20-04-2021, 11:44 AM
डिंपल के कहने के बाद भी उसका चुदाई का मन नही किया था....
गुरपाल : "साली , इस सरदारनी के पेट में कोई भी बात पचती नहीं है ''
बेचारा खिसियानी हंसी हँसता हुआ ये बोल रहा था
और दूसरी तरफ सबा का चेहरा लाल हो चूका था, क्योंकि उसने भी वाली चुदाई की बात सुमन को बता दी थी , और जब सुमन ये डिंपल की बात उनकी बताई होगी , बेचारी किसी से नजरें भी नहीं मिला पा रही थी
लेकिन शशांक समझ चूका था की उसके दिमाग में क्या चल रहा है
अब इस खेल को दूसरे मुकाम टाइम आ चुका था
शशांक ने बड़ी ही बेशर्मी से अपने लंड को मसलते हुए कहा : "वैसे एक बात और भी है...जिसे सुनकर आप सभी को काफ़ी मज़ा आएगा...''
गुरपाल : "साली , इस सरदारनी के पेट में कोई भी बात पचती नहीं है ''
बेचारा खिसियानी हंसी हँसता हुआ ये बोल रहा था
और दूसरी तरफ सबा का चेहरा लाल हो चूका था, क्योंकि उसने भी वाली चुदाई की बात सुमन को बता दी थी , और जब सुमन ये डिंपल की बात उनकी बताई होगी , बेचारी किसी से नजरें भी नहीं मिला पा रही थी
लेकिन शशांक समझ चूका था की उसके दिमाग में क्या चल रहा है
अब इस खेल को दूसरे मुकाम टाइम आ चुका था
शशांक ने बड़ी ही बेशर्मी से अपने लंड को मसलते हुए कहा : "वैसे एक बात और भी है...जिसे सुनकर आप सभी को काफ़ी मज़ा आएगा...''