12-04-2021, 10:33 AM
चाबी ले कर हम दोनो सड़क पर जहाँ से बस जाती थी वहाँ तक आ जाते है. वहाँ पर हम दोनो ही चुप चाप खड़े हो कर बस का इंतजार कर रहे होते है... तभी मेरी नज़र मेरे सामने ही खड़े हुए एक आदमी पे जाती है जो कि कॉन्स्टेंट्ली मुझे घूर रहा होता है. ही लुक्स ड्रंक आंड कोई गाओं का ही आदमी लग रहा था. थोड़ा बुड्ढ़ा टाइप था. वो बार बार मुझे देखके अपनी जीभ निकालता और अपने मुँह पर फिराने लग जाता. गेट्स अनाय्ड. बट मैं कुछ नही बोलती अमित अब भी मुझसे वैसे ही नाराज़ मेरे बगल मे खड़ा हुआ था. मुझे बहुत ज़ोर की प्यास लग रही थी और मैं पानी की बोतल भी नही लाई थी.
“अमित मैं अभी सामने दुकान से पानी की बोतल ले कर आती हू.” मैने कहा और अपना पर्स ले कर सामने दुकान की तरफ जाने लगी तो उसने मुझे वही खड़े रहने का इशारा किया और खुद पानी लेने के लिए चला गया. अमित के मेरे पास पास से हट ते ही वो आदमी मौका देखके मेरे बगल मे आके अपनी जीभ निकालके खड़ा हो जाता है. और अपनी लूँगी के उपर से ही अपने लिंग को सहलाता है. उसकी इस हरकत को देख कर मैने बुरा सा मुँह बनाया और दूसरी तरफ मूड गयी.
मेरे इस तरह से उसकी तरफ पीठ कर लेने से वो आदमी अपना आपा खो देता है आंड अचानक पीछे से आ कर मेरा हाथ पकड़ लेता है. उसने मुझे पीछे से पूरी तरह से अपनी बाहो मे जाकड़ लिया था जिस वजह से उसका लिंग मुझे मेरे नितंबो पर गढ़ता हुआ सॉफ महसूस हो रहा था.
मैं उसकी हरकत पर गुस्से से चिल्ला कर उसे अपने से झटक कर अलग कर देती हू. मेरी आवाज़ सुन कर दुकान से पानी की बोतल कर दौड़ता हुआ मेरे पास आ जाता है और उस अददमी को खूब पीटता है. वो उस आदमी को मार कर अपना सारा गुस्सा उस पर निकाल रहा था. मेरी आवाज़ सुन कर बाकी लोग भी जो वहाँ खड़े हुए थे जमा हो जाते है आंड स्टार्ट बीटिंग दट ओल्ड मॅन. बुड्ढ़ा बुरी तरह से ज़मीन पर गिर जाता है...आंड अमित फोर्सस हिम टू अपॉलॉजाइज़ टू मी. अमित उस से मेरे पैर छू कर मुझसे माफी माँगने को कहता है.. वो मेरे पैरों में गिर के माफी माँगता है. मैं अमित का इस तरह मेरे लिए उस आदमी को मारने से काफ़ी खुश हो गयी उसकी बहादुरी देख कर तो मुझे और भी ज़्यादा खुशी हो रही थी.
मैने इस मौके का फ़ायदा उठना चाहा और अमित की तरफ देख कर बोली “क्या अब भी तुम ये कहोगे कि ये सब मैने अपनी मर्ज़ी से किया है.” मैने अमित से बात करते हुए अपना चेहरा एक दम मासूम वाला बना लिया था. “जिस तरह इस ने मेरे साथ किया ठीक उन दोनो लड़को ने भी मेरे साथ वैसा ही किया. मैं तो मम्मी ने जो काम बताया था वो काम करने जा रही थी और तभी संजय ने मुझे उसकी हेल्प करने की रिक्वेस्ट की छोटा बच्चा समझ कर मैने उसकी हेल्प करनी चाही पर मुझे नही पता था कि वो मेरे साथ ऐसा कुछ करेगा” ये बोलते बोलते ना जाने मुझे क्या हुआ और मेरी आँखो मे अपने आप आँसू आ गये.
“भाभी मुझे माफ़ कर दो. मैं ये भूल गया था कि तुम उपर वाले का बनाया हुआ वो नायाब हीरा हो जिसे हर कोई अपना बनाना चाहता है. मुझे तुम्हारी बहुत चिंता हो रही है तुम इस तरह अकेले बस मे जाओगी. मुझे ठीक नही लग रहा है. कहो तो मैं चलता हू तुम्हारे साथ” अमित ने एक ही पल मे अपना गुस्सा पूरा का पूरा भुला दिया.
