31-03-2019, 03:41 PM
(This post was last modified: 07-04-2019, 04:36 PM by babasandy. Edited 5 times in total. Edited 5 times in total.)
साली रंडी छिनाल हरामजादी.... नाटक मत कर ... तेरी मां की... बहन की लोड़ी.... कुत्तिया ... अपनी गांड ढीली कर ...... असलम दांत पीसते हुए बोला था.....
मेरी दीदी छटपटा रही थी.... पर उसने मेरी दीदी के बाल पकड़ रखे थे.... मेरी दीदी हाथ-पांव पटक रही थी.... पर असलम की मर्दाना ताकत के आगे मेरी दीदी बेबस थी.... उसने मेरी रूपाली दीदी की गांड में एक जबरदस्त धक्का मारा अपने लोड़े का.... दीदी की आंखें उबल के बाहर निकल रही थी.... उनका मुंह खुल गया पर आवाज कुछ भी नहीं निकल पा रही थी..... दीदी की आंखों में आंसू थे... क्योंकि मेरी दीदी की गांड के छल्ले में असलम के लोड़े का सुपाड़ा अटक गया था.... दो-तीन और जोरदार झटके असलम ने मेरी दीदी की गांड के अंदर दिया... पर उसका लौड़ा आगे नहीं घुस पाया.... वाकई मेरी रूपाली दीदी की करारी गांड अपने अंदर उस मुसल को लेने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी.... पर बार बार मेरी दीदी के अंदर डालने की कोशिश कर रहा था वह ... सुपारा मेरी रूपाली दीदी की गांड के छल्ले में फंसा हुआ था... मेरी दीदी छटपटा रही थी.... असलम ने कई बार प्रयास किया पर उसका लौड़ा मेरी कमसिन रूपाली दीदी की नाजुक गांड के छल्ले को पार नहीं कर पाया.... थक हार कर उसने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड में से खींच लिया... और अपनी लोड़े पर थूक लगाकर फिर से मेरी दीदी की गांड के अंदर डालने का प्रयास किया... पर वह सफल नहीं हो पाया..... जुनैद अपनी मस्ती में पूरा तमाशा देख रहा था... मेरी दीदी को चीखते चिल्लाते छटपटाते देखे उसका मुसल फिर से खड़ा होने लगा था.... ऊपर से दारू का नशा....
उधर असलम बहुत गुस्से में था... उसने अपने लोड़ा मेरी दीदी के होठों पर रख दिया....
चूस रंडी ... चूस मेरा लौड़ा.... चूस चूस मेरा लौड़ा गीला कर ... रंडी छिनाल.... असलम बड़बड़ा रहा था....
दीदी ने अपना मुंह खोलकर उसके मोटे सुपारी को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी....
असलम नंगा खड़ा मेरी दीदी के बाल पकड़कर उनके मुंह में अपना लौड़ा डाल कर चुपचाप खड़ा था और मेरी दीदी कुत्तिया बनी हुई उसका चूस रही थी...
