14-02-2021, 05:23 PM
अवी- यार रघु भैया तुम बात तो बिल्कुल ठीक कह रहे हो, पर इसके भी आगे बढ़ने के लिए क्या करना चाहिए,
रघु- क्या वह लड़की ज़्यादा नखरा दिखा रही है क्या, मेरा मतलब है तुम्हे मना भी नही कर रही होगी और तुम्हे
अपने पास भी नही आने दे रही होगी
अवी- बिल्कुल ठीक कह रहे हो रघु भाई मैं उसे हर तरह से बता चुका हू पर पता नही वह जान भुज कर अंजान बन रही
है या फिर मेरे पास आना ही नही चाहती
रघु- अवी भैया फिर तो एक ही बात हो सकती है वह सोचती होगी कि तुम ही पहल करके उसे अपनी बाँहो मे भर लो, जब तक
तुम उसे यहाँ वहाँ हाथ नही लगाओगे वह ऐसे ही नखरा करती रहेगी, थोड़ा बहुत उसे छुओगे तब ही तो उसके भी बदन
मे करेंट दौदेगा, एक बार तुमने थोड़ा सा करेंट उसके बदन मे दौड़ा दिया तो फिर वह खुद ही तुम्हारे आस पास
मंडराने लगेगी ताकि तुम उसे फिर से थोड़ा करेंट लगाओ और उसे मज़ा आए
अवी- खुश होते हुए क्या बात है रघु भैया, तुमने एक दम पते की बात कही है, बिना उसके करीब जाए उसे पिघलाना
आसान नही होगा जब मैं उसके करीब जाकर उसे थोड़ा चूऊंगा तब ही तो उसे भी एहसास होगा कि किसी मर्द के साथ चिपकने
मे कैसा लगता है,
रघु- पर अवी भैया वह है कौन
अवी-अरे रघु भाई तुम उसे नही जानते हो पर वह मुझे इतनी प्यारी लगती है कि मैं उसे दिन रात अपनी बाँहो मे लेकर
चूमते रहना चाहता हू
रघु- मुस्कुराते हुए केवल चूमना ही चाहते हो या उसे चोदना भी चाहते हो
अवी- रघु की बात सुन कर एक दम से उत्तेजित हो जाता है और अपने मन मे सोचता है क्या मे सचमुच अपनी दीदी को
चोदना चाहता हू
रघु- अरे कहाँ खो गये अवी भैया लगता है अपनी जान को ख्यालो मे ही चोदने लगे हो क्या
अवी- रघु भाई एक ज़रूरी काम याद आ गया मैं बाद मे तुम्हारे पास आता हू
रघु- अरे अवी भैया बस 5 मिनिट और रुक जाओ फिर चले जाना, क्या कोई बहुत खूबसूरत अप्सरा को पटाने मे लगे हो, मैं तो कहता हू अवी भैया अब तुम बड़े भी हो गये हो और सुंदर भी दिखते हो, जल्दी से उसे पटा कर उसे अपनी बाँहो मे भर लो, सच अवी भैया आज तक तुमने किसी लड़की को चोदा नही है ना
अवी- नही रघु भाई किसी को नही चोदा है
रघु- और किसी को नंगी देखा है कि नही
अवी- फोटो और मूवी मे देखा है पर वास्तविक मे नही देखा है
रघु- अरे अवी भैया जब तुम उसे पूरी नंगी करके अपने सीने से चिपकाओगे ना तब तुम यही कहोगे कि इससे ज़्यादा मज़ा दुनिया मे किसी भी चीज़ मे नही है, और फिर एक बात और कहु अवी भैया, लड़कियो को चोदने मे तो बहुत मज़ा आता है पर अगर हम उस लड़की को चोदे जिसे हम सच्चे दिल से प्यार भी करते है तब अवी भैया वह मज़ा 100 गुना से भी ज़्यादा बढ़ जाता है क्योकि उस समय तुम उसे सच्चे दिल से अपनी बाँहो मे भर कर उसे प्यार करते हो
अवी- रघु भैया आप यह बात तो बिल्कुल सही कह रहे हो, पर मैने उसे कभी चोदने के बारे मे सोचा नही है
रघु- अवी भैया जिस दिन वह तुम्हे अपना मान लेगी ना तो सब से पहले वह तुमसे चुदने के लिए ही तड़पेगी, और तुम उसे जिस दिन अपने सीने से लगा लोगे ना उस दिन से तुम उसे पूरी नंगी करके अपने बदन से चिपकाने के लिए तड़पने लगॉगे, यह होता है प्यार और सेक्स मे, जब प्यार और सेक्स दोनो एहसास मिल जाते है तो दुनिया के हर सुख उसके आगे फीके नज़र आते है
