14-02-2021, 09:12 AM
रुबीना आंटी की मिस कॉल
हेलो दोस्तो आज मे अपनी एक रियल स्टोरी बताने जा रहा हूँ. जो की इसी 1 महीने के दोरान पेश हुई है. रुबीना आंटी ने मुझे मिस कॉल किया तो मेने रुबीना आंटी को तुरन्त फ़ोन किया तो पहली ही घन्टी पर आंटी ने फोन उठाया ओर कहा की कहाँ हो इतने दिनो से तुम ओर मैने जवाब मे कहा की आंटी रोज ही तो आप के सामने से
ही गुज़रता हूँ गली मे से तो आंटी ने कहा की मे दूसरी बात कर रही हूँ क्या मूड हे तुम्हारा आज? मे समझ गया की आंटी की चूत मे आज खुजली हो रही है इसीलिये कॉल की है मैने तुरन्त हाँ कर दी की ठीक हे अगर कहो तो मे आ जाता हूँ. आंटी ने कहा ओके तुम आराम से अंदर आ जाना 10 मिनिट के बाद दरवाज़ा खुला होगा मेरे घर का मैने पूछा की घर वाले कहाँ हैं आंटी ने कहा की मेरे पति की तबियत आज ठीक नही है तो नींद की दवाई लेकर सोये हुये है मोका अच्छा है ओर बच्चे आज उपर वाले रूम मे सो रहे हैं आ जाओ. मैने जल्दी से हाँ कर दी. तब मे बड़े आराम से अपने बेड से उठा ओर आराम से ड्रॉयिंग रूम से जा कर दरवाज़ा खोला जो की बाहर गली की तरफ खुलता है ओर आराम से बाहर गली मे जा कर देखा तो गली मे बिल्कुल अंधेरा था क्योकी आजकल बहुत ज्यादा लाइट जाती है इसलिये. मे बड़े आराम से दबे पावं चलता हुआ आंटी के घर के आगे पहुंचा तो देखा की दरवाज़ा थोड़ा सा खुला है मैने आराम से दरवाज़ा खोला तो अंदर जाते ही देखा की आंटी सर्दी से कांप रही थी ओर चादर ओड़ के खडी थी.मैने उसके कान मे पूछा की कौन से रूम मे जाना है उसने इशारा किया की संनी वाले रूम मे चलो मे आ रही हूँ. मे आराम से चलता गया ओर रूम मे चला गया. आंटी 5 मिनिट के बाद आई ओर चादर उतारी जो उसने अपने उपर ओडे हुई थी तो देखा की आंटी कमीज उतार के ब्रा ओर सलवार मे ही थी. मैने जल्दी से आंटी को एक लंबी किस की ओर ज़ोर से पकड़ कर दबा दिया आंटी ने कहा बहुत टाइम हे हमारे पास दिल खोल के आज तुम्हारी खिदमत करुँगी ओर साथ में वो हँसने लगी आंटी उठी ओर रूम के दरवाजे को अन्दर से बंद कर दिया और मेरे साथ सिंगल बेड पर आ कर लेट गई जहाँ उसने मेरे आने से पहले ही हीटर लगा के रूम को काफ़ी गर्म किया हुआ था. हम दोनो 1 ही कंबल मे घुस के चिपक के लेटे थे. थोड़ी देर बाद आहिस्ता आहिस्ता मैने आंटी का सलवार ओर ब्रा उतार दी. ओर चूत मे उंगली डाल कर किसिंग शुरु की आंटी ने भी मेरी पेन्ट मे हाथ डाल कर लंड पकड के हिलाना शुरु कर दिया. ओर आंटी ने आहिस्ता आहिस्ता मेरी पेन्ट उतार दी. और चूत मे उंगली डाल कर मे तेज तेज अन्दर बाहर कर रहा था आंटी इस दोरान 1 बार झड़ चुकी थी. कुछ देर बाद मैने अपनी शर्ट उतार दी अब हम दोनो पूरे नंगे हो गये थे. और सेक्स मे मग्न थे.
इतने मे किसी ने दरवाजे की घन्टी बजाई तो मेरे तो होश ही उड़ गये मे घबरा कर उठ के खडा हो गया आंटी ने कहा कुछ नही हुआ घबरा क्यो रहे हो आंटी उठी ओर दरवाजा खोलने लगी मैने आंटी से कहा पागल हो क्या दरवाजा क्यो खोल रही हो तो उसने कहा आराम से बेठो ओके कुछ नही होगा. जब आंटी ने दरवाजा खोला तो 1 ओर आंटी की उम्र की ओरत अंदर आ गई मे घबरा गया की यह कोंन हे जब देखा तो वो आंटी की छोटी बहन थी जो की हमारे ही मोहल्ले मे रहती हे. वो अब अंदर आ गई. वो मूझे देख कर कहने लगी क्या हाल हे ठीक हो मे समझ गया की जब यह मेरे साथ इस तरह बात कर रही है तो रात के इस टाइम इस को लगता हे आंटी ने खुद बता कर बुलाया हे शायद इसी काम के लिये. जब मैने पूछा तो पता चला की आंटी का पति घर मे नही हे ओर बच्चे भी अपनी नानी के घर गये हैं आंटी ने कहा की मे अगर तुम्हे पहले बता देती की मेरी बहन चुदवाना चाहती हे तुम से तो शायद तुम आते ना.
मैने आगे से कहा की यह कोन सी बुरा मानने वाली बात हे बल्की मे तो लकी हूँ जो 2-2 चूत एक साथ मारूँगा ओर साथ ही दरवाज़ा खुला तो देखा की आंटी की दोस्त जिसका नाम नसरीन हे वो अब आ गई मे इस बार घबरा गया की 1 या 2 तो ठीक हैं अब यह कोंन हे? आंटी ने कहा की फिक्र ना करो बस आज तुम्हारी खेर नही ओर मे इस बार सच मे घबरा गया की मे केसे इन तीनो को चोदूंगा? खेर मेरा लंड तो एकदम जेसे घबरा कर सो ही गया था खेर आंटी रुबीना की बहन जिसकी गांड का मे पहले से ही दीवाना था क्योकी जब वो हिलती थी तो उसकी गांड में ऐसी हलचल मचती थी की मेरा लंड बेकाबु हो जाता था उसकी गांड देख के ओर आंटी की दोस्त नसरीन उसके बूब्स इतने बड़े थे की शायद ही मेरे दोनों हाथो मे 1 बूब्स आया उसका. खेर अब वो दोनो भी आहिस्ता आहिस्ता नंगी होना शुरु हों गईं. खेर अब आंटी ने कहा की दुसरे रूम मे चलते हैं जहाँ डबल बेड हे मे तो अब तक घबरा रहा था की होगा क्या आज मेरा. दोस्तो यकीन करो उस टाइम मेरी क्या हालत होगी आप अंदाज़ा लगा सकते हो यार…
खेर रूम मे जाते ही आंटी रुबीना ने कहा की पहले किसे करवाना हे काम अपना आंटी की बहन बोली की मे तो तीसरे नंबर पर करुँगी कम से कम थोड़ा टाइम तो लगता हे तीसरे नम्बर पर ओर साथ में वो हंस दी….खेर आंटी रुबीना ने कहा चलो नसरीन साहिबा जाओ करो जो करना हे.
अब नसरीन आती हे मेरा लंड पकड़ के मुझे चुटकी काट के कहने लगी बड़े लंड के लिये फिरती रहती हूँ और देखती हूँ की कितना दम हे तुम मे ओर तुम्हारे लंड मे ओर हंस दी. खेर मेरा तो लंड ही खड़ा नही हो रहा था दोस्तो घबराहट की वजह से खेर आंटी रुबीना ओर उसकी बहन पास बेठ कर हमें देखने लगी ओर नसरीन साहिबा ने मेरा लंड हाथ मे पकड़ के हिलाना शुरु किया ओर मुहँ मे डाल लिया ओर ऐसे चुसने लगी जेसे पागल हो गई हे. खेर 5 मिनिट के बाद मेरा जिस्म फिर से गर्म हुआ ओर लंड मे कुछ जान आई ओर कुछ वो खड़ा हुआ खेर मुझे अब मज़ा आ रहा था खेर मैने सोचा की आंटी रुबीना को तो मे कम से कम 2 या 3 बार चोदता हूँ चलो इस बार 3 चूत हैं 3 बार चुदाई तो करनी हे इसलिये रिलेक्स हो जाओं खेर अब मे आंटी के बोबे पकड़ के दबा रहा था साथ में उसकी खुली चूत मे तेज तेज उंगली कर रहा था.
