09-04-2021, 04:51 PM
फिर मैंने कहा कि दीदी मुझे शर्म आ रही है तो दीदी ने कहा कि तू मेरे कपड़े उतार तो मैंने मना कर दिया में ऐसा नहीं कर सकता. फिर दीदी ने कहा कि तूने मेरी कसम खाई है और अब में भी मजबूर था. फिर मैंने दीदी की टी-शर्ट निकाली तो दीदी ने अंदर लाल कलर की ब्रा पहनी हुई थी. फिर मैंने उनका पजामा निकाला तो अब दीदी ब्रा और पेंटी में थी. अब वो मस्त हुस्न देखकर मेरी आँखे फटी की फटी रह गई. मैंने पहले कभी ऐसा नहीं देखा था. अब रेखा दीदी एकदम सेक्सी परी लग रही थी और मेरा हाल तो बेहाल होने लगा था.
अब मेरा 7 इंच का लंड पूरा 90° में आ गया था और दर्द होने लगा था. फिर मैंने दीदी को कहा कि दीदी बहुत दर्द हो रहा है तो दीदी ने झट से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसना चालू किया. अब मुझे गुदगुदी नहीं हो रही थी, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर दीदी ने मेरे लंड को अपने मुँह से निकाल कर अपने हाथ में लेकर आगे पीछे किया तो कुछ देर के बाद मेरा लंड फूलने लगा और दीदी ने मेरा लंड फिर से अपने मुँह में ले लिया तो मुझे झटका जैसे लगा और मेरा माल निकल गया.
फिर दीदी ने मेरा सारा माल पी लिया, अब मेरा लंड मुरझा गया था. फिर मैंने दीदी को कहा कि दीदी मुझे आपका दूध पीना है. फिर दीदी ने कहा कि पी ना सारा तेरा है जो करना है कर, फिर मैंने दीदी की ब्रा को उतारा और उनके बूब्स का दूध पीना स्टार्ट किया. अब दीदी सिसकारियां ले रही थी और अब दीदी ने एक हाथ से मेरा सिर पकड़ा था और एक हाथ से अपनी चूत रगड़ रही थी.
अब मेरा 7 इंच का लंड पूरा 90° में आ गया था और दर्द होने लगा था. फिर मैंने दीदी को कहा कि दीदी बहुत दर्द हो रहा है तो दीदी ने झट से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसना चालू किया. अब मुझे गुदगुदी नहीं हो रही थी, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर दीदी ने मेरे लंड को अपने मुँह से निकाल कर अपने हाथ में लेकर आगे पीछे किया तो कुछ देर के बाद मेरा लंड फूलने लगा और दीदी ने मेरा लंड फिर से अपने मुँह में ले लिया तो मुझे झटका जैसे लगा और मेरा माल निकल गया.
फिर दीदी ने मेरा सारा माल पी लिया, अब मेरा लंड मुरझा गया था. फिर मैंने दीदी को कहा कि दीदी मुझे आपका दूध पीना है. फिर दीदी ने कहा कि पी ना सारा तेरा है जो करना है कर, फिर मैंने दीदी की ब्रा को उतारा और उनके बूब्स का दूध पीना स्टार्ट किया. अब दीदी सिसकारियां ले रही थी और अब दीदी ने एक हाथ से मेरा सिर पकड़ा था और एक हाथ से अपनी चूत रगड़ रही थी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.