क्या तुम उसे नंगी देखने के लिए नही तड़प्ते हो
अवी- हाँ रघु भैया मैं उसे पूरी नंगी करके अपनी बाँहो मे भर कर उसे खूब प्यार करना चाहता हू
रघु-मुस्कुराते हुए और उसे चोदना चाहते हो या नही
रघु की बात सुन कर अवी का लंड खड़ा हो जाता है और उसकी आँखो के सामने बस उसकी दीदी का ही चेहरा घूमने लगता है
अवी- हाँ रघु भैया मैं उसे चोदना भी चाहता हू, मैं उसे बहुत प्यार करता हू रघु भैया बस तुम दुआ करो कि वह जल्दी से मेरी बाँहो मे आ जाए
रघु- मैं अपने दोस्त के लिए सच्चे दिल से कामना करता हू कि तुम्हे जल्दी ही तुम्हारा सच्चा प्यार हासिल हो जाए
अवी- अच्छा रघु भाई अब मैं जाता हू फिर आउन्गा
रघु- अवी भैया ऐसे ही आ जया करो तुम आते हो तो बड़ा अच्छा लगता है
अवी- क्यो नही रघु भैया, अच्छा अब मैं जाता हू फिर मिलेंगे
रघु-अच्छा अवी भैया फिर आना
अवी सीधा अपने घर की ओर चल देता है और उसका दिल अपनी दीदी को जल्द से जल्द देखने के लिए मचलने लगता है
वह घर पहुचता है और दरवाजा बजाता है थोड़ी देर बाद डिंपल दरवाजा खोल कर
डिंपल-कहाँ गया था
अवी- बस यही पास मे ही था दीदी
डिंपल- बोल के नही जा सकता था, मैं अंदर थी और तू चुपचाप चला गया
अवी- मुस्कुराते हुए डिंपल के गाल को अपने हाथो से छूकर अपने हाथो को अपने मूह से चूमता हुआ, दीदी तुम गुस्से
मे बहुत खूबसूरत लगती हो और फिर अवी घर के अंदर आ जाता है और डिंपल अपना मूह फाडे उसे देखती रहती है फिर
मंद-मंद मुस्कुराते हुए वापस दरवाजा लगा देती है, और वापस आकर अवी के पास आकर बैठ जाती है
अवी डिंपल को घूर कर देखने लगता है और डिंपल उसकी ओर देख कर
डिंपल-ऐसे क्या देख रहा है
रघु- क्या वह लड़की ज़्यादा नखरा दिखा रही है क्या, मेरा मतलब है तुम्हे मना भी नही कर रही होगी और तुम्हे
अपने पास भी नही आने दे रही होगी
अवी- बिल्कुल ठीक कह रहे हो रघु भाई मैं उसे हर तरह से बता चुका हू पर पता नही वह जान भुज कर अंजान बन रही
है या फिर मेरे पास आना ही नही चाहती
रघु- अवी भैया फिर तो एक ही बात हो सकती है वह सोचती होगी कि तुम ही पहल करके उसे अपनी बाँहो मे भर लो, जब तक
तुम उसे यहाँ वहाँ हाथ नही लगाओगे वह ऐसे ही नखरा करती रहेगी, थोड़ा बहुत उसे छुओगे तब ही तो उसके भी बदन
मे करेंट दौदेगा, एक बार तुमने थोड़ा सा करेंट उसके बदन मे दौड़ा दिया तो फिर वह खुद ही तुम्हारे आस पास
मंडराने लगेगी ताकि तुम उसे फिर से थोड़ा करेंट लगाओ और उसे मज़ा आए
अवी- खुश होते हुए क्या बात है रघु भैया, तुमने एक दम पते की बात कही है, बिना उसके करीब जाए उसे पिघलाना
आसान नही होगा जब मैं उसके करीब जाकर उसे थोड़ा चूऊंगा तब ही तो उसे भी एहसास होगा कि किसी मर्द के साथ चिपकने
मे कैसा लगता है,
रघु- पर अवी भैया वह है कौन
अवी-अरे रघु भाई तुम उसे नही जानते हो पर वह मुझे इतनी प्यारी लगती है कि मैं उसे दिन रात अपनी बाँहो मे लेकर
चूमते रहना चाहता हू
रघु- मुस्कुराते हुए केवल चूमना ही चाहते हो या उसे चोदना भी चाहते हो
अवी- रघु की बात सुन कर एक दम से उत्तेजित हो जाता है और अपने मन मे सोचता है क्या मे सचमुच अपनी दीदी को
चोदना चाहता हू
रघु- अरे कहाँ खो गये अवी भैया लगता है अपनी जान को ख्यालो मे ही चोदने लगे हो क्या
अवी- रघु भाई एक ज़रूरी काम याद आ गया मैं बाद मे तुम्हारे पास आता हू