आंटी रुबीना की बहन ओर उसकी दोस्त भी शादीशुदा थी. खेर मे साथ साथ नसरीन की गांड मे अब कभी कभी उंगली डाल देता खेर तकरीबन 10 मिनिट के बाद नसरीन ने मेरा लंड चूस के छोड़ा ओर कहा की आ जाओ जानी मारो अब चूत ओर खेर मे अब फुल जोश मे था इतने मे आंटी रुबीना उठ के मेरे पास आ गई ओर मेरा लंड हाथ मे पकड़ कर हिलाने लगी ओर मेरे कान मे प्यार से कहा मेरी कसम मूझे शर्मिंदा ना करवाना इसकी चूत ऐसे मारो जेसे मेरी मारते हो. मे समझ गया की आंटी अपनी ओर मेरी स्टोरी सुना चुकी ही इनको. खेर मैने नसरीन की गांड के नीचे तकिया लगा दिया ओर अब उसकी चूत उभर के मेरे लंड के सामने थी मैने उसकी टाँगें उठा कर हवा मे सीधी उपर की तरफ करके खोल कर पकड लीं ओर लंड को उसके हाथ मे पकड़ा कर कहा रखो अपनी गर्म चूत पर अब मे बताता हूँ तुम्हारी बारी आई चूत मरवाने की खेर उसने मेरा 6.5 इंच लंबा लंड को थूक लगा कर चूत के छेद पर रखा ओर मैने साथ ही जोर से डाल दिया अपना लंड उसकी चूत मे मेरा आधा लंड उसकी चूत मे था. जब मैने आंटी रुबीना ओर उसकी बहन को देखा तो वो दोनो एक दुसरे की चूत मे उंगली डाल रही थी. यह देख कर मे ओर भी गर्म हो गया ओर उधर तेज तेज नसरीन की चूत मे लंड आर पार करने लगा ओर नीचे से वो भी साथ दे रही थी.
मे कभी कभी पूरा लंड बाहर निकाल कर एकदम से लंड फिर अंदर डाल देता जिससे नसरीन हिल जाती थी. खेर मेरा लंड उसकी चूत की चुदाई कर रहा था. और नसरीन के बोबो को मुँह मे डाल कर साथ में चूस रहा था जिससे वो ओर भी गर्म हो चुकी थी ओर गांड उठा उठा कर मरवा रही थी. खेर तकरीबन 8 मिनिट तक मैने उसकी ऐसी चूत मारी उसके बाद मैने उसे उल्टा होने को कहा ओर वो घोड़ी बन गई ओर मैने पीछे से उसकी टांगे पकड़ कर ओर खोल दी ताकि उसकी चूत बिल्कुल साफ मेरे लंड के सामने खुल के नज़र आये.खेर मैने एक उंगली उसकी गांड मे डाल दी ओर लंड डाल दिया उसकी चूत मे अब मे नीचे से उसकी चूत मे लंड तेज तेज अंदर बाहर कर रहा था ओर साथ में उसके बोबे पकड कर तेज तेज फुल जोश मे दबा रहा था ओर वो बार बार कह रही थी आहिस्ता दबाओ प्लीज लेकिन मे उससे कह रहा था बहुत शोक था चुदवाने का तो अब आराम से चुदवाओ ओके. रूम मे पचक पचक की आवाज़ें आ रही थी. उधर अब तक कई बार आंटी रुबीना ओर उसकी बहन एक दुसरे की चूत चूस चूस कर झड़ चुकी थी.
मेरा लंड अभी तक फुल जोश मे था ओर नसरीन 2 बार झड़ चुकी थी अब उसकी चूत की यह हालत थी की वो थोड़ी गीली हो कर मेरे लंड को दबा रही थी अंदर से खेर. इससे मूझे ओर भी जोश आ रहा था. साथ साथ मे नसरीन से सेक्सी ओर गंदी गंदी बातें पूछ रहा था खेर नसरीन ने बताया की उसके पति का लंड भी मेरी साइज़ का ही लेकिन उसका मोटा नही हे इतना इसलिये तुम्हारा लंड डलवा कर मज़ा आ रहा हे बहुत रुबीना सही कहती थी की तुम से चुदवाऊ किसी दिन अब तो तुम्ही से बोलती रहूँगी आ जाओंगे ना मैने कहा यह भी पूछने की बात हे जनाब जब कहो मे हाज़िर हो जाऊँगा. इतने मे रुबीना ने अंदर से पूरी ताक़त से लंड को ओर ज़ोर से दबा लिया ओर मे एकदम ढीला पड़ गया मूझे बहुत मज़ा आ रहा था उसने अपनी चूत को टाइट कर शायद कुछ सेकेंड ऐसे ही रखी फिर दोबारा उसकी चूत ढीली पड़ी तो मैने अपनी चुदाई फुल तेज कर दी अब मे भी झड़ने वाला था. मे अब पूरी तेज स्पीड से उसकी गीली चूत मार रहा था ओर वो सच मे अब दर्द फील कर रही थी कुछ देर बाद मैने उसके बोबे ज़ोर से पकड़ कर लंड पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालना चालु किया जिससे वो ओर भी चीखने लगी खेर तकरीबन 1 मिनिट बाद मे झड़ने वाला था ओर मैने कहा माल निकाल दूँ क्या चूत मे ?
उसने कहा की नही प्लीज अन्दर मत गिराना बाहर निकालो ।
मेने जल्दी से लंड बाहर निकाला ओर उसने लंड मुँह मे ले कर चूसना शुरु किया.
दोस्तो यकीन करो नसरीन पूरा खा गई मेरे लंड को ओर मे एकदम ढीला पड़ कर उसके उपर ही गिर गया ओर मेरी उस टाइम यह हालत थी की मूझे इतनी सर्दी के मोसम मे गर्मी फील हो रही थी. खेर नसरीन से आंटी रुबीना ने मज़ाक से पंजाबी मे पूछा सुनो आराम आया ..हाहहहाः ओर नसरीन ने आगे से कहा ज़लील कमिनी मेरी चूत दी चटनी बन गई व सत्या नाश हो गया वे मेरी चूत दा ओर साथ मे उसने कहा की वेसे लंड ही कमाल दा…खेर इतने मे नसरीन उठी ओर बाथरूम मे जाने के लिये कपड़े पहनने लगी ओर मे अभी तक नंगा लेटा हुआ था इस टाइम रात के 12:45 का टाइम हो रहा था. कुछ देर बाद आंटी रुबीना उठी ओर मेरे लिये गर्म गर्म दूध का ग्लास ले कर आई ओर साथ 1 सेब भी. ओर साथ में वो हंस के बोली की अभी एक शान्त हुई हे 2 बाकी हैं. ओर हंस दी. मैने कहा की रुबीना जानू वेसे जो तेरा मज़ा हे ना कसम से नसरीन का नही आया रुबीना आंटी ने कहा चल कोई बात नही मे तो यहाँ ही हूँ तुम्हारे पास लेकिन आज इनको शान्त प्लीज़ कर दो बस बेशक अगर मेरी आज चूत ना भी ली गई तुम से तो कोई बात नही बस अब मेरी बहन को शान्त कर देना.
