18-03-2021, 10:22 AM
जोबन के साथ पिछवाड़ा
कम्मो भौजी के जोबन के साथ उनका पिछवाड़ा भी उसे बहुत ललचाता था , एकदम गोल गोल बड़े बड़े चूतड़ ,...
कितना मजा आएगा गाँड़ मारने में ,
गाँड़ मारने का उसे बहुत शौक था , कॉलेज में चिकने लौंडों की नेकर सरका कर , निहुरा कर , और भी लेकिन जो मज्जा कम्मो भौजी की गाँड़ मारने में आने वाला था , उसे मालूम था भौजी आसानी से पिछवाड़े हाथ नहीं लगाने देंगी , और बहुत कसी टाइट भी होगी,... लेकिन वो भी नंबरी चोदू था , ...
जब कम्मो गुझिया समोसे की प्लेट , ठंडाई और सब खाने पीने का सामान लेकर पहुंची तो दोनों लड़के अच्छे , सीधे साधे बच्चों की तरह , लेकिन मंटू ने मना कर दिया और अपने होंठों की ओर इशारा कर के कहा की कम्मो भौजी अपने होंठों में लेकर खिलाएं , तभी वो खायेगा ,
कम्मो ने बड़ी सी डबल भांग वाली गुझिया अपने होंठों के बीच दबा कर सीधे , आधी से ज्यादा मंटू के मुंह में , लेकिन मंटू भी कम नहीं था , एक हाथ से उसने कम्मो भौजी का सर पकड़ा और कस के अपनी जीभ उनके मुंह में ठेल दी , कम्मो भी , जवान लड़के की जुबान चूसने का मौका , कोई जैसे मोटा लंड चूसे , उस तरह मंटू की जुबान वो चूस रही थी ,
और अपने एक हाथ से मंटू की कमर कस के पकड़ ली थी , मंटू का भी एक हाथ भौजी की कमर में उन्हें कस के दबोचे , और कम्मो ने अब दूसरी गुझिया भांग वाली , अपने हाथ से लेकर फिर अपने मुंह में लेकर मंटू के मुंह में , ... दोनों एक दूसरे से चिपके ,
और दोनों बंटू को भूल गए थे , जो अपने दोनों हाथों पर कस कस के गाढ़ा लाल , काही रंग का कॉकटेल बना रहा था , और फिर पीछे से,
मंटू ने पहले ही एक हाथ से कम्मो का सर पीछे से और कमर पूरी ताकत से पकड़ रखी थी ,
बंटू एकदम से दबे पाँव ,... एकदम हलके हलके ,आज कम्मो भौजी ने जो लाल लाल कसा टाइट ब्लाउज पहन रखा था , उसमें पीछे हुक लगे थे , खाली तीन , आलमोस्ट बैकलेस ,...
बस , पहले एक हुक , फिर दूसरा हुक और जब तक तीसरा हुक , कम्मो समझ गयी थी हमला किधर से हो रहा है , कसमसाते हुए उसने अपने को छुड़ाने की कोशिश की , पर आगे से मंटू ने कस के पकड़ रखा था और इस धींगामुश्ती में ,... तीसरा हुक टूट गया और ब्लाउज पीछे से खुल गया , और बंटू के हाथ के रंगा का कॉकटेल , पूरी तरह से भौजी की पीठ पर , रंग पेण्ट ,
ब्लाउज के हुक टूट गए थे , ब्लाउज खुल गया था पर दोनों जोबन आजाद नहीं हुए थे , ब्लाउज टाइट होने से अभी भी बड़े गदराये उभारों पर अटका था , लेकिन अब दो देवर , दो उभार ,
बराबरी से बंट गए , दो दिन पहले की तरह दायां वाला बंटू के हाथ में पीछे से हाथ बढाकर उसने दबोच लिया ,
और अब ब्लाउज में नीचे से हाथ डालना ज्यादा आसान हो गया था मंटू ने उधर से सेंध लगा दी ,
क्या मस्त दोनों देवर जोबन का रस ले रहे थे , रंग के बहाने रगड़ाई मसलाई के साथ बंटू कभी निपल्स को पकड़ के पल कर देता तो कभी ऊँगली से फ्लिक कर देता , भौजी सिसक उठतीं ,
मंटू के हाथ में रंग नहीं था , लेकिन बड़ी ताकत थी उसके हाथ में कस कस के मसल रगड़ रहा था ,
जब दोनों देवर जोबन का रस ले रहे थे तो भौजी ने अपने टारगेट पर सेंध लगा दिया , मंटू आगे था बस दोनों हाथों से थोड़ा सा झुक कर के उसकी बारमूडा नीचे तक ,
फटा पोस्टर निकला हीरो ,... जबरदस्त तन्नाया , बौराया मोटा खूंटा , बस कम्मो भौजी ने गपुच लिया और इतनी जोर से मुठियाया की पहले ही झटके में सुपाड़ा खुल गया ,
कम्मो भौजी के जोबन के साथ उनका पिछवाड़ा भी उसे बहुत ललचाता था , एकदम गोल गोल बड़े बड़े चूतड़ ,...