रघु- अरे अवी भैया बस 5 मिनिट और रुक जाओ फिर चले जाना, क्या कोई बहुत खूबसूरत अप्सरा को पटाने मे लगे हो, मैं तो कहता हू अवी भैया अब तुम बड़े भी हो गये हो और सुंदर भी दिखते हो, जल्दी से उसे पटा कर उसे अपनी बाँहो मे भर लो, सच अवी भैया आज तक तुमने किसी लड़की को चोदा नही है ना
अवी- नही रघु भाई किसी को नही चोदा है
रघु- और किसी को नंगी देखा है कि नही
अवी- फोटो और मूवी मे देखा है पर वास्तविक मे नही देखा है
रघु- अरे अवी भैया जब तुम उसे पूरी नंगी करके अपने सीने से चिपकाओगे ना तब तुम यही कहोगे कि इससे ज़्यादा मज़ा दुनिया मे किसी भी चीज़ मे नही है, और फिर एक बात और कहु अवी भैया, लड़कियो को चोदने मे तो बहुत मज़ा आता है पर अगर हम उस लड़की को चोदे जिसे हम सच्चे दिल से प्यार भी करते है तब अवी भैया वह मज़ा 100 गुना से भी ज़्यादा बढ़ जाता है क्योकि उस समय तुम उसे सच्चे दिल से अपनी बाँहो मे भर कर उसे प्यार करते हो
अवी- रघु भैया आप यह बात तो बिल्कुल सही कह रहे हो, पर मैने उसे कभी चोदने के बारे मे सोचा नही है
रघु- अवी भैया जिस दिन वह तुम्हे अपना मान लेगी ना तो सब से पहले वह तुमसे चुदने के लिए ही तड़पेगी, और तुम उसे जिस दिन अपने सीने से लगा लोगे ना उस दिन से तुम उसे पूरी नंगी करके अपने बदन से चिपकाने के लिए तड़पने लगॉगे, यह होता है प्यार और सेक्स मे, जब प्यार और सेक्स दोनो एहसास मिल जाते है तो दुनिया के हर सुख उसके आगे फीके नज़र आते है
क्या तुम उसे नंगी देखने के लिए नही तड़प्ते हो
अवी- हाँ रघु भैया मैं उसे पूरी नंगी करके अपनी बाँहो मे भर कर उसे खूब प्यार करना चाहता हू
रघु-मुस्कुराते हुए और उसे चोदना चाहते हो या नही
रघु की बात सुन कर अवी का लंड खड़ा हो जाता है और उसकी आँखो के सामने बस उसकी दीदी का ही चेहरा घूमने लगता है
अवी- हाँ रघु भैया मैं उसे चोदना भी चाहता हू, मैं उसे बहुत प्यार करता हू रघु भैया बस तुम दुआ करो कि वह जल्दी से मेरी बाँहो मे आ जाए
रघु- मैं अपने दोस्त के लिए सच्चे दिल से कामना करता हू कि तुम्हे जल्दी ही तुम्हारा सच्चा प्यार हासिल हो जाए
अवी- अच्छा रघु भाई अब मैं जाता हू फिर आउन्गा
रघु- अवी भैया ऐसे ही आ जया करो तुम आते हो तो बड़ा अच्छा लगता है
अवी- क्यो नही रघु भैया, अच्छा अब मैं जाता हू फिर मिलेंगे
रघु-अच्छा अवी भैया फिर आना
अवी सीधा अपने घर की ओर चल देता है और उसका दिल अपनी दीदी को जल्द से जल्द देखने के लिए मचलने लगता है
वह घर पहुचता है और दरवाजा बजाता है थोड़ी देर बाद डिंपल दरवाजा खोल कर
डिंपल-कहाँ गया था
अवी- बस यही पास मे ही था दीदी
डिंपल- बोल के नही जा सकता था, मैं अंदर थी और तू चुपचाप चला गया
अवी- मुस्कुराते हुए डिंपल के गाल को अपने हाथो से छूकर अपने हाथो को अपने मूह से चूमता हुआ, दीदी तुम गुस्से
मे बहुत खूबसूरत लगती हो और फिर अवी घर के अंदर आ जाता है और डिंपल अपना मूह फाडे उसे देखती रहती है फिर
मंद-मंद मुस्कुराते हुए वापस दरवाजा लगा देती है, और वापस आकर अवी के पास आकर बैठ जाती है
अवी डिंपल को घूर कर देखने लगता है और डिंपल उसकी ओर देख कर
डिंपल-ऐसे क्या देख रहा है
BaBa Main BaBa cHoDu BaBa....
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......