फिर इस बार मैने आगे से कहा की मूझे उसकी गांड बड़ी पसंद हे यार सच्ची तो इस पर आंटी ने मूझे गाल पर आहिस्ता से मज़ाक से थप्पड़ मारते हुये कहा बकवास ना कर उस को मना लेना ओर फिर बेशक चूत के साथ 10 बार गांड मार लेना उसकी. कुछ देर बाद दोस्तो आंटी रुबीना की बहन अब मेरे पास आ कर लेट गई ओर मेरा लंड आहिस्ता आहिस्ता हिलाने लगी अब उसने मेरा लंड भी मुँह मे लेकर खड़ा करना स्टार्ट कर दिया ।
ओर मे साथ साथ उसकी नरम नरम बड़ी साइज़ की गांड के साथ खेल रहा था. हाथ लगाने से उसकी गांड
ऐसे हिलती थी जेसे ज़लज़ला आ जाता हे. खेर दोस्तों हुआ यूँ की आंटी रुबीना की बहन से मैने सेक्स के साथ साथ उसके पति के साथ उसके सेक्स के रीलेशन के बारे में पूछा उसने बताया की मेरा पति भी फिट हे और बड़ी अच्छी तरह से चूत मारता हे मेरी ओर हम तकरीबन अभी भी हफ्ते मे 3 बार कम से कम चूत लंड का खेल खेलते हैं. खेर मैने उससे पूछा की फिर तुम्हे क्या जरूरत पड़ी की मुझ से चुदवाने की तो कहने लगी की रुबीना ने बताया था की जनाब काफ़ी अच्छी चुदाई करते हैं तो पहले तो मे चुप रही फिर सोचा की चलो क्यो ना तुम्हे आज़माया जाये इसीलिये मे आज आ गई और साथ साथ मे उसकी चूत मे उंगलियाँ दे रहा था ओर कभी कभी बोबो को मुँह मे डाल कर चूसता रहा ओर वो बातें बताती रही.तब मैने उसी से पूछा की तुम्हे पता हे की अक्सर जब तुम गली मे से गुज़रती हो तो मे तुम्हे बड़ी प्यारी नज़रों से देखता था तो वो कहने लगी नही मेने कभी फील नही किया खेर चलो आज बुझा लो प्यास अपनी ओर वो हंस दी. मैने उससे कहा की सब से प्यारी चीज़ तुम मे तुम्हारी गांड हे जब तुम चलती हो तो मेरा लंड झुक कर तुम्हारी गांड को सलाम करता. इस पर कहने लगी की क्या गांड मारने का इरादा तो नही मेने कहा की चूत तो तुम्हे अपनी इच्छा से मरवानी हे ओर गांड मेरी इच्छा से तुम मूझे दोगी खेर पहले तो वो नही मानी लेकिन मैने उसे मना लिया. अब मैने उससे कहा की लंड चूसो जितना चूस सकती हो मेरा अब वो मेरा लंड चूस चूस कर फुल खड़ा कर चुकी थी इस बार मेरा लंड पहले से भी ज्यादा टाइट था उधर दूसरी तरफ नसरीन बाथरूम से नहा कर आ चुकी थी ओर हीटर के आगे बेठ गई वो सर्दी से कांप रही थी हाहहः.
खेर अब मैने कुछ देर बाद शाज़िया की टाँगें अपने कन्धों पर उठा कर रखीं दोस्तो याद रहे की शाज़िया आंटी रुबीना की बहन का नाम हे. शाज़िया की टांगे उठा कर मैने अपने कंधों पर सेट की ओर नीचे से एक तकिया उसकी गांड के नीचे रख दिया ताकि चूत खुल कर उपर की तरफ साफ तरह से नज़र आये ओर लंड फिट हो कर चूत मे चला जाये. खेर अब मैने अपनी हाथो से ज़ोर से दबा कर उसके 38 साइज़ के बोबे पकड़ लिये ओर नीचे से लंड को चूत पर रगड़ने लगा चूत का पानी निकल रहा था ओर मे अपना लंड अच्छी तरह से चूत के पानी से गीला कर के उसकी चूत में डाल रहा था ओर बातों बातों मे एकदम झटका दिया ओर लंड चूत मे घुस गया जिससे की शाज़िया की सच मे चीख निकल गई ओर मेरे कन्धों को उसने ज़ोर से दबा लिया.
शाज़िया की चूत दोस्तो सच पूछो तो आंटी रुबीना से भी ज्यादा मजे की थी क्योकी उसकी चूत अभी भी थोड़ी टाइट थी. उसके 2 बच्चे भी थे लेकिन फिर भी चूत कमाल की थी खेर अब मे थोड़ी देर नीचे झुक कर उसके होठ मुँह मे ले कर किस करने लगा फिर शाज़िया भी नीचे से गांड उठा उठा कर हिलने लगी मैने तकरीबन 6 मिनिट तक इस स्टाइल से उसकी चूत मारी.
फिर जब मैने महसूस किया की वो कम से कम 2 बार झड़ गई हे मैने सोचा की अब मोका अच्छा हे उसकी गांड मारने का तो मैने बड़े प्यार से उससे कहा की उल्टे हो जाओ पीछे से मारनी हे तुम्हारी चूत. उसे क्या पता था की अब मे उसे चूत की कह कर गांड मारने लगा. खेर वो मान गई पहले तो मैने उसकी चूत मे ही लंड डाला ओर 2 मिनिट के लिये तकरीबन चूत की खिदमत मे लंड पेश किया खेर अब तक उसकी चूत भी गीली हो कर सुकुड़ना शुरु हो चुकी थी जिसकी वजह से मेरा लंड दबा रही थी खेर मैने कुछ देर चूत मारने के बाद जब देखा की शाज़िया थक चुकी हे अब तब मैने आराम से लंड निकाला और गांड पर रगडना शुरु किया उसे क्या पता था की गांड मे डालेगा ओर मैने बातो बातों मे लंड गांड पर रखा और हल्के से पूछा क्या लंड गांड मे घुस गया वो एकदम आगे को हिली लेकिन मैने उसे पकड़ रखा था ज़ोर से उसके बोबो के वहा से इसलिये वो हिल ना सकी खेर उसकी गांड नरम होने की वजह से लंड कुछ आसानी से गांड मे चला गया. यकीन मानो दोस्तो क्या मजे की गांड थी इतनी भरपूर गांड ओर टाइट छेद. क्या मज़ा था लंड को पता चलता था की फँस कर गांड मे जा रहा हे खेर शाज़िया दर्द से काफ़ी कराह रही थी लेकिन मैने उसकी एक ना सुनी ओर आराम आराम से उसकी गांड मारता रहा खेर कुछ देर बाद जब उसने अपनी गांड ढीली छोड़ी तो मे थोड़ा तेज हुआ ओर तेज तेज लंड अंदर बाहर करने लगा अब उसको भी मज़ा आ रहा था ओर वो भी कह रही थी तेज मारो झटके मैने उससे पूछा की पति ने गांड मारी तुम्हारी या नही तो कहने लगी नही बस वो उल्टी कर के चूत बहुत मारते हे.
अब मे भी झड़ने वाला था ओर मैने कुछ ही देर मे उसकी गांड मे तेज धार छोड़ कर वीर्य निकाल दिया शाज़िया ने मूझे गोर से देखते हुये कहा की बड़ा गर्म हे वीर्य तुम्हारा हहहहा. खेर दोस्तो शाज़िया ने बड़ी ज़ोर से मेरे लंड को अपनी गांड मे दबा कर सारा वीर्य चूस लिया गांड में एक साथ. खेर उस के बाद हम कुछ देर लेटे रहे ओर फिर वो उठी ओर बाथरूम मे चली गई अब बारी आंटी रुबीना की थी इसलिये मैने बाकी सब को कहा की प्लीज अब मूझे और मेरी जान को एक साथ अकेला छोड़ दो इस पर आंटी बहुत खुश हुई ओर नसरीन ओर शाज़िया आंटी रोबना को मज़ाक मे ओय होय वा जी वा कह कर दुसरे रूम मे चली गई लेकिन जाते जाते शाज़िया मेरे पास से गुज़रते हुये मेरे लंड को शरारत से पकड़ कर कहने लगी की वेसे काफ़ी शान्त कर देतो हो तुम जनाब चूत को ओर गांड को भी इस पर मैने कहा की अब कब का प्रोग्राम हे तो उसने कहा की अभी इस बार की जो चूत पिलवाई हे उसकी जलन तो दूर हो जाये आगे की भी जल्दी बताऊँगी 2 ,3 दिन मे ही ओके.
