22-02-2021, 05:56 PM
कम्मो की पढाई
तो ये रहा दूसरा स्टेप ,
पहली चुदाई में ही लड़की हो या औरत , पागल बना दे , तेरी गुलाम हो जाए ,
और हां कभी एक बार चोद कर मत छोड़ना , चाहे लड़की हो या औरत , उसके मन में कई बार ये अहसास हो जाता है , की गलत हुआ , आगे से नहीं करवाउंगी , और अगर कुछ देर रुक के उसे दुबारा चोद देगा न तो बस वो अहसास कभी नहीं होगा , उसके मन में खाली मजे का अहसास बचेगा , और हाँ लड़की हो या औरत पहले उसे झड़ना चाहिए ,
खास तौर से गुड्डो की मम्मी को ,
एक दो बार कम से कम उसे झाड़ के झड़ोगे न तो एकदम दीवानी हो जायेगी , खुद तो देगी ही औरों की दिलवाएगी , लेकिन रुक यार , कुछ खाने को लाती हूँ , दो बार तेरी टंकी खाली हो गयी ,
कम्मो भौजी स्टोर से थाली भर कर गुझिया , नमकीन समोसे , और दो बड़े ग्लासों में ठंडाई भर के लायीं और उन की ज्ञान गंगा चालू हो गयी
" देख दो बातें , एक तो गुड्डो के पहले गुड्डो की मम्मी को चोदना , दूसरे पहला मौका पाते ही , वो भी पूरी रात। "
अनुज ने कुछ बोला नहीं , लेकिन उसकी आँखे पूछ रही थीं , " कैसे "
और कम्मो के पास जवाब मौजूद था , जवाब के रूप में सवाल , भांग वाली गुझिया देवर के मुंह में ठेलती , भौजी ने सवाल दाग दिया ,
" गुड्डो तेरी सब बात मानती है न "
किसी तरह गुझिया ख़तम करते , अनुज ने जवाब दिया ,
" एकदम , दिन में पांच छः बार फोन आता है , और जब से पता चला है की मैं बनारस आ रहा हूँ बस पूछो मत , मेरे लिए तो कुछ भी ,... "
" तो बस बनारस जाने से पहले ही उससे सेटिंग कर ले , बस ये बोलना है की इम्तहान में तो तुझे रात रात भर जग के , इसलिए जिस दिन इम्तहान ख़तम होगा , उस दिन रात भर तुझे सोना होगा , और वो घर में होगी तो तेरा मन तो कुछ और ही करने का होगा , और उसके बाद तो चार पांच दिन वहां रही होगी , दिन रात चक्की चलेगी ,....
इसलिए जिस दिन इम्तहान ख़तम होगा उस दिन वो कुछ बहाना कर के , किसी फ्रेंड्स की बर्थडे या कुछ और ,... शाम को ही चली जाए , रात में वहीँ रुकने का बहाना कर के , बस अगले दिन सुबह के बाद ही आये ,... "
कम्मो भौजी ने पूरी ट्रिक समझा दी।
अब अनुज से नहीं रहा गया , उसने और गुड्डो ने बहुत प्लान बनाये होंगे उस रात के लिए , ... वो बोल पड़ा ,
" लेकिन भौजी ऐसे क्यों , उसे क्यों रात भर के लिए ,.. मान तो वो जायेगी , बहाना बना भी लेगी , पर ,... क्यों ,... "
अनुज को बात समझ में भी नहीं आयी और अच्छी भी नहीं लगी ,
" बुद्धू है तू , गुड्डो को तो तू चाहे जब भी , ... अरे उस के घर में कौन कौन है , गुड्डो और उस की मम्मी , बस न ,
तो गुड्डो चली जायेगी तो रात को कौन बचेगा , गुड्डो की मम्मी , बस पकड़ के चाप देना ,
शाम से ही उनके आगे पीछे टहलना , और गुड्डो होगी तो उन की भी हिम्मत नहीं पड़ेगी ,... फिर अगर उन्हें पहले से मालूम होगा की गुड्डो उस दिन नहीं होगी रात के लिए तो उनके मन में अपने आप ,... इसलिए उस दिन छोड़ना मत उनको , कम से कम तीन बार , ये जो सिखाया है तुझे सब का इम्तहान असली वहीँ होगा , और एक बार अगर तूने ढंग से चोद दिया उनको , ... तो फिर तो तेरी , ... अब समझ में आया , तो ये हुआ दूसरा स्टेप ,
लेकिन तीसरे के पहले तेरा इम्तहान लेना पडेगा ,
अगर उसमें पास हो गया तो , पर पहले ये ठंडाई का ग्लास ख़तम कर ,
