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Adultery मेहमान बेईमान
मैं अच्छे से जानता था.. हम दोनो की निगाहें एक दूसरे से टकराई वो मेरी तरफ एक अजीब ही कातिलाना मुस्कुराहट के साथ देख रही थी उसकी मुस्कुराहट देख कर मैं भी हल्का सा मुस्कुरा दिया. तभी वो मेरे पास एक कदम ऑर बढ़ी उसके इस तरह बढ़ कर मेरे करीब आने से मेरे दिलने जोरो से धड़कना सुरू कर दिया. फिर उसने एक ही झटके मे अपने सरीर से लिपटा हुआ सोल उतार कर मेरे बिस्तर पर फैंक दिया. उसके सोल उतारते ही उसके उरोज मेरे सामने आ गये. सोल के नीचे उसने कुछ नही पहना हुआ था. ये मेरे लिए दूसरा झटका था. उसके उरोज इतनी पास से देख कर मेरे अंडर वेर मे भयंकर हलचल मचने लगी. उसके उरोज जो एक दम दूध के समान गोरे रखे हुए थे. उसपर निप्पलो के नीचे छोटी सी गोलाई थी जो हल्के गुलाबी रंग की थी. फिर उसके निप्पल वो भी गुलाबी रंग के थे. उसके उरोज उसके साँस लेने से हल्के हल्के उपर नीचे हिल रहे थे. मेरी निगाहे तो उसके उरोज से जैसे चिपक सी गई हो वहाँ से हटने का नाम ही नही ले रही थी
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RE: मेहमान बेईमान - by Deadman2 - 14-04-2021, 07:30 PM
RE: मेहमान बेईमान - by Newdevil - 18-07-2021, 03:03 PM



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