Thread Rating:
  • 7 Vote(s) - 1.86 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica पाँच सहेलियाँ
#34
"चुदाई का मजा गाँव के खुले खेत में"
आइये देखते है कौन और कैसे मजा लेता है खुले में चुदाई का।
रानू को दो दिन के लिए अपने गाँव जाना था, वो अकेले बोर हो जाती इसलिए उसने अपने साथ मे नेहा को चलने के लिए राजी कर लिया था। नेहा ने कहा बाकी से भी पूछ लेते है, उसने अपनी सहेलियों से पूछा और सभी ने गाँव के लिए हाँ बोल दिया। रानू के अलावा और किसी को भी गाँव मे रहने का अनुभव नही था। सबने अपनी तैयारी की और रानू के साथ गाँव पहुँचे। गाँव के बाहर कुछ लोगो की भीड़ लगी हुई थी, दिया ने देखा दो लोग wwe जैसे लड़ रहे है। उसने रानू से पूछा- ये गाँव की wwe है क्या?
रानू- इसको कुश्ती कहते है।
दिया- इनकी अंडरवियर बड़ी अजीब है।
रानू- वो लंगोट है।
दिया- ये क्या होता है।
रानू- पहलवान इसको पहन कर कसरत करते है, कुश्ती लड़ते है।
दिया- बहुत बढ़िया।
रानू- ये ऐसे खुले बदन रहते है, इसलिए गाँव के बाहर होता है, गाँव की औरतों से दूर।
दिया- ये पहलावन, रात को अपनी औरतों की जान ले लेते होंगें।
ईशा- ये तो तुम्हे कर के ही पता चलेगा।
ईशा की बात सुन कर सब हँसते है। गाँव पहुच कर सब तैयार हो जाते है। रानू के परिवार का एक खेत भी है जिसकी देखरेख गोलू और भोला करते है, ये दोनों वही है जो गाँव के बाहर कुश्ती कर रहे थे। खेत जो है गाँव से 1 किमी दूर है। सभी लड़कियां गोलू और भोला के साथ खेत देखने जाते है। वहाँ पहुच कर गोलू भोला से कहता है, यार नदी किनारे खेत से मीठे फल ले आ। आज सबको शुद्ध देशी फल खिलाते है। दिया ने भोला से पूछा कितनी दूर है नदी। भोला ने कहा 10 मिनट लगेंगें पैदल जाने में। दिया ने नेहा से पूछा चले क्या, नदी देख कर आते है। वैसे भी खेत मे करेंगें क्या। नेहा और दिया भोला के पीछे पीछे चलने लगते है। रानू आशा और ईशा को खेत के बारे में बताती है। गोलू ने रानू से कहा, मैं पीछे वाले खेत से पानी लाता हूँ। वहाँ ठंडा पानी मिलेगा। ईशा गोलू से कहती है, मैं भी चलती हूँ, खेत घूम लुंगी। गोलू से खेती के बारे में जानकारी लेती हुई उसके साथ चलती है। वहाँ खाद के बोरो का एक ढेर लगा हुआ था। गोलू कहता है आप इस पर चढ़ कर खेतो के चारो तरफ देखो, आपको बहुत ही खुबसूरत नज़ारा लगेगा। गोलू उसे ऊपर चढ़ने में मदद करता है। ईशा चारो तरफ हरियाली देखती है और अपना मोबाईल निकलती है, पर उसका ध्यान नही रहता और पैर फिसल जाता है। गोलू फुर्ती से ईशा को पकड़ लेता है। ईशा गिरने से तो बच जाती है, पर गोलू की बाँहो में आ जाती है। ईशा गोलू के कसरती बदन को महसूस कर सकती थी। ईशा ने अपने आप को गोलू से अलग करने के लिए खुद को पीछे की और जोर से धकेला, उधर गोलू ने भी उसी समय अपनी पकड़ ढीली कर दी थी इस कारण ईशा का बैलैंस बिगड़ा और वो गिरने लगी। उसने अपने आप को बचाने के लिए खुद को गोलू की तरफ झुकाया, गोलू की धोती पकड़ कर उसके ऊपर गिर गयी, गोलू भी नीचे गिर पड़ा। ईशा ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी। उसका दुप्पटा उसके बदन से अलग हो चुका था।  