14-02-2021, 05:20 PM
अवी- बिल्कुल मासूम बन कर मैने तो आज पहली बार तुम्हे छुआ है
डिंपल- उसको देख कर थोड़ा मुस्कुराते हुए अवी तू बहुत शैतान हो गया है
अवी- अपनी दीदी को मुस्कुराते देख कर फिर से आत्मविश्वास से भर जाता है और, दीदी एक बात कहु तुम जब मुस्कुराती हो तो
बहुत खूबसूरत लगती हो
डिंपल- मुस्कुरकर उसे देखती हुई, अच्छा
अवी- दीदी एक और बात कहु,
डिंपल- क्या
अवी-दीदी जब तुम गुस्से मे होती हो तो मुझे सबसे ज़्यादा खूबसूरत लगने लग जाती हो, तुम जब गुस्से से देखती हो तो मेरा
दिल करता है कि
डिंपल की हसी अवी की बात सुन कर एक दम से गायब हो जाती है और
डिंपल- उसकी आँखो मे देख कर क्या दिल करता है तेरा
अवी- इधर उधर नज़रे नचाते हुए, कुछ नही
डिंपल- अभी तो तू कुछ कह रहा था
अवी- रहने दो तुम फिर नाराज़ हो जाओगी
डिंपल- ऐसा क्या कहने वाला था तू कि मैं नाराज़ हो जाउ
अवी- अब छोड़ो भी दीदी
डिंपल- कुछ सीरीयस होकर अवी तू जानता है ना कि मैं तेरी बहन हू
अवी- तो
डिंपल- तो तू यह भी जानता होगा कि अपनी बहन के प्रति तुझे कैसा रवैया रखना चाहिए
अवी- दीदी तुम कहना क्या चाहती हो
डिंपल- मैं जो कहना चाहती हू वह तू अच्छी तरह समझ रहा है
अवी- दीदी जब तुम खुद नही समझ पा रही हो कि मैं क्या चाहता हू तो फिर मैं कैसे समझ जाउ कि तुम क्या कहना चाहती
हो
डिंपल- क्या चाहता है तू
अवी- कुछ नही
डिंपल- साफ-साफ बात क्यो नही करता है तू, और अभी क्या कह रहा था कि गुस्से मे मैं बहुत खूबसूरत लगती हू और तेरा दिल
क्या करता है, कही तू अपनी दीदी के बारे मे कुछ ग़लत तो नही सोचता है, और अगर सोचता है तो यह बहुत ग़लत बात है
और तुझे आगे से इन बातो का ध्यान रखना चाहिए
अवी- गुस्सा करते हुए, दीदी मैं तुम्हारा भासन सुनने नही आया हू और एक बात मेरी भी कान खोल कर सुन लो, आगे से
मुझे समझाने की कोशिश मत करना,
डिंपल- गुस्सा करती हुई अब तू इतना बड़ा हो गया कि अपनी दीदी से बहस करने लगा है,
अवी- बेड से खड़ा होकर, डिंपल को देखता हुआ, कोई इतनी बड़ी भी नही हो मुझसे की मुझे जब देखो भाषण देने लगो,
सिर्फ़ एक ही साल बड़ी हो मुझसे और कोई भी देखेगा तो यही कहेगा कि मैं ही तुमसे बड़ा दिखता हू
अवी की बाते सुन कर डिंपल का मूह खुला का खुला रह जाता है और अवी वहाँ से पेर पटकता हुआ बाहर निकल जाता है और
गुस्से मे अपने जूते पहन कर घर से बाहर निकल जाता है, कुछ देर तक डिंपल बेड पर लेटी हुई अवी के बारे मे सोचती
रहती है और फिर सोचती है कि अवी भी अब जवान हो गया है इसलिए उसने गुस्से मे सब बाते कह दी,
लेकिन अवी मे इन दो दिनो
डिंपल- उसको देख कर थोड़ा मुस्कुराते हुए अवी तू बहुत शैतान हो गया है
अवी- अपनी दीदी को मुस्कुराते देख कर फिर से आत्मविश्वास से भर जाता है और, दीदी एक बात कहु तुम जब मुस्कुराती हो तो
बहुत खूबसूरत लगती हो
डिंपल- मुस्कुरकर उसे देखती हुई, अच्छा
अवी- दीदी एक और बात कहु,
डिंपल- क्या
अवी-दीदी जब तुम गुस्से मे होती हो तो मुझे सबसे ज़्यादा खूबसूरत लगने लग जाती हो, तुम जब गुस्से से देखती हो तो मेरा
दिल करता है कि
डिंपल की हसी अवी की बात सुन कर एक दम से गायब हो जाती है और
डिंपल- उसकी आँखो मे देख कर क्या दिल करता है तेरा
अवी- इधर उधर नज़रे नचाते हुए, कुछ नही
डिंपल- अभी तो तू कुछ कह रहा था
अवी- रहने दो तुम फिर नाराज़ हो जाओगी
डिंपल- ऐसा क्या कहने वाला था तू कि मैं नाराज़ हो जाउ
अवी- अब छोड़ो भी दीदी
डिंपल- कुछ सीरीयस होकर अवी तू जानता है ना कि मैं तेरी बहन हू
अवी- तो
डिंपल- तो तू यह भी जानता होगा कि अपनी बहन के प्रति तुझे कैसा रवैया रखना चाहिए
अवी- दीदी तुम कहना क्या चाहती हो
डिंपल- मैं जो कहना चाहती हू वह तू अच्छी तरह समझ रहा है
अवी- दीदी जब तुम खुद नही समझ पा रही हो कि मैं क्या चाहता हू तो फिर मैं कैसे समझ जाउ कि तुम क्या कहना चाहती
हो
डिंपल- क्या चाहता है तू
अवी- कुछ नही
डिंपल- साफ-साफ बात क्यो नही करता है तू, और अभी क्या कह रहा था कि गुस्से मे मैं बहुत खूबसूरत लगती हू और तेरा दिल
क्या करता है, कही तू अपनी दीदी के बारे मे कुछ ग़लत तो नही सोचता है, और अगर सोचता है तो यह बहुत ग़लत बात है
और तुझे आगे से इन बातो का ध्यान रखना चाहिए
अवी- गुस्सा करते हुए, दीदी मैं तुम्हारा भासन सुनने नही आया हू और एक बात मेरी भी कान खोल कर सुन लो, आगे से
मुझे समझाने की कोशिश मत करना,
डिंपल- गुस्सा करती हुई अब तू इतना बड़ा हो गया कि अपनी दीदी से बहस करने लगा है,
अवी- बेड से खड़ा होकर, डिंपल को देखता हुआ, कोई इतनी बड़ी भी नही हो मुझसे की मुझे जब देखो भाषण देने लगो,
सिर्फ़ एक ही साल बड़ी हो मुझसे और कोई भी देखेगा तो यही कहेगा कि मैं ही तुमसे बड़ा दिखता हू
अवी की बाते सुन कर डिंपल का मूह खुला का खुला रह जाता है और अवी वहाँ से पेर पटकता हुआ बाहर निकल जाता है और
गुस्से मे अपने जूते पहन कर घर से बाहर निकल जाता है, कुछ देर तक डिंपल बेड पर लेटी हुई अवी के बारे मे सोचती
रहती है और फिर सोचती है कि अवी भी अब जवान हो गया है इसलिए उसने गुस्से मे सब बाते कह दी,
लेकिन अवी मे इन दो दिनो
BaBa Main BaBa cHoDu BaBa....
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......