16-04-2021, 03:52 PM
मैंने गुस्से में उबलते हुए कहा, "झूठ बोला तरुण ने। अपनी बीबी की झूठी बड़ाई कर रहा था वह। हकीकत तो यह है की तुम हमेशा उसके सामने सादगी से ही पेश होती हो। उसने तुमको कभी सेक्सी ड्रेस में या कम कपड़ों में देखा नहीं, वरना वह टीना को भूल जाएगा। उसकी सिट्टीपिट्टी गुम हो जायेगी।"
दीपा ने कहा, "ऐसा कुछ भी नहीं है। मैं कोई सेक्सी नहीं हूँ। मेरी ऐसी कोई फिगर भी नहीं है। बाकी जो आदमी अपने मन को कण्ट्रोल कर सके उसे कोई ललचा नहीं सकता।"
मैंने कहा, "हनी, तुझे पता नहीं तुम कितनी सेक्सी हो। पर यह तो तुम भी मानती हो ना की तरुण तुम पर फ़िदा है। तुम्हारे लताड़ने पर बेचारा बहुत दुखी था। वह जब तुम को देखता है तो उसकी आँखे बार बार तुम्हारे बॉल पर ही टिक जाती है।"
दीपा एकदम सहम सी गयी। थोड़ी पीछे हट कर उस ने मेरी बात को खारिज करते हुए कहा, "ऐसी कोई बात नहीं है। तुम मर्दों को तो सेक्स के अलावा और कुछ सूझता ही नहीं। परन्तु तरुण ऐसा नहीं लगता।"
मैंने उसे और उकसाते हुए कहा, "अच्छा? तुम्हें कैसे पता? तरुण भी तो एक मर्द ही है। और सिर्फ मर्द ही नहीं, बड़ा वीर्यवान मर्द है। देखा नहीं तुमने की जब वह उत्तेजित हो जाता है तो उसका लण्ड उसकी पतलून में कितना बड़ा तम्बू बना देता है? तरुण का लण्ड भी तो काफी बड़ा है। कुछ दिन पहले जब हम सब पिकनिक पर गए थे तब मैं और तरुण एक साथ वाशरूम गए थे। पेशाब करने से पहले आननफानन में जब उसने अपनी ज़िप खोली तो उसका लण्ड पतलून के बाहर निकल पड़ा। बापरे! एक मोटे रस्से जैसे उसका ढीला लण्ड भी कितना मोटा और लंबा था! तुमने भी तो देखा होगा की ख़ास तौर से जब वह तुम्हारे करीब होता है, तब तो उसकी पतलून में उसका लण्ड लोहे के छड़ की तरह खड़ा हो जाता है। अगर फिर भी यदि तुम ऐसा समझती हो की तरुण ऐसा नहीं है तो चलो एक टेस्ट करते हैं। एक काम करो। तुम उसे थोड़ा उकसाओ। जब वह आये तो उसे अपने कुछ सेक्सी पोज़ दो, या फिर अपने बदन की थोड़ी नुमाइश करो। फिर देखो। अगर उसका लण्ड उसकी पतलून में खड़ा ना हो और तुम्हे वह कसके बाँहों में जकड न ले तो कहना।"
मेरी पत्नी यह सुनते ही एकदम गुस्सा कर बोली, "बस भी करो। शर्म नहीं आती अपनी बीबी से ऐसी बाते करते हुए? यह तुम तरुण के बारे में क्या अनापशनाप बातें करते जा रहे हो? उसका लण्ड उतना बड़ा है तो मुझे क्या? भुगतेगी उसकी बीबी टीना। मुझे क्यों यह सब सुना रहे हो?" गुस्सा हो कर दीपा पलट कर सो गयी।
मैंने उसे बाँहों में जकड कर बोला, 'अरे भाई माफ़ भी करो। मैं तो मजाक कर रहा था।"
तब दीपा ने करवट ली और नकली गुस्सा दिखाती हुई मुझसे लिपट कर बोली, "तुम ना बड़े गंदे हो। ऐसी बातें कर मुझे क्यों परेशान कर रहे हो?"