यह कह कर वो भी चली गई दुसरे रूम मे अब मे ओर मेरी जानू आंटी रुबीना अकेले रूम मे चिपक कर लेट गये अब रुबीना ने प्यार से मूझसे पूछा की सच बताओ थक गये हो ना मैने कहा हाँ थक तो गया हूँ लेकिन तुम्हारी चूत ना लूँ यह हो नही सकता जानू आइ लव यू सो मच खेर इस पर वो खुश हो गई ओर कहने लगी कुछ देर आराम कर लो अभी तो रात के सिर्फ़ 4 बजे हैं 30 मिनिट आराम कर लो बाद मे फिर जनाब जेसा कहो जो कर लेना मैने कहा ओके ओर वो मेरी लिये गर्म गर्म गाजर का हलवा ले कर आई जो की मैने ओर उसने मिल कर खाया उसके बाद हमने अपना सेक्स केसे चालू किया।
तो दोस्तो हुआ यूँ की अब क्योकी यह तीसरा टाइम था 1 ही रात मे 3 चूत मारना कोई आसान काम तो नही हे ना खेर मे लेट कर आंटी रुबीना की चूत के साथ खेल रहा था. ओर साथ साथ उसके बोबो को भी कभी कभी चूस लेता अब तक वो शायद मेरे साथ 3 बार झड़ चुकी थी ओर आंटी रुबीना भी मेरे लंड के साथ 30 मिनिट से खेल रही थी. अब मे भी कुछ गर्मी महसूस कर रहा था सेक्स की जिसकी वजह से दोबारा मेरा लंड खड़ा होना शुरु हो चुका था आंटी कभी कभी मेरे लंड के साथ लंड के बॉल भी मुँह मे डाल कर थूक लगा लगा कर गीले कर रही थी ओर उधर मे भी पागल हो रहा था इसलिये मे साथ साथ उसकी चूत मे उंगली डाल के तेज तेज अन्दर बाहर कर रहा था ओर जिसकी वजह से अब उसकी चूत गर्म हो कर लाल होना शुरु हो चुकी थी.
ओर कुछ कुछ गीली भी.आंटी मेरा लंड पागलों के जेसे चूस रही थी। ओर सच पूछो तो आंटी रुबीना ने मूझे सही तरह जोश दिला था अब तक. ओर मेंरी हालत यह हो चुकी थी की मे भी पागलों के जेसे उस के साथ 69 की पोज़िशन मे हो कर उसकी चूत चुसने लगा ओर वो मेरा लंड हम दोनो को दुसरे रूम से नसरीन ओर शाज़िया इस हालत मे खिड़की से देख रही थी हमे तब पता चला जब उन्होने हमे आवाज़ दी की ओय पागलो कहीं तुम उसकी चूत ओर वो तुम्हारा लंड ही ना खा जाना जीतने तुम पागल होये हो सेक्स मे हाहहहहा. खेर इतने मे आंटी रुबीना की चूत से तेज धार पानी की निकाल गई जो की मेरे मुँह मे जा कर गीरी ओर मे वो पानी पी गया खेर कुछ देर बाद आंटी ने मूझे कहा की बस करो प्लीज अब मारो चूत मेरे से ओर नही रहा जाता.
मैने आंटी को बेड से उठने को कहा हम दोनो खड़े हो गये ओर मैने आंटी से कहा की टेबल पर जा कर बेठो आंटी ने वेसा ही किया ओर टेबल पर बेठ गई मेने आंटी के करीब जा कर आंटी की टाँगें उपर उठा कर अपने कन्धों पर रख ली ओर खुद मे ज़मीन पर खड़ा था ओर आंटी की चूत बिल्कुल मेरे लंड के सामने थी आंटी की चूत मेरे लंड से टच होती तो आंटी ओर पागल हो जाती मैने लंड को चूत के छेद पर सेट किया ओर आंटी को कन्धों से पकड कर अपनी तरफ खींचा ओर खुद भी झटका दे कर लंड को अंदर किया जिससे एक ही झटके मे चूत को चीरता हुआ मेरा लंड अंदर घुस गया आंटी एक दम से हिली शायद दर्द की वजह से आंटी रुबीना की चूत की गर्मी मूझे सच मे महसुस हो रही थी मुझे महसुस हो रहा था की सच मे चूत की गर्मी कितनी होती हे.
मे अभी आंटी रुबीना की चूत मार ही रहा था की पीछे से शाज़िया ओर नसरीन दोनो रूम मे आ गईं ओर उन्होने कपड़े उतार दिये ओर मेरे पीछे से आ कर एक ने मूझे अपनी बाहों में भर लिया ओर दुसरी नीचे झुक कर मेरे लंड के बॉल को चुसने लगी ओर मे साथ साथ आंटी रुबीना की चूत का गुलाम बन कर उसकी सेवा कर रहा था. नसरीन जो की नीचे बेठ कर मेरे बॉल चूस रही थी वो कभी कभी मेरा लंड हाथ से चूत से बाहर निकाल कर अपने मुँह मे डाल कर चुसती ओर फिर रुबीना आंटी की चूत मे अपने हाथ से डाल देती इस टाइम हम सब पागलों की तरह कमरे मे आवाज़े निकाल रहे थे लेकिन जो हालत आंटी रुबीना की थी वो पूछो मत उसकी चूत इतना पानी छोड़ चुकी थी की मेरा लंड पूरा गीला हो गया था. ओर अब तक वो पानी छोड़ छोड़ कर खुद भी कमजोरी महसुस कर रही थी. खेर 10 मिनिट ऐसे ही चूत मारने के बाद भी मेरा वीर्य निकलने का नाम नही ले रहा था क्योकी तीसरा टाइम था इसलिये टाइम ज्यादा लगता हे वीर्य निकलने मे. खेर इतने मे रुबीना आंटी ने कहा प्लीज 5 मिनिट रुक जाओ थोड़ा सब्र करके फिर मार लेना चूत मूझे जलन हो रही हे ओर मेने आंटी को छोड़ दिया वो जा कर बेड पर उल्टी लेट गई इतने मे शाज़िया ओर नसरीन दोबारा मेरे साथ चिपक गई.
मैने शाज़िया से कहा की अगर तुम्हारी इच्छा हे तो बताओ मे गांड मारुगा वरना नही. इस पर वो मान गई ओर मेने उसको पकड़ कर उल्टा करके नीचे से रुबीना की चूत के पानी से भरा हुआ लंड सीधा शाज़िया की गांड मे डाल दिया वो एक दम चीख मारती मारती रुक गई ओर नसरीन आगे से आ कर उसके बोबे दबाने लगी ओर शाज़िया साथ साथ उसकी चूत को सहलाने लगी खेर 5 मिनिट के बाद रुबीना ने मुड़ कर देखा ओर कहा की इंसानो की तरह अपने रूम मे जाओ तुम दोनो बस अब यह बारी मेरी थी तुम दोनो क्यो आ गई हो. मैने जब देखा की रुबीना आंटी नाराज़ हो रही ही तो मैने उन्हे छोड़ कर कहा की जाओ तुम दोनो बस अब. इतने मे दोबारा मे आंटी के पास जा कर लेट गया. अब तक आंटी कुछ ठीक हो चुकी थी मैने आंटी से पूछा की क्या हुआ तो उसने बताया की उसे बेबी ट्यूब तक जलन हो रही ही अभी भी शायद पानी ज्यादा निकलने की वजह से खेर.
मैने पूछा तो अब क्या मूड हे उसने कहा की मूड क्या होना हे मज़ा दो मूझे बस जो दिल चाहे करो मैने सुनते ही उससे कहा की अब तुम मेरी गोद मे आ कर बेठो मेरी तरफ मुँह करके नीचे से लंड डलवा कर चूत मे आंटी ने वेसा ही किया ओर अब मे उसकी चूत मे लंड डाल कर साथ साथ उसके बोबे मसल कर चूस रहा था ओर साथ साथ उसकी गांड को नीचे से उठा उठा कर चूत मे लंड डाल रहा था.