कितना मजा आएगा गाँड़ मारने में ,
गाँड़ मारने का उसे बहुत शौक था , कॉलेज में चिकने लौंडों की नेकर सरका कर , निहुरा कर , और भी लेकिन जो मज्जा कम्मो भौजी की गाँड़ मारने में आने वाला था , उसे मालूम था भौजी आसानी से पिछवाड़े हाथ नहीं लगाने देंगी , और बहुत कसी टाइट भी होगी,... लेकिन वो भी नंबरी चोदू था , ...
जब कम्मो गुझिया समोसे की प्लेट , ठंडाई और सब खाने पीने का सामान लेकर पहुंची तो दोनों लड़के अच्छे , सीधे साधे बच्चों की तरह , लेकिन मंटू ने मना कर दिया और अपने होंठों की ओर इशारा कर के कहा की कम्मो भौजी अपने होंठों में लेकर खिलाएं , तभी वो खायेगा ,
कम्मो ने बड़ी सी डबल भांग वाली गुझिया अपने होंठों के बीच दबा कर सीधे , आधी से ज्यादा मंटू के मुंह में , लेकिन मंटू भी कम नहीं था , एक हाथ से उसने कम्मो भौजी का सर पकड़ा और कस के अपनी जीभ उनके मुंह में ठेल दी , कम्मो भी , जवान लड़के की जुबान चूसने का मौका , कोई जैसे मोटा लंड चूसे , उस तरह मंटू की जुबान वो चूस रही थी ,
और अपने एक हाथ से मंटू की कमर कस के पकड़ ली थी , मंटू का भी एक हाथ भौजी की कमर में उन्हें कस के दबोचे , और कम्मो ने अब दूसरी गुझिया भांग वाली , अपने हाथ से लेकर फिर अपने मुंह में लेकर मंटू के मुंह में , ... दोनों एक दूसरे से चिपके ,
और दोनों बंटू को भूल गए थे , जो अपने दोनों हाथों पर कस कस के गाढ़ा लाल , काही रंग का कॉकटेल बना रहा था , और फिर पीछे से,
मंटू ने पहले ही एक हाथ से कम्मो का सर पीछे से और कमर पूरी ताकत से पकड़ रखी थी ,
बंटू एकदम से दबे पाँव ,... एकदम हलके हलके ,आज कम्मो भौजी ने जो लाल लाल कसा टाइट ब्लाउज पहन रखा था , उसमें पीछे हुक लगे थे , खाली तीन , आलमोस्ट बैकलेस ,...
बस , पहले एक हुक , फिर दूसरा हुक और जब तक तीसरा हुक , कम्मो समझ गयी थी हमला किधर से हो रहा है , कसमसाते हुए उसने अपने को छुड़ाने की कोशिश की , पर आगे से मंटू ने कस के पकड़ रखा था और इस धींगामुश्ती में ,... तीसरा हुक टूट गया और ब्लाउज पीछे से खुल गया , और बंटू के हाथ के रंगा का कॉकटेल , पूरी तरह से भौजी की पीठ पर , रंग पेण्ट ,
ब्लाउज के हुक टूट गए थे , ब्लाउज खुल गया था पर दोनों जोबन आजाद नहीं हुए थे , ब्लाउज टाइट होने से अभी भी बड़े गदराये उभारों पर अटका था , लेकिन अब दो देवर , दो उभार ,
बराबरी से बंट गए , दो दिन पहले की तरह दायां वाला बंटू के हाथ में पीछे से हाथ बढाकर उसने दबोच लिया ,
और अब ब्लाउज में नीचे से हाथ डालना ज्यादा आसान हो गया था मंटू ने उधर से सेंध लगा दी ,
क्या मस्त दोनों देवर जोबन का रस ले रहे थे , रंग के बहाने रगड़ाई मसलाई के साथ बंटू कभी निपल्स को पकड़ के पल कर देता तो कभी ऊँगली से फ्लिक कर देता , भौजी सिसक उठतीं ,
मंटू के हाथ में रंग नहीं था , लेकिन बड़ी ताकत थी उसके हाथ में कस कस के मसल रगड़ रहा था ,
जब दोनों देवर जोबन का रस ले रहे थे तो भौजी ने अपने टारगेट पर सेंध लगा दिया , मंटू आगे था बस दोनों हाथों से थोड़ा सा झुक कर के उसकी बारमूडा नीचे तक ,
फटा पोस्टर निकला हीरो ,... जबरदस्त तन्नाया , बौराया मोटा खूंटा , बस कम्मो भौजी ने गपुच लिया और इतनी जोर से मुठियाया की पहले ही झटके में सुपाड़ा खुल गया ,