12-03-2021, 08:20 PM
रानू की पहली चुदाई कुछ समय पहले ही हुई थी, अपने जीजा के साथ। रानू अपनी दीदी से मिलने उनके यहाँ गयी थी और 10 दिन उसका रुकने का प्लान था। रानू के दीदी और जीजा दोनों जॉब करते है, उनका अभी कोई बच्चा भी नही है। दीदी और जीजा चुदाई का मजा शुक्रवार, शनिवार और रविवार को लेते है। रानू अपनी दीदी के साथ उसके घर आती है और दीदी रानू से कहती है कि तू अभी मेरे रूम में नहा ले और रेडी हो जा, तेरे जीजाजी को आने में टाइम है। उनका घर 1bhk ही था और जो बाथरूम था उसमे दो दरवाजे थे, एक दीदी-जीजा के रूम में और एक हॉल में। उन्होंने ने बाथरूम में एक स्पीकर भी रख रखा था, दीदी उसे ऑन कर देती है, और हल्की आवाज में गाने बजते है। दीदी ने रानू से कहा मैं लॉक करके नीचे जा रही हूं, कुछ सामान लेने, जब तक तू रेडी होगी तब तक मैं आ जाऊंगी। दीदी लॉक करके लिफ्ट से नीचे जाती है, इधर जीजा जी सीढ़ियो से ऊपर आते है, उनके पास भी एक चाभी थी, वो घर के अंदर आ जाते है और बैडरूम में जाते है। रानू सिर्फ पैंटी पहनकर शावर ले रही थी। जीजा को लगता है कि उनकी पत्नी है जो नहा रही है, और आज शुक्रवार भी है तो क्यूँ नही शावर के नीचे ही चुदाई की जाये। ये सोच कर जीजा अपने कपड़े उतार देते है और अपनी चड्डी में कड़क लंड को लिए बाथरूम में जाते है। रानू और जीजा दोनों एक दूसरे को इस हालत में देख चौक जाते है। जीजा ने पहली बार अपनी साली के गोरे जिस्म और बड़े बूब्स पर नजर डाली थी। जीजा तेजी से बाथरूम से बाहर निकल जाते है। अपने कपड़े पहन लेते है। रानू भी नहाना बंद कर तैयार होकर बाहर आती है। दीदी और जीजा हॉल में है, और रानू चुप चाप नजरे झुकाए दीदी के पास बैठ जाती है। वो अपने जीजा से नजर ही नही मिला पाती है। रात को खाना का कर जीजा जल्दी से अपने रूम में चले जाते है और दीदी और रानू थोड़ी देर बाते करते है। रानू हॉल में सोती है और दीदी रूम में चली जाती है। उसे याद आता है कि उसने अपने पैंटी बाथरूम में ही सूखा रखी है, दीदी या जीजा ने देख ली तो अच्छा नही लगेगा, ये सोच कर वो बड़ी सावधानी से बाथरूम में जाती है। दीदी जीजा के रूम की तरफ बाथरूम का दरवाजा है, वो हल्का सा खुला है। उसे दीदी की आवाज आती है आज तो तुमने रानू को डरा ही दिया। बेचारी अभी तक घबराई हुई है। उसे समझ आ जाता है कि जीजा ने बाथरूम वाली बात दीदी को बता दी है, वो बाथरूम से बाहर निकलने का सोचती है, तभी दीदी की बात सुनाई देती है, तो कैसा लगा रानू का नंगा बदन। रानू को विश्वास ही नही हो रहा था कि ये दीदी ही बोल रही है। उसने दरवाजे की दरार से झाक के देखा, दीदी और जीजा बिस्तर पर लेटे हुए है, चूंकि बाथरूम में अंधेरा था, इसलिए वो दोनों रानू को नही देख सकते थे। जीजा ने दीदी की बात का जवाब देते हुए कहा, मैं तो एक दम से बाहर आ गया था, तभी दीदी ने शरारती अन्दाज में कहा, मेरा प्यारा सोना, उसने कुछ नही देखा.. तो फिर तुम्हारा लंड रानू का नाम सुनकर खड़ा क्यों हो गया। मैं ना होती तो तुम तो उसको चोद चुके होते। जीजा कुछ नही बोल पाये। दीदी ने उन्हें गले लगाया और किस करना शुरू कर दिया। रानू ने सोचा कि अब चलना चाहिए, तभी जीजा ने दीदी से कहा, मेरी साली है तो सेक्सी। उसने देखना बंद कर दिया था। रानू को समझ नही आ रहा था कि वो कैसे उन्हें उसके बारे में बात करने से रोके, ये सब बातें रानू को अच्छी नही लग रही थी।