और समझ ले की मैं गुड्डो की मम्मी हूँ , अगर कम से कम दो बार मुझे झाड़ दिया न तो फिर बताउंगी तीसरा स्टेप। "
और उसके बाद तो कम्मो भौजी पूरे रोल प्ले में आ गयीं , गुड्डो की मम्मी के , देह काठी भी वैसे ही थी , खुल के मजाक करने की आदत भी ,... बस लग गयी वो अनुज की खिंचाई करने में ,
" इतना शर्माते हो , हमको तो शक है की देवर हो की ननद , खोल के देखना पडेगा "
( आधे टाइम वो यानी गुड्डो की मम्मी जब पिछली बार अनुज से मिली थीं तो उसके शर्माने के कारण उसे ननद रानी ही कहती थीं )
" हे पूरा गिलास दूध पी लो , मेरी ननद दूध नहीं पीयेगी तो दूध देने लायक कैसे बनेगी , ... "
" तेरा ये इम्तहान ख़तम हो जाए न तो असली इम्तहान मैं लूंगी , "
और अनुज भी रोल प्ले में शामिल , वैसे ही जवाब दे रहा था ,
" हाँ लेकिन अगर आपके इम्तहान में पास हो गया तो इनाम में क्या मिलेगा , फिर कंजूसी मत करियेगा , पीछे मत हटियेगा "
और पूरे समय उनके उभारों की ओर ललचाते हुए देखता ,और गुड्डो की मम्मी बनी , कम्मो भी उसी तरह जवाब देतीं ,
" पीछे हटनी वाली कोई और होंगी , मैं बनारस वाली हूँ , मैं तो ,... तेरी ही हिम्मत नहीं पड़ती ,... लेकिन अबकी तेर रेप होगा "
और उसके बाद छूना , सहलाना , दबाना , मसलना , जैसे जैसे कम्मो भौजी ने सिखाया था , अपने देवर को
थोड़ी ही देर में देवर ऊपर भौजी नीचे , लेकिन पहले ऊँगली , फिर होंठ और जो बातें कम्मो ने नहीं बतायीं थी वो भी
तो ये रहा दूसरा स्टेप ,
पहली चुदाई में ही लड़की हो या औरत , पागल बना दे , तेरी गुलाम हो जाए ,
और हां कभी एक बार चोद कर मत छोड़ना , चाहे लड़की हो या औरत , उसके मन में कई बार ये अहसास हो जाता है , की गलत हुआ , आगे से नहीं करवाउंगी , और अगर कुछ देर रुक के उसे दुबारा चोद देगा न तो बस वो अहसास कभी नहीं होगा , उसके मन में खाली मजे का अहसास बचेगा , और हाँ लड़की हो या औरत पहले उसे झड़ना चाहिए ,
खास तौर से गुड्डो की मम्मी को ,
एक दो बार कम से कम उसे झाड़ के झड़ोगे न तो एकदम दीवानी हो जायेगी , खुद तो देगी ही औरों की दिलवाएगी , लेकिन रुक यार , कुछ खाने को लाती हूँ , दो बार तेरी टंकी खाली हो गयी ,
कम्मो भौजी स्टोर से थाली भर कर गुझिया , नमकीन समोसे , और दो बड़े ग्लासों में ठंडाई भर के लायीं और उन की ज्ञान गंगा चालू हो गयी
" देख दो बातें , एक तो गुड्डो के पहले गुड्डो की मम्मी को चोदना , दूसरे पहला मौका पाते ही , वो भी पूरी रात। "
अनुज ने कुछ बोला नहीं , लेकिन उसकी आँखे पूछ रही थीं , " कैसे "
और कम्मो के पास जवाब मौजूद था , जवाब के रूप में सवाल , भांग वाली गुझिया देवर के मुंह में ठेलती , भौजी ने सवाल दाग दिया ,
" गुड्डो तेरी सब बात मानती है न "
किसी तरह गुझिया ख़तम करते , अनुज ने जवाब दिया ,
" एकदम , दिन में पांच छः बार फोन आता है , और जब से पता चला है की मैं बनारस आ रहा हूँ बस पूछो मत , मेरे लिए तो कुछ भी ,... "
" तो बस बनारस जाने से पहले ही उससे सेटिंग कर ले , बस ये बोलना है की इम्तहान में तो तुझे रात रात भर जग के , इसलिए जिस दिन इम्तहान ख़तम होगा , उस दिन रात भर तुझे सोना होगा , और वो घर में होगी तो तेरा मन तो कुछ और ही करने का होगा , और उसके बाद तो चार पांच दिन वहां रही होगी , दिन रात चक्की चलेगी ,....
