22-02-2021, 10:20 AM
(This post was last modified: 20-10-2021, 08:06 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
टिट फक
और तबतक टिट फक का एक सीन आ गया ,
खूब मस्त बड़ी बड़ी ,३८ डी डी से क्या कम होंगी और उन चूँचियों के बीच जिस तरह मस्त लंड को पकड़ के वो चोद रही थी ,
मेरे मुंह से निकल गया ,क्या मस्त चूँचियाँ है ,कुछ
और जवाब बिना रुके उन्होंने दिया ,
" अरे मेरी भौजाई की चूँचिया उस से लाख गुना अच्छी हैं ज्यादा कड़क , और रसीली ,उस स्साली की तो सब नकली प्लास्टिक ,"
और भौजाई अपनी तारीफ़ सुन के खुश ,और उनके देवर का हाथ सरक के , बलाउज की बची हुयी तीन चुटपुटिया बटनों में से दो चट चट उनके देवर के हाथ के दबाव से खुल गयीं ,
सिर्फ एक सबसे नीचे वाले केसहारे किसी तरह ब्लाउज लटका फंसा था।
और भौजी के जिस जुबना की वो तारीफ़ कर रहे थे ,वो अब उनकी हथेली में सहलाया ,दबाया कुचला जा रहा था। कुछ देर में तर्जनी और अंगूठे के बीच उनकी भौजी के निपल भी रगड़े मसले जा रहे थे।
मुझसे ज्यादा कौन जानेगा , उनकी उँगलियाँ निपल पे , क्लिट की रगड़ायी से कम नहीं होती थी , कोई भी लड़की हो औरत हो उसे दो चार मिनट में वो पिघला सकते थे
और भौजी की हालत ख़राब , वोडका , सामने चल रही ब्ल्यू फिल्म और जॉबन पर देवर का हाथ ,
कनखियों से मैंने देखा की मेरी जेठानी का हाथ अब एकदम खुल के अपने देवर के तने लंड को शार्ट के ऊपर से अब खुल के रगड़ रहा था।
" आपने इस में से कौन से कौन से पोज ट्राई किया है "मैंने जेठानी जी से पूछा।
मिशनरी पोज में उन्होंने हामी भरी तब तक एक एक्टर डॉगी पोज में ,
और तबतक टिट फक का एक सीन आ गया ,
खूब मस्त बड़ी बड़ी ,३८ डी डी से क्या कम होंगी और उन चूँचियों के बीच जिस तरह मस्त लंड को पकड़ के वो चोद रही थी ,
मेरे मुंह से निकल गया ,क्या मस्त चूँचियाँ है ,कुछ
और जवाब बिना रुके उन्होंने दिया ,
" अरे मेरी भौजाई की चूँचिया उस से लाख गुना अच्छी हैं ज्यादा कड़क , और रसीली ,उस स्साली की तो सब नकली प्लास्टिक ,"
और भौजाई अपनी तारीफ़ सुन के खुश ,और उनके देवर का हाथ सरक के , बलाउज की बची हुयी तीन चुटपुटिया बटनों में से दो चट चट उनके देवर के हाथ के दबाव से खुल गयीं ,
सिर्फ एक सबसे नीचे वाले केसहारे किसी तरह ब्लाउज लटका फंसा था।
और भौजी के जिस जुबना की वो तारीफ़ कर रहे थे ,वो अब उनकी हथेली में सहलाया ,दबाया कुचला जा रहा था। कुछ देर में तर्जनी और अंगूठे के बीच उनकी भौजी के निपल भी रगड़े मसले जा रहे थे।
मुझसे ज्यादा कौन जानेगा , उनकी उँगलियाँ निपल पे , क्लिट की रगड़ायी से कम नहीं होती थी , कोई भी लड़की हो औरत हो उसे दो चार मिनट में वो पिघला सकते थे
और भौजी की हालत ख़राब , वोडका , सामने चल रही ब्ल्यू फिल्म और जॉबन पर देवर का हाथ ,
कनखियों से मैंने देखा की मेरी जेठानी का हाथ अब एकदम खुल के अपने देवर के तने लंड को शार्ट के ऊपर से अब खुल के रगड़ रहा था।
" आपने इस में से कौन से कौन से पोज ट्राई किया है "मैंने जेठानी जी से पूछा।
मिशनरी पोज में उन्होंने हामी भरी तब तक एक एक्टर डॉगी पोज में ,