उसके झुक जाने के कारण से गोलू उसके बूब्स देख पा रहा था। उसका लंड खड़ा होने लगा था। ईशा के बूब्स उसके लंड को ही छू रहे थे, ईशा जल्दी से गोलू के ऊपर से उठने लगी। मिट्टी में पैर फिसलने से ईशा फिर से गोलू के ऊपर और उसका हाथ गोलू के लंड पर चला गया। रानू के खेत पर थोड़ा ऊँचा चबुतरा था। आशा ने उस चबूतरे से ईशा को गिरते हुए देख लिया था। आशा रानू को साथ लेकर मदद के लिए उधर जाने लगी। इधर जैसे ही गोलू के लंड पर ईशा का हाथ आया, गोलू ईशा को उठाने लगा। गोलू का हाथ ईशा के बूब्स से टकरा गया। ईशा ने एक लंबा और मोटा लंड छुआ था। ईशा जब तक उसके लंड को अपने दिमाग से निकालती उसके पहले ही गोलू ने उसके बूब्स को जोर से दबाया और मसलने लगा। ईशा नही चाहती थी कि बात आगे बड़े। गोलू ने ईशा को जोर से अपनी बाँहो में पकड़ा और ईशा के पलट के नीचे कर दिया। खुद ईशा के ऊपर आ गया। ईशा की चूत गोलू के लंड को महसूस कर सकती थी। आशा और रानू ने दूर झाड़ियों से देख लिया था कि गोलू ईशा के ऊपर है। आशा और रानू वही रुक कर एक दूसरे को देखने लगे। गोलू ने ईशा के कपड़ो के ऊपर से ही चूत पर अपना लंड 2-3 बार लगड़ा। ईशा की चूत में गर्मी बढ़ने लगी, उसने गोलू की इस हरकत का कोई विरोध नही किया। गोलू ने हिम्मत बढ़ाते हुए ईशा के बूब्स दबाये। फिर उसके कुर्ते में हाथ डाल कर ईशा के बूब्स को सहलाया। मर्द के हाथों ने उसके बूब्स मसले तो उस पर अपना कोई नियंत्रण नही रहा। ईशा ने गोलू के बदन को चूमा। आशा और रानू जैसे ही ये देखा कि ईशा ने गोलू को चूमा, उनके समझ ही नही आया कि उन्हें जा कर रोके या जो कर रहे है करने दे। गोलू ने उसके बाद ईशा की कुर्ती और ब्रा निकाल दी। उसके बूब्स को चूमने लगा। गोलू का लंड बार बार ईशा की चूत से टकरा रहा था। ईशा की सलवार भी उतार दी गोलू ने। अब ईशा सिर्फ पैंटी में थी, उसकी गीली पैंटी साफ बता रही थी कि ईशा की चूत को लंड चाहिए है। गोलू ने उसकी गीली पैंटी देख कर कहा, आज तो चुदाई का पूरा मजा आएगा। गोलू ने खुद को नंगा कर लिया। ईशा ने गोलू से कहा प्लीज नीचे कुछ मत करना। गोलू ने ईशा के हाथ मे अपना लंड दे दिया। आशा और रानू ने मोटा लंबा लंड देखा तो उनकी चूत ने भी पानी छोड़ दिया था। रानू कपड़ो के ऊपर से ही अपने बूब्स मसल रही थी। आशा अपनी चूत को दबा कर शांत रहने का कह रही थी। ईशा के हाथ मे जब लंड आया, उसे कुछ समझ ही नही आ रहा था, इतना प्यार लंड है, चूत को तो अब वो लंड चाहिए ही था। ईशा के एक हाथ मे लंड था और दूसरा हाथ अपने आप चूत मसलने लगा। गोलू ने फुर्ती के साथ उसकी पैंटी उतार दी और चूत को मसलने लगा। ईशा पूरी तरफ से गोलू से चुदने के लिए तैयार हो चुकी थी। गोलू ने सीधा अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अंदर कर दिया। आशा और रानू भी अब चुदाई के मूड में आ गयी थी। आशा ने रानू के बूब्स मसल दिए और उसकी कुर्ती को निकाल दिया। आशा ने रानू के बूब्स को चूमा। रानू के लिए अब अपने आप को नंगा किया फिर आशा को नंगा किया। दोनों एक दूसरे को चूमने लगे। गोलू और ईशा की चुदाई देखते देखते एक दूसरे के बदन से खेलते। इधर ईशा पहलवान की चुदाई का भरपूर आनंद लेते हुए झड़ रही थी। गोलू अभी भी ईशा को लगातार चोद रहा था। आशा और रानू कब एक दूसरे की चूत से खेलने लगी उनको पता ही नही चला। रानू ने अपनी चूत आशा की चूत से रगड़ना शुरू किया। आशा को भी मजा आ रहा था। फिर दोनों गोलू और ईशा की चुदाई देखते हुए एक दूसरे की चूत में उँगली करने लगे। ईशा की मस्त चुदाई करते करते गोलू ने अपना लंड बाहर निकाला क्योंकि वो अब झड़ने वाला