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Misc. Erotica पाँच सहेलियाँ
#38
रात को सोने के लिए सब छत पर आते है। ईशा अपनी आज की गोलू के साथ चुदाई की कहानी सबको बताती है। दिया नेहा और भोला के चुदाई के बारे में सबको बताती है, तो नेहा को अभी अपनी कहानी सबको बताना पड़ती है। रानू और आशा एक दूसरे को देख रहे होते है तभी ईशा बोलती है तुम भी सुना दो। रानू कहती है हमने थोड़ी किसी से चुदवाया है। ईशा बोलती है आपस मे तो चुदाई के मजे लिए है। आशा और रानू फिर सबको बताते है कि ईशा और गोलू के कारण हम उत्तेजित हुए थे। दिया के अंदर चुदाई की तड़प जाग उठी थी, अब उसे रितेश का कुछ ध्यान नही था, चुदने का मन हो रहा था। सब सो जाते है।

दिया सुबह 5 बजे उठती है, उसकी पैंटी गिली है, क्योंकि उसने चुदाई का सपना देखा था। नींद तो उड़ चुकी थी। वो नीचे जाती है और देखती है गोलू उठ चुका है और कही जाने की तैयारी कर रहा है। दिया उस से पूछती है, इतनी सुबह कहा जा रहे।
गोलू- खेत पर
दिया- क्यों?
गोलू- थोड़ी देर कसरत करूँगा, फिर खेत मे पानी देने के बाद वापस आ जाऊँगा।
गोलू- तुम क्यों जल्दी उठ गई?
दिया- नींद खुल गयी, अब आ भी नही रही।
गोलू- चलो मेरे साथ, ताजी हवा में घूम लो।
दिया सोचती है, वैसे भी इन लड़कियों को उठने में अभी समय है, घूम आती हूँ। गोलू और दिया खेत पहुँचते है। गोलू कसरत करता है, दिया उसे देखती है। गोलू सिर्फ लंगोट पहनकर कसरत कर रहा है। दिया को नेहा की चुदाई और रात को लड़कियों की बाते याद आती है, मन मे चुदाई को लेकर ख्याल आते है। गोलू कसरत करने के बाद खेतो में पानी देने की तैयारी करता है। सबसे पहले वो खुद नहाता है और गीले बदन से ही खेत मे पानी देने लगता है। दिया बोलती है, एक बार मैं भी पानी डालूँगी। वो पाइप हाथ मे लेती है, पर पानी का प्रेशर ज्यादा होने के कारण पाइप उसके हाथ से गोलू की तरफ हो जाता है। गोलू को लगता है दिया उसके साथ मस्ती कर रही है। गोलू दिया को पीछे से पकड़ लेता है। गोलू के गीले बदन से चिपकने के कारण दिया भी गीली हो जाती है। गोलू का बदन उसके बदन से चिपका हुआ है। दिया गोलू की पकड़ से बाहर आने की कोशिश करती है, और पलट जाती है। गोलू उसे और जोर से अपने पास दबा लेता है। दिया का हाथ गोलू के बदन पर रहता है, दिया भी पूरी तरह से भीग जाती है। दोनों की नजर मिलती है। गोलू अपना हाथ कमर तक लस जाता है। दिया और गोलू एक दूसरे के होंठों को चूमते है। दिया गोलू के बदन को चूमते हुए उसकी लंगोट तक आ जाती है। गोलू दिया के कपड़े उतार देता है। दिया को नंगा करने के बाद, खुद भी नंगा हो जाता है। दिया गोलू को नंगा देख कर पलट जाती है। गोलू उसे पीछे से हग करता है। गोलू का कड़क लंड दिया कि गांड से चिपका हुआ है। गोलू पीछे से ही उसके बूब्स मसल रहा है और दिया को चूम रहा है। दिया कि चूत की आग और बढ़ जाती है। गोलू अच्छे से उसकी चूत के मसलता है। दिया को खेत मे लेटा कर उसकी चूत पर अपना लन्ड रखता है। दिया का तो कल से ही मन था कि खुले खेत मे तगड़ा लन्ड उसकी चूत को चोदे। दिया ने गोलू से कहा, अब और न इंतजार करवाओ, अपना लन्ड मेरी चूत में डालो। गोलू भी ये सुनकर जोश में आ गया और दिया को चोदने लगा। दिया भी गोलू का पूरा साथ दे रही थी। ये पहला मौका जब दिया ने बिना कंडोम के लन्ड अपनी चूत में डलवाया था। गोलू के झटकों के साथ वो भी पूरा साथ दे रही थी।
इधर गोलू और दिया के निकलने के थोड़ी देर बाद रानू की भी नींद खुल गयी थी। उसने देखा कि दिया और गोलू दोनों नही है। भोला से पूछा, उसने नींद में ही बोल दिया, शायद खेत गए है। रानू भी ये सोच कर खेत की तरफ चली गयी कि, क्या पता आज भी चुदाई देखने को मिल जाये। उसने सोचा अगर गोलू और दिया ने उसे आते हुए देख लिया तो शायद उसे चुदाई देखने को ना मिले। इसलिए वो पास वाले खेत मे गयी, उस खेत मे बने छोटे से कमरे में घुस गई, उसे लग रहा था कि वो यहां से सब देख लेगी। दिया और गोलू की चुदाई तो खेत के दूसरी तरफ चल रही थी, इसलिये वहाँ से कुछ नही दिख सकता था। उस कमरे में अंधेरा भी बहुत था, उसने सोचा चलो अपने ही खेत मे चला जाये। तभी एक लड़का रूम में आया और उसने अंधेरे में खड़ी रानू को गले लगाया और बोला मुझे पता था तुम जरूर आओगी। उसके होंठो को चूमने लगा। रानू ने उसे धक्का दे कर अलग किया और रूम से बाहर आई। लड़का भी बाहर आ गया। लड़का रानु को देख कर चोक गया और पूछा तुम कौन हो।
रानू- तुम कौन हो, मेरे साथ ऐसा क्यों किया!?