मैंने उसे बाँहों में और कस कर दबाया और बोला, " दीपा, एक बात बताऊँ? बेचारा तरुण, वास्तव में तुम्हारा आशिक हो गया है। अगर तुम मानती हो की वह सीधासादा है तो प्लीज उसे एक बार उकसा कर तो देखो ना? प्लीज मेरे लिए? देखें तो सही की वह कितना सीधासादा है?"
दीपा तब एकदम उत्तेजित हो गयी। मेरी बात को टालते हुए मेरे कड़क लण्ड पर हाथ रख कर उस को सहलाते हुए बोली, " देखो, मैं जानती हूँ की मैं कोई सुन्दर और सेक्सी नहीं हूँ। तरुण ने जो कहा था सच ही कहा था। मेरे सेक्सी पोज़ देने या ना देने से कोई फर्क नहीं पडेगा। तुम भी कमाल के पति हो। अपनी बीबी को अपने दोस्त को उकसाने के लिए कह रहे हो? मेरे पति का जवाब नहीं। तुम अपने दोस्त पर इतने मेहरबान क्यों हो?"
मैंने कहा, "देखो वह और टीना हमारे एकदम करीबी दोस्त हो चुके हैं। मैंने उसे उस पार्टी में उसे लताड़ा था जब वह तुम्हें घूर घूर कर देख रहा था। तब उसने खुद कहा था की तुम सेक्सी तो हो पर वह तुम्हारी बहुत रिस्पेक्ट करता है। तुम भी अभी कह रही हो की वह सज्जन दिखता है। तो चलो ना आज चेक करते हैं की क्या उसकी मर्दानगी में ज्यादा दम है या उसकी सज्जनता में? भाई तुम्हें मेरी थोड़ी मदद करनी पड़ेगी।"
दीपा ने मेरी बात से झुंझलाते हुए पूछा, "यह बार बार तुम तरुण को उकसाने की बात क्यों कर रहे हो? आखिर तुम चाहते क्या हो?"
मैंने कहा, "यही की तुम अभी कह रही थी की वह सज्जन लगता है। कभी कहती हो की वह तुम पर डोरे डाल रहा है। तो पता तो चले की असल में वह कैसा है? तुम उसे जब भी मौक़ा मिले उकसाओ और देखो की तरुण कितना सज्जन है और कितना वीर्यवान मर्द? यार मान जाओ ना? एक बार उसे थोड़ा छेड़ कर तो देखें, कितने पानी में है वह?"
दीपा ने कहा, "ऐसा कुछ भी नहीं है। मैं कोई सेक्सी नहीं हूँ। मेरी ऐसी कोई फिगर भी नहीं है। बाकी जो आदमी अपने मन को कण्ट्रोल कर सके उसे कोई ललचा नहीं सकता।"
मैंने कहा, "हनी, तुझे पता नहीं तुम कितनी सेक्सी हो। पर यह तो तुम भी मानती हो ना की तरुण तुम पर फ़िदा है। तुम्हारे लताड़ने पर बेचारा बहुत दुखी था। वह जब तुम को देखता है तो उसकी आँखे बार बार तुम्हारे बॉल पर ही टिक जाती है।"
दीपा एकदम सहम सी गयी। थोड़ी पीछे हट कर उस ने मेरी बात को खारिज करते हुए कहा, "ऐसी कोई बात नहीं है। तुम मर्दों को तो सेक्स के अलावा और कुछ सूझता ही नहीं। परन्तु तरुण ऐसा नहीं लगता।"
मैंने उसे और उकसाते हुए कहा, "अच्छा? तुम्हें कैसे पता? तरुण भी तो एक मर्द ही है। और सिर्फ मर्द ही नहीं, बड़ा वीर्यवान मर्द है। देखा नहीं तुमने की जब वह उत्तेजित हो जाता है तो उसका लण्ड उसकी पतलून में कितना बड़ा तम्बू बना देता है? तरुण का लण्ड भी तो काफी बड़ा है। कुछ दिन पहले जब हम सब पिकनिक पर गए थे तब मैं और तरुण एक साथ वाशरूम गए थे। पेशाब करने से पहले आननफानन में जब उसने अपनी ज़िप खोली तो उसका लण्ड पतलून के बाहर निकल