26-02-2021, 11:41 AM
रितेश यानी मैं, कैंपस प्लेसमेंट के बाद अच्छी कंपनी में नौकरी करना हर युवा इंजीनियर की चाहत होती है। और मैं इस मामले में बहुत भाग्यशाली रहा नौकरी के अलावा और कहां-कहां भाग्य ने मेरा साथ दिया यह कहानी के दौरान आप लोगों को पता चल जाएगा। जैसा कि शीर्षक से विदित ही है कि यह कहानी मेरी और जया भाभी की कहानी है। सबसे पहले आप सभी लोग जया भाभी के बारे में जानने के लिए इच्छुक होंगे जया भाभी लगभग 30 वर्षीय एक बच्चे की मां है। एक ग्रहणी आमतौर पर एक बच्चे की मां होने के पश्चात जिसकी दुनिया परिवार तक ही सीमित रह जाती है जिसके लिए अपना सुख अपनी इच्छाएं मायने ही नहीं रखती। और पतिदेव यानी राहुल सर भी अपने कैरियर में आगे और आगे बढ़ने में इतने व्यस्त हो गए थे कि जया भाभी को जीवन में और बिस्तर में क्या आनंद चाहिए ये उनकी प्राथमिकता ही नहीं रह गई थी।