था। कंडोम लगाया नही था तो वो चूत के अंदर नही झड़ा। उसने ईशा के ऊपर अपना माल निकाला। ईशा ने बोला अरे मुझे क्यों गंदा कर दिया। यहां साफ  कैसे करूँगी मैं अपने आप को। गोलू ने बोला रुको मैं  पानी लेकर आता हूँ। उसने जल्दी से कपड़े पहने और पानी लेने चला गया। जब गोलू अपना माल ईशा के ऊपर गिरा रहा था,  रानू और आशा ये देख कर बहुत ही उत्तेजित हो गयी थी। दोनों ने एक दूसरे को अच्छे से चूमा, स्मूच किया। फिर जोर से एक दूसरे को उँगली करने लगी। इस दौरान दोनों ने अपनी आँखें बंद कर ली थी। ईशा की नजर इन दोनों नंगी लड़कियों पर जाती है जो एक दूसरे की चूत से खेल रही है वो समझ जाती है कि आशा और रानू ने पूरी चुदाई देख ली है। वो अपनी नजर उन से हटा लेती है, आशा और रानू भी झड़ने के बाद अपने कपड़े उठा कर वहां से निकल जाते है।
दिया और नेहा भोला के पीछे पीछे चलते हुए नदी तक पहुँच जाते है, नदी किनारे भोला फल इक्कठे करता है, इतना दूर पैदल चल कर आने और फल तोड़ने से भोला पसीने में हो जाता है। वो दिया और नेहा से बोलता है कि 5मिनट रुको वो नदी में नहा कर आता है। उसने अपने कपड़े उतार दिए और सिर्फ लंगोट में नहाने लगा। दिया ने नेहा से कहा, यार  मेरा रितेश भी ऐसा पहलवान होता तो... दिया बोलकर चुप हो गयी। नेहा ने कहा तो क्या.. दिया ने कहा कुछ नही। दिया ने भोला को आवाज दी.. नेहा को भी नदी में आना है, तुम इसे लेकर जाओ, इसे डर लग रहा है, नेहा कुछ बोलती उस से पहले दिया ने उसके मुँह पर हाथ रख कर मुँह बंद कर दिया। भोला आया तो दिया ने नेहा को भोला की तरफ धक्का दे दिया। नेहा भोला से चिपक गयी। उसे भोला ने संभाला और हाथ पकड़ के नदी में ले जाने लगा। नेहा  ने भोला को धीरे से कहा, दिया को भी ले चलते है पानी मे। दोनों ने फुर्ती से दिया को पकड़ा और पानी मे ले गए। दिया को तैरना आता था, पर नेहा को नही। नेहा भोला को पकड़े खड़ी रही। भोला ने उसे अपने साथ पानी की सैर कराई। दिया नेहा के पास आई और उसका ब्रा का हुक खोल दिया। दिया बाहर चली गयी और नेहा को चिढ़ाने लगी। नेहा ने भोला से कहा मुझे भी बाहर जाना है। दिया नेहा को लेकर फिर से पानी मे जाती है। भोला पानी से बाहर निकल जाता है। नेहा की नजर अब भी भोला के बदन पर थी। नेहा की चुचिया कड़क हो जाती है, जो उसके गीले कपड़ो से साफ दिख रही थी। दिया जानबुझ कर अपने बूब्स भोला को दिखाती है, भोला का लंड खड़ा होने लगता है। दिया भोला को फिर से पानी मे बुला लेती है। भोला की नजरों से बच कर दिया नेहा के बूब्स जोर से मसल देती है और भोला की तरफ चली जाती है। नेहा दिया को पकड़ने की कोशिश करती है और भोला से टकरा कर उसकी बाँहो में आ जाती है। भोला नेहा की चुचियो को महसूस कर सकता था। दिया पानी से बाहर निकल जाती है। दिया बोलती है कि मैं उस पेड़ के पीछे अपने कपड़े निकाल कर निचो रही हूँ, भोला तब तक तुम पानी मे रहना। दिया पेड़ के पीछे चली जाती है। भोला का हाथ नेहा की पीठ से धीरे धीरे नीचे होते हुए कमर तक आ जाता है। एक बार जोर से नेहा को अपनी और खिंचता है। अपना हाथ नेहा की गाण्ड पर फेरने के बाद बोलता है। चलो हम उधर खेत मे चलते है। नेहा को अपनी गोद मे उठा कर खेत मे ले जाता है। दिया पेड़ के ऊपर चढ़ कर देखती है कि ये दोनों खेत मे जा रहे है। खेत मे पहुच कर नेहा और भोला एक दूसरे को चूमने लगते है। नेहा को