22-03-2021, 12:25 PM
प्रिया बैडरूम में आते ही बरस पड़ी ,--साली कुतिया तू इतनी बेशर्म कब से हो गयी जो एक नोकर के सामने नंगी होकर बैठी थी ।
मैं ,--तो साली ये जवानी किसको दिखाऊँ इसे कपड़ो में बंद करके जंग लगने दूं क्या ।
प्रिया ,--तो कम से कम अपनी हैसियत तो देख तू कहाँ एक पढ़ी लिखी औरत और इतने अच्छे घर की बहू और कहां एक नोकर ।
मैं ,--साली वो नोकर का लण्ड देख लेगी तो तू भी नंगी होकर उससे चोदने की भीख मांगेगी ।
प्रिया ,--ऐसा क्या है उस नोकर के लण्ड में ।और कब से वो तुझे अपनी रांड बना लिया
में ,--अरे बिचारे को आज ही काम पर रखा है सिक्योरिटी गार्ड है बिल्डिंग का बहुत भरोसेमंद आदमी है । अभी उसका लण्ड दिखाती हूँ।
मेने दीनू काका को पानी लाने के लिए आवाज लगाई तो दीनू काका पानी के दो गिलास लेकर आया और ट्रे लेकर खड़ा हो गया उसका लण्ड अभी भी खड़ा था जो धोती को उठाये हुए था ।
हम दोनों ने ही गिलास नही उठाया इसलिए दीनू काका कभी मुझे तो कभी प्रिया को देख रहा था तो मैने कहा ।
मैं ,--दीनू काका ये मेरी कॉलेज फ्रेंड है प्रिया । हम दोनों पहले पूना में एक साथ काम करती थी ।
दीनू काका ट्रे हाथ मे पकड़े ही प्रिया को नमस्ते बोला तो मेने प्रिया की साड़ी का पल्लू साइड में कर दिया जिससे उसके बड़े गले से आधे बूब्स दिखने लगे जिसका असर उसकी धोती में हुआ और लण्ड की जगह से उठाव ज्यादा हो गया ।
में ,--काका कैसी है मेरी सहेली मेने दीनू काका को आंख मारकर कहा ।
दिनु काका ,--बेटी सुंदर है ।
मैं ,--काका लगता है आपको काम से निकालना पड़ेगा आप अभी तो मेरे को देखकर भविष्य बता रहे थे अब आपको क्या हो गया ।आपको प्रिया सिर्फ सुंदर ही लगी और कुछ नही ।
उसके बाद मेने प्रिया के ब्लाउज की चैन को खोलकर उसकी निपल्स दिखाई और पूछा अब बताइये । शायद प्रिया को भी मेरी हरकत अछि लगी इसलिए वो दीनू काका की धोती में उठाव को देखकर अपनी चुत पर हाथ रखकर पानी का गिलास उठा कर पीने लगी ।
दीनू काका ,--बेटी सच कहूं तो देसी भाषा मे ये बिगड़ैल औरत लग रही है जो शायद बहुत प्यासी रहती है पानी पीने के लिए ।
में दीनू काका की धोती को साइड करके उनके ब्लैक कोबरा को बाहर निकाल कर प्रिया को दिखाते हुए बोली ,--क्या दीनू काका आप भी खुल के इसके भविष्य बताइये ना ।
दीनू काका का ब्लैक कोबरा पूरे उठाव पर आ चुका था वो भी समझ चुका था कि मुझे कौनसी भाषा मे जवाब चाहिए ।
दीनू काका ,--बेटी इसकी चूची बता रही है कि ये अपने पति से ज्यादा इन चुचियाँ को बहुत लोगों को चुसवा चुकी है और इसका भविष्य इन्ही बड़ी बड़ी चूचियो के कारण सुरक्षित है । लोग इनको चुसने के लिए अपनी दौलत इन पर लुटाते रहेंगे ।
प्रिया ,--यार रेखा मुझे ऑफिस जाना है देर हो जाएगी तो मेने भी उसको परेशान करना ठीक नही समझा और खड़ा किया फिर उसकी साड़ी को ऊपर उठाया और उसकी पैंटी को खींच कर निकाल कर दीनू काका को देकर कहा ।
में ,--ये लीजिये दीनू काका आज आप अपने एक और भतीजी की पैंटी ले जाइए और मूठ मारकर मेरे कपड़ों के साथ इसको भी धो दीजिये ।
दीनू काका ने प्रिया की पेंटी को नाक से लगाया और सूंघते हुए बाथरूम में चला गया । जिसे देखकर प्रिया बोली ।