उस लड़के ने कहा- मैं तो अपनी पड़ोसन में रहने वाली लड़की का इंतज़ार कर रहा था। मैंने उसे यहाँ बुलाया था। उसने तुम्हे क्यों भेज दिया।
रानू- मुझे किसी ने नही भेजा, मैं तो अपने खेत मे आयी थी।
लड़का- क्या ये खेत तुम्हारा है?
रानू- पास वाला है।
लड़का- यहाँ क्यों आयी? (गुस्से में)
तभी उन्हें दूर से एक लड़का और लड़की आते हुए दिखाई देते है, लड़का रानू का हाथ पकड़ के झाड़ियों के पीछे ले जाता है और रानू से कहता है, यही वो लड़की है, पर उसका भाई भी साथ है। हमे थोड़ी देर यही चुपचाप बैठे रहना होगा, नही तो उसका भाई मुझे मारेगा। उस लड़की का भाई धीरे से रूम में जाता है और बाहर आ जाता है। अपनी बहन को गुस्से में बोलता है, यही आने वाला था ना वो। लड़की अपने भाई से बोलती है आपको गलतफमी हुए है कोई नही आने वाला है। उधर रानू के खेत से दिया और गोलू दूसरी तरफ निकलते है। लड़की अपने भाई से बोलती है, देखो भाई वो लड़का लड़की जा रहे। आपको किसी ने मेरे बारे में गलत कहा है। भाई ने चेन की सांस ली और अपनी बहन से माफी मांगी और दोनों चल दिये।
इधर रानू इतनी देर से झाड़ियों में उस लड़के के साथ थी, जगह कम होने से दोनों बहुत पास थे। रानू के बूब्स कई बार उस लड़के के बदन से टकरा चुके थे। उस लड़के को दो तीन काँटे पीठ में चुभ चुके थे। उसने झाड़ियों से बाहर आकर अपना कुर्ता निकाला और रानू से बोला जल्दी से मेरी पीठ से कांटा निकाल दो, दर्द हो रहा है। लड़का वही बैठ गया। रानू ने उसकी पीठ से काँटा निकाला। उस लड़के ने रानू से पूछा तुम्हारे खेत मे पानी है, पीठ साफ करनी है। रानू उसे अपने खेत मे ले जाती है। खेत मे पानी देने के कारण मिट्टी गीली थी। रानू यही सोच रही थी कि वो दिया और गोलू की चुदाई नही देख पायी। उसने ध्यान ही नही दिया कि मिट्टी गीली है और वो वहां फिसल गई। पीछे से लड़के ने उसे संभाला पर रानू संभल नही पायी और लड़के की लुंगी पकड़ के नीचे गिर गयी। लड़के की लुंगी निकल गयी। लड़का भी नीचे गिर गया। रानू की आँखों के सामने लड़के का लन्ड था। गलती उसकी थी इसलिए लड़के पर गुस्सा भी नही हो सकती थी। लड़के को रानू के बूब्स के दर्शन होते है, लड़के के लन्ड मर हलचल होना शुरू हो जाती है। रानू देखती है कि लड़के का लन्ड अब खड़ा हो गया है। रानू कुछ बोलती उस से पहले ही लड़का बोल देता है कि तुम्हारे बूब्स है ही इतने सेक्सी तो मैं क्या करूँ। उस लड़के की पड़ोसन और भाई फिर से आते हुए दिखते है। रानू और लड़का खेत के अंदर जा कर छुप जाते है। उस लड़की का भाई अपना मोबाइल उस रूम में भूल गया था, लेकर वापस निकल जाते है। रानू और लड़का दोनों खेत से बाहर आते है। लड़के का लन्ड अभी भी खड़ा है। रानू की नज़र अभी भी लन्ड पर है। लड़का रानू को गले लगा कर चूमता है और थैंक यू बोलता है। लड़के के हाथ रानू के बूब्स पर है और हल्के हाथ से दबा रहा है। रानू उसे रोकती नही है। लड़का रानू के कपड़ो में हाथ डाल के बूब्स छुता है। रानू मना तो करती है पर लड़का रुकता नही है। रानू की चूत पर लन्ड का एहसास, रानू की वासना जागता है। वो रानू के कपड़े उतार देता है। रानू सोचती है जब ईशा, नेहा और दिया चुदाई के मजे ले चुकी है तो मैं क्यों नही। वो अब