थूक लगा के पूरा मेरे लोड़े को गीला कर साली रंडी.... मेरी आंड को मुंह में ले ले.... मेरी दीदी असलम के कहे अनुसार कर रही थी.... असलम के मोटे काले लोड़े को मेरी घरेलू संस्कारी रूपाली दीदी अपनी जुबान से गिला करने का प्रयास कर रही थी.... दीदी ने उसके लोड़े को अपने दोनों हाथों में थाम रखा था और बिल्कुल किसी रंडी की तरह चूस रही थी.... पर असलम इक जालिम मर्द था.... वह मेरी दीदी की मेहनत से संतुष्ट नहीं था...... उसने मेरी दीदी के सर को मजबूती से थाम के एक जोरदार झटका मेरी दीदी के मुंह में दिया... उसका आधा लोड़ा मेरी दीदी के मुंह में समा गया.... दीदी के मुंह से कू कू कू की आवाज निकल रही थी.... पर असलम की मजबूत पकड़ के आगे दीदी बिल्कुल लाचार हो गई थी.... वह मेरी दीदी के मुंह को चोदने लगा... साली रंडी.... पूरा मुंह खोल.... ले मेरा लोड़ा बहन की लोड़ी.... कुत्तिया हरामजादी आंखें खोल साली..... आह.. चूस.. ह्म्म्म्म... तेरी मां का..... मेरी आंखों में आंखें डाल कर देख रंडी... असलम मेरी दीदी के मुंह में अपना लौड़ा अंदर बाहर करते हुए उन्हें आदेश दे रहा था.... मेरी रूपाली दीदी ने आंखें खोली और असलम की तरफ देखने लगी ... असलम मुझे हवस का दरिंदा लग रहा था..... मेरी मृगनैनी दीदी की आंखों से आंखें चार होते ही उसका लौड़ा पूरी रफ्तार से उनके मुंह के अंदर बाहर होने लगा.... दीदी ने कनखियों से मेरी तरफ देखा.... उनकी आंखों में आंसू भरे हुए थे.... और मैं एक बेचारा भाई चुपचाप यह तमाशा देख रहा था.... मैंने अपना चेहरा जमीन में गाड़ दिया था शर्म और ग्लानि के मारे... हुंकार भरता हुआ असलम मेरी दीदी के मुंह को अपने लोड़े से ऐसी तैसी कर रहा था... हां साली रंडी तेरा मुंह ..आह.. साली रंडी.. चूस मादर चोद.. क्या मस्त लंड चूसती है कुतिया.. असलम बोल रहा था...
बहन चोद कुत्ते .... मस्त लौड़ा चुस्ती है तेरी रूपाली दीदी.... साले आज तेरी दीदी की गांड का चबूतरा बना दूंगा.... तेरा जीजा गांडू है... उसने तो तेरी दीदी की गांड का छेद भी अच्छे से नहीं मारा है आज तक.... चाहे कुछ भी हो जाए आज तो तेरी दीदी की गांड में मेरा लौड़ा डालकर खूब मारूंगा..... असलम मेरी तरफ देखते हुए कह रहा था...
मुझे तो समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं.....
प्लीज असलम भाई अब हमें जाने ...बहुत कर लिया आप लोगों ने मेरी दीदी के साथ.... हमारे घर में सभी लोग परेशान हो रहे होंगे.... हम किसी को भी नहीं बताएंगे कि क्या हुआ था ... मैं आपके आगे हाथ जोड़ता रहा हूं..... मैंने हिम्मत करके कहा..... पर असलम पर इस बात का ना तो कोई असर होना था ना ही हुआ....
जाने देंगे बहन चोद तुझे भी और तेरी बहन की लोड़ी को भी.... पर साले पहले तेरी दीदी की गांड का बाजा तो बजने दे..... बिना गांड मरवाई तेरे रूपाली दीदी कहीं नहीं जाएगी.... आज तो तेरी दीदी की के छेद में फूल खिला दूंगा साले.... आज तू भी देख लेना की मर्दानगी क्या होती है.... असलम मुझे बता रहा था ...
असलम भाई एक काम करो..... इसके रूपाली दीदी की गांड का छेद बहुत छोटा है और आपका लण्ड बहुत बड़ा है..... अगर इस बहन की लोड़ी की गांड मारनी है तो आपको अपना लण्ड अच्छे से गिला करना पड़ेगा.... इस साली के दूध से अपने लण्ड को अच्छे से गिला करो.... तब जाकर इसकी संस्कारी दीदी की गांड में लौड़ा घुस पाएगा आपका..... जुनैद अपना लण्ड हिलाते हुए असलम को सुझाव दे रहा था...