पड़ा। बापरे! एक मोटे रस्से जैसे उसका ढीला लण्ड भी कितना मोटा और लंबा था! तुमने भी तो देखा होगा की ख़ास तौर से जब वह तुम्हारे करीब होता है, तब तो उसकी पतलून में उसका लण्ड लोहे के छड़ की तरह खड़ा हो जाता है। अगर फिर भी यदि तुम ऐसा समझती हो की तरुण ऐसा नहीं है तो चलो एक टेस्ट करते हैं। एक काम करो। तुम उसे थोड़ा उकसाओ। जब वह आये तो उसे अपने कुछ सेक्सी पोज़ दो, या फिर अपने बदन की थोड़ी नुमाइश करो। फिर देखो। अगर उसका लण्ड उसकी पतलून में खड़ा ना हो और तुम्हे वह कसके बाँहों में जकड न ले तो कहना।"
मेरी पत्नी यह सुनते ही एकदम गुस्सा कर बोली, "बस भी करो। शर्म नहीं आती अपनी बीबी से ऐसी बाते करते हुए? यह तुम तरुण के बारे में क्या अनापशनाप बातें करते जा रहे हो? उसका लण्ड उतना बड़ा है तो मुझे क्या? भुगतेगी उसकी बीबी टीना। मुझे क्यों यह सब सुना रहे हो?" गुस्सा हो कर दीपा पलट कर सो गयी।
मैंने उसे बाँहों में जकड कर बोला, 'अरे भाई माफ़ भी करो। मैं तो मजाक कर रहा था।"
तब दीपा ने करवट ली और नकली गुस्सा दिखाती हुई मुझसे लिपट कर बोली, "तुम ना बड़े गंदे हो। ऐसी बातें कर मुझे क्यों परेशान कर रहे हो?"
मैंने उसे बाँहों में और कस कर दबाया और बोला, " दीपा, एक बात बताऊँ? बेचारा तरुण, वास्तव में तुम्हारा आशिक हो गया है। अगर तुम मानती हो की वह सीधासादा है तो प्लीज उसे एक बार उकसा कर तो देखो ना? प्लीज मेरे लिए? देखें तो सही की वह कितना सीधासादा है?"
दीपा तब एकदम उत्तेजित हो गयी। मेरी बात को टालते हुए मेरे कड़क लण्ड पर हाथ रख कर उस को सहलाते हुए बोली, " देखो, मैं जानती हूँ की मैं कोई सुन्दर और सेक्सी नहीं हूँ। तरुण ने जो कहा था सच ही कहा था। मेरे सेक्सी पोज़ देने या ना देने से कोई फर्क नहीं पडेगा। तुम भी कमाल के पति हो। अपनी बीबी को अपने दोस्त को उकसाने के लिए कह रहे हो? मेरे पति का जवाब नहीं। तुम अपने दोस्त पर इतने मेहरबान क्यों हो?"
मैंने कहा, "देखो वह और टीना हमारे एकदम करीबी दोस्त हो चुके हैं। मैंने उसे उस पार्टी में उसे लताड़ा था जब वह तुम्हें घूर घूर कर देख रहा था। तब उसने खुद कहा था की तुम सेक्सी तो हो पर वह तुम्हारी बहुत रिस्पेक्ट करता है। तुम भी अभी कह रही हो की वह सज्जन दिखता है। तो चलो ना आज चेक करते हैं की क्या उसकी मर्दानगी में ज्यादा दम है या उसकी सज्जनता में? भाई तुम्हें मेरी थोड़ी मदद करनी पड़ेगी।"
दीपा ने मेरी बात से झुंझलाते हुए पूछा, "यह बार बार तुम तरुण को उकसाने की बात क्यों कर रहे हो? आखिर तुम चाहते क्या हो?"
मैंने कहा, "यही की तुम अभी कह रही थी की वह सज्जन लगता है। कभी कहती हो की वह तुम पर डोरे डाल रहा है। तो पता तो चले की असल में वह कैसा है? तुम उसे जब भी मौक़ा मिले उकसाओ और देखो की तरुण कितना सज्जन है और कितना वीर्यवान मर्द? यार मान जाओ ना? एक बार उसे थोड़ा छेड़ कर तो देखें, कितने पानी में है वह?"