लड़के को चूमने लग जाती है। लड़का भी उसके बूब्स को प्यार करता है। लड़के का लन्ड रानू की चूत में जाता है और रानू की आह निकल जाती है। लड़का रानू के मुँह पर हाथ रख कर चुदाई जारी रखता है। उसके बाद लन्ड बाहर निकाल के रानू की गांड में डालने की कोशिश करता है। रानू उससे दूर होकर बोलती है जो भी करना है आगे करो, पीछे नही। लड़का फिर से अपना लन्ड चूत में डाल कर चुदाई करने लगता है। रानू अपने ही खेत मे चुद रही है। चुदाई खत्म कर रानू खेत से निकलती है।
रानू के घर से निकलने के थोड़ी देर बाद आशा की नींद भी खुलती है, वो नीचे आती है। भोला घर के पीछे खुले में नहा रहा होता है। आशा उसे नहाते हुए देख रही है, उसने अपने आप को दरवाजे के पीछे छुपा रखा है। उसे अभी भोला की सिर्फ पीठ दिख रही है। भोला नहा कर वही पूरा नंगा होकर बदन पोछने लगता है और पलट जाता है। आशा उसके लम्बे मोटे लन्ड को देख रही है। भोला अब आगे बढ़ रहा है। आशा की धड़कन भी बढ़ रही है। भोला रूम में आ जाता है। दरवाजे के दूसरी तरफ काँच के सामने खड़े होकर अपना लन्ड हिलाने लगता है। आशा ये सब देख रही है। कल तो नेहा की चुदाई में मजा ही आ गया, काश आज मोटी गाँड़ वाली मिल जाये तो मजा ही आ जाये। आशा समझ रही थी कि भोला उसी की बात कर रहा है, क्योंकि वो पहले भी अपनी गाँड़ को तारीफ सुन चुकी है। आशा के लिए खुद की साँसों पर कंट्रोल कर पाना लगभग नामुमकिन है। भोला अपने आप से कहता है कि चलो बाहर जा कर मूठ मार लेता हूँ, नही तो ये लन्ड शांत नही होने वाला। आशा अपनी आँखें बंद कर दरवाजे के पीछे खड़ी रहती है। उसे लगता है कि भोला उसे देख लेगा। उसे दरवाजा बंद होने की आवाज आती है, उसे लगता है भोला गया उसने देखा नही। भोला तो आशा के सामने ही था, जैसे ही आशा आँख खोलती है, भोला उसके होंठों को चूमने लगता है। आशा उसे दूर करने की कोशिश करती है। भोला को पकड़ इतनी जोर की रहती है कि वो कुछ नही कर पाती। भोला उसके मुँह पर हाथ रख कर आशा के बूब्स मसलने लगता है। अब वो कपड़ो के अंदर हाथ डाल कर बूब्स मसल रहा है। आशा को लगता है कि भोला से बच पाना अब मुश्किल है और उसकी चूत की गर्मी की शांति भी जरूरी है। वो भोला का साथ देने लगती है। भोला आशा को नंगा कर देता है। उसके बदन को चूमता है। आशा के हाथ मे अपना लन्ड देता है। आशा उसके लन्ड से खेलती है। भोला को पता था कि जल्दी से चुदाई करनी पड़ेगी, अगर कोई और लड़की उठ गई तो समस्या हो जाएगी। भोला अपना लन्ड आशा की चूत में डालता है और चुदाई शुरु करता है। आशा की सिसकारियां बढ़ने लगती है। भोला आशा के मुँह पर हाथ रख कर चुदाई चालू रखता है। आशा चुदाई के बाद नहा कर तैयार हो जाती है।
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Messages In This Thread
पाँच सहेलियाँ - by Gpoint - 09-03-2021, 10:36 PM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Bhavana_sonii - 11-03-2021, 01:24 AM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Bhavana_sonii - 12-03-2021, 11:48 PM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Gpoint - 02-04-2021, 03:52 AM



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