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Adultery हीरोइन
#13
**************
अब आगे
**************

अगले दिन की प्लानिंग राजेश ने बेड पर लेटे -2 ही बना ली...
वो आने वाले दिनों में होने वाली संभावनाओ को ध्यान में रखते हुए ये सब कर रहा था
जिससे उसे ज़्यादा से ज़्यादा मज़ा मिले.

राजेश अगली सुबह जल्दी उठ गया, वो सोया तो ईशा के बेड पर हुआ था और वो वहाँ थी नही..
रात को अपनी मोम के साथ मज़े लेने के बाद शायद वो वहीं सो गयी थी...उसने वापिस आने की जहमत भी नहीं उठायी,
वो उठा और अपने बेडरूम की तरफ चल दिया...
वहाँ दोनो माँ बेटियाँ एक दूसरे से लिपटकर नंगी ही सो रही थी...
हालाँकि उन्होने एक ब्लेंकेट ओढ़ रखा था पर उनके नंगे कंधे बाहर थे जो ये बयान कर रहे थे की मज़े लेने के बाद उन्होने कुछ पहनने की जहमत ही नही उठाई.

राजेश ने उस वक़्त एक सेंडो और पायजामा पहना हुआ था, वो मुस्कुराता हुआ बेड के अंदर घुसा गया, और वो जान बूझकर दूसरी तरफ से अंदर गया जहाँ ईशा सो रही थी...
अब ईशा उन दोनो के बीच में थी...
एकदम नंगी,
रजनी की तरह.

राजेश का लंड तो उसके नंगे बदन को सोचकर ही खड़ा हो चुका था,
इसने पायजामे में उभरे लंड को ईशा की चिकनी गांड पर दबाते हुए उसे पीछे से दबोच कर अपनी बाहों में ले लिया...
उसके अमरूद के साइज़ के नन्हे और कठोर बूब्स को उसने जब अपने हाथो में पकड़ा तो उसके मुँह से एक सिसक सी निकल गयी...
उसके हाथो में अपनी बेटी के बूब्स थे और हाथो के पिछले हिस्से पर रजनी के मोटे मुम्मो का दबाव....
ऐसा सुखद एहसास उसे आज तक नही हुआ था...

अचानक उसे महसूस हुआ की ईशा जागने को हो रही है,
उसने गहरी साँस लेते हुए एक मजेदार सी अंगड़ाई ली और फिर अपनी नशीली आँखे खोलकर सामने सो रही रजनी को बड़े ही प्यार से देखा...
राजेश ने तब तक अपने हाथो की पकड़ ढीली कर दी और आँखे बंद करके सोने की एक्टिंग करने लगा..

और ईशा को जब एहसास हुआ की कोई उसके पीछे चिपककर सो रहा है तो उसने तुरंत पीछे गर्दन घुमाई,
अपने पापा को अपने साथ लिपटकर सोते देखा तो एक पल के लिए उसकी सिट्टी पिटी ही गुम हो गयी, क्योंकि इस वक़्त वो अपनी मोम के साथ नंगी सो रही थी...
यानी उसके पापा ये बात शायद जान चुके थे की माँ बेटियाँ नंगी सोई हुई है...
या शायद नही...
उसने राजेश के चेहरे को गोर से देखा,
उन्हे थोड़ा सा हिलाकर पुकारा भी पर वो उठा नही...
फिर उसने तुरंत गर्दन घुमा कर अपनी माँ को उठाया..
वो भी उंघते हुए बोली : "क्या है ईशा...इतनी सुबह क्यों उठा रही है...''

ईशा : "मोम ....यहाँ देखो...पापा लेटे हैं मेरे पीछे...''

रजनी भी चोंक गयी...
उसे तुरंत अपनी और ईशा की हालत का ध्यान आया,
चादर उठा कर देखा तो दोनो नंगी ही थी अभी तक...
राजेश का हाथ ईशा की छाती पर रखा हुआ था.

रजनी : "ये कब आए यहाँ ....इन्होने देख तो नही लिया हमे ऐसी हालत में.''

ईशा : "आई डोंट नो मोम ....मैने भी अभी देखा...पर आई थिंक कमरे में अंधेरा था, इसलिए सीधा आकर सो गये ये...वर्ना चिल्ला कर उठा देते हम दोनों को...''

रजनी कुछ देर तक सोचती रही और बोली : "यू डोंट वरी, जस्ट एंजाय....ज़्यादा कुछ हुआ तो वो शेफाली है ना, वो संभाल लेगी...''

इतना कहकर दोनो माँ बेटियां हँसने लगी...
ईशा ने राजेश के हाथ पर हाथ रखकर उसे अच्छी तरह से अपने जिस्म से चिपका लिया..
रजनी की नींद खुल चुकी थी और उसका इस तरह से साथ लेटे रहना शायद उसे भी सही नही लगा, इसलिए वो नंगी ही अपने बिस्तर से निकली और नहाने के लिए बाथरूम में घुस गयी.