उसे थोड़ा गुस्सा भी आ रहा था कि दीदी जीजा उसके बारे में ऐसे कैसे बात कर सकते है। उसे रूम से आवाज आना बंद हो गयी थी, उसे लगा दोनों सो गए है। उसने ये सोच कर दरार से नजर डाली की ये दोनों सो गये। दीदी जीजा इयरफोन लगा कर मोबाइल में कुछ देख सुन रहे थे। दोनों नंगे भी थे। रानू ने कोशिश की वो मोबाईल की स्क्रीन देख पाये। पर वो नही देख पायी। तभी दीदी ने इयरफोन निकाले और जीजा से कहा, मुझे चोदो ना रानू के जानू.. जीजा ने कहा मैं तो तेरी चूत का जानू हूँ। और ये बोलते ही वो दीदी की चूत चाटने लगे। रानू ने इतने गंदे शब्द पहली बार सुने थे और आज पहली बार किसी को सेक्स करते देख रही थी। रानू की जवानी उसे वहां से हटने नही दे रही थी। दीदी ने जीजा से बोला, मुझे तुम्हारा लंड चूसना है। और वो दोनों 69 पोजीशन में आ गए। अभी तक रानू ने सहेलियों से सुना था, उसे लगता था कि ये सब बकवास है, कौन इतना गन्दा काम करता होगा पर आज देख भी लिया। अब तो उसकी चूत भी गीली होना शुरू हो गयी। उसका पूरा ध्यान अपनी दीदी पर था, उसकी दीदी जीजा का लंड कैसे चूस रही है, कभी साइड से तो कभी पूरा लंड मुँह में ले लिया। दीदी जीजा के चूत को प्यार करने से उतेजीत हो जाती और फिर उसी उत्तेजना के साथ लंड चूसती। जब दीदी की साँस भर जाती, वो लंड अपने हाथ मे लेकर उसके साथ खेलने लगती। जीजा ने बोला, तुमने तो इस वीडियो को भी फेल कर दिया, आज मेरा मन तुम्हारे मुँह में झड़ने का है। तुम मेरी मलाई पी पाओगी क्या? दीदी कुछ न बोली और बस लंड को मुँह में ले लिया। अब जीजू ने चूत चाटना छोड़ कर धीरे धीरे मुँह में झटके देना शुरू किए। अब दीदी उठी बिस्तर से नीचे आ कर जमीन पर घुटनों पर बैठ गयी, जीजा समझ गए और वो दीदी के पास बिस्तर पर बैठ गए। दीदी फिर से लंड चूसने लगी थी। अपनी दीदी का ऐसा रूप उसने पहली बार देखा था। रानू तो झड़ चुकी थी। पर दीदी अभी भी जीजा का लंड चूस रही थी। जीजा ने दीदी का सर पकड़ा और अपने लंड की तरफ दबाव बनाया। ले मेरी जान पी ले मेरी मलाई। रानू जल्दी से बाथरूम से निकल गयी और हॉल अपनी जगह आ कर लेट गयी, उसे लगा था कि सेक्स करने के बाद अब वो शायद वाशरूम में आये। उसे पूरी रात नींद ही नही आयी। बार बार उसके दिमाग मे बस दीदी का लंड चूसना आ रहा था। रानू को सुबह 5 बजे नींद आयी। आज शनिवार था, दीदी जीजा की छुट्टी थी, 10 बज चुके थे। दीदी उठ कर आई और रानू को उठाया। दोनों किचन में काम कर रहे थे, तभी उसकी नजर दीदी पर जाती है और वो समझ जाती है कि दीदी ने ब्रा नही पहनी। जीजू वहा नही थे तो उसने पूछ लिया दीदी से, आपने ब्रा क्यों नही पहना, दीदी बोली तेरे जीजू ने आज मुझे ब्रा पैंटी पहने से मना किया है। इसा क्यों दीदी, रानू ने दीदी से पूछा। दीदी ने सेक्सी अंदाज में कहा, रोमांस के लिए। 11:30 बज चुके थे, जीजू अपने रूम से आये। रानू की नज़र जीजू के पजामे पर गयी और समझ गयी कि इन्होंने भी अंदर कुछ नही पहना है।
दिन में खाना खा कर सभी लोग आराम करने लगे। शाम को 5 बजे रानू और दीदी बाते कर रहे थे। जीजू ने सबके लिए मैगी और कॉफ़ी बनाई। उसके बाद सभी लोग साथ मे बाहर घूम कर आये और रात 9:30 घर आये। रानू का मन किया कि आज फिर देखे, दीदी जीजा क्या करते है। बाथरूम का गेट बंद था, रानू को लगता है आज कुछ देखने को नही मिलेगा, वो फिर से हॉल में आ जाती है। तभी जीजू फ़ोन पर बात करते हुए रूम से बाहर आते है, अंदर रूम में शायद नेटवर्क नही था। रानू उठती है और दीदी को रूम में गुड नाईट बोलने के बहाने से बाथरूम का दरवाजा हल्का सा खोल देती है। दीदी को पता नही लगता और रानू वापस आ जाती है। थोड़ी देर में जीजू भी रूम में चले जाते है। रानू बाथरूम में चली जाती है, और दरवाजे से देखने की कोशिश करती है
