबसे पहले वही दबोची गयी।
अभी हाईकॉलेज में थी , लेकिन ऐसे माहौल में कौन उमर देखता है बल्कि कच्ची कलियों की तो और रगड़ाई होती है।
दुलारी मेरे पीछे पड़ी थी ,
" काहो भौजी , केतना चोदवायी , अरे भइया के आगे तो झट से बुर खोल दी , हम ननदों से कौन लाज , तानी एक बार देखाय दा , सैंया क लंड घोटने क बाद कइसन लागत बा बुरिया ,... "
गुड्डो के मुंह से निकल गया कैसे बोलती हो ,
बस दुलारी उसके पीछे ,
" तोहार बुर अभिन ना घोटले हौ का , ... अरे बढ़िया मौका हौ , इतने लड़के शादी क घर , ... कउनो मौका देखकर ठोंक देहिंये , पेलवाय लो , अइसन चोदवाय क मौका मिलना मुश्किल है। “
और सिर्फ दुलारी ही नहीं ,
कुछ मेरी ननदें भी और एक दो गाँव से आयी दुलारी के साथ की ,... सब की सब , उस बेचारी के पीछे ,...
और एकदम खुल्लम खुल्ला , बाकी ननदें , यहाँ तक की कुछ जेठानियाँ भी मजा ले रही थीं , उकसा रही थीं ,
एक बोली, ,
" अरे मौका मिलने की देर है , देखना गपागप लंड घोंटेंगी ये ,... "
और ये कह के हलकी सी गुदगुदी लगा दी , गुड्डो के कांख में
जैसे ही उसने हाथ अलग किये
दूसरी ने दोनों हाथ पीछे से डाल के उसके नए नए आये टिकोरों को गपुच लिया और लगी कस कस के दबाने, मींजने ,
और बोली
" ई जिन कहना की बिना लौंडन से मिजवाये दबवाये , ई तोहार चूँची , एस गद्दर , एक बार चोदवाय लो , यहां से जाने से पहले , फिर खुदे शलवार का नाड़ा खोलके , ... "
" अरे जब चुदवाने में नहीं लाज तो बुर गांड , लंड बोलने में कौन लाज ,... "
दुलारी एक बार फिर चालू हो गयी और उसने अपनी तोप का मुंह एक बार फिर से मेरी ओर मोड़ दिया और बोली ,
" देखो अपनी नयकी भौजी को , रात भर बुरिया में गपागप लंड घोंटने के बाद कइसन मुस्करात हैं , ... "
लेकिन मान गयी मैं अपनी जेठानी को , कितनी चालाकी से उन्होंने मेरी और अपनी नंदों की ओर रुख मोड़ दिया ,
एक तो दुलारी को किसी बहाने से उन्होंने बाहर भेज दिया ,
मंझली ननद के लिए भी नन्दोई जी का बुलावा आ गया ,
और एक बार सरकार हमारी बन गयी ,
फिर तो सबसे पहले मिली की कैप्री सरकी ,
फिर मीता की स्कर्ट उठी ,...
" अरे तुम लोग अपनी भौजी का नीचे वाला मुंह देखने की जिद्द कर रही हो न , तो पहले अपनी तो दिखाओ , ... तुम लोग छोटी हो , और तुम्हारा फायदा होगा , ... बरात में जिन लड़कों को देख के तुम सब के ऊपर और नीचे वाले मुंह में पानी आ रहा था न , वो सब लड़के , तुम्हारी नयकी भौजी के भाई सब ,... बस वो देख देख के पसंद कर लेंगी ,..
कौन सा लड़के के साथ किसकी गांठ जोड़ी जायेगी ,.... "
जेठानी सबको चिढ़ा रही थी , तो मेरे भी बोल फूट गए ,
" अरे नहीं दीदी , मेरे भाई मेरी ननदों को निराश नहीं करेंगे , एक एक पर तीन तीन ,... सबके साथ सब ,... कोई नहीं बचेगी , ... लेकिन आज से ही जरा वैसलीन लगा लगा के , ... "
मैंने छेड़ा अपनी ननदों को।
" तो ई कहो न साफ़ साफ़ की अगवाड़े पिछवाड़े दोनों ओर वैसलीन लगाना पडेगा , ... " मेरी जेठानी ने तारीफ़ से मेरी ओर देखा , और अपनी ओर से जोड़ा।
लेकिन ननद मेरी कम नहीं थी , मीता बोली ( वही जो ग्यारह में पढ़ती थी , सुबह मुझे लेने गयी थी )
" अरे भाभी आने दीजिये स्सालों को , आपकी ननदें डरती नहीं है ,.. "
तबतक दुलारी फिर से आ गयी और मेरी बड़ी और मंझली ननद भी ,
मौके का फायदा उठा के ये बेचारे बाहर सरक लिए।
लेकिन इनके बाहर निकलते ही माहौल और गरमा गया , जैसे नाउन की बहू मुंह फ़ट थी तो गाँव से एक नाउन की बेटी आयी थी , दुलारी ,...
