09-04-2021, 03:38 PM
मैंने अपना लन्ड पूरा बाहर निकाला और एक जोर का झटका मारा. मेरा पूरा लन्ड इस बार दीदी की बूर में समां गया.
दीदी: आइईईईई.. अह्ह्hह्हह.. फाड़ दिया पूरा..
मैं ५ मिनट ऐसे ही रहा और उसके बाद दीदी को किश करते हुए चोदने लगा.. अब दीदी का दर्द ख़तम हुआ और वो भी मजा लेने लग.
दीदी: अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह.. ओह्ह्ह्हह्हह …..
मैं: बहुत तरसाया है दीदी अपनी गदरायी जवानी दिखा कर..
दीदी: आअह्ह्ह्हह्हह …. भाई निकाल ले अपनी हवस .. चोद अपनी बहन को…
मैं: ये ले साली.. खाले अपने भाई का लन्ड..
दीदी: फ़क मी रोहित.. फास्टर भाई… फ़क मी डीप
मैंने चोदने की रफ्तार और तेज कर दी. मेरा लन्ड घाचा घच दीदी सेक्सी स्टोरी की बूर में अंदर बाहर हो रहा था…हर शॉट के साथ दीदी की चूचियां हिल रही थी..
मैं: क्या चूचियां है दीदी ..
दीदी: दबा दबा कर चोद मुझे..
मैं: आई लव यू दीदी..
मैं ताबड़ तोड़ दीदी को चोद रहा था और उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को मसल रहा था. ३० मिनट चोदने के बाद मैंने दीदी को डोग्गी स्टाइल में ले लिया और पीछे से उसकी बूर में लन्ड पेलने लगा.. उनकी चूचियां आगे की तरफ झूल रही थी.. जिसे मैं दबा दबाकर चोद रहा था. दीदी की चुत्तड़ बहुत बड़ी थी, जो मेरे लन्ड के साथ टकरा रही थी.
मैं: क्या मस्त गांड है दीदी आपकी .. आपका भाई आपकी गांड भी मारना चाहेगा..
दीदी: उईईईईई …मार लेना भाई.. पहले बूर इस बूर की प्यास बुझा.. और चोद मुझे.. फ़क मी बेबी..
मैं: दीदी मेरा झड़ने वाला है..अह्हह्ह्ह्ह
दीदी: थोड़ा और चोद बहनचोद… घुसा अपना लन्ड जोर जोर से मेरी बूर में.. भोग अपनी दीदी का जवान बदन.. चोद डाल..
मैं: ये ले मेरी कंचन रंडी.. देख साली मेरा लन्ड पूरा खा है तेरे बूर ने..
मैं बहुत तेजी से दीदी को चोदने लगा, लन्ड फचा फच दीदी की बूर में अंदर बाहर हो रहा. करीब १ घंटा मैंने दीदी को कसकर ठोका और उनकी बूर में ही झड़ गया..
दीदी: उफ्फ्फ्फ़ भाई.. क्या चुदाई की है तूने..आज पूरा संतुस्ट कर दिया तूने मुझे..
मैं: अह्ह्ह्हह.. दीदी कबसे आपको चोदना चाहता था मैं मजा आ गया.. अब मैं आपको हमेशा चोदूंगा ..
दीदी: जरूर मेरे भाई….
दीदी: आइईईईई.. अह्ह्hह्हह.. फाड़ दिया पूरा..
मैं ५ मिनट ऐसे ही रहा और उसके बाद दीदी को किश करते हुए चोदने लगा.. अब दीदी का दर्द ख़तम हुआ और वो भी मजा लेने लग.
दीदी: अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह.. ओह्ह्ह्हह्हह …..
मैं: बहुत तरसाया है दीदी अपनी गदरायी जवानी दिखा कर..
दीदी: आअह्ह्ह्हह्हह …. भाई निकाल ले अपनी हवस .. चोद अपनी बहन को…
मैं: ये ले साली.. खाले अपने भाई का लन्ड..
दीदी: फ़क मी रोहित.. फास्टर भाई… फ़क मी डीप
मैंने चोदने की रफ्तार और तेज कर दी. मेरा लन्ड घाचा घच दीदी सेक्सी स्टोरी की बूर में अंदर बाहर हो रहा था…हर शॉट के साथ दीदी की चूचियां हिल रही थी..
मैं: क्या चूचियां है दीदी ..
दीदी: दबा दबा कर चोद मुझे..
मैं: आई लव यू दीदी..
मैं ताबड़ तोड़ दीदी को चोद रहा था और उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को मसल रहा था. ३० मिनट चोदने के बाद मैंने दीदी को डोग्गी स्टाइल में ले लिया और पीछे से उसकी बूर में लन्ड पेलने लगा.. उनकी चूचियां आगे की तरफ झूल रही थी.. जिसे मैं दबा दबाकर चोद रहा था. दीदी की चुत्तड़ बहुत बड़ी थी, जो मेरे लन्ड के साथ टकरा रही थी.
मैं: क्या मस्त गांड है दीदी आपकी .. आपका भाई आपकी गांड भी मारना चाहेगा..
दीदी: उईईईईई …मार लेना भाई.. पहले बूर इस बूर की प्यास बुझा.. और चोद मुझे.. फ़क मी बेबी..
मैं: दीदी मेरा झड़ने वाला है..अह्हह्ह्ह्ह
दीदी: थोड़ा और चोद बहनचोद… घुसा अपना लन्ड जोर जोर से मेरी बूर में.. भोग अपनी दीदी का जवान बदन.. चोद डाल..
मैं: ये ले मेरी कंचन रंडी.. देख साली मेरा लन्ड पूरा खा है तेरे बूर ने..
मैं बहुत तेजी से दीदी को चोदने लगा, लन्ड फचा फच दीदी की बूर में अंदर बाहर हो रहा. करीब १ घंटा मैंने दीदी को कसकर ठोका और उनकी बूर में ही झड़ गया..
दीदी: उफ्फ्फ्फ़ भाई.. क्या चुदाई की है तूने..आज पूरा संतुस्ट कर दिया तूने मुझे..
मैं: अह्ह्ह्हह.. दीदी कबसे आपको चोदना चाहता था मैं मजा आ गया.. अब मैं आपको हमेशा चोदूंगा ..
दीदी: जरूर मेरे भाई….
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