तू सही कह रहा है भाई..... मुझे तो इसकी रूपाली रंडी दीदी की गांड मारनी है कैसे भी..... असलम ने दृढ़ता पूर्वक कहां और मेरी दीदी के निप्पल्स पर अपने लोड़े का सुपारा लगा दिया... मेरी दीदी की कड़क चूंचियां तो पहले से ही तनी हुई थी.... ऊपर से असलम के लोड़े का अगला भाग उनके निपल्स पर रगड़े जाने के कारण दीदी के निपल्स तो बुलेट की तरह खड़े हो गए थे....
असलम ने मेरी दीदी की दोनों चूचियों को हाथों में दबोच लिया और उन्हें दबा दबा कर दूध निकालने लगा..... मेरी रूपाली दीदी के दूध से असलम का लण्ड पूरा गीला हो के चमकने लगा... काले नाग की भांति उसका लण्ड मेरी दीदी के चेहरे के सामने हिचकोले खा रहा था...
एक बार फिर से असलम ने मेरी रूपाली दीदी को घोड़ी बनाया.... मेरी दीदी बहुत छटपटा रही थी.... इसलिए उसने मेरी दीदी के दोनों हाथ बांध दिए.... उनके ही पेटीकोट के नाड़े की मदद से.... असलम ने एक बार फिर अपना लोड़ा मेरी दीदी की गांड के छल्ले पर सेट किया.... मेरी दीदी की गांड के दोनों गोरे तरबूज हवा में ऊपर उठ लहरा रहे थे और असलम की मजबूत पकड़ में थे.... उसने मेरी दीदी की गांड को पूरी ताकत से फैला रखा था.... उसने मेरी दीदी की गांड पर थूक लगा दीया... मेरी दीदी की गांड को दोनों हाथों से दबोच कर असलम ने जोरदार झटका उनकी गांड पर दिया ...... उसका लौड़ा मेरी दीदी की गांड के छल्ले में रगड़ता हुआ घुस गया.... मेरी रूपाली दीदी ने चीख चीख के आसमान सर पर उठा रखा था..... पर बेरहम असलम मेरी दीदी की गांड में लौड़ा फसाया मस्ती में खड़ा था.... मेरी सुहागन दीदी जिनके हर अंग पर सिर्फ मेरे जीजू का हक था... उनकी गांड में पराए मर्द का लौड़ा घुसा हुआ था... मेरी आंखों के सामने... दोनों हाथ बंधे होने के कारण मेरी दीदी लाचार होकर तड़प रही थी....बड़े नाज नखरो से पाली हुई.... और अब एक बड़े घर की संस्कारी बहू.... मेरी रूपाली दीदी के चूतड़ों को पकड़ असलम अपना लोड़ा मेरी दीदी की गांड में उतारने लगा... तकरीबन 10 या 12 झटके देने के बाद उसका लौड़ा मेरी दीदी की गांड में पूरा समा चुका था.... मैं बड़ी हैरानी से देख रहा था... और दीदी सिसक सिसक के रो रही थी... वह मेरी नाजुक रूपाली दीदी की गांड पर थप्पड़ मार रहा था.... थप्पड़ खा खा के मेरी दीदी की गांड लाल हो चुकी थी.... असलम में मेरी दीदी के बाल पकड़ लिय... जैसे किसी घोड़े की लगाम पकड़ते हैं... उसका लौड़ा मेरी दीदी की गांड में घुसा और सवारी करने के लिए पूरा तैयार था...
देख बहन के लोड़े देख .... तेरी रूपाली रंडी दिदिया के गांड में मेरा लौड़ा फंसा हुआ है मादरजात....... तेरे गांडू जीजा ने तो आज तक तेरी दीदी को लोड़े का सुख नहीं दिया था गांड का.... गांड की ठुकाई कैसे होती है आज तेरी माल को अच्छे से पता चलेगा.... तू भी देख ले बहन चोद..... असलम पूरी मस्ती में बोल रहा था.... मेरी दीदी की गांड पर अपने लोड़े का परचम फहराने के बाद उसे बड़ा गर्व हो रहा था... और हो भी क्यों ना.... एक शादीशुदा घरेलू औरत की गांड में पूरा घुसाने के बाद एक गुंडे को जो गर्व होना चाहिए उसके चेहरे पर दिख रहा था..... और मैं एक बेचारा भाई अपनी प्यारी दीदी की गांड का बाजा बजते हुए देख रहा था..........