अभी छह महीने पहले शादी हुयी थी , वो उसके भी कान काटती थी ,
और ननदों की ओर से गारी गाने में सबसे आगे , ...
तो वो दुलारी आ गयी और मेरी दोनों शादी शुदा ननदें भी और माहौल एकदम , ...
बिचारि गुड्डो , मेरी जेठानी की भतीजी , सबसे पहले वही दबोची गयी।
अभी हाईकॉलेज में थी , लेकिन ऐसे माहौल में कौन उमर देखता है बल्कि कच्ची कलियों की तो और रगड़ाई होती है।
दुलारी मेरे पीछे पड़ी थी ,
" काहो भौजी , केतना चोदवायी , अरे भइया के आगे तो झट से बुर खोल दी , हम ननदों से कौन लाज , तानी एक बार देखाय दा , सैंया क लंड घोटने क बाद कइसन लागत बा बुरिया ,... "
गुड्डो के मुंह से निकल गया कैसे बोलती हो ,
बस दुलारी उसके पीछे ,
" तोहार बुर अभिन ना घोटले हौ का , ... अरे बढ़िया मौका हौ , इतने लड़के शादी क घर , ... कउनो मौका देखकर ठोंक देहिंये , पेलवाय लो , अइसन चोदवाय क मौका मिलना मुश्किल है। “
और सिर्फ दुलारी ही नहीं ,
कुछ मेरी ननदें भी और एक दो गाँव से आयी दुलारी के साथ की ,... सब की सब , उस बेचारी के पीछे ,...
और एकदम खुल्लम खुल्ला , बाकी ननदें , यहाँ तक की कुछ जेठानियाँ भी मजा ले रही थीं , उकसा रही थीं ,
एक बोली, ,
" अरे मौका मिलने की देर है , देखना गपागप लंड घोंटेंगी ये ,... "
और ये कह के हलकी सी गुदगुदी लगा दी , गुड्डो के कांख में
जैसे ही उसने हाथ अलग किये
दूसरी ने दोनों हाथ पीछे से डाल के उसके नए नए आये टिकोरों को गपुच लिया और लगी कस कस के दबाने, मींजने ,
और बोली
" ई जिन कहना की बिना लौंडन से मिजवाये दबवाये , ई तोहार चूँची , एस गद्दर , एक बार चोदवाय लो , यहां से जाने से पहले , फिर खुदे शलवार का नाड़ा खोलके , ... "
" अरे जब चुदवाने में नहीं लाज तो बुर गांड , लंड बोलने में कौन लाज ,... "
दुलारी एक बार फिर चालू हो गयी और उसने अपनी तोप का मुंह एक बार फिर से मेरी ओर मोड़ दिया और बोली ,
" देखो अपनी नयकी भौजी को , रात भर बुरिया में गपागप लंड घोंटने के बाद कइसन मुस्करात हैं , ... "
लेकिन मान गयी मैं अपनी जेठानी को , कितनी चालाकी से उन्होंने मेरी और अपनी नंदों की ओर रुख मोड़ दिया ,
एक तो दुलारी को किसी बहाने से उन्होंने बाहर भेज दिया ,
मंझली ननद के लिए भी नन्दोई जी का बुलावा आ गया ,
और एक बार सरकार हमारी बन गयी ,
फिर तो सबसे पहले मिली की कैप्री सरकी ,
फिर मीता की स्कर्ट उठी ,...
" अरे तुम लोग अपनी भौजी का नीचे वाला मुंह देखने की जिद्द कर रही हो न , तो पहले अपनी तो दिखाओ , ... तुम लोग छोटी हो , और तुम्हारा फायदा होगा , ... बरात में जिन लड़कों को देख के तुम सब के ऊपर और नीचे वाले मुंह में पानी आ रहा था न , वो सब लड़के , तुम्हारी नयकी भौजी के भाई सब ,... बस वो देख देख के पसंद कर लेंगी ,..
कौन सा लड़के के साथ किसकी गांठ जोड़ी जायेगी ,.... "
जेठानी सबको चिढ़ा रही थी , तो मेरे भी बोल फूट गए ,
" अरे नहीं दीदी , मेरे भाई मेरी ननदों को निराश नहीं करेंगे , एक एक पर तीन तीन ,... सबके साथ सब ,... कोई नहीं बचेगी , ... लेकिन आज से ही जरा वैसलीन लगा लगा के , ... "
मैंने छेड़ा अपनी ननदों को।
" तो ई कहो न साफ़ साफ़ की अगवाड़े पिछवाड़े दोनों ओर वैसलीन लगाना पडेगा , ... " मेरी जेठानी ने तारीफ़ से मेरी ओर देखा , और अपनी ओर से जोड़ा।
लेकिन ननद मेरी कम नहीं थी , मीता बोली ( वही जो ग्यारह में पढ़ती थी , सुबह मुझे लेने गयी थी )
" अरे भाभी आने दीजिये स्सालों को , आपकी ननदें डरती नहीं है ,.. "
तबतक दुलारी फिर से आ गयी और मेरी बड़ी और मंझली ननद भी ,