09-04-2021, 03:37 PM
फिर सपना की बारी आई. अतुल शायद इसी का वेट कर रहा था.
अतुल: सपना, मेरी बहन आज तुझे अपनी इन चूचियों के दर्शन करवाने होंगे
सपना: भैया मुझे शर्म आ रही है..
मैं: दिखा दे सपना, आज अपना बदन अपने भाई को दिखा दे
फिर सपना ने अपनी ब्रा उतर दी, उसके दोनों बड़े बड़े चूचे आजाद हो गए. अतुल से संभाला नहीं गया.. वो सपना की चूचियों को पकड़ कर दबाने लगा
मैं: साले तू सपना की चूचियों को दबा रहा है
अतुल: भाई तेरा चांस आएगा तो तू कंचन का दबा लेना
फिर नेक्स्ट टर्न कंचन दीदी का आया..
अतुल: कंचन मेरी रानी, अब तेरी चूचियों के साथ रोहित खेलेगा
मैंने तुरंत कंचन दीदी को पकड़ा और एक स्मूच दे दिया.. दीदी ने भी विरोध नहीं किया, शायद मेरी बातों से गरम हो गयी.. मैंने दीदी की गांड को खूब दबाया. फिर मैंने दीदी की चूचियों को नंगा कर दिया.. क्या बड़ी बड़ी चूचियां थी साली की.. खूब मसला मैंने उसे
दीदी: अह्ह्ह्ह भाई… मजा आ रहा है.. जोर से दबा ..
मैंने १० मिनट तक दीदी की चूचियों को खूब दबाया. दीदी ने अपने कपडे ठीक किये और फिर हम खेल आगे बढ़ाने लगे. फिर मेरा टर्न आया.
अतुल: सपना, मेरी बहन आज तुझे अपनी इन चूचियों के दर्शन करवाने होंगे
सपना: भैया मुझे शर्म आ रही है..
मैं: दिखा दे सपना, आज अपना बदन अपने भाई को दिखा दे
फिर सपना ने अपनी ब्रा उतर दी, उसके दोनों बड़े बड़े चूचे आजाद हो गए. अतुल से संभाला नहीं गया.. वो सपना की चूचियों को पकड़ कर दबाने लगा
मैं: साले तू सपना की चूचियों को दबा रहा है
अतुल: भाई तेरा चांस आएगा तो तू कंचन का दबा लेना
फिर नेक्स्ट टर्न कंचन दीदी का आया..
अतुल: कंचन मेरी रानी, अब तेरी चूचियों के साथ रोहित खेलेगा
मैंने तुरंत कंचन दीदी को पकड़ा और एक स्मूच दे दिया.. दीदी ने भी विरोध नहीं किया, शायद मेरी बातों से गरम हो गयी.. मैंने दीदी की गांड को खूब दबाया. फिर मैंने दीदी की चूचियों को नंगा कर दिया.. क्या बड़ी बड़ी चूचियां थी साली की.. खूब मसला मैंने उसे
दीदी: अह्ह्ह्ह भाई… मजा आ रहा है.. जोर से दबा ..
मैंने १० मिनट तक दीदी की चूचियों को खूब दबाया. दीदी ने अपने कपडे ठीक किये और फिर हम खेल आगे बढ़ाने लगे. फिर मेरा टर्न आया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