यह सिलसिला 5 से 7 मिनिट चला अब फिर आंटी पानी छोड़ चुकी थी ओर कुछ कुछ मे भी अब वीर्य छोड़ने के करीब था. खेर मेने अपना स्टाइल बदल दिया ओर लंड चूत मे डालते हुये ही आंटी को उल्टा कर उसकी टांगे अपनी कमर से जकड़ा दी ओर अब मेरी रफ़्तार ओर भी तेज हो चुकी थी। कमरे में पचक पचक पूच पूच की आवाज़ें आ रही थी ओर साथ मे हम दोनो की सेक्स की आवाज़ें मुँह से निकल रही थी. रुबीना इतनी गर्म हो चुकी थी की अब तक मेरी कमर पर उसने अपने नाख़ून मार मार कर कितने जख्म कर दिये थे लेकिन उस टाइम मूझे भी महसुस नही हो रहा था ओर मे भी उसकी चूत पागलों की तरह मारे जा रहा था मैने रुबीना के बोबो को काट काट कर लाल कर दिया था ओर दाये बोबे पर काटने से जख्म भी आ चुका था लेकिन उसे भी उस टाइम दर्द महसुस नही हो रहा था शायद सेक्स की वजह से.
खेर रुबीना के कान मे मैने पूछा की वीर्य निकालने का दिल करता हे चूत मे निकाल दूँ
उसने मना कर दिया लेकिन मेरे प्यार से कहने पर वो मान गई ओर कहा की अगर गर्भवती होने का चान्स हुआ तो…… मैने कहा की लेडी डॉक्टर कोन सी खत्म हो चुकी हैं दुनिया मे। करवा लें ना कुछ ना कुछ। खेर इतने मे साथ साथ चूत मे पहले तो मेरे लंड ने पानी छोड़ा ओर मे समझ गया की मे बस झड़ने वाला हूँ इस लिये मे ओर तेज झटके मारने लगा ओर साथ ही 10 सेकेंड तक मैने इतनी तेज वीर्य की धार चूत मे छोड़ दी जिससे रुबीना ने मूझे ज़ोर से अपने हाथ गले में डाल कर चिपका कर अपनी बाहो मे दबा लिया ओर मूझे किस करने लगी ओर साथ साथ नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर ज़ोर ज़ोर से मेरा लंड चूत के साथ दबाने लगी मे भी आराम से उसके उपर लेटा रहा जब तक वो खुद ढीली ना पड़ गई.
अभी भी मेरा लंड उसकी चूत मे ही था जो की आहिस्ता आहिस्ता ढीला होने की वजह से खुद बाहर निकल आया था. इस टाइम सुबह के 5 बज रहे थे. तब मैने आंटी से कहा की अब मूझे जाना चाहिये यह सुन कर उसने मूझे आज पहली बार कहा की आइ लव यू प्लीज़ कल फिर आ जाओ ना मे कल भी अकेली हूँ ओर कल सिर्फ़ मे होंगी ओर पूरी रात बस तुम मूझ से प्यार करना मैने उसकी आँखो मे अजीब सा प्यार देखा ओर मूझे उस पर बहुत प्यार आया जिससे मैने एकदम उसे अपनी बाँहो मे ले लिया ओर लंबी किस की ओर कहा की आइ लव यू टू जान आऊँगा जब भी तुम बुलाओंगी मे आ जाऊँगा. यह सुन कर वो खुश हो गयी ओर मेरी शर्ट अपने हाथ से मूझे पहनाई ओर फिर मेने अपने कपड़े पहने ओर अब उसे अपने हाथो से ब्रा पहनाई ओर शलवार ओर कमीज़ भी फिर वो बाहर दरवाजे तक मेरे साथ आई ओर उसने देखा की बाहर गली मे कोई हे तो नही ना ओर तब मे बड़े आराम से बाहर निकल कर अपने घर मे घुस गया ड्रॉयिग रूम के दरवाजे से. खेर पूरी रात सच मे मैने इतना इन्जॉय किया जिसका अंदाज़ा आप लगा चुके होंगे.
अगले दिन मे दोबारा आंटी के घर किसी बहाने से गया तो देखा की आंटी मेरी चाची के पास बेठी थी ओर बातें कर रही थी ओर मैने बड़े अंदाज़ मे कहा की आंटी क्या बात हे लगता हे आप की तबियत ठीक नही हे आँखे भी लाल हैं आंटी ने मेरी तरफ देखते हुये कहा हाँ वो रात को तबियत ठीक नही थी जिस वजह से सारी रात सो नही सकी आँखें भी लाल हैं. ओर मे साइड की तरफ मुँह करके हंस दिया की आंटी रुबीना केसे बात बदल रही हैं मेरी चाची के सामने अहहहाहहः. खेर उस शाम दोबारा आंटी ने मूझे 7:30 बजे कॉल करके कहा की आज रात दोबारा आ जाना 12 बजे तक ओर मैने हाँ कर दी ……….
End
हेलो दोस्तो आज मे अपनी एक रियल स्टोरी बताने जा रहा हूँ. जो की इसी 1 महीने के दोरान पेश हुई है. रुबीना आंटी ने मुझे मिस कॉल किया तो मेने रुबीना आंटी को तुरन्त फ़ोन किया तो पहली ही घन्टी पर आंटी ने फोन उठाया ओर कहा की कहाँ हो इतने दिनो से तुम ओर मैने जवाब मे कहा की आंटी रोज ही तो आप के सामने से
ही गुज़रता हूँ गली मे से तो आंटी ने कहा की मे दूसरी बात कर रही हूँ क्या मूड हे तुम्हारा आज? मे समझ गया की आंटी की चूत मे आज खुजली हो रही है इसीलिये कॉल की है मैने तुरन्त हाँ कर दी की ठीक हे अगर कहो तो मे आ जाता हूँ. आंटी ने कहा ओके तुम आराम से अंदर आ जाना 10 मिनिट के बाद दरवाज़ा खुला होगा मेरे घर का मैने पूछा की घर वाले कहाँ हैं आंटी ने कहा की मेरे पति की तबियत आज ठीक नही है तो नींद की दवाई लेकर सोये हुये है मोका अच्छा है ओर बच्चे आज उपर वाले रूम मे सो रहे हैं आ जाओ. मैने जल्दी से हाँ कर दी. तब मे बड़े आराम से अपने बेड से उठा ओर आराम से ड्रॉयिंग रूम से जा कर दरवाज़ा खोला जो की बाहर गली की तरफ खुलता है ओर आराम से बाहर गली मे जा कर देखा तो गली मे बिल्कुल अंधेरा था क्योकी आजकल बहुत ज्यादा लाइट जाती है इसलिये. मे बड़े आराम से दबे पावं चलता हुआ आंटी के घर के आगे पहुंचा तो देखा की दरवाज़ा थोड़ा सा खुला है मैने आराम से दरवाज़ा खोला तो अंदर जाते ही देखा की आंटी सर्दी से कांप रही थी ओर चादर ओड़ के खडी थी.मैने उसके कान मे पूछा की कौन से रूम मे जाना है उसने इशारा किया की संनी वाले रूम मे चलो मे आ रही हूँ. मे आराम से चलता गया ओर रूम मे चला गया. आंटी 5 मिनिट के बाद आई ओर चादर उतारी जो उसने अपने उपर ओडे हुई थी तो देखा की आंटी कमीज उतार के ब्रा ओर सलवार मे ही थी. मैने जल्दी से आंटी को एक लंबी किस की ओर ज़ोर से पकड़ कर दबा दिया आंटी ने कहा बहुत टाइम हे हमारे पास दिल खोल के आज तुम्हारी खिदमत करुँगी ओर साथ में वो हँसने लगी आंटी उठी ओर रूम के दरवाजे को अन्दर से बंद कर दिया और मेरे साथ सिंगल बेड पर आ कर लेट गई जहाँ उसने मेरे आने से पहले ही हीटर लगा के रूम को काफ़ी गर्म किया हुआ था. हम दोनो 1 ही कंबल मे घुस के चिपक के लेटे थे. थोड़ी देर बाद आहिस्ता आहिस्ता मैने आंटी का सलवार ओर ब्रा उतार दी. ओर चूत मे उंगली डाल कर किसिंग शुरु की आंटी ने भी मेरी पेन्ट मे हाथ डाल कर लंड पकड के हिलाना शुरु कर दिया. ओर आंटी ने आहिस्ता आहिस्ता मेरी पेन्ट उतार दी. और चूत मे उंगली डाल कर मे तेज तेज अन्दर बाहर कर रहा था आंटी इस दोरान 1 बार झड़ चुकी थी. कुछ देर बाद मैने अपनी शर्ट उतार दी अब हम दोनो पूरे नंगे हो गये थे. और सेक्स मे मग्न थे.
