02-04-2019, 10:01 AM
माँ:- आआआअह्हह्ह्ह्हह भाई साहब जल्दी करिये जो करना है घडी में भी नज़र डालिये २ बज रहे है मेरा बेटा भी ४ बजे तक आजायेगा आआआह्ह्ह्हह्ह //
अंकल:- अरे मेरी जान अभी तो पूरे पूरे २ घंटे है न आराम से करो न मेरी जान जल्दी बजी कैसी अपने जवानी का स्वाद चखने दो न सिर्फ चूत में लण्ड डाल के चुदाई करदु तो क्या मज़ा रहेगा ये काम तो तुम्हारा हब्बी भी करता होगा अरे बदन के एक एक अंग का मज़ा लेने दो तुम भी मज़ा लो न ह्ह्ह्हहम्म्मम्म्म्म //
अब माँ अंकल के ऊपर बेखौफ लेती थी और शायद उन्हें भी अंकल की बात समझ आई होगी और मैंने अब देखा की माँ भी अंकल के लण्ड पे अपने छूट की घिस रही है और अंकल माँ के आधे चूचियों को चुम रहे है दोनों की सासें तेज़ चल रही थी उउउउउउउफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ मुझे माँ का जोश देख के यकीन नहीं हो रहा था की माँ के अंदर इतना सारा जोश है ऊऊह्ह्हह्ह //
माँ अंकल को इतने जबरदस्त तरीके से किश कर रही थी की क्या बताऊँ माँ के चुतर लगातार हिल रहे थे अंकल के लण्ड पे घिसने की वजह से माँ के चूचियां भी अंकल के सीने से रगड़ खा रही थी एकदम बेफिक्र होके माँ अंकल की किश किये जा रही थी //
माँ:- आआआअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह भाई साहब सही बात है सिर्फ चुदाई में कुछ नहीं रक्खा है असली मज़ा तो चुदाई के पहले जोश में आता है जो अभी हो रहा है आआआअम्म्मम्म
अंकल :- उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ मेरी जान आपका जोश तो सातवें आसमान पे है ह्ह्हह्ह्हम्मम्मम्म
अंकल:- अरे मेरी जान अभी तो पूरे पूरे २ घंटे है न आराम से करो न मेरी जान जल्दी बजी कैसी अपने जवानी का स्वाद चखने दो न सिर्फ चूत में लण्ड डाल के चुदाई करदु तो क्या मज़ा रहेगा ये काम तो तुम्हारा हब्बी भी करता होगा अरे बदन के एक एक अंग का मज़ा लेने दो तुम भी मज़ा लो न ह्ह्ह्हहम्म्मम्म्म्म //
अब माँ अंकल के ऊपर बेखौफ लेती थी और शायद उन्हें भी अंकल की बात समझ आई होगी और मैंने अब देखा की माँ भी अंकल के लण्ड पे अपने छूट की घिस रही है और अंकल माँ के आधे चूचियों को चुम रहे है दोनों की सासें तेज़ चल रही थी उउउउउउउफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ मुझे माँ का जोश देख के यकीन नहीं हो रहा था की माँ के अंदर इतना सारा जोश है ऊऊह्ह्हह्ह //
माँ अंकल को इतने जबरदस्त तरीके से किश कर रही थी की क्या बताऊँ माँ के चुतर लगातार हिल रहे थे अंकल के लण्ड पे घिसने की वजह से माँ के चूचियां भी अंकल के सीने से रगड़ खा रही थी एकदम बेफिक्र होके माँ अंकल की किश किये जा रही थी //
माँ:- आआआअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह भाई साहब सही बात है सिर्फ चुदाई में कुछ नहीं रक्खा है असली मज़ा तो चुदाई के पहले जोश में आता है जो अभी हो रहा है आआआअम्म्मम्म
अंकल :- उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ मेरी जान आपका जोश तो सातवें आसमान पे है ह्ह्हह्ह्हम्मम्मम्म
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!