इधर ईशा धीरे-2 वो अपनी कमर मटका कर अपने नंगे चूतड़ राजेश के लंड पर रगड़ने लगी...
राजेश के लंड का आकार बढ़ने लगा और उसके हाथ की ग्रिप भी उसके मुम्मो पर ज्यादा होती गयी.

ईशा का एक हाथ पीछे की तरफ आया और उसने अपना हाथ सीधा राजेश के पायजामें में घुसा दिया और उसके खड़े लंड को पकड़ लिया...
अब राजेश के बस की बात नही थी ज़्यादा देर तक सोने का नाटक करना, इसलिए वो भी जम्हाई लेता हुआ उठ गया

राजेश : "उम्म....गुड मॉर्निंग हनी...''

ईशा भी मुस्कुराती हुई अपने पापा की तरफ घूम गई और उनके लिप्स पर एक प्यारी सी किस्स करते हुए बोली : "गुड मॉर्निंग पापा...उठ गये आप...''

ह्म....
इतना कहकर राजेश ने अपनी जवान बेटी के जिस्म को अपने आगोश में लेकर एक गहरी साँस ली....
उसका लंड इस वक़्त स्टील की तरह खड़ा था और वो अगर चाहता तो रात के अधूरे काम को अभी निपटा डालता क्योंकि सुबह के इरेक्शन में अलग ही बात होती है..

पर अब वो पूरी कहानी जान चुका था,
इसलिए अपने प्लान के अनुसार अभी तो उसे कुछ दीनो तक ईशा को तड़पाना था और उसके मज़े धीरे-2 लेने थे....
इसलिए उसने वो सब भी नही पूछा की वो इस रूम में कैसे आई या वो अपनी माँ के साथ नंगी क्यों सो रही थी...
ईशा का हाथ एक बार फिर से उसके पयज़ामे में जाने लगा तो राजेश ने उसे रोक दिया और बोला : "अभी नही...आज हॉस्पिटल जल्दी जाना है...मुझे नहाने जाना है अभी....''



ईशा ने रुंआसा सा मुँह बना लिया और बोली : "आप चले जाओगे तो मुझे कौन नहलाएगा...''



बात तो वो सही कह रही थी,

उसके पैर में प्लास्टर लगा हुआ था, अकेले नहाना तो उसके बस की बात नही थी...

वैसे तो रजनी को ही नहलाना चाहिए था उसे

पर आजकल समीकरण बदल चुके थे उनके रिश्तों के

इसलिए वो अपने पापा को नहलाने के लिए बोल रही थी.



उसकी प्यारी सी ख्वाहिश सुनकर राजेश मना नही कर पाया और बोला : "ओ के ...मैं पहले इस प्लास्टर को कवर करता हूँ किसी चीज़ से...''



वो उठा और किचन से एक प्लास्टिक रोल ले आया जो फ्रूट्स को कवर करने के लिए रखा हुआ था...

उससे उसने ईशा के पैर को अच्छी तरह से कवर करके पैक कर दिया.

अब वो नहाने के लिए बिल्कुल तैयार थी.



इसी बीच रजनी भी नहा धोकर बाथरूम से बाहर आ गयी...

राजेश को ईशा के पैर को कवर करते देख वो समझ गयी की नहलाने के लिए वो सब कर रहा है,

इससे पहले की राजेश उसकी मदद लेता, बड़ी चालाकी से वो वहाँ से निकलते हुए बोली : "आप इसको नहलाओ , मैं तब तक आपके लिए ब्रेकफास्ट और लंच का टिफ़िन तैयार कर देती हूँ.''



दोनों को उनकी मर्ज़ी के काम करने के लिए छोड़कर वो किचन में जा घुसी.



राजेश ने अगर डायरी ना पढ़ी होती तो वो शेफाली की करामात ही समझता इसे भी,

पर अब वो सब कुछ जान चुका था,

और वो जानता था की रजनी ये सब उन्हे चुदाई के लिए पूरी तरह से छूट देने के लिए ही कर रही है..



राजेश अपने कपड़े उतारे और वो भी नंगा हो गया और उसने ईशा को अपनी गोद में उठाया और बाथरूम की तरफ चल दिया...

अपनी नंगी जवान बेटी को वो एकदिन इस तरह से उठा कर बाथरूम में ले जाएगा, ये शायद उसने भी नही सोचा था.





[Image: 1531827d4286b3ca8.jpg]





बाथरूम काफ़ी बड़ा था, हालाँकि उसमें बाथटब नहीं था जिसकी कमी इस वक़्त राजेश को काफी खल रही थी पर फिर भी शावर के नीचे अच्छी तरह से मज़े लिए जा सकते थे.