पता था कि जो भी हुआ है और हो रहा है वो बहुत गलत है, ओर वो अपने आप को रोक नही पा रही थी। जब पहलवन के हाथों ने नेहा के बूब्स को मसला तो नेहा ने सोचना बंद कर दिया, अब सिर्फ दिल और दिमाग दोनों में वासना हो थी, उसने खुद अपने हाथ से अपनी कुर्ती निकली, ब्रा का हुक खुला होने के कारण कुर्ती के साथ ब्रा भी बाहर आ गयी। भोला ने नेहा की चुचिया देख कर रहा, आपकी चुचिया बहुत मस्त है। नेहा अपनी चुचियो की तारीफ सुनकर बहुत खुश हुई। उसने भोला के बदन को चूमा। भोला ने अपने आप को नंगा किया। नेहा से कहा एक बार आप मेरे लंड को किस कर दो, फिर में आपकी चुदाई करूँगा। नेहा ने मना कर दिया। भोला ने कहा ठीक है, अगर आपको नही करना तो अपने कपड़े पहन कर चलते है। नेहा का मन तो था कि ये एक बार चोदे अगर ये गया तो फिर क्या? एक किस ही तो करना है कर देती हूं। नेहा ने लंड के साइड में किस कर दिया। भोला ने बोला, ऐसे नही, जैसे होंठो पर करते है, वैसे करो। नही तो कोई बात नही। नेहा ने लंड के ऊपर होंठ रखे और हटा लिए। भोला ने कहा ठीक है में भी चूत के ऊपर लंड टच करके हटा देता हूँ। नेहा ने 3 सेकंड का किस भोला के लंड पर किया। ये 3 सेकंड उसके लिए बहुत लंबे थे। भोला भी पूरे जोश में आ गया। दिया कि चूत ने ये देख के पानी छोड़ दिया कि नेहा बार बार भोला के लंड को मुँह में ले रही है। दिया को इतनी दूर से तो यही लग रहा था कि नेहा लंड चूस रही है। भोला ने नेहा को नंगा किया और उसकी चूत को छूने के बाद, लंड उसकी चूत पर रख दिया। भोला ने नेहा से कहा- इसे अपने हाथों से अपनी चूत में डालो। नेहा की चूत को लंड की जरूरत थी। उसने उसका लंड पकड़ के जैसे ही चूत के अंदर किया। चूत अपने आप झटके मार के उसे अंदर बाहर करने लगी। भोला को भी भरपूर मजा आ रहा था। उसने नेहा की चुदाई शुरू कर दी। इधर दिया कि हालत बहुत ही बुरी हो रही थी। उसे ऐसा लग रहा था कि वो नेहा की जगह जाए और चुदवाए। दिया ने खुद के बूब्स मसले और चूत में भी उँगली की, पर उसे तो पता था कि लंड का मजा क्या होता है। उसकी चूत को शांति सिर्फ लंड से ही मिल सकती थी। वो ये सोचकर रुक गयी कि रितेश को धोखा नही देना है।भोला नेहा की चूत में अपना लंड अंदर बाहर करे जा रहा था। भोला ने अपनी पोजीशन बदली और नेहा को साइड से चोदने लगा। फिर नेहा के ऊपर चढ़ कर चोदने लगा। नेहा की चूत से बहुत सारा पानी निकल चुका था। नेहा अभी भी झड़ना बाकी थी, नेहा का मन ऐसे ही चुदते रहने का हो रहा था। वो झड़ने के करीब थी। भोला ने उस से पूछा मलाई चूत के अंदर या बाहर। नेहा बोली- मेरी चुचियो पर। नेहा के झड़ने के बाद भोला ने अपना लंड उसकी चूत से निकाला और नेहा की चुचियो से लन्ड को टच करने लगा। फिर अपना लन्ड हिला कर अपनी मलाई नेहा की चुचियो पर लगाई। नेहा और भोला दोनों नंगे नदी में नहाने जाते है। दिया ब्रा पैंटी में उनके साथ नहाती है।
Like Reply


Messages In This Thread
पाँच सहेलियाँ - by Gpoint - 09-03-2021, 10:36 PM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Bhavana_sonii - 11-03-2021, 01:24 AM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Bhavana_sonii - 12-03-2021, 11:48 PM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Gpoint - 28-03-2021, 08:29 AM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)