उसे थोड़ा गुस्सा भी आ रहा था कि दीदी जीजा उसके बारे में ऐसे कैसे बात कर सकते है। उसे रूम से आवाज आना बंद हो गयी थी, उसे लगा दोनों सो गए है। उसने ये सोच कर दरार से नजर डाली की ये दोनों सो गये। दीदी जीजा इयरफोन लगा कर मोबाइल में कुछ देख सुन रहे थे। दोनों नंगे भी थे। रानू ने कोशिश की वो मोबाईल की स्क्रीन देख पाये। पर वो नही देख पायी। तभी दीदी ने इयरफोन निकाले और जीजा से कहा, मुझे चोदो ना रानू के जानू.. जीजा ने कहा मैं तो तेरी चूत का जानू हूँ। और ये बोलते ही वो दीदी की चूत चाटने लगे। रानू ने इतने गंदे शब्द पहली बार सुने थे और आज पहली बार किसी को सेक्स करते देख रही थी। रानू की जवानी उसे वहां से हटने नही दे रही थी। दीदी ने जीजा से बोला, मुझे तुम्हारा लंड चूसना है। और वो दोनों 69 पोजीशन में आ गए। अभी तक रानू ने सहेलियों से सुना था, उसे लगता था कि ये सब बकवास है, कौन इतना गन्दा काम करता होगा पर आज देख भी लिया। अब तो उसकी चूत भी गीली होना शुरू हो गयी। उसका पूरा ध्यान अपनी दीदी पर था, उसकी दीदी जीजा का लंड कैसे चूस रही है, कभी साइड से तो कभी पूरा लंड मुँह में ले लिया। दीदी जीजा के चूत को प्यार करने से उतेजीत हो जाती और फिर उसी उत्तेजना के साथ लंड चूसती। जब दीदी की साँस भर जाती, वो लंड अपने हाथ मे लेकर उसके साथ खेलने लगती। जीजा ने बोला, तुमने तो इस वीडियो को भी फेल कर दिया, आज मेरा मन तुम्हारे मुँह में झड़ने का है। तुम मेरी मलाई पी पाओगी क्या? दीदी कुछ न बोली और बस लंड को मुँह में ले लिया। अब जीजू ने चूत चाटना छोड़ कर धीरे धीरे मुँह में झटके देना शुरू किए। अब दीदी उठी बिस्तर से नीचे आ कर जमीन पर घुटनों पर बैठ गयी, जीजा समझ गए और वो दीदी के पास बिस्तर पर बैठ गए। दीदी फिर से लंड चूसने लगी थी। अपनी दीदी का ऐसा रूप उसने पहली बार देखा था। रानू तो झड़ चुकी थी। पर दीदी अभी भी जीजा का लंड चूस रही थी। जीजा ने दीदी का सर पकड़ा और अपने लंड की तरफ दबाव बनाया। ले मेरी जान पी ले मेरी मलाई। रानू जल्दी से बाथरूम से निकल गयी और हॉल अपनी जगह आ कर लेट गयी, उसे लगा था कि सेक्स करने के बाद अब वो शायद वाशरूम में आये। उसे पूरी रात नींद ही नही आयी। बार बार उसके दिमाग मे बस दीदी का लंड चूसना आ रहा था। रानू को सुबह 5 बजे नींद आयी। आज शनिवार था, दीदी जीजा की छुट्टी थी, 10 बज चुके थे। दीदी उठ कर आई और रानू को उठाया। दोनों किचन में काम कर रहे थे, तभी उसकी नजर दीदी पर जाती है और वो समझ जाती है कि दीदी ने ब्रा नही पहनी। जीजू वहा नही थे तो उसने पूछ लिया दीदी से, आपने ब्रा क्यों नही पहना, दीदी बोली तेरे जीजू ने आज मुझे ब्रा पैंटी पहने से मना किया है। इसा क्यों दीदी, रानू ने दीदी से पूछा। दीदी ने सेक्सी अंदाज में कहा, रोमांस के लिए। 11:30 बज चुके थे, जीजू अपने रूम से आये। रानू की नज़र जीजू के पजामे पर गयी और समझ गयी कि इन्होंने भी अंदर कुछ नही पहना है।
दिन में खाना खा कर सभी लोग आराम करने लगे। शाम को 5 बजे रानू और दीदी बाते कर रहे थे। जीजू ने सबके लिए मैगी और कॉफ़ी बनाई। उसके बाद सभी लोग साथ मे बाहर घूम कर आये और रात 9:30 घर आये। रानू का मन किया कि आज फिर देखे, दीदी जीजा क्या करते है। बाथरूम का गेट बंद था, रानू को लगता है आज कुछ देखने को नही मिलेगा, वो फिर से हॉल में आ जाती है। तभी जीजू फ़ोन पर बात करते हुए रूम से बाहर आते है, अंदर रूम में शायद नेटवर्क नही था। रानू उठती है और दीदी को रूम में गुड नाईट बोलने के बहाने से बाथरूम का दरवाजा हल्का सा खोल देती है। दीदी को पता नही लगता और रानू वापस आ जाती है। थोड़ी देर में जीजू भी रूम में चले जाते है। रानू बाथरूम में चली जाती है, और दरवाजे से देखने की कोशिश करती है