21-03-2021, 10:05 PM
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प्रोफेसर पांडे
हुमा - मधुरा, मैं सोच रही थी की अपने बाल काट दू..
मधुरा - क्या?? पर क्यू? तुम कितनी खुबसुरत दिखती हो लंबे बालों मे.
हुमा : वो.. वो.. प्रोफेसर पांडे कह रहे थे बाल काटो ऐसा..
मधुरा : क्या? वो क्यू ऐसा कहेंगे. वो कितनी तारीफ करते है लम्बे बालो की.. हि ही..
हुमा मधुरा को देखते हुए कल रात को बात याद करती है
(शिक्षक निवास)
पांडेजी : आहह... हुमा..ये तेरे बाल..आह.. आशिक हू मैं इनका..
मधुरा - क्या?? पर क्यू? तुम कितनी खुबसुरत दिखती हो लंबे बालों मे.
हुमा : वो.. वो.. प्रोफेसर पांडे कह रहे थे बाल काटो ऐसा..
मधुरा : क्या? वो क्यू ऐसा कहेंगे. वो कितनी तारीफ करते है लम्बे बालो की.. हि ही..
हुमा मधुरा को देखते हुए कल रात को बात याद करती है
(शिक्षक निवास)
पांडेजी : आहह... हुमा..ये तेरे बाल..आह.. आशिक हू मैं इनका..