इतने मे किसी ने दरवाजे की घन्टी बजाई तो मेरे तो होश ही उड़ गये मे घबरा कर उठ के खडा हो गया आंटी ने कहा कुछ नही हुआ घबरा क्यो रहे हो आंटी उठी ओर दरवाजा खोलने लगी मैने आंटी से कहा पागल हो क्या दरवाजा क्यो खोल रही हो तो उसने कहा आराम से बेठो ओके कुछ नही होगा. जब आंटी ने दरवाजा खोला तो 1 ओर आंटी की उम्र की ओरत अंदर आ गई मे घबरा गया की यह कोंन हे जब देखा तो वो आंटी की छोटी बहन थी जो की हमारे ही मोहल्ले मे रहती हे. वो अब अंदर आ गई. वो मूझे देख कर कहने लगी क्या हाल हे ठीक हो मे समझ गया की जब यह मेरे साथ इस तरह बात कर रही है तो रात के इस टाइम इस को लगता हे आंटी ने खुद बता कर बुलाया हे शायद इसी काम के लिये. जब मैने पूछा तो पता चला की आंटी का पति घर मे नही हे ओर बच्चे भी अपनी नानी के घर गये हैं आंटी ने कहा की मे अगर तुम्हे पहले बता देती की मेरी बहन चुदवाना चाहती हे तुम से तो शायद तुम आते ना.
मैने आगे से कहा की यह कोन सी बुरा मानने वाली बात हे बल्की मे तो लकी हूँ जो 2-2 चूत एक साथ मारूँगा ओर साथ ही दरवाज़ा खुला तो देखा की आंटी की दोस्त जिसका नाम नसरीन हे वो अब आ गई मे इस बार घबरा गया की 1 या 2 तो ठीक हैं अब यह कोंन हे? आंटी ने कहा की फिक्र ना करो बस आज तुम्हारी खेर नही ओर मे इस बार सच मे घबरा गया की मे केसे इन तीनो को चोदूंगा? खेर मेरा लंड तो एकदम जेसे घबरा कर सो ही गया था खेर आंटी रुबीना की बहन जिसकी गांड का मे पहले से ही दीवाना था क्योकी जब वो हिलती थी तो उसकी गांड में ऐसी हलचल मचती थी की मेरा लंड बेकाबु हो जाता था उसकी गांड देख के ओर आंटी की दोस्त नसरीन उसके बूब्स इतने बड़े थे की शायद ही मेरे दोनों हाथो मे 1 बूब्स आया उसका. खेर अब वो दोनो भी आहिस्ता आहिस्ता नंगी होना शुरु हों गईं. खेर अब आंटी ने कहा की दुसरे रूम मे चलते हैं जहाँ डबल बेड हे मे तो अब तक घबरा रहा था की होगा क्या आज मेरा. दोस्तो यकीन करो उस टाइम मेरी क्या हालत होगी आप अंदाज़ा लगा सकते हो यार…
खेर रूम मे जाते ही आंटी रुबीना ने कहा की पहले किसे करवाना हे काम अपना आंटी की बहन बोली की मे तो तीसरे नंबर पर करुँगी कम से कम थोड़ा टाइम तो लगता हे तीसरे नम्बर पर ओर साथ में वो हंस दी….खेर आंटी रुबीना ने कहा चलो नसरीन साहिबा जाओ करो जो करना हे.
अब नसरीन आती हे मेरा लंड पकड़ के मुझे चुटकी काट के कहने लगी बड़े लंड के लिये फिरती रहती हूँ और देखती हूँ की कितना दम हे तुम मे ओर तुम्हारे लंड मे ओर हंस दी. खेर मेरा तो लंड ही खड़ा नही हो रहा था दोस्तो घबराहट की वजह से खेर आंटी रुबीना ओर उसकी बहन पास बेठ कर हमें देखने लगी ओर नसरीन साहिबा ने मेरा लंड हाथ मे पकड़ के हिलाना शुरु किया ओर मुहँ मे डाल लिया ओर ऐसे चुसने लगी जेसे पागल हो गई हे. खेर 5 मिनिट के बाद मेरा जिस्म फिर से गर्म हुआ ओर लंड मे कुछ जान आई ओर कुछ वो खड़ा हुआ खेर मुझे अब मज़ा आ रहा था खेर मैने सोचा की आंटी रुबीना को तो मे कम से कम 2 या 3 बार चोदता हूँ चलो इस बार 3 चूत हैं 3 बार चुदाई तो करनी हे इसलिये रिलेक्स हो जाओं खेर अब मे आंटी के बोबे पकड़ के दबा रहा था साथ में उसकी खुली चूत मे तेज तेज उंगली कर रहा था.
आंटी रुबीना की बहन ओर उसकी दोस्त भी शादीशुदा थी. खेर मे साथ साथ नसरीन की गांड मे अब कभी कभी उंगली डाल देता खेर तकरीबन 10 मिनिट के बाद नसरीन ने मेरा लंड चूस के छोड़ा ओर कहा की आ जाओ जानी मारो अब चूत ओर खेर मे अब फुल जोश मे था इतने मे आंटी रुबीना उठ के मेरे पास आ गई ओर मेरा लंड हाथ मे पकड़ कर हिलाने लगी ओर मेरे कान मे प्यार से कहा मेरी कसम मूझे शर्मिंदा ना करवाना इसकी चूत ऐसे मारो जेसे मेरी मारते हो. मे समझ गया की आंटी अपनी ओर मेरी स्टोरी सुना चुकी ही इनको. खेर मैने नसरीन की गांड के नीचे तकिया लगा दिया ओर अब उसकी चूत उभर के मेरे लंड के सामने थी मैने उसकी टाँगें उठा कर हवा मे सीधी उपर की तरफ करके खोल कर पकड लीं ओर लंड को उसके हाथ मे पकड़ा कर कहा रखो अपनी गर्म चूत पर अब मे बताता हूँ तुम्हारी बारी आई चूत मरवाने की खेर उसने मेरा 6.5 इंच लंबा लंड को थूक लगा कर चूत के छेद पर रखा ओर मैने साथ ही जोर से डाल दिया अपना लंड उसकी चूत मे मेरा आधा लंड उसकी चूत मे था. जब मैने आंटी रुबीना ओर उसकी बहन को देखा तो वो दोनो एक दुसरे की चूत मे उंगली डाल रही थी. यह देख कर मे ओर भी गर्म हो गया ओर उधर तेज तेज नसरीन की चूत मे लंड आर पार करने लगा ओर नीचे से वो भी साथ दे रही थी.
मे कभी कभी पूरा लंड बाहर निकाल कर एकदम से लंड फिर अंदर डाल देता जिससे नसरीन हिल जाती थी. खेर मेरा लंड उसकी चूत की चुदाई कर रहा था. और नसरीन के बोबो को मुँह मे डाल कर साथ में चूस रहा था जिससे वो ओर भी गर्म हो चुकी थी ओर गांड उठा उठा कर मरवा रही थी. खेर तकरीबन 8 मिनिट तक मैने उसकी ऐसी चूत मारी उसके बाद मैने उसे उल्टा होने को कहा ओर वो घोड़ी बन गई ओर मैने पीछे से उसकी टांगे पकड़ कर ओर खोल दी ताकि उसकी चूत बिल्कुल साफ मेरे लंड के सामने खुल के नज़र आये.खेर मैने एक उंगली उसकी गांड मे डाल दी ओर लंड डाल दिया उसकी चूत मे अब मे नीचे से उसकी चूत मे लंड तेज तेज अंदर बाहर कर रहा था ओर साथ में उसके बोबे पकड कर तेज तेज फुल जोश मे दबा रहा था ओर वो बार बार कह रही थी आहिस्ता दबाओ प्लीज लेकिन मे उससे कह रहा था बहुत शोक था चुदवाने का तो अब आराम से चुदवाओ ओके. रूम मे पचक पचक की आवाज़ें आ रही थी. उधर अब तक कई बार आंटी रुबीना ओर उसकी बहन एक दुसरे की चूत चूस चूस कर झड़ चुकी थी.