प्रिया ,--यार काका का औजार तो सॉलिड है पर मुझे ऑफिस जाना जरूरी है वरना आज ऐसे लण्ड का पानी पिये बिना नही जाती ।
मैं ,--ठीक है ऐसा क्या बात है जो तू मेरे पास आई भी ऑफिस भी जाना है ।
प्रिया ,--तुम्हारा फोन कहां है फोन बंद आ रहा है और वाट्सएप्प पर जवाब नही दे रही है ।
में ,--ये रहा कल् थक गई थी इसलिए दिन भर फोन बंद करके सो रही थी दिन भर ।
प्रिया ने मेरा फोन लियाँ और फिर एन्जॉय ग्रुप खोलकर दिखाते हुए बोली ,--इसमें देखी है तेरे लिए ग्रुप के डाइरेक्टर्स ने क्या मेसेज भेजा है ।
मैं ,--अरे यार मुझे अभी तो टाइम मिला उसमे पहले दीनू काका को नोकरी का बात करने लगी फिर तुम आ गयी मेसेज का क्या है अभी देख लूंगि।
प्रिया ,--साली तेरी लॉटरी लग गयी एन्जॉय ग्रुप के डाइरेक्टर तुम्हारी सर्विस से बहुत प्रभावित हैं और तुमसे मिलना चाहते है ।
में ,--पर मुझे नही मिलना ।
प्रिया ,--साली नादान मत बन वो लड़के हाँ याद आया रोनक ने तुझे सेवन स्टार रेटिंग दी है जो आज तक किसी भी मेंबर को नही मिली इसलिए ग्रुप के डाइरेक्टर तुमको फ्री पास दे रहे है अपने क्लब का साथ मे अमित को भी ।
में ,--तो फिर उसका फायदा भी वो लोग उठाएंगे ।
प्रिया ,--साली मंदबुद्धि तुझे मालूम नही ग्रुप का जो क्लब है उसकी मंथली फीस लाखों रुपये में है और एक बार क्लब की एक्टिविटी तुमने देख ली तो फिर तुझे सारी दुनिया मे उस जैसी जन्नत नही मिलेगी ।
में ,--ऐसा क्या है उस क्लब में तुमने देखा है ।
प्रिया ,--बस एक बार देखा है उस क्लब की आज तक मुझे एक्चुअल लोकेशन समझ मे नही आई और उसमे घुसने का रास्ता क्लब के मेंबर को भी पता नही सब सीक्रेट है बस ये समझ ले तेरे लिए गोल्डन चांस है ।तेरे मोबाइल में मैसेज आएं है देख लेना । मेरे पास तो मेसेज आया था कि आप ने रेखा नाम की जिस मेंबर को अपनी गारण्टी दी है उससे एक बार टेलीग्राम के थ्रू बात करवा दो । अब तू मेसेज पढ़कर समझ लेना में चलती हूँ।
उसके बाद प्रिया चली गयी तो मेने ग्रुप के मैसेज पढ़ने लगी । ग्रुप की तरफ से सबसे पहले धन्यवाद दिया गया था फिर प्राइवेट सेक्शन में डायरेक्टर का मैसेज था जिसमे वो फ्री क्लब की मेम्बरशिप के लिए फ्री पास देने का प्रस्ताव था ।
नीचे एन्जॉय क्लब की जानकारी थी जिसमे सदस्यता फीस सालाना फीस एक लाख रुपये महीने के हिसाब से एक साल की एडवांस देने पर उन्ही लोगों के लिए थी जो ग्रुप के पास अप्लाई करने के तीन महीने की इंक़वारी के बाद ही दी जाती है ।
तभी डायरेक्टर ने एक वीडियो भेजा जिसमे क्लब में होने वाले प्रोग्राम का हिस्सा था जिसमे बहुत से लोग एक दम नंगे होकर स्टेज पर एक लाइव चुदाई देख रहे थे सब नशे में झूम रहे थे और नंगी लड़कियां सब की शराब और चिकना ट्रे लेकर घूम रही थी ।
मैं अभी वीडियो देख ही रही थी कि सरजू का फोन आ गया मेने फोन उठाकर हेलो कहा तो फोन पर सरजू देवी ,--कैसी हो बेटी ।
मैं ,--अब आपको तो मालूम ही है मेरा हाल ।
सरजू ,--अब क्या करूँ बेटी तेरे ससुर को अर्जेंट नही होता तो तेरा काम हो जाता ।
में ,--मम्मी मुझे तो ससुर जी ने औरत होने का अहसास करवाया नही तो आपके बेटे ने तो मुझे पूरी औरत भी नही बनाया था ।
