01-04-2021, 10:25 AM
मस्त जुगल बंदी
" मेरी गाँड़ के तो मादरचोद एकदम पीछे पड़ गया था। "
मैंने अच्छी देवरानी की तरह जेठानी की तारीफ़ की , उनके बड़े बड़े नितम्बों को सहलाते , जिसकी देवरों ने आज भरपूर सेवा की ,... उन्हें मैंने छेड़ा ,
" अरे इतनी मस्त गाँड़ हो तो गाँड़ न मारना , गाँड़ और गाँड़ वाली के साथ नाइंसाफी है , और मेरे देवर , बहनचोद , मादरचोद, भंडुए , गंडुए , चाहे जो भी हों , उन्हें नाइंसाफी नहीं पसंद है , लेकिन आप तो कह रही थीं दोनों ने एक एक बार पिछवाड़े का मजा लिया और दो दो बार आगे का , तो बंटू ने दुबारा कैसे , पिछवाड़े सेंध लगाई ,... "
" अरे ये स्साला बंटू , इसकी बहन चोदू , जब निहुरा के चोद रहा था , उसी समय थोड़ी देर मेरी गुलाबो में धक्का मारने के बाद बस गोलकुंडा में , ... आठ दस धक्के वहां , फिर छेद बदल बदल कर , ... और जब चोदता भी था तो उस समय भी दो ऊँगली , पिछवाड़े डाल कर गोल गोल , ... अपने भाइयों से उसके बहन की गाँड़ न मरवाई तो ,... "
कम्मो भौजी ने मामला साफ़ किया। लेकिन मैं अपने देवरों की बुराई नहीं सुन सकती थी तो मैंने बंटू की साइड ली ,
" लेकिन बात तो सही है न , मेरे देवर न छेद छेद में भेद करते हैं और न बहन और भौजाई में " मैं हँसते हुए बोली।
कम्मो भौजी ने बोला की कैसी मस्त जुगल बंदी की दोनों ने , सैंडविच भले ही एक बार ही बनी हो लेकिन दोनों लगे हुए थे , मंटू ने उनकी गांड आगे से ही , चूतड़ खूब उठा के मारी हो , लेकिन अबकी भौजी चीख भी नहीं पा रही थीं क्योंकि दूसरे देवर ने अपना मूसल उनके मुंह में ठूंस रखा था , लेकिन भौजी ने भी बंटू और मंटू दोनों का न सिर्फ मोटा रसीला गन्ना चूस चूस कर , ... देवरों को बेहाल कर दिया बल्कि उनके रसगुल्ले भी ,...
जब मंटू भौजी की गाँड़ हचक हचक के मार रहा था , तो बंटू ने उन्हें 69 का भी मजा दिया ,
और भौजी ने बताया की मेरे दोनों देवर चोदू तो हैं ही नंबरी , मस्त चूत चटोरे भी हैं ,
मैं कहते कहते रह गयी , भौजी एकदम आपके देवर की तरह ,
हाँ एक बात और सब रंग उन्होंने अगवाड़े पिछवाड़े ही नहीं डाला अपनी चमड़े वाली पिचकारी का , बल्कि भौजी के गदराये जोबन पर रसीली देह पर चंदा ऐसे मुखड़े पर भी अच्छी तरह से वीर्य स्नान कराया , सफ़ेद रंग की होली जबरदस्त हुयी भौजी की मेरे देवरों के साथ
हाँ एक बात कम्मो भौजी ने मुझे नहीं बतायी , लेकिन मैं समझ गयी , जाने के पहले उन्होंने दोनों देवरों से एडवांस बुकिंग आगे की भी करा ली ,
" देवर भौजी का फागुन , साल भर रहता है , खाली फागुन में नहीं ,... समझे लाला " दरवाजा बंद करते वो बोलीं तो दोनों देवरों ने एक साथ जवाब दिया ,
"एकदम भौजी , ये भी कोई कहने की बात है "
मैं तो दो तीन दिन में चली जाउंगी लेकिन कम्मो भी यहीं रहेंगी और मेरे देवर भी , फिर उनके पति के आने में अभी सात आठ महीने, मैंने बात मोड़ दी दूसरी तरफ, शिकायत करते
" आपने मेरे देवरों से तो सफ़ेद रंग वाली होली जबरदस्त खेल ली , लेकिन अपने देवर के साथ ,... " मैंने इनकी ओर इशारा किया
" अरे खेलूंगी , जबरदस्त खेलूंगी , साली सलहज सास पिचकारी का रंग लूटेंगी उसके पहले भौजाई का नंबर ,... और तेरे सामने खेलूंगी ,... "
उनकी ऊपर स्विट्जरलैंड के साथ कांफ्रेंस चल रही थी और मेरा भी गपियाने का मन था , तो मैंने भौजी को और छेड़ा ,
" भौजी इसके पहले भी डबलिंग , कभी ,... "