ईशा को शावर के नीचे खड़ा करके राजेश उसे उपर से नीचे तक देख रहा था

और ईशा मन में सोच रही थी की शायद अब वो पल आने वाला है जब उसके पापा उसकी चूत का उद्घाटन करेंगे,

पर वो नही जानती थी की राजेश उन सबका खेल अब समझ चुका है...

वो तो अब अपने हिसाब से ही चलेगा.



खैर, अभी के लिए मज़े लेने के लिए राजेश जब पूरा नंगा हुआ तो दिन की रोशनी मे अपने पापा का खड़ा लंड देखकर एक पल के लिए तो ईशा भी घबरा गयी...



वो हकलाते हुए बोली : "पा...पापा....ये ...ये कैसे अंदर जाएगा....''



जवाब में राजेश मुस्कराता हुआ उसके करीब आया और शावर चला कर उसे लेकर पानी के नीचे खड़ा हो गया...

और धीरे से उसकी गर्दन को चूमते हुए बोला : "शुरू में बस तकलीफ़ होगी...फिर तो खुद ही इसे अंदर लेने के लिए तड़पेगी..''



ये बात तो वो भी जानती थी...

पर अभी तक जिसकी चूत पर सिर्फ़ अपनी सहेली के होंठ और जीभ का वार हुआ हो, वो ऐसे ख़तरनाक लंड को देखकर डरेगी तो सही ना.



[Image: 238e4f03332dad916.jpg]

जब दोनो के जिस्म पर गिरकर उनकी आग को और भी भड़का रहा था...

ईशा से वो गर्मी बर्दाश्त नही हुई और वो उछलकर अपने पापा के गले से लिपट गयी....

उसके कच्चे टिकोरे छप्प की आवाज़ के साथ राजेश की छाती से छिपककर पिसते चले गये.



अब बारी थी राजेश के गेम प्लान की, जो उसने रात को सोच कर रखा था...


वो उसे अपने बदन से चिपका कर धीरे से बोला : "अब तो तुम हीरोइन बनोगी ना...''
इस बात का ऐसे मौके पर ज़िक्र करना ईशा को चौंका सा गया...

पर फिर भी अपने आप को संभालते हुए वो बोली : "जी पापा...जैसा आप कहे...कॉलेज में भी स्टेज शो करते हुए मैं यही सोच रही थी की आपकी बात सही है...मुझे भी अब इसमे इंटेरेस्ट आ रहा है...मुझे भी अब हीरोइन बनना है...''



राजेश ने उसका कान चुभलाते हुए पूछा : "किस हेरोयिन की तरह बनना चाहोगी....''



ईशा : "शेफाली की तरह.....वाइल्ड....सैक्सी ....जैसी आपको पसंद है...''



राजेश जानता था की वो यही बोलेगी....

इन माँ बेटियो ने अच्छी तरह से सोचकर प्लान बना रखा था की राजेश का चूतिया शेफाली के नाम से ही काटना है...



राजेश पहले तो सिर्फ़ सोचता था अपनी बेटी को हीरोइन बनाने के लिए,

पर अब उसने ठान लिया था की वो उसे बनाकर ही रहेगा..

फ़िल्मो में काम करने वाली ना सही,

उसकी पर्सनल हीरोइन ज़रूर बनाएगा वो उसे...

ये सोचता हुआ वो उसे गले लगाकर मंद-2 मुस्कराने लगा और धीरे से बोला : "हाँ ...क्यों नही...मैं बनाऊंगा तुम्हे ....टॉप की हीरोइन.''



[Image: 3.gif]

और फिर जैसे उसपर कोई भूत सवार हो गया....

वो ईशा को पागलो की तरह चूमने लगा....

नीचे झुकते हुए उसने उसके पानी में भीग रहे मुम्मो को मुँह में भरा और उनका पानी निचोड़ कर पीने लगा....



ईशा का एक पैर उपर आकर उसकी जाँघ को रगड़ने लगा...

साफ़ दिख रहा था की उसकी चूत में खारिश हो रही है...

जिसे वो अपने पापा के लंड से बुझाना चाहती थी...

पर अभी के लिए राजेश ने अपना लंड नही बल्कि अपनी 2 उंगलियाँ उसकी चूत में उतार दी...



''आआआआआआआआआआआआअहह.......सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...........पापा.... ........म्‍म्म्मममममम''



उसकी चूत इस वक़्त वेल्वेट जैसी फील हो रही थी...

इतना रस भरा हुआ था उसके अंदर जिससे शराब का एक जाम तैयार किया जा सकता था..



और ऐसे जाम को पीने के लिए राजेश नीचे झुका और उसने अपना मुँह उसकी रसीली चूत पर लगा दिया....



