04-04-2019, 03:06 PM
मम्मी ने कहा – भाई साब.. ! आपका बहुत बड़ा है, नहीं जा रहा है.. ! तरस खाओ, कम से कम साल भर बाद चुद रही हूँ.. ! और अंकल के पेट पर अपना हाथ रख दिया और धीरे धीरे ऊपर नीचे बैठने लगी।।
अंकल का आधा लण्ड, धीरे धीरे मम्मी की फुददी के अंदर बाहर होने लगा।।
अंकल के मुंह से – आ आ आ आहह.. ! आ आ अहह.. ! आ आ आ आ आ आ आ आ आ.. ! की आवाज़ आ रही थी।।
मम्मी लगातार, ऊपर नीचे हो रही थीं और अंकल से चुद रही थीं।।
और.. !
अंकल मेरे सामने, मेरी “माँ” चोद रहे थे।।
चूत मरवाते हुए, उनके चुचे ऊपर नीचे हो रहे थे।।
अंकल बीच बीच में मम्मी के चुचे, अपने हाथ से पकड़ ले रहे थे और मसल दे रहे थे।।
अचानक, मैंने देखा की अंकल का लण्ड फिसल गया और मम्मी की फुददी से बाहर आ गया और मम्मी लड़खड़ा कर, अंकल के पेट पर आ गईं।।
शायद मम्मी, ज़यादा “नशे” में थीं।।
अब अंकल मम्मी के बाल पकड़ कर, उन्हें अपने होंठों के पास लाए और उनके लिप्स पर किस किया और अपने एक हाथ से अपना लण्ड पकड़ के मेरी मम्मी के फुददी के ऊपर रखा और फिर दोनों हाथ लपेट कर उनके कमर को पकड़ लिया।।
उन्होंने अपने घुटने मोड़ के थोड़ा ऊपर होते हुए एक धक्का मारा, मम्मी के मुंह से – आ आ आ आ आ आ अहह.. ! नही स स स स स स स स स स स स.. ! निकली।।
अंकल का पूरा 9 इंच का लण्ड, मेरी मम्मी के फुददी मे समा चुका था।।
अंकल ने अपना लण्ड बाहर निकाला और देखा तो उसमें थोड़ा सा खून लगा था।।
एक और धक्का मारा और धीरे धीरे, अपनी कमर ऊपर की तरफ उठाते हुए अपना लण्ड मेरी मम्मी के फुददी में घुसा के उन्हें चोदने लगे।।
मम्मी – आ अहह आ आहह ओई ई ईई उफ फ फ फ फफ्फ़ उफफ फफ फफ्फ़ आ आ अहह आ अ हहा ओई ईई औहह औहह माआ आअ हम ममम नाआ आअ उ उईई औहह।। करने लगीं।।
अंकल लगातार, मम्मी को चोदे जा रहे थे।।
वो बीच बीच में, अपनी स्पीड तेज़ कर दे रहे थे।।
ऐसे रफ़्तार से चोदने पर, अंकल की जांघें जब भी मम्मी के चूतड़ से टकराती थी तब – ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप.. ! फट फट फट फट फट फट फट.. ! की आवाज़ निकल रही थी।।
अंकल को देख के ऐसा लग रहा था, जैसे उन्हें कई औरतों के साथ सेक्स किया होगा।।
उनके “स्टेमीना” के सामने, मम्मी की हालत खराब होती नज़र आ रही थी।।
बीच बीच में, मम्मी थक जा रही थीं पर अंकल लगातार, उनकी चुदाई किए जा रहे थे।।
अंकल ने मेरी मम्मी को कस के पकड़ रखा था।।
मम्मी के चुचे, अंकल की छाती से चिपके हुए थे और अंकल मम्मी के लिप्स को अपने होंठ से लगाए हुए उसे चूस रहे थे।।
बड़ी बेदर्दी से वो धका धक.. ! भड़ा भड़.. ! अपना लण्ड, मेरी मम्मी की फुददी में पेले जा रहे थे।।
अंकल का आधा लण्ड, धीरे धीरे मम्मी की फुददी के अंदर बाहर होने लगा।।
अंकल के मुंह से – आ आ आ आहह.. ! आ आ अहह.. ! आ आ आ आ आ आ आ आ आ.. ! की आवाज़ आ रही थी।।
मम्मी लगातार, ऊपर नीचे हो रही थीं और अंकल से चुद रही थीं।।
और.. !
अंकल मेरे सामने, मेरी “माँ” चोद रहे थे।।
चूत मरवाते हुए, उनके चुचे ऊपर नीचे हो रहे थे।।
अंकल बीच बीच में मम्मी के चुचे, अपने हाथ से पकड़ ले रहे थे और मसल दे रहे थे।।
अचानक, मैंने देखा की अंकल का लण्ड फिसल गया और मम्मी की फुददी से बाहर आ गया और मम्मी लड़खड़ा कर, अंकल के पेट पर आ गईं।।
शायद मम्मी, ज़यादा “नशे” में थीं।।
अब अंकल मम्मी के बाल पकड़ कर, उन्हें अपने होंठों के पास लाए और उनके लिप्स पर किस किया और अपने एक हाथ से अपना लण्ड पकड़ के मेरी मम्मी के फुददी के ऊपर रखा और फिर दोनों हाथ लपेट कर उनके कमर को पकड़ लिया।।
उन्होंने अपने घुटने मोड़ के थोड़ा ऊपर होते हुए एक धक्का मारा, मम्मी के मुंह से – आ आ आ आ आ आ अहह.. ! नही स स स स स स स स स स स स.. ! निकली।।
अंकल का पूरा 9 इंच का लण्ड, मेरी मम्मी के फुददी मे समा चुका था।।
अंकल ने अपना लण्ड बाहर निकाला और देखा तो उसमें थोड़ा सा खून लगा था।।
एक और धक्का मारा और धीरे धीरे, अपनी कमर ऊपर की तरफ उठाते हुए अपना लण्ड मेरी मम्मी के फुददी में घुसा के उन्हें चोदने लगे।।
मम्मी – आ अहह आ आहह ओई ई ईई उफ फ फ फ फफ्फ़ उफफ फफ फफ्फ़ आ आ अहह आ अ हहा ओई ईई औहह औहह माआ आअ हम ममम नाआ आअ उ उईई औहह।। करने लगीं।।
अंकल लगातार, मम्मी को चोदे जा रहे थे।।
वो बीच बीच में, अपनी स्पीड तेज़ कर दे रहे थे।।
ऐसे रफ़्तार से चोदने पर, अंकल की जांघें जब भी मम्मी के चूतड़ से टकराती थी तब – ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप.. ! फट फट फट फट फट फट फट.. ! की आवाज़ निकल रही थी।।
अंकल को देख के ऐसा लग रहा था, जैसे उन्हें कई औरतों के साथ सेक्स किया होगा।।
उनके “स्टेमीना” के सामने, मम्मी की हालत खराब होती नज़र आ रही थी।।
बीच बीच में, मम्मी थक जा रही थीं पर अंकल लगातार, उनकी चुदाई किए जा रहे थे।।
अंकल ने मेरी मम्मी को कस के पकड़ रखा था।।
मम्मी के चुचे, अंकल की छाती से चिपके हुए थे और अंकल मम्मी के लिप्स को अपने होंठ से लगाए हुए उसे चूस रहे थे।।
बड़ी बेदर्दी से वो धका धक.. ! भड़ा भड़.. ! अपना लण्ड, मेरी मम्मी की फुददी में पेले जा रहे थे।।