मेरी दीदी छटपटा रही थी.... पर उसने मेरी दीदी के बाल पकड़ रखे थे.... मेरी दीदी हाथ-पांव पटक रही थी.... पर असलम की मर्दाना ताकत के आगे मेरी दीदी बेबस थी.... उसने मेरी रूपाली दीदी की गांड में एक जबरदस्त धक्का मारा अपने लोड़े का.... दीदी की आंखें उबल के बाहर निकल रही थी.... उनका मुंह खुल गया पर आवाज कुछ भी नहीं निकल पा रही थी..... दीदी की आंखों में आंसू थे... क्योंकि मेरी दीदी की गांड के छल्ले में असलम के लोड़े का सुपाड़ा अटक गया था.... दो-तीन और जोरदार झटके असलम ने मेरी दीदी की गांड के अंदर दिया... पर उसका लौड़ा आगे नहीं घुस पाया.... वाकई मेरी रूपाली दीदी की करारी गांड अपने अंदर उस मुसल को लेने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी.... पर बार बार मेरी दीदी के अंदर डालने की कोशिश कर रहा था वह ... सुपारा मेरी रूपाली दीदी की गांड के छल्ले में फंसा हुआ था... मेरी दीदी छटपटा रही थी.... असलम ने कई बार प्रयास किया पर उसका लौड़ा मेरी कमसिन रूपाली दीदी की नाजुक गांड के छल्ले को पार नहीं कर पाया.... थक हार कर उसने अपना लौड़ा मेरी दीदी की गांड में से खींच लिया... और अपनी लोड़े पर थूक लगाकर फिर से मेरी दीदी की गांड के अंदर डालने का प्रयास किया... पर वह सफल नहीं हो पाया..... जुनैद अपनी मस्ती में पूरा तमाशा देख रहा था... मेरी दीदी को चीखते चिल्लाते छटपटाते देखे उसका मुसल फिर से खड़ा होने लगा था.... ऊपर से दारू का नशा....
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चूस रंडी ... चूस मेरा लौड़ा.... चूस चूस मेरा लौड़ा गीला कर ... रंडी छिनाल.... असलम बड़बड़ा रहा था....
दीदी ने अपना मुंह खोलकर उसके मोटे सुपारी को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी....
असलम नंगा खड़ा मेरी दीदी के बाल पकड़कर उनके मुंह में अपना लौड़ा डाल कर चुपचाप खड़ा था और मेरी दीदी कुत्तिया बनी हुई उसका चूस रही थी...
थूक लगा के पूरा मेरे लोड़े को गीला कर साली रंडी.... मेरी आंड को मुंह में ले ले.... मेरी दीदी असलम के कहे अनुसार कर रही थी.... असलम के मोटे काले लोड़े को मेरी घरेलू संस्कारी रूपाली दीदी अपनी जुबान से गिला करने का प्रयास कर रही थी.... दीदी ने उसके लोड़े को अपने दोनों हाथों में थाम रखा था और बिल्कुल किसी रंडी की तरह चूस रही थी.... पर असलम इक जालिम मर्द था.... वह मेरी दीदी की मेहनत से संतुष्ट नहीं था...... उसने मेरी दीदी के सर को मजबूती से थाम के एक जोरदार झटका मेरी दीदी के मुंह में दिया... उसका आधा लोड़ा मेरी दीदी के मुंह में समा गया.... दीदी के मुंह से कू कू कू की आवाज निकल रही थी.... पर असलम की मजबूत पकड़ के आगे दीदी बिल्कुल लाचार हो गई थी.... वह मेरी दीदी के मुंह को चोदने लगा... साली रंडी.... पूरा मुंह खोल.... ले मेरा लोड़ा बहन की लोड़ी.... कुत्तिया हरामजादी आंखें खोल