मेरा लंड अभी तक फुल जोश मे था ओर नसरीन 2 बार झड़ चुकी थी अब उसकी चूत की यह हालत थी की वो थोड़ी गीली हो कर मेरे लंड को दबा रही थी अंदर से खेर. इससे मूझे ओर भी जोश आ रहा था. साथ साथ मे नसरीन से सेक्सी ओर गंदी गंदी बातें पूछ रहा था खेर नसरीन ने बताया की उसके पति का लंड भी मेरी साइज़ का ही लेकिन उसका मोटा नही हे इतना इसलिये तुम्हारा लंड डलवा कर मज़ा आ रहा हे बहुत रुबीना सही कहती थी की तुम से चुदवाऊ किसी दिन अब तो तुम्ही से बोलती रहूँगी आ जाओंगे ना मैने कहा यह भी पूछने की बात हे जनाब जब कहो मे हाज़िर हो जाऊँगा. इतने मे रुबीना ने अंदर से पूरी ताक़त से लंड को ओर ज़ोर से दबा लिया ओर मे एकदम ढीला पड़ गया मूझे बहुत मज़ा आ रहा था उसने अपनी चूत को टाइट कर शायद कुछ सेकेंड ऐसे ही रखी फिर दोबारा उसकी चूत ढीली पड़ी तो मैने अपनी चुदाई फुल तेज कर दी अब मे भी झड़ने वाला था. मे अब पूरी तेज स्पीड से उसकी गीली चूत मार रहा था ओर वो सच मे अब दर्द फील कर रही थी कुछ देर बाद मैने उसके बोबे ज़ोर से पकड़ कर लंड पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालना चालु किया जिससे वो ओर भी चीखने लगी खेर तकरीबन 1 मिनिट बाद मे झड़ने वाला था ओर मैने कहा माल निकाल दूँ क्या चूत मे ?
उसने कहा की नही प्लीज अन्दर मत गिराना बाहर निकालो ।
मेने जल्दी से लंड बाहर निकाला ओर उसने लंड मुँह मे ले कर चूसना शुरु किया.
दोस्तो यकीन करो नसरीन पूरा खा गई मेरे लंड को ओर मे एकदम ढीला पड़ कर उसके उपर ही गिर गया ओर मेरी उस टाइम यह हालत थी की मूझे इतनी सर्दी के मोसम मे गर्मी फील हो रही थी. खेर नसरीन से आंटी रुबीना ने मज़ाक से पंजाबी मे पूछा सुनो आराम आया ..हाहहहाः ओर नसरीन ने आगे से कहा ज़लील कमिनी मेरी चूत दी चटनी बन गई व सत्या नाश हो गया वे मेरी चूत दा ओर साथ मे उसने कहा की वेसे लंड ही कमाल दा…खेर इतने मे नसरीन उठी ओर बाथरूम मे जाने के लिये कपड़े पहनने लगी ओर मे अभी तक नंगा लेटा हुआ था इस टाइम रात के 12:45 का टाइम हो रहा था. कुछ देर बाद आंटी रुबीना उठी ओर मेरे लिये गर्म गर्म दूध का ग्लास ले कर आई ओर साथ 1 सेब भी. ओर साथ में वो हंस के बोली की अभी एक शान्त हुई हे 2 बाकी हैं. ओर हंस दी. मैने कहा की रुबीना जानू वेसे जो तेरा मज़ा हे ना कसम से नसरीन का नही आया रुबीना आंटी ने कहा चल कोई बात नही मे तो यहाँ ही हूँ तुम्हारे पास लेकिन आज इनको शान्त प्लीज़ कर दो बस बेशक अगर मेरी आज चूत ना भी ली गई तुम से तो कोई बात नही बस अब मेरी बहन को शान्त कर देना.
फिर इस बार मैने आगे से कहा की मूझे उसकी गांड बड़ी पसंद हे यार सच्ची तो इस पर आंटी ने मूझे गाल पर आहिस्ता से मज़ाक से थप्पड़ मारते हुये कहा बकवास ना कर उस को मना लेना ओर फिर बेशक चूत के साथ 10 बार गांड मार लेना उसकी. कुछ देर बाद दोस्तो आंटी रुबीना की बहन अब मेरे पास आ कर लेट गई ओर मेरा लंड आहिस्ता आहिस्ता हिलाने लगी अब उसने मेरा लंड भी मुँह मे लेकर खड़ा करना स्टार्ट कर दिया ।
ओर मे साथ साथ उसकी नरम नरम बड़ी साइज़ की गांड के साथ खेल रहा था. हाथ लगाने से उसकी गांड
ऐसे हिलती थी जेसे ज़लज़ला आ जाता हे. खेर दोस्तों हुआ यूँ की आंटी रुबीना की बहन से मैने सेक्स के साथ साथ उसके पति के साथ उसके सेक्स के रीलेशन के बारे में पूछा उसने बताया की मेरा पति भी फिट हे और बड़ी अच्छी तरह से चूत मारता हे मेरी ओर हम तकरीबन अभी भी हफ्ते मे 3 बार कम से कम चूत लंड का खेल खेलते हैं. खेर मैने उससे पूछा की फिर तुम्हे क्या जरूरत पड़ी की मुझ से चुदवाने की तो कहने लगी की रुबीना ने बताया था की जनाब काफ़ी अच्छी चुदाई करते हैं तो पहले तो मे चुप रही फिर सोचा की चलो क्यो ना तुम्हे आज़माया जाये इसीलिये मे आज आ गई और साथ साथ मे उसकी चूत मे उंगलियाँ दे रहा था ओर कभी कभी बोबो को मुँह मे डाल कर चूसता रहा ओर वो बातें बताती रही.तब मैने उसी से पूछा की तुम्हे पता हे की अक्सर जब तुम गली मे से गुज़रती हो तो मे तुम्हे बड़ी प्यारी नज़रों से देखता था तो वो कहने लगी नही मेने कभी फील नही किया खेर चलो आज बुझा लो प्यास अपनी ओर वो हंस दी. मैने उससे कहा की सब से प्यारी चीज़ तुम मे तुम्हारी गांड हे जब तुम चलती हो तो मेरा लंड झुक कर तुम्हारी गांड को सलाम करता. इस पर कहने लगी की क्या गांड मारने का इरादा तो नही मेने कहा की चूत तो तुम्हे अपनी इच्छा से मरवानी हे ओर गांड मेरी इच्छा से तुम मूझे दोगी खेर पहले तो वो नही मानी लेकिन मैने उसे मना लिया. अब मैने उससे कहा की लंड चूसो जितना चूस सकती हो मेरा अब वो मेरा लंड चूस चूस कर फुल खड़ा कर चुकी थी इस बार मेरा लंड पहले से भी ज्यादा टाइट था उधर दूसरी तरफ नसरीन बाथरूम से नहा कर आ चुकी थी ओर हीटर के आगे बेठ गई वो सर्दी से कांप रही थी हाहहः.