सरजू ,--मतलब ।
मैं ,--क्या सासु मा सुनिलं चाचा ने ही मेरे पिछले गेट को खोला ।
सरजू ,--ओह्ह तो इन्होंने तेरी गाँड मार ली ।
मैं ,--हां सासु मां जब से ससुर जी ने मुझे भोगा है तब से उन्ही का वो आंखों के सामने घूम रहा है ।
सरजू ,--तू चिंता मत कर बहु में जल्द ही तेरे ससुर जी को मुम्बई भेजकर तुझे गाभिन करवा दूंगी ।
में ,--थेंक्स मम्मी रीता कब आ रही है ।
सरजू ,--अरे आज भेज देती पर कल् तेरा फोन नही लगा तो सोचा उसके पीरियड्स के बाद सोमवार को भेज दूंगी ।
में ,--क्या बात है सासु मां घर मे बेटी से छुटकारा पाना चाहती हो ताकि खुल कर मज़े कर सको ।
सरजू ,--अब तुम तो समझदार हो आज़ादी किसे बुरी लगती है ।
मैं ,--आज़ादी या रंडीबाजी मम्मी ।
सरजू ,--अब तुमने तो देखा ही है जब पति में दम नही तो लोग रण्डी ही समझेंगे ना ।
मैं ,--आप के चक्कर मे मुझे भी सुनिलं अंकल रण्डी बोलकर चुदाई किये ।
सरजू ,--तो क्या हो गया औरत को तो चुदते समय रण्डी बनना ही पड़ता है बेटी ।
में ,--ठीक है मेरी रण्डी सासु मां में अभी रखती हूं कामवाली आयी हुई है । बाय।
में बात करके फोन रखी तो दीनू काका बाथरूम से बाहर निकले ।
मैं ,--हो गया दीनू काका काम ।
दीनू काका ,--हां बेटी सारे कपड़े धो दिए ।
में ,--काका में उस काम की पूछ रही हूँ ।
दीनू काका ,--बेटी झाड़ू पोछा तो पहले ही कर दिया ।
में ,--ओह्ह काका आप भी मूठ मार लिए की नही प्रिया की पेंटी में ।
दीनू काका ,- हां बेटी फिर उसको धो कर सूखा दिया ।
इतना बोलकर दीनू काका चले गए और में मन ही मन मुस्कराते हुए खाने की तैयारी करने लगी
मैं ,--तो साली ये जवानी किसको दिखाऊँ इसे कपड़ो में बंद करके जंग लगने दूं क्या ।
प्रिया ,--तो कम से कम अपनी हैसियत तो देख तू कहाँ एक पढ़ी लिखी औरत और इतने अच्छे घर की बहू और कहां एक नोकर ।
मैं ,--साली वो नोकर का लण्ड देख लेगी तो तू भी नंगी होकर उससे चोदने की भीख मांगेगी ।
प्रिया ,--ऐसा क्या है उस नोकर के लण्ड में ।और कब से वो तुझे अपनी रांड बना लिया
में ,--अरे बिचारे को आज ही काम पर रखा है सिक्योरिटी गार्ड है बिल्डिंग का बहुत भरोसेमंद आदमी है । अभी उसका लण्ड दिखाती हूँ।
मेने दीनू काका को पानी लाने के लिए आवाज लगाई तो दीनू काका पानी के दो गिलास लेकर आया और ट्रे लेकर खड़ा हो गया उसका लण्ड अभी भी खड़ा था जो धोती को उठाये हुए था ।
हम दोनों ने ही गिलास नही उठाया इसलिए दीनू काका कभी मुझे तो कभी प्रिया को देख रहा था तो मैने कहा ।
मैं ,--दीनू काका ये मेरी कॉलेज फ्रेंड है प्रिया । हम दोनों पहले पूना में एक साथ काम करती थी ।
दीनू काका ट्रे हाथ मे पकड़े ही प्रिया को नमस्ते बोला तो मेने प्रिया की साड़ी का पल्लू साइड में कर दिया जिससे उसके बड़े गले से आधे बूब्स दिखने लगे जिसका असर उसकी धोती में हुआ और लण्ड की जगह से उठाव ज्यादा हो गया ।
में ,--काका कैसी है मेरी सहेली मेने दीनू काका को आंख मारकर कहा ।
दिनु काका ,--बेटी सुंदर है ।
मैं ,--काका लगता है आपको काम से निकालना पड़ेगा आप अभी तो मेरे को देखकर भविष्य बता रहे थे अब आपको क्या हो गया ।आपको प्रिया सिर्फ सुंदर ही लगी और कुछ नही ।
