09-04-2021, 03:35 PM
मेरा नाम रोहित है. मेरी उम्र २५ साल है. मेरी फॅमिली में मेरे पेरेंट्स के अलावा मेरी एक बड़ी दीदी है, कंचन.
दीदी २८ साल एक कामुक लड़की है. दीदी का फिगर ३८-३०-३८ का होगा. फुटबॉल के साइज की बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर में कयामत लगती है. सबसे मस्त उभरी हुई बड़ी सी गांड. दीदी किसी मॉडल के तरह तन कर चलती है, जिससे उनकी चूचियां और बड़ी लगती है और गांड को बाहर की तरफ निकली रहती है. मैं दीदी की जवान गदरायी हुई जिस्म का दीवाना हूँ.
कंचन दीदी मेरी अच्छी दोस्त है और हम एक सेक्सी स्टोरी दूसरे से सब बातें शेयर करते है. दीदी ने मुझे अपने बॉयफ्रेंड अतुल के बारे में बताया और उसकी बहन सपना के साथ मेरी सेटिंग करवाई. हम चारो काफी एन्जॉय करते है.
एक बार हमारे पेरेंट्स रिलेटिव के पास चले गए. दीदी ने अतुल और सपना को अपने घर बुला लिया.
मैं: दीदी आज आप बहुत खुस लग रही हो?
कंचन: हाँ भाई, बहुत दिनों बात हम मजे करेंगे
मैं: हाँ दीदी वो तो है, आज पार्टी करेंगे जमकर
कंचन: हम्म .. तू कंडोम तो ले आया न
मैं: हाँ दीदी, २० पैकेट्स कंडोम ले आया हूँ. आज जमकर चुदाई होगी घर में
कंचन: हाँ भाई, बहुत दिन से सूखा पड़ा था..
मैं: हाँ दीदी, अतुल तो आपको छोड़ेगा नहीं.. बहुत चोदेगा आपको
कंचन: तू जैसे सपना को छोड़ देगा
मैं: हाँ दीदी मैं तो सपना को रगड़ रगड़ कर चोदूंगा
कंचन: हाय भाई ..क्यू गीली कर रहा है चूत मेरी.
दीदी २८ साल एक कामुक लड़की है. दीदी का फिगर ३८-३०-३८ का होगा. फुटबॉल के साइज की बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर में कयामत लगती है. सबसे मस्त उभरी हुई बड़ी सी गांड. दीदी किसी मॉडल के तरह तन कर चलती है, जिससे उनकी चूचियां और बड़ी लगती है और गांड को बाहर की तरफ निकली रहती है. मैं दीदी की जवान गदरायी हुई जिस्म का दीवाना हूँ.
कंचन दीदी मेरी अच्छी दोस्त है और हम एक सेक्सी स्टोरी दूसरे से सब बातें शेयर करते है. दीदी ने मुझे अपने बॉयफ्रेंड अतुल के बारे में बताया और उसकी बहन सपना के साथ मेरी सेटिंग करवाई. हम चारो काफी एन्जॉय करते है.
एक बार हमारे पेरेंट्स रिलेटिव के पास चले गए. दीदी ने अतुल और सपना को अपने घर बुला लिया.
मैं: दीदी आज आप बहुत खुस लग रही हो?
कंचन: हाँ भाई, बहुत दिनों बात हम मजे करेंगे
मैं: हाँ दीदी वो तो है, आज पार्टी करेंगे जमकर
कंचन: हम्म .. तू कंडोम तो ले आया न
मैं: हाँ दीदी, २० पैकेट्स कंडोम ले आया हूँ. आज जमकर चुदाई होगी घर में
कंचन: हाँ भाई, बहुत दिन से सूखा पड़ा था..
मैं: हाँ दीदी, अतुल तो आपको छोड़ेगा नहीं.. बहुत चोदेगा आपको
कंचन: तू जैसे सपना को छोड़ देगा
मैं: हाँ दीदी मैं तो सपना को रगड़ रगड़ कर चोदूंगा
कंचन: हाय भाई ..क्यू गीली कर रहा है चूत मेरी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
![thanks thanks](https://xossipy.com/images/smilies/thanks.gif)