साली..... आह.. चूस.. ह्म्म्म्म... तेरी मां का..... मेरी आंखों में आंखें डाल कर देख रंडी... असलम मेरी दीदी के मुंह में अपना लौड़ा अंदर बाहर करते हुए उन्हें आदेश दे रहा था.... मेरी रूपाली दीदी ने आंखें खोली और असलम की तरफ देखने लगी ... असलम मुझे हवस का दरिंदा लग रहा था..... मेरी मृगनैनी दीदी की आंखों से आंखें चार होते ही उसका लौड़ा पूरी रफ्तार से उनके मुंह के अंदर बाहर होने लगा.... दीदी ने कनखियों से मेरी तरफ देखा.... उनकी आंखों में आंसू भरे हुए थे.... और मैं एक बेचारा भाई चुपचाप यह तमाशा देख रहा था.... मैंने अपना चेहरा जमीन में गाड़ दिया था शर्म और ग्लानि के मारे... हुंकार भरता हुआ असलम मेरी दीदी के मुंह को अपने लोड़े से ऐसी तैसी कर रहा था... हां साली रंडी तेरा मुंह ..आह.. साली रंडी.. चूस मादर चोद.. क्या मस्त लंड चूसती है कुतिया.. असलम बोल रहा था...
बहन चोद कुत्ते .... मस्त लौड़ा चुस्ती है तेरी रूपाली दीदी.... साले आज तेरी दीदी की गांड का चबूतरा बना दूंगा.... तेरा जीजा गांडू है... उसने तो तेरी दीदी की गांड का छेद भी अच्छे से नहीं मारा है आज तक.... चाहे कुछ भी हो जाए आज तो तेरी दीदी की गांड में मेरा लौड़ा डालकर खूब मारूंगा..... असलम मेरी तरफ देखते हुए कह रहा था...
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प्लीज असलम भाई अब हमें जाने ...बहुत कर लिया आप लोगों ने मेरी दीदी के साथ.... हमारे घर में सभी लोग परेशान हो रहे होंगे.... हम किसी को भी नहीं बताएंगे कि क्या हुआ था ... मैं आपके आगे हाथ जोड़ता रहा हूं..... मैंने हिम्मत करके कहा..... पर असलम पर इस बात का ना तो कोई असर होना था ना ही हुआ....
जाने देंगे बहन चोद तुझे भी और तेरी बहन की लोड़ी को भी.... पर साले पहले तेरी दीदी की गांड का बाजा तो बजने दे..... बिना गांड मरवाई तेरे रूपाली दीदी कहीं नहीं जाएगी.... आज तो तेरी दीदी की के छेद में फूल खिला दूंगा साले.... आज तू भी देख लेना की मर्दानगी क्या होती है.... असलम मुझे बता रहा था ...
असलम भाई एक काम करो..... इसके रूपाली दीदी की गांड का छेद बहुत छोटा है और आपका लण्ड बहुत बड़ा है..... अगर इस बहन की लोड़ी की गांड मारनी है तो आपको अपना लण्ड अच्छे से गिला करना पड़ेगा.... इस साली के दूध से अपने लण्ड को अच्छे से गिला करो.... तब जाकर इसकी संस्कारी दीदी की गांड में लौड़ा घुस पाएगा आपका..... जुनैद अपना लण्ड हिलाते हुए असलम को सुझाव दे रहा था...
तू सही कह रहा है भाई..... मुझे तो इसकी रूपाली रंडी दीदी की गांड मारनी है कैसे भी..... असलम ने दृढ़ता पूर्वक कहां और मेरी दीदी के निप्पल्स पर अपने लोड़े का सुपारा लगा दिया... मेरी दीदी की कड़क चूंचियां तो पहले से ही तनी हुई थी.... ऊपर से असलम के लोड़े का अगला भाग उनके निपल्स पर रगड़े जाने के कारण दीदी के निपल्स तो बुलेट की तरह खड़े हो गए थे....