उसके बाद मेने प्रिया के ब्लाउज की चैन को खोलकर उसकी निपल्स दिखाई और पूछा अब बताइये । शायद प्रिया को भी मेरी हरकत अछि लगी इसलिए वो दीनू काका की धोती में उठाव को देखकर अपनी चुत पर हाथ रखकर पानी का गिलास उठा कर पीने लगी ।
दीनू काका ,--बेटी सच कहूं तो देसी भाषा मे ये बिगड़ैल औरत लग रही है जो शायद बहुत प्यासी रहती है पानी पीने के लिए ।
में दीनू काका की धोती को साइड करके उनके ब्लैक कोबरा को बाहर निकाल कर प्रिया को दिखाते हुए बोली ,--क्या दीनू काका आप भी खुल के इसके भविष्य बताइये ना ।
दीनू काका का ब्लैक कोबरा पूरे उठाव पर आ चुका था वो भी समझ चुका था कि मुझे कौनसी भाषा मे जवाब चाहिए ।
दीनू काका ,--बेटी इसकी चूची बता रही है कि ये अपने पति से ज्यादा इन चुचियाँ को बहुत लोगों को चुसवा चुकी है और इसका भविष्य इन्ही बड़ी बड़ी चूचियो के कारण सुरक्षित है । लोग इनको चुसने के लिए अपनी दौलत इन पर लुटाते रहेंगे ।
प्रिया ,--यार रेखा मुझे ऑफिस जाना है देर हो जाएगी तो मेने भी उसको परेशान करना ठीक नही समझा और खड़ा किया फिर उसकी साड़ी को ऊपर उठाया और उसकी पैंटी को खींच कर निकाल कर दीनू काका को देकर कहा ।
में ,--ये लीजिये दीनू काका आज आप अपने एक और भतीजी की पैंटी ले जाइए और मूठ मारकर मेरे कपड़ों के साथ इसको भी धो दीजिये ।
दीनू काका ने प्रिया की पेंटी को नाक से लगाया और सूंघते हुए बाथरूम में चला गया । जिसे देखकर प्रिया बोली ।
प्रिया ,--यार काका का औजार तो सॉलिड है पर मुझे ऑफिस जाना जरूरी है वरना आज ऐसे लण्ड का पानी पिये बिना नही जाती ।
मैं ,--ठीक है ऐसा क्या बात है जो तू मेरे पास आई भी ऑफिस भी जाना है ।
प्रिया ,--तुम्हारा फोन कहां है फोन बंद आ रहा है और वाट्सएप्प पर जवाब नही दे रही है ।
में ,--ये रहा कल् थक गई थी इसलिए दिन भर फोन बंद करके सो रही थी दिन भर ।
प्रिया ने मेरा फोन लियाँ और फिर एन्जॉय ग्रुप खोलकर दिखाते हुए बोली ,--इसमें देखी है तेरे लिए ग्रुप के डाइरेक्टर्स ने क्या मेसेज भेजा है ।
मैं ,--अरे यार मुझे अभी तो टाइम मिला उसमे पहले दीनू काका को नोकरी का बात करने लगी फिर तुम आ गयी मेसेज का क्या है अभी देख लूंगि।
प्रिया ,--साली तेरी लॉटरी लग गयी एन्जॉय ग्रुप के डाइरेक्टर तुम्हारी सर्विस से बहुत प्रभावित हैं और तुमसे मिलना चाहते है ।
में ,--पर मुझे नही मिलना ।
प्रिया ,--साली नादान मत बन वो लड़के हाँ याद आया रोनक ने तुझे सेवन स्टार रेटिंग दी है जो आज तक किसी भी मेंबर को नही मिली इसलिए ग्रुप के डाइरेक्टर तुमको फ्री पास दे रहे है अपने क्लब का साथ मे अमित को भी ।
में ,--तो फिर उसका फायदा भी वो लोग उठाएंगे ।
प्रिया ,--साली मंदबुद्धि तुझे मालूम नही ग्रुप का जो क्लब है उसकी मंथली फीस लाखों रुपये में है और एक बार क्लब की एक्टिविटी तुमने देख ली तो फिर तुझे सारी दुनिया मे उस जैसी जन्नत नही मिलेगी ।
में ,--ऐसा क्या है उस क्लब में तुमने देखा है ।
