16-04-2021, 03:53 PM
मेरे बार बार कहने पर जब मेरी बीबी ने महसूस किया की मैं मानने वाला नहीं तो उसने हथियार डाल दिए और मेरा कड़क लण्ड अपनी हथेली में हिलाते हुए उसे दिखाते हुए असहायता से कहा, "चलो ठीक है, मैं सोचूंगी, फिलहाल तरुण की बातों को छोडो। देखो तो, तुम्हारा यह लण्ड बेचारा कितना उतावला हो रहा है अपनी सहेली से मिलने के लिए। उसका भी तो ध्यान रखो। अब अपना काम तो पूरा करो।"
मैं समझ गया की दीपा गरम हो गयी थी । यही समय है उसे मनवाने का और उससे हाँ करवाने का। मैंने दीपा का गाउन ऊपर उठा कर उसकी गीली चूत में उंगली डालकर उसकी चूत को उंगली से रगड़ते हुए उसे गरम करते हुए अपनी जिद जारी रखते हुए कहा, "सोचूंगी नहीं, बोलो करुँगी?"
दीपा ने मेरे लण्ड को हिला हिला कर कड़क करते हुए मेरे उंगली चोदन से मचलते हुए अपनी गर्मी में बोली, "अरे तुम तरुण की बातों को छोडो ना? क्या कर रहे हो?"
मैंने जिद पर अड़े रहते हुए कहा, "ना, अब तो तुम्हें बोलना ही पड़ेगा की करोगी या नहीं?"
आखिर में हार कर दीपा ने कहा, "तुम चाहते हो मैं उसे उकसाऊँ? उसे गरम करूँ? ठीक है बाबा करुँगी। पर अभी तुम तो कुछ करो? मैं खुद गरम हो रही हूँ।"
मैंने अपनी जिद जारी रखते हुए कहा,"और अगर वह तुम्हें छू ले या और कुछ हरकत कर बैठे तो तुम उस दिन की तरह उसे लताड़ मत देना, ठीक है?"
मैं समझ गया की दीपा गरम हो गयी थी । यही समय है उसे मनवाने का और उससे हाँ करवाने का। मैंने दीपा का गाउन ऊपर उठा कर उसकी गीली चूत में उंगली डालकर उसकी चूत को उंगली से रगड़ते हुए उसे गरम करते हुए अपनी जिद जारी रखते हुए कहा, "सोचूंगी नहीं, बोलो करुँगी?"
दीपा ने मेरे लण्ड को हिला हिला कर कड़क करते हुए मेरे उंगली चोदन से मचलते हुए अपनी गर्मी में बोली, "अरे तुम तरुण की बातों को छोडो ना? क्या कर रहे हो?"
मैंने जिद पर अड़े रहते हुए कहा, "ना, अब तो तुम्हें बोलना ही पड़ेगा की करोगी या नहीं?"
आखिर में हार कर दीपा ने कहा, "तुम चाहते हो मैं उसे उकसाऊँ? उसे गरम करूँ? ठीक है बाबा करुँगी। पर अभी तुम तो कुछ करो? मैं खुद गरम हो रही हूँ।"
मैंने अपनी जिद जारी रखते हुए कहा,"और अगर वह तुम्हें छू ले या और कुछ हरकत कर बैठे तो तुम उस दिन की तरह उसे लताड़ मत देना, ठीक है?"