“रेलेक्स अमित मुझे नही लगता है कि अब कोई भी मुझे छेड़ने की ज़रा भी सोचेगा” ये बोल कर हम दोनो हँसने लग जाते है. थोड़ी ही देर मैं बस आ जाती है और मैं बस मे बैठ जाती हू. बस बिल्कुल खाली सी ही थी एक दो सवारिया ही बैठी थी बस मे इस लिए मैं बस मे विंडो की तरफ जा कर बैठ जाती हू. थोड़ी ही देर मे बस चालू हो जाती है और ठंडी ठंडी हवा चेहरे पर महसूस होते ही मैं उस पल मे आँखे बंद कर उसे महसूस करने लग जाती हू. जैसे ही मेरी आँख खुलती है तो वो बुड्ढ़ा मेरे बगल मे बैठा हुआ था
“अमित मैं अभी सामने दुकान से पानी की बोतल ले कर आती हू.” मैने कहा और अपना पर्स ले कर सामने दुकान की तरफ जाने लगी तो उसने मुझे वही खड़े रहने का इशारा किया और खुद पानी लेने के लिए चला गया. अमित के मेरे पास पास से हट ते ही वो आदमी मौका देखके मेरे बगल मे आके अपनी जीभ निकालके खड़ा हो जाता है. और अपनी लूँगी के उपर से ही अपने लिंग को सहलाता है. उसकी इस हरकत को देख कर मैने बुरा सा मुँह बनाया और दूसरी तरफ मूड गयी.
मेरे इस तरह से उसकी तरफ पीठ कर लेने से वो आदमी अपना आपा खो देता है आंड अचानक पीछे से आ कर मेरा हाथ पकड़ लेता है. उसने मुझे पीछे से पूरी तरह से अपनी बाहो मे जाकड़ लिया था जिस वजह से उसका लिंग मुझे मेरे नितंबो पर गढ़ता हुआ सॉफ महसूस हो रहा था.
मैं उसकी हरकत पर गुस्से से चिल्ला कर उसे अपने से झटक कर अलग कर देती हू. मेरी आवाज़ सुन कर दुकान से पानी की बोतल कर दौड़ता हुआ मेरे पास आ जाता है और उस अददमी को खूब पीटता है. वो उस आदमी को मार कर अपना सारा गुस्सा उस पर निकाल रहा था. मेरी आवाज़ सुन कर बाकी लोग भी जो वहाँ खड़े हुए थे जमा हो जाते है आंड स्टार्ट बीटिंग दट ओल्ड मॅन. बुड्ढ़ा बुरी तरह से ज़मीन पर गिर जाता है...आंड अमित फोर्सस हिम टू अपॉलॉजाइज़ टू मी. अमित उस से मेरे पैर छू कर मुझसे माफी माँगने को कहता है.. वो मेरे पैरों में गिर के माफी माँगता है. मैं अमित का इस तरह मेरे लिए उस आदमी को मारने से काफ़ी खुश हो गयी उसकी बहादुरी देख कर तो मुझे और भी ज़्यादा खुशी हो रही थी.
मैने इस मौके का फ़ायदा उठना चाहा और अमित की तरफ देख कर बोली “क्या अब भी तुम ये कहोगे कि ये सब मैने अपनी मर्ज़ी से किया है.” मैने अमित से बात करते हुए अपना चेहरा एक दम मासूम वाला बना लिया था. “जिस तरह इस ने मेरे साथ किया ठीक उन दोनो लड़को ने भी मेरे साथ वैसा ही किया. मैं तो मम्मी ने जो काम बताया था वो काम करने जा रही थी और तभी संजय ने मुझे उसकी हेल्प करने की रिक्वेस्ट की छोटा बच्चा समझ कर मैने उसकी हेल्प करनी चाही पर मुझे नही पता था कि वो मेरे साथ ऐसा कुछ करेगा” ये बोलते बोलते ना जाने मुझे क्या हुआ और मेरी आँखो मे अपने आप आँसू आ गये.
“भाभी मुझे माफ़ कर दो. मैं ये भूल गया था कि तुम उपर वाले का बनाया हुआ वो नायाब हीरा हो जिसे हर कोई अपना बनाना चाहता है. मुझे तुम्हारी बहुत चिंता हो रही है तुम इस तरह अकेले बस मे जाओगी. मुझे ठीक नही लग रहा है. कहो तो मैं चलता हू तुम्हारे साथ” अमित ने एक ही पल मे अपना गुस्सा पूरा का पूरा भुला दिया.
“रेलेक्स अमित मुझे नही लगता है कि अब कोई भी मुझे छेड़ने की ज़रा भी सोचेगा” ये बोल कर हम दोनो हँसने लग जाते है. थोड़ी ही देर मैं बस आ जाती है और मैं बस मे बैठ जाती हू. बस बिल्कुल खाली सी ही थी एक दो सवारिया ही बैठी थी बस मे इस लिए मैं बस मे विंडो की तरफ जा कर बैठ जाती हू. थोड़ी ही देर मे बस चालू हो जाती है और ठंडी ठंडी हवा चेहरे पर महसूस होते ही मैं उस पल मे आँखे बंद कर उसे महसूस करने लग जाती हू. जैसे ही मेरी आँख खुलती है तो वो बुड्ढ़ा मेरे बगल मे बैठा हुआ था