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Adultery मेहमान बेईमान
ये सिलसिला करीब 10 मिनट तक चला ऑर आगे भी चलता पर उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. पानी छोड़ने से 2 मिनट पहले ही मैने अपनी जीभ से उसकी चूत के छेद को बुरी तरह से चोदना शुरू कर दिया था क्योकि उसके मुँह मे मेरा लंड था तो उसके मुँह से सिसकिया घहूऊ घहूओ जैसी आवाज़ मे आ रही थी. जैसे ही वो पानी छोड़ ने के करीब पहुची उसका पूरा बदन एक दम सख़्त हो ता चला गया ओर उसने घहू..... घू की आवाज़ करते हुए आधे से ज़्यादा अपने मुँह मे ले लिया था. उसकी चूत ने जैसे ही पानी के कतरे बाहर फैंकने सुरू किए तो वो कतरे सीधे मेरी नाक, गाल, ऑर होंठो पर लगे जिसके कारण मैने उसकी चूत चूसना बंद करदी. जब उसने मेरी तरफ पलट कर देखा तो मेरे चेहरे पर अपनी चूत के चूदे हुए पानी के कतरे देख कर खिलखिला कर हँसने लगी. 


उसको अपनी इस हालत मे हस्ता हुआ देख कर मैं भी हँसने लगा. फिर मैने उसको सीधा लेटा दिया ऑर उसकी टांगे थोड़ी चौड़ी करके उन्हे अपनी जाँघो पर इस तरह टीकाया कि मेरा मुँह आसानी से उसके उरोज तक आ सके ओर मैं दोबारा उसके उरोज को मुँह मे भर कर चूसने लगा. वो अभी भी हल्के-हल्के मुस्कुरा रही थी. क्यूकी मेरे चेहरे पर उसकी चूत का पानी लगा हुआ था जो मैने साफ नही किया था. मेरे इस तरह के आसन से मेरा लंड उसकी चूत की लकीर मे उपर नीचे हो रहा था. मैने अपना चेहरा उसके दोनो उरोज पर ले जाकर उन्हे बारी बारी चूस कर अपना चेहरा उसके चेहरे के सामने किया ओर उसे इशारो से समझाया कि वो अपने योनि रस को अपनी जीब से चाट कर सॉफ करे. उसने मेरा इशारा समझ लिया ऑर अपनी जीभ से मेरे पूरे चेहरे को चाट-चाट कर पूरा सॉफ कर दिया. मुझे लगा था कि वो सॉफ मना कर देगी पर उसने बड़े प्यार से अपनी जीभ को मेरे चेहरे पर फिरा कर पूरा का पूरा सॉफ कर दिया. मुझ से अब बर्दाश्त नही हो रहा था तो मैने उसे लेटा कर उसकी टाँगो को थोड़ा सा ऑर चौड़ा कर के अपने लंड को उसकी चूत की लंबी लकीर पर उपर से नीचे तक रगड़ने लगा. जब मेरा लंड उसके भग्नासे टकराता तो मुझे बड़ा मज़ा आता. उसके मुँह से हाँफती हुई सिसकिया निकल रही थी. आआआआहह...........
सस्स्स्स्शह........
उउउफ्फ................ आआआआहह.........
उूुुुउउ.........
आआआआहह......
ईईईईइश्स्स्स..........
ऑर अपना चेहरा आँखे बंद किए हुए कभी इधर तो कभी उधर घुमा रही थी उसने अपने दोनो हाथो से बिस्तर की चादर को कस कर अपनी मुट्ठी मे पकड़ रखा था. उसकी चूत से दोबारा पानी रिसना सुरू हो गया था मैने अपने लंड के सुपाडे को उसकी चूत से बहते हुए पानी मे भिगोया ओर ठीक उसकी चूत के छोटे से गुलाबी छेद पर रखा ऑर हल्का सा अंदर की तरफ दबा दिया. उसकी चूत आज बोहोत टाइट थी ये शायद 1 महीने तक चुदाई ना करने के कारण हुआ था. जिस वजह से लंड का सुपाडा अंदर जाने मे तकलीफ़ हम दोनो को ही महसूस हो रही थी. मेरे लंड के दवाब के कारण उसने अपने होंठ बुरी तरह भीच कर बंद कर लिए थे ऑर बिस्तर को अपनी मुट्ठी मे ऑर ज़ोर से जाकड़ लिया. मैने अपने लंड को छेद पर टिकाए हुए ही एक ज़ोर दार धक्का उसकी चूत पर दिया इस धक्के से मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर समा गया. ऑर उसकी एक जोरदार चीख उसके मुँह से निकल गयी. आआआआआऐययईईईईईईईई..........माआआआआ............. म्‍म्म्मममाआररर गयी....
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RE: मेहमान बेईमान - by Deadman2 - 16-04-2021, 03:46 PM
RE: मेहमान बेईमान - by Newdevil - 18-07-2021, 03:03 PM



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