" मेरी गाँड़ के तो मादरचोद एकदम पीछे पड़ गया था। "
मैंने अच्छी देवरानी की तरह जेठानी की तारीफ़ की , उनके बड़े बड़े नितम्बों को सहलाते , जिसकी देवरों ने आज भरपूर सेवा की ,... उन्हें मैंने छेड़ा ,
" अरे इतनी मस्त गाँड़ हो तो गाँड़ न मारना , गाँड़ और गाँड़ वाली के साथ नाइंसाफी है , और मेरे देवर , बहनचोद , मादरचोद, भंडुए , गंडुए , चाहे जो भी हों , उन्हें नाइंसाफी नहीं पसंद है , लेकिन आप तो कह रही थीं दोनों ने एक एक बार पिछवाड़े का मजा लिया और दो दो बार आगे का , तो बंटू ने दुबारा कैसे , पिछवाड़े सेंध लगाई ,... "
" अरे ये स्साला बंटू , इसकी बहन चोदू , जब निहुरा के चोद रहा था , उसी समय थोड़ी देर मेरी गुलाबो में धक्का मारने के बाद बस गोलकुंडा में , ... आठ दस धक्के वहां , फिर छेद बदल बदल कर , ... और जब चोदता भी था तो उस समय भी दो ऊँगली , पिछवाड़े डाल कर गोल गोल , ... अपने भाइयों से उसके बहन की गाँड़ न मरवाई तो ,... "
कम्मो भौजी ने मामला साफ़ किया। लेकिन मैं अपने देवरों की बुराई नहीं सुन सकती थी तो मैंने बंटू की साइड ली ,
" लेकिन बात तो सही है न , मेरे देवर न छेद छेद में भेद करते हैं और न बहन और भौजाई में " मैं हँसते हुए बोली।
कम्मो भौजी ने बोला की कैसी मस्त जुगल बंदी की दोनों ने , सैंडविच भले ही एक बार ही बनी हो लेकिन दोनों लगे हुए थे , मंटू ने उनकी गांड आगे से ही , चूतड़ खूब उठा के मारी हो , लेकिन अबकी भौजी चीख भी नहीं पा रही थीं क्योंकि दूसरे देवर ने अपना मूसल उनके मुंह में ठूंस रखा था , लेकिन भौजी ने भी बंटू और मंटू दोनों का न सिर्फ मोटा रसीला गन्ना चूस चूस कर , ... देवरों को बेहाल कर दिया बल्कि उनके रसगुल्ले भी ,...
जब मंटू भौजी की गाँड़ हचक हचक के मार रहा था , तो बंटू ने उन्हें 69 का भी मजा दिया ,
और भौजी ने बताया की मेरे दोनों देवर चोदू तो हैं ही नंबरी , मस्त चूत चटोरे भी हैं ,
मैं कहते कहते रह गयी , भौजी एकदम आपके देवर की तरह ,
हाँ एक बात और सब रंग उन्होंने अगवाड़े पिछवाड़े ही नहीं डाला अपनी चमड़े वाली पिचकारी का , बल्कि भौजी के गदराये जोबन पर रसीली देह पर चंदा ऐसे मुखड़े पर भी अच्छी तरह से वीर्य स्नान कराया , सफ़ेद रंग की होली जबरदस्त हुयी भौजी की मेरे देवरों के साथ
हाँ एक बात कम्मो भौजी ने मुझे नहीं बतायी , लेकिन मैं समझ गयी , जाने के पहले उन्होंने दोनों देवरों से एडवांस बुकिंग आगे की भी करा ली ,
" देवर भौजी का फागुन , साल भर रहता है , खाली फागुन में नहीं ,... समझे लाला " दरवाजा बंद करते वो बोलीं तो दोनों देवरों ने एक साथ जवाब दिया ,
"एकदम भौजी , ये भी कोई कहने की बात है "
मैं तो दो तीन दिन में चली जाउंगी लेकिन कम्मो भी यहीं रहेंगी और मेरे देवर भी , फिर उनके पति के आने में अभी सात आठ महीने, मैंने बात मोड़ दी दूसरी तरफ, शिकायत करते
" आपने मेरे देवरों से तो सफ़ेद रंग वाली होली जबरदस्त खेल ली , लेकिन अपने देवर के साथ ,... " मैंने इनकी ओर इशारा किया
" अरे खेलूंगी , जबरदस्त खेलूंगी , साली सलहज सास पिचकारी का रंग लूटेंगी उसके पहले भौजाई का नंबर ,... और तेरे सामने खेलूंगी ,... "
उनकी ऊपर स्विट्जरलैंड के साथ कांफ्रेंस चल रही थी और मेरा भी गपियाने का मन था , तो मैंने भौजी को और छेड़ा ,
" भौजी इसके पहले भी डबलिंग , कभी ,... "