09-04-2021, 04:10 PM
फिर हम बोले
की दी आप नाटक क्यो कर रही थी कि मुझे तुम्हरे साथ ये सब नही करना है तो दी बोली बस ऐसे ही ,थोड़ा सा सच बोलू भाई मुझे तुमसे सेक्स करवाने का बहुत दिन से मन था लेकिन नही बोल पा रही थी ।।तो हम बोले अब बोलो कब सुहागरात मनाएंगे तो दी बोली आज ! तो हम ये सुन के हम बहुत खुश हुए ।फिर हम दी से बोले दी चलो तब जल्दी से मार्केट शाम होने वाली है।दी बोली ठीक है./ दी जल्दी से तैयार हुई और हम मार्केट चले गए और हम दोनों सब सामान खरीद के ले आये और खाना भी बाहर से ही ले के आ गए। फिर हम दोनों भाई बहन ने मम्मी पापा वाले रूम को फूलों से बहुत अच्छी तरह से सजा दिया।और नई बेडशीट भी लगा दी।फिर हम दोनों ने खाना खा लिया और दी बोली अब जाओ नाहा लो।और दी ने शेरवानी दी जो आज खरीदा थी और ।बोली जाओ पहन लो और मैं दी से पूछा आप क्या पहनोगी तो दी बोली मम्मी की शादी का जोड़ा। हम बोले ठीक है आप भी नाहा लो।दी बोली एक घंटा बाद आना रूम में हम बोले ठीक है दी।फिर हम दोनों नहाने चले गए।फिर हम नाहा के तैयार हो के इंत्जार करने लगा।फिर समय हो गया हम रूम में पहुंच कर धीरे से रूम खोल के अंदर चला गया ।दी घूंघट लिए सेज पर बैठी थी।रूम में दी ने सुगन्धित मोमबती जला दी थी। जो पूरा रूम को रोमांटिक बना रही थी । हम ने रूम का किवाड बंद कर दिए ।और हम बेड पर चले गए और अब मैंने धीरे से दी का घूंघट उठा दिया।दी बहुत खूबसूरत लग रही थी।मैं ने एक किस्स दी के सर पर लिया और बोला आइ लव यू दी।दी भी बोली फिर दी बोली एक और कमी पूरा कर दो तो हम बोले क्या दी ,तो दी बोली मेरी माँग भर दो मै असल जैसा फील करना चाहती हूँ।हम बोले ओके दी।मैं मम्मी की सिंदूर का डिब्बा लिया और ले जा कर दी कि माँग भर दिया। दी बोली भाई जब तक मेरी शादी नही होती तुम मेरे पति रहोगे ना।तो मैं बोला हां दी ।फिर दी बोली की चलो आज की रात को यादगार बनाते है।हम बोले हाँ दीदी फिर हम अपनी दी के होठों पर अपना होंठ रख कर किस करने लगा और दी भी पूरे जोश के साथ करने लगी दस मिनट तक दी के होठ चूसता रहा ।
की दी आप नाटक क्यो कर रही थी कि मुझे तुम्हरे साथ ये सब नही करना है तो दी बोली बस ऐसे ही ,थोड़ा सा सच बोलू भाई मुझे तुमसे सेक्स करवाने का बहुत दिन से मन था लेकिन नही बोल पा रही थी ।।तो हम बोले अब बोलो कब सुहागरात मनाएंगे तो दी बोली आज ! तो हम ये सुन के हम बहुत खुश हुए ।फिर हम दी से बोले दी चलो तब जल्दी से मार्केट शाम होने वाली है।दी बोली ठीक है./ दी जल्दी से तैयार हुई और हम मार्केट चले गए और हम दोनों सब सामान खरीद के ले आये और खाना भी बाहर से ही ले के आ गए। फिर हम दोनों भाई बहन ने मम्मी पापा वाले रूम को फूलों से बहुत अच्छी तरह से सजा दिया।और नई बेडशीट भी लगा दी।फिर हम दोनों ने खाना खा लिया और दी बोली अब जाओ नाहा लो।और दी ने शेरवानी दी जो आज खरीदा थी और ।बोली जाओ पहन लो और मैं दी से पूछा आप क्या पहनोगी तो दी बोली मम्मी की शादी का जोड़ा। हम बोले ठीक है आप भी नाहा लो।दी बोली एक घंटा बाद आना रूम में हम बोले ठीक है दी।फिर हम दोनों नहाने चले गए।फिर हम नाहा के तैयार हो के इंत्जार करने लगा।फिर समय हो गया हम रूम में पहुंच कर धीरे से रूम खोल के अंदर चला गया ।दी घूंघट लिए सेज पर बैठी थी।रूम में दी ने सुगन्धित मोमबती जला दी थी। जो पूरा रूम को रोमांटिक बना रही थी । हम ने रूम का किवाड बंद कर दिए ।और हम बेड पर चले गए और अब मैंने धीरे से दी का घूंघट उठा दिया।दी बहुत खूबसूरत लग रही थी।मैं ने एक किस्स दी के सर पर लिया और बोला आइ लव यू दी।दी भी बोली फिर दी बोली एक और कमी पूरा कर दो तो हम बोले क्या दी ,तो दी बोली मेरी माँग भर दो मै असल जैसा फील करना चाहती हूँ।हम बोले ओके दी।मैं मम्मी की सिंदूर का डिब्बा लिया और ले जा कर दी कि माँग भर दिया। दी बोली भाई जब तक मेरी शादी नही होती तुम मेरे पति रहोगे ना।तो मैं बोला हां दी ।फिर दी बोली की चलो आज की रात को यादगार बनाते है।हम बोले हाँ दीदी फिर हम अपनी दी के होठों पर अपना होंठ रख कर किस करने लगा और दी भी पूरे जोश के साथ करने लगी दस मिनट तक दी के होठ चूसता रहा ।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