असलम ने मेरी दीदी की दोनों चूचियों को हाथों में दबोच लिया और उन्हें दबा दबा कर दूध निकालने लगा..... मेरी रूपाली दीदी के दूध से असलम का लण्ड पूरा गीला हो के चमकने लगा... काले नाग की भांति उसका लण्ड मेरी दीदी के चेहरे के सामने हिचकोले खा रहा था...
एक बार फिर से असलम ने मेरी रूपाली दीदी को घोड़ी बनाया.... मेरी दीदी बहुत छटपटा रही थी.... इसलिए उसने मेरी दीदी के दोनों हाथ बांध दिए.... उनके ही पेटीकोट के नाड़े की मदद से.... असलम ने एक बार फिर अपना लोड़ा मेरी दीदी की गांड के छल्ले पर सेट किया.... मेरी दीदी की गांड के दोनों गोरे तरबूज हवा में ऊपर उठ लहरा रहे थे और असलम की मजबूत पकड़ में थे.... उसने मेरी दीदी की गांड को पूरी ताकत से फैला रखा था.... उसने मेरी दीदी की गांड पर थूक लगा दीया... मेरी दीदी की गांड को दोनों हाथों से दबोच कर असलम ने जोरदार झटका उनकी गांड पर दिया ...... उसका लौड़ा मेरी दीदी की गांड के छल्ले में रगड़ता हुआ घुस गया.... मेरी रूपाली दीदी ने चीख चीख के आसमान सर पर उठा रखा था..... पर बेरहम असलम मेरी दीदी की गांड में लौड़ा फसाया मस्ती में खड़ा था.... मेरी सुहागन दीदी जिनके हर अंग पर सिर्फ मेरे जीजू का हक था... उनकी गांड में पराए मर्द का लौड़ा घुसा हुआ था... मेरी आंखों के सामने... दोनों हाथ बंधे होने के कारण मेरी दीदी लाचार होकर तड़प रही थी....बड़े नाज नखरो से पाली हुई.... और अब एक बड़े घर की संस्कारी बहू.... मेरी रूपाली दीदी के चूतड़ों को पकड़ असलम अपना लोड़ा मेरी दीदी की गांड में उतारने लगा... तकरीबन 10 या 12 झटके देने के बाद उसका लौड़ा मेरी दीदी की गांड में पूरा समा चुका था.... मैं बड़ी हैरानी से देख रहा था... और दीदी सिसक सिसक के रो रही थी... वह मेरी नाजुक रूपाली दीदी की गांड पर थप्पड़ मार रहा था.... थप्पड़ खा खा के मेरी दीदी की गांड लाल हो चुकी थी.... असलम में मेरी दीदी के बाल पकड़ लिय... जैसे किसी घोड़े की लगाम पकड़ते हैं... उसका लौड़ा मेरी दीदी की गांड में घुसा और सवारी करने के लिए पूरा तैयार था...
देख बहन के लोड़े देख .... तेरी रूपाली रंडी दिदिया के गांड में मेरा लौड़ा फंसा हुआ है मादरजात....... तेरे गांडू जीजा ने तो आज तक तेरी दीदी को लोड़े का सुख नहीं दिया था गांड का.... गांड की ठुकाई कैसे होती है आज तेरी माल को अच्छे से पता चलेगा.... तू भी देख ले बहन चोद..... असलम पूरी मस्ती में बोल रहा था.... मेरी दीदी की गांड पर अपने लोड़े का परचम फहराने के बाद उसे बड़ा गर्व हो रहा था... और हो भी क्यों ना.... एक शादीशुदा घरेलू औरत की गांड में पूरा घुसाने के बाद एक गुंडे को जो गर्व होना चाहिए उसके चेहरे पर दिख रहा था..... और मैं एक बेचारा भाई अपनी प्यारी दीदी की गांड का बाजा बजते हुए देख रहा था..........