[Image: 4.gif]

ईशा खड़ी हुई थी और उसने अपना एक पैर अपने पापा के कंधे पर रख दिया और उनके सिर को पकड़ कर अपना बेलेन्स बनाया, बाकी का काम राजेश ने अपनी नुकीली जीभ से उसकी चूत भेदकर कर दिया...

एक रसीली लय के साथ वो ईशा की चूत अपने मुँह से चोद रहा था...

और वो पागल हुए जा रही थी अपने शक्तिमान पापा से मिल रही इस मुख चुदाई को महसूस करके...



''आआआआआआआआआआआआआअहह पापा......ओह मेरे प्यारे पापा....... उम्म्म्ममममममममममममममम मज़ा आ रहा है....... प्लीज़ पापा......ज़ोर से चूसो....... खा जाओ....मुझे.......... मेरी चूत को......ईईट मिईई पापा.......... ओह पापा.....आई एम कमिंग पापा....... आई एम कमिंग.......''



उसका शरीर काँप सा गया....

जब वो झड़ने लगी तो.



राजेश ने उसे सहारा दिया और उसकी दूसरी टाँग को भी अपने दूसरे कंधे पर लिया और उसकी दोनो जांगो के बीच अपना मुंह पूरा घुसा गया....
वो एक भी बूँद जाया नही जाने दे सकता था.
और जब उसने झड़ना शुरू किया तो राजेश को ऐसा लगा जैसे वाइब्रेशन के साथ ईशा के शरीर से रबड़ी निकल कर उसके मुँह में जा रही है...



[Image: 5.gif]

''ओह पापा....... आई लव यू''



इतना कहकर उसका शरीर थरथराते हुए अपने पापा के जिस्म से चिपक सा गया....

वो काफ़ी देर तक कांपती रही और राजेश भी अपनी प्यारी बेटी के इस अनोखे झड़ाव को अपने होंठो पर महसूस करके काफ़ी खुश था...

होता भी क्यों नही,

ऐसी नशीली शराब पहली बार पीने को मिली थी उसे.



और वो जानता था की अब ये होता रहेगा..



कुछ देर बाद ईशा अपने पैरों पर खड़ी हुई और मुस्कुराते हुए अपने पापा से गले लगकर उन्हे प्यार करने लगी...

राजेश ने भी साबुन उठाकर उसके पूरे बदन पर लगाया और उसे अच्छे से नहलाया...

ईशा के हर अंग को ख़ासकर उसके बूब्स, चूत और गांड को वो अच्छे से रगड़ रहा था,

आने वाले दिनों में ये अंग बहुत काम आने वाले थे.



[Image: 6.gif]

राजेश का लंड अभी तक खड़ा था...

और उसे पता था की उसका क्या करना है...

ईशा को नहलाने के बाद उसने उसे टॉवल दिया और उसे बाहर भेजते हुए बोला...



''तुम अंदर जाओ....और मोम को भेज देना....''



ईशा ने मुस्कुराते हुए अपने पापा के खड़े लंड को देखा और बोली : "समझ गयी पापा....अभी भेजती हूँ...''



इतना कहकर वो अपने चोट लगे पैर को संभालते हुए बाहर आई और किचन में काम कर रही रजनी को पीछे से जकड़कर, धीरे से उनके कान में बोली : "मोम ....छोड़ो ये सब....अंदर जाओ बाथरूम में ...पापा बुला रहे है....और उनका लंड पूरा खड़ा है इस वक़्त...''



अपनी ही बेटी के मुँह से अपने पति के खड़े लंड की बात सुनते ही रजनी की चूत एकदम से पनिया गयी...

उसने 2 बूँद पानी वहीं खड़े-2 छोड़ दिया....



और मुस्कुराते हुए वो ईशा की तरफ पलटी और शरमाते हुए उस से बोली : "बेशरम कहीं की....चल तू जा अपने रूम में , कपड़े पहन ले...मैं आती हूँ अभी...''



इतना कहकर वो नशीली चाल चलती हुई बाथरूम की तरफ चल दी....
आज बरसों बाद वो राजेश से बाथरूम में चुदने वाली थी.
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हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 08:42 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 08:44 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 08:46 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:04 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:17 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:21 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:26 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:28 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:32 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:34 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:37 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:40 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:43 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:46 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:50 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 09:59 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:03 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:05 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:11 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:16 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:20 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:29 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:33 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:36 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:37 AM
RE: हीरोइन - by Gpoint - 28-03-2021, 10:38 AM
RE: हीरोइन - by raj500265 - 30-01-2022, 02:50 PM
RE: हीरोइन - by wildarman - 31-01-2022, 10:24 AM
RE: हीरोइन - by raj500265 - 03-07-2022, 04:15 PM
RE: हीरोइन - by bhavna - 03-07-2022, 08:30 PM



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