इसलिए जिस दिन इम्तहान ख़तम होगा उस दिन वो कुछ बहाना कर के , किसी फ्रेंड्स की बर्थडे या कुछ और ,... शाम को ही चली जाए , रात में वहीँ रुकने का बहाना कर के , बस अगले दिन सुबह के बाद ही आये ,... "
कम्मो भौजी ने पूरी ट्रिक समझा दी।
अब अनुज से नहीं रहा गया , उसने और गुड्डो ने बहुत प्लान बनाये होंगे उस रात के लिए , ... वो बोल पड़ा ,
" लेकिन भौजी ऐसे क्यों , उसे क्यों रात भर के लिए ,.. मान तो वो जायेगी , बहाना बना भी लेगी , पर ,... क्यों ,... "
अनुज को बात समझ में भी नहीं आयी और अच्छी भी नहीं लगी ,
" बुद्धू है तू , गुड्डो को तो तू चाहे जब भी , ... अरे उस के घर में कौन कौन है , गुड्डो और उस की मम्मी , बस न ,
तो गुड्डो चली जायेगी तो रात को कौन बचेगा , गुड्डो की मम्मी , बस पकड़ के चाप देना ,
शाम से ही उनके आगे पीछे टहलना , और गुड्डो होगी तो उन की भी हिम्मत नहीं पड़ेगी ,... फिर अगर उन्हें पहले से मालूम होगा की गुड्डो उस दिन नहीं होगी रात के लिए तो उनके मन में अपने आप ,... इसलिए उस दिन छोड़ना मत उनको , कम से कम तीन बार , ये जो सिखाया है तुझे सब का इम्तहान असली वहीँ होगा , और एक बार अगर तूने ढंग से चोद दिया उनको , ... तो फिर तो तेरी , ... अब समझ में आया , तो ये हुआ दूसरा स्टेप ,
लेकिन तीसरे के पहले तेरा इम्तहान लेना पडेगा ,
अगर उसमें पास हो गया तो , पर पहले ये ठंडाई का ग्लास ख़तम कर ,
और समझ ले की मैं गुड्डो की मम्मी हूँ , अगर कम से कम दो बार मुझे झाड़ दिया न तो फिर बताउंगी तीसरा स्टेप। "
और उसके बाद तो कम्मो भौजी पूरे रोल प्ले में आ गयीं , गुड्डो की मम्मी के , देह काठी भी वैसे ही थी , खुल के मजाक करने की आदत भी ,... बस लग गयी वो अनुज की खिंचाई करने में ,
" इतना शर्माते हो , हमको तो शक है की देवर हो की ननद , खोल के देखना पडेगा "
( आधे टाइम वो यानी गुड्डो की मम्मी जब पिछली बार अनुज से मिली थीं तो उसके शर्माने के कारण उसे ननद रानी ही कहती थीं )
" हे पूरा गिलास दूध पी लो , मेरी ननद दूध नहीं पीयेगी तो दूध देने लायक कैसे बनेगी , ... "
" तेरा ये इम्तहान ख़तम हो जाए न तो असली इम्तहान मैं लूंगी , "
और अनुज भी रोल प्ले में शामिल , वैसे ही जवाब दे रहा था ,
" हाँ लेकिन अगर आपके इम्तहान में पास हो गया तो इनाम में क्या मिलेगा , फिर कंजूसी मत करियेगा , पीछे मत हटियेगा "
और पूरे समय उनके उभारों की ओर ललचाते हुए देखता ,और गुड्डो की मम्मी बनी , कम्मो भी उसी तरह जवाब देतीं ,
" पीछे हटनी वाली कोई और होंगी , मैं बनारस वाली हूँ , मैं तो ,... तेरी ही हिम्मत नहीं पड़ती ,... लेकिन अबकी तेर रेप होगा "
और उसके बाद छूना , सहलाना , दबाना , मसलना , जैसे जैसे कम्मो भौजी ने सिखाया था , अपने देवर को
थोड़ी ही देर में देवर ऊपर भौजी नीचे , लेकिन पहले ऊँगली , फिर होंठ और जो बातें कम्मो ने नहीं बतायीं थी वो भी