प्रिया ,--बस एक बार देखा है उस क्लब की आज तक मुझे एक्चुअल लोकेशन समझ मे नही आई और उसमे घुसने का रास्ता क्लब के मेंबर को भी पता नही सब सीक्रेट है बस ये समझ ले तेरे लिए गोल्डन चांस है ।तेरे मोबाइल में मैसेज आएं है देख लेना । मेरे पास तो मेसेज आया था कि आप ने रेखा नाम की जिस मेंबर को अपनी गारण्टी दी है उससे एक बार टेलीग्राम के थ्रू बात करवा दो । अब तू मेसेज पढ़कर समझ लेना में चलती हूँ।
उसके बाद प्रिया चली गयी तो मेने ग्रुप के मैसेज पढ़ने लगी । ग्रुप की तरफ से सबसे पहले धन्यवाद दिया गया था फिर प्राइवेट सेक्शन में डायरेक्टर का मैसेज था जिसमे वो फ्री क्लब की मेम्बरशिप के लिए फ्री पास देने का प्रस्ताव था ।
नीचे एन्जॉय क्लब की जानकारी थी जिसमे सदस्यता फीस सालाना फीस एक लाख रुपये महीने के हिसाब से एक साल की एडवांस देने पर उन्ही लोगों के लिए थी जो ग्रुप के पास अप्लाई करने के तीन महीने की इंक़वारी के बाद ही दी जाती है ।
तभी डायरेक्टर ने एक वीडियो भेजा जिसमे क्लब में होने वाले प्रोग्राम का हिस्सा था जिसमे बहुत से लोग एक दम नंगे होकर स्टेज पर एक लाइव चुदाई देख रहे थे सब नशे में झूम रहे थे और नंगी लड़कियां सब की शराब और चिकना ट्रे लेकर घूम रही थी ।
मैं अभी वीडियो देख ही रही थी कि सरजू का फोन आ गया मेने फोन उठाकर हेलो कहा तो फोन पर सरजू देवी ,--कैसी हो बेटी ।
मैं ,--अब आपको तो मालूम ही है मेरा हाल ।
सरजू ,--अब क्या करूँ बेटी तेरे ससुर को अर्जेंट नही होता तो तेरा काम हो जाता ।
में ,--मम्मी मुझे तो ससुर जी ने औरत होने का अहसास करवाया नही तो आपके बेटे ने तो मुझे पूरी औरत भी नही बनाया था ।
सरजू ,--मतलब ।
मैं ,--क्या सासु मा सुनिलं चाचा ने ही मेरे पिछले गेट को खोला ।
सरजू ,--ओह्ह तो इन्होंने तेरी गाँड मार ली ।
मैं ,--हां सासु मां जब से ससुर जी ने मुझे भोगा है तब से उन्ही का वो आंखों के सामने घूम रहा है ।
सरजू ,--तू चिंता मत कर बहु में जल्द ही तेरे ससुर जी को मुम्बई भेजकर तुझे गाभिन करवा दूंगी ।
में ,--थेंक्स मम्मी रीता कब आ रही है ।
सरजू ,--अरे आज भेज देती पर कल् तेरा फोन नही लगा तो सोचा उसके पीरियड्स के बाद सोमवार को भेज दूंगी ।
में ,--क्या बात है सासु मां घर मे बेटी से छुटकारा पाना चाहती हो ताकि खुल कर मज़े कर सको ।
सरजू ,--अब तुम तो समझदार हो आज़ादी किसे बुरी लगती है ।
मैं ,--आज़ादी या रंडीबाजी मम्मी ।
सरजू ,--अब तुमने तो देखा ही है जब पति में दम नही तो लोग रण्डी ही समझेंगे ना ।
मैं ,--आप के चक्कर मे मुझे भी सुनिलं अंकल रण्डी बोलकर चुदाई किये ।
सरजू ,--तो क्या हो गया औरत को तो चुदते समय रण्डी बनना ही पड़ता है बेटी ।
में ,--ठीक है मेरी रण्डी सासु मां में अभी रखती हूं कामवाली आयी हुई है । बाय।
में बात करके फोन रखी तो दीनू काका बाथरूम से बाहर निकले ।
मैं ,--हो गया दीनू काका काम ।
दीनू काका ,--हां बेटी सारे कपड़े धो दिए ।
में ,--काका में उस काम की पूछ रही हूँ ।
दीनू काका ,--बेटी झाड़ू पोछा तो पहले ही कर दिया ।
में ,--ओह्ह काका आप भी मूठ मार लिए की नही प्रिया की पेंटी में ।
दीनू काका ,- हां बेटी फिर उसको धो कर सूखा दिया ।
इतना बोलकर दीनू काका चले गए और में मन ही मन मुस्कराते हुए खाने की तैयारी करने लगी