28-03-2019, 06:02 PM
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और जब मैंने उन्हें समझाया की ड्रेस सिलवाने की आइडिया मम्मी की थी ,और उन्होंने फोन कर के खास तौर से बोला था की तुम्हे आज ही ड्रेस सिलने देना है। उन्होंने कहा था की उनके आने के पहले ड्रेस सिल जानी चाहिए।
उनकी ख़ुशी छुप नहीं रही थी , बोले ,
" मम्मी का फोन आया था , कब आएँगी वो। "
फ़ोन पे खुद क्यों नहीं पूछ लेते। मैंने उकसाया।
उन्होंने फोन लगाया ,और मैंने स्पीकर फोन आन कर दिया।
" जरा उस मादरचोद, हरामके जाने ,रंडी ,छिनार के पूत को , की मुझे ठीक चार बजे फोन करे।
और याद रखे फोन के शुरू के और अंत में क्या कहना है , अगर मैंने नहीं सुना , तो बस मेरे आने का प्रोग्राम कैंसल। और हाँ जैसे कल कहानी भेजी थी न वैसी ही दो और कहानी ,मातृभूमि के प्यार के बारे अच्छी तरह पढ़ लेगा। मैं पूछूंगी सब डिटेल में , और अगर चार बजे से जरा भी देर हुआ न तो बस समझ लेगा वो ,.... "
" मम्मी यहीं है वो कहिये तो बात कराऊँ ," मैंने पूछा।
"नहीं नहीं , मैं आवाजे सुन रही थीं , अभी वो बिचारा जरूरी काम में बिजी है , ठीक चार बजे " खिलखिलाते उन्होंने फोन रख दिया।
लेकिन अच्छा चल बात कर ही लेती हूँ ,"
अब वो खुश पहली बात उन्होंने बोली ,
" मम्मी आप कब आइयेगा। "
" जब तेरी ड्रेसेज सिल के आ आजएंगी , और उन की परफेक्ट फिटिंग होगी , उस के सात दिन बाद , फोटो मुझे व्हाट्सअप कर देना। पर ख्याल रखना परफेक्ट फिटिंग। "
अब वो चालु हो गए ,
" एकदम मम्मी आज शाम को मेजरमेंट दिया है ,यहाँ की बेस्ट लेडीज टेलर है , बाबीज टेलर। परसों ही ट्रायल के लिए बुलाया है। "
" अच्छा बोल क्या क्या सिलवा रहा है। " मम्मी ने अगला सवाल दागा।
" गरारा ,हरे रंग का बहुत प्यारा है ,चार चोलियां अलग अलग डिजाइन की ,कुर्ती ,..."
उन्होंने पूरी लिस्ट सुना दी।
दस मिनट तक सास दामाद उनकी नयी बार्डरोब के बारे में बात करते रहे।
आज मैंने उन्हें किचेन से छुट्टी दे दी थी , मैं खाना बना रही थी उनकी फेवरिट चिकेन डिशेज और सोच रही थी मम्मी ने उनकी लेडीज ड्रेसेज की झिझक ख़तम नहीं तो आधी से ज्यादा तो दूर कर दी है।
खाने के साथ आज हम दोनों ने वाइन की बोतल भी खाली कर दी उनके इम्पार्टेंट असाइनमेंट मिलने की ख़ुशी में और रात में भी मैंने खूब ' मीठे मीठे' अवार्ड दिए।
सच में उनका खश चेहरा देख के मेरी ख़ुशी दस गुनी हो जाती थी।