01-04-2021, 07:45 PM
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मगर वापिस आते ही एक surprise उनका इन्तजार कर रहा था .....जो आने वाले दिनो मे Bhavna की जिन्दगी मे तूफान लाने वाला था.....
Varun को वापिस आते ही खबर मिली की उसका promotion हो गया है और वो बैंक मैनेजर की post पे आ गया है....पर उसके बैंक का एक rule था की जब कोई पहली बार Manager की post पे promote होता हैतो उसे किसी छोटे कस्बे या गाँव मे कुछ साल गुजरने
पड़ते है....इसलिये promotion के साथ Varun का transfer बुरहानपुर नाम के गाँव मे हुआ था...और उसके पास एक छोटा कस्बा था....देवगढ़ ....जो बुरहानपुर से कुछ 10 किलोमीटर की दूरी पे था....
Varun को वहाँ कुछ 2 साल रहना था....और वो 2 साल अपनी नयी नवेली बीवी के बगेर नही रहना चाह्ता था इसलिये उसने अपने घरवालों को मना लिया अपने साथ ले जाने के लिये.... पर दिक्कत ये थी की वहाँ अभी रहने के लिये घर देखना था....इसलिये पहले Varun ने वहाँ जा के join किया और फिर देवगढ़ मे ही घर देखने लगा....बड़ी मुश्किल से उसे वहाँ के एक पटवारी का घर पसंद आया....नीचे पटवारी का परिवार रह्ता था जिसमे पटवारी जिसका नाम सुरेश यादव था...उसके साथ उसकी बीवी और एक छोटा बच्चा रह्ता था....उसने 2 मंजिला मकान बनवाया था.... इसलिये उसने वो उपर का हिस्सा किराये पे चढा दिया....वैसेय भी छोटे शहरों और कस्बो मे बैंक मैनेजर की इज्जत बहोत होती है ....
बस फिर क्या था अपने Varun साब फटाफट अपनी लुगाई को साथ मे लिवा लाये इस्स कस्बे मे.... इधर Varun के बैंक के staff मे ये बात तेजी से फैल गई की Varun की बीवी बहूत सुन्दर है....ये बात Varun के मकान मालिक यादव जी के कानों मे भी पड गई ....अब वो भी Bhavna का बड़ी बेसब्री से इन्तजार करने लगे....
Varun जब Bhavna को लेके रिक्शा से उतरा तो यादव जी main gate पे खडे थे....उन्हें देखते ही gate का दरवाजा खोल के खडे हो गये जैसेय वो यहं के दरबान हो ....इस्स वक़्त वो अपने चिर परिचित अंदाज मे सफेद पायजामे और बनियान मे थे....जिसमे उनकी तोंद निकले पड़ रही थी...
Varun ने धीरे से Bhavna के कान मे बता दिया की ये ही मकान मालिक हैं....नही तो Bhavna सच मे उनको कुछ और ही समझ लेती....
Bhavna को देख के यादव जी तो जैसेय उसकी खुबसूरती मे खो ही गये थे... वो तो उनकी पत्नी की कर्कश अवाज से उनकी तंद्रा टूटी ....
और उन्होने उन दोनो का स्वागत किया....
मगर वापिस आते ही एक surprise उनका इन्तजार कर रहा था .....जो आने वाले दिनो मे Bhavna की जिन्दगी मे तूफान लाने वाला था.....
Varun को वापिस आते ही खबर मिली की उसका promotion हो गया है और वो बैंक मैनेजर की post पे आ गया है....पर उसके बैंक का एक rule था की जब कोई पहली बार Manager की post पे promote होता हैतो उसे किसी छोटे कस्बे या गाँव मे कुछ साल गुजरने
पड़ते है....इसलिये promotion के साथ Varun का transfer बुरहानपुर नाम के गाँव मे हुआ था...और उसके पास एक छोटा कस्बा था....देवगढ़ ....जो बुरहानपुर से कुछ 10 किलोमीटर की दूरी पे था....
Varun को वहाँ कुछ 2 साल रहना था....और वो 2 साल अपनी नयी नवेली बीवी के बगेर नही रहना चाह्ता था इसलिये उसने अपने घरवालों को मना लिया अपने साथ ले जाने के लिये.... पर दिक्कत ये थी की वहाँ अभी रहने के लिये घर देखना था....इसलिये पहले Varun ने वहाँ जा के join किया और फिर देवगढ़ मे ही घर देखने लगा....बड़ी मुश्किल से उसे वहाँ के एक पटवारी का घर पसंद आया....नीचे पटवारी का परिवार रह्ता था जिसमे पटवारी जिसका नाम सुरेश यादव था...उसके साथ उसकी बीवी और एक छोटा बच्चा रह्ता था....उसने 2 मंजिला मकान बनवाया था.... इसलिये उसने वो उपर का हिस्सा किराये पे चढा दिया....वैसेय भी छोटे शहरों और कस्बो मे बैंक मैनेजर की इज्जत बहोत होती है ....
बस फिर क्या था अपने Varun साब फटाफट अपनी लुगाई को साथ मे लिवा लाये इस्स कस्बे मे.... इधर Varun के बैंक के staff मे ये बात तेजी से फैल गई की Varun की बीवी बहूत सुन्दर है....ये बात Varun के मकान मालिक यादव जी के कानों मे भी पड गई ....अब वो भी Bhavna का बड़ी बेसब्री से इन्तजार करने लगे....
Varun जब Bhavna को लेके रिक्शा से उतरा तो यादव जी main gate पे खडे थे....उन्हें देखते ही gate का दरवाजा खोल के खडे हो गये जैसेय वो यहं के दरबान हो ....इस्स वक़्त वो अपने चिर परिचित अंदाज मे सफेद पायजामे और बनियान मे थे....जिसमे उनकी तोंद निकले पड़ रही थी...
Varun ने धीरे से Bhavna के कान मे बता दिया की ये ही मकान मालिक हैं....नही तो Bhavna सच मे उनको कुछ और ही समझ लेती....
Bhavna को देख के यादव जी तो जैसेय उसकी खुबसूरती मे खो ही गये थे... वो तो उनकी पत्नी की कर्कश अवाज से उनकी तंद्रा टूटी ....
और उन्होने उन दोनो का स्वागत किया....