खेर अब मैने कुछ देर बाद शाज़िया की टाँगें अपने कन्धों पर उठा कर रखीं दोस्तो याद रहे की शाज़िया आंटी रुबीना की बहन का नाम हे. शाज़िया की टांगे उठा कर मैने अपने कंधों पर सेट की ओर नीचे से एक तकिया उसकी गांड के नीचे रख दिया ताकि चूत खुल कर उपर की तरफ साफ तरह से नज़र आये ओर लंड फिट हो कर चूत मे चला जाये. खेर अब मैने अपनी हाथो से ज़ोर से दबा कर उसके 38 साइज़ के बोबे पकड़ लिये ओर नीचे से लंड को चूत पर रगड़ने लगा चूत का पानी निकल रहा था ओर मे अपना लंड अच्छी तरह से चूत के पानी से गीला कर के उसकी चूत में डाल रहा था ओर बातों बातों मे एकदम झटका दिया ओर लंड चूत मे घुस गया जिससे की शाज़िया की सच मे चीख निकल गई ओर मेरे कन्धों को उसने ज़ोर से दबा लिया.
शाज़िया की चूत दोस्तो सच पूछो तो आंटी रुबीना से भी ज्यादा मजे की थी क्योकी उसकी चूत अभी भी थोड़ी टाइट थी. उसके 2 बच्चे भी थे लेकिन फिर भी चूत कमाल की थी खेर अब मे थोड़ी देर नीचे झुक कर उसके होठ मुँह मे ले कर किस करने लगा फिर शाज़िया भी नीचे से गांड उठा उठा कर हिलने लगी मैने तकरीबन 6 मिनिट तक इस स्टाइल से उसकी चूत मारी.
फिर जब मैने महसूस किया की वो कम से कम 2 बार झड़ गई हे मैने सोचा की अब मोका अच्छा हे उसकी गांड मारने का तो मैने बड़े प्यार से उससे कहा की उल्टे हो जाओ पीछे से मारनी हे तुम्हारी चूत. उसे क्या पता था की अब मे उसे चूत की कह कर गांड मारने लगा. खेर वो मान गई पहले तो मैने उसकी चूत मे ही लंड डाला ओर 2 मिनिट के लिये तकरीबन चूत की खिदमत मे लंड पेश किया खेर अब तक उसकी चूत भी गीली हो कर सुकुड़ना शुरु हो चुकी थी जिसकी वजह से मेरा लंड दबा रही थी खेर मैने कुछ देर चूत मारने के बाद जब देखा की शाज़िया थक चुकी हे अब तब मैने आराम से लंड निकाला और गांड पर रगडना शुरु किया उसे क्या पता था की गांड मे डालेगा ओर मैने बातो बातों मे लंड गांड पर रखा और हल्के से पूछा क्या लंड गांड मे घुस गया वो एकदम आगे को हिली लेकिन मैने उसे पकड़ रखा था ज़ोर से उसके बोबो के वहा से इसलिये वो हिल ना सकी खेर उसकी गांड नरम होने की वजह से लंड कुछ आसानी से गांड मे चला गया. यकीन मानो दोस्तो क्या मजे की गांड थी इतनी भरपूर गांड ओर टाइट छेद. क्या मज़ा था लंड को पता चलता था की फँस कर गांड मे जा रहा हे खेर शाज़िया दर्द से काफ़ी कराह रही थी लेकिन मैने उसकी एक ना सुनी ओर आराम आराम से उसकी गांड मारता रहा खेर कुछ देर बाद जब उसने अपनी गांड ढीली छोड़ी तो मे थोड़ा तेज हुआ ओर तेज तेज लंड अंदर बाहर करने लगा अब उसको भी मज़ा आ रहा था ओर वो भी कह रही थी तेज मारो झटके मैने उससे पूछा की पति ने गांड मारी तुम्हारी या नही तो कहने लगी नही बस वो उल्टी कर के चूत बहुत मारते हे.
अब मे भी झड़ने वाला था ओर मैने कुछ ही देर मे उसकी गांड मे तेज धार छोड़ कर वीर्य निकाल दिया शाज़िया ने मूझे गोर से देखते हुये कहा की बड़ा गर्म हे वीर्य तुम्हारा हहहहा. खेर दोस्तो शाज़िया ने बड़ी ज़ोर से मेरे लंड को अपनी गांड मे दबा कर सारा वीर्य चूस लिया गांड में एक साथ. खेर उस के बाद हम कुछ देर लेटे रहे ओर फिर वो उठी ओर बाथरूम मे चली गई अब बारी आंटी रुबीना की थी इसलिये मैने बाकी सब को कहा की प्लीज अब मूझे और मेरी जान को एक साथ अकेला छोड़ दो इस पर आंटी बहुत खुश हुई ओर नसरीन ओर शाज़िया आंटी रोबना को मज़ाक मे ओय होय वा जी वा कह कर दुसरे रूम मे चली गई लेकिन जाते जाते शाज़िया मेरे पास से गुज़रते हुये मेरे लंड को शरारत से पकड़ कर कहने लगी की वेसे काफ़ी शान्त कर देतो हो तुम जनाब चूत को ओर गांड को भी इस पर मैने कहा की अब कब का प्रोग्राम हे तो उसने कहा की अभी इस बार की जो चूत पिलवाई हे उसकी जलन तो दूर हो जाये आगे की भी जल्दी बताऊँगी 2 ,3 दिन मे ही ओके.
यह कह कर वो भी चली गई दुसरे रूम मे अब मे ओर मेरी जानू आंटी रुबीना अकेले रूम मे चिपक कर लेट गये अब रुबीना ने प्यार से मूझसे पूछा की सच बताओ थक गये हो ना मैने कहा हाँ थक तो गया हूँ लेकिन तुम्हारी चूत ना लूँ यह हो नही सकता जानू आइ लव यू सो मच खेर इस पर वो खुश हो गई ओर कहने लगी कुछ देर आराम कर लो अभी तो रात के सिर्फ़ 4 बजे हैं 30 मिनिट आराम कर लो बाद मे फिर जनाब जेसा कहो जो कर लेना मैने कहा ओके ओर वो मेरी लिये गर्म गर्म गाजर का हलवा ले कर आई जो की मैने ओर उसने मिल कर खाया उसके बाद हमने अपना सेक्स केसे चालू किया।
तो दोस्तो हुआ यूँ की अब क्योकी यह तीसरा टाइम था 1 ही रात मे 3 चूत मारना कोई आसान काम तो नही हे ना खेर मे लेट कर आंटी रुबीना की चूत के साथ खेल रहा था. ओर साथ साथ उसके बोबो को भी कभी कभी चूस लेता अब तक वो शायद मेरे साथ 3 बार झड़ चुकी थी ओर आंटी रुबीना भी मेरे लंड के साथ 30 मिनिट से खेल रही थी. अब मे भी कुछ गर्मी महसूस कर रहा था सेक्स की जिसकी वजह से दोबारा मेरा लंड खड़ा होना शुरु हो चुका था आंटी कभी कभी मेरे लंड के साथ लंड के बॉल भी मुँह मे डाल कर थूक लगा लगा कर गीले कर रही थी ओर उधर मे भी पागल हो रहा था इसलिये मे साथ साथ उसकी चूत मे उंगली डाल के तेज तेज अन्दर बाहर कर रहा था ओर जिसकी वजह से अब उसकी चूत गर्म हो कर लाल होना शुरु हो चुकी थी.
ओर कुछ कुछ गीली भी.आंटी मेरा लंड पागलों के जेसे चूस रही थी। ओर सच पूछो तो आंटी रुबीना ने मूझे सही तरह जोश दिला था अब तक. ओर मेंरी हालत यह हो चुकी थी की मे भी पागलों के जेसे उस के साथ 69 की पोज़िशन मे हो कर उसकी चूत चुसने लगा ओर वो मेरा लंड हम दोनो को दुसरे रूम से नसरीन ओर शाज़िया इस हालत मे खिड़की से देख रही थी हमे तब पता चला जब उन्होने हमे आवाज़ दी की ओय पागलो कहीं तुम उसकी चूत ओर वो तुम्हारा लंड ही ना खा जाना जीतने तुम पागल होये हो सेक्स मे हाहहहहा. खेर इतने मे आंटी रुबीना की चूत से तेज धार पानी की निकाल गई जो की मेरे मुँह मे जा कर गीरी ओर मे वो पानी पी गया खेर कुछ देर बाद आंटी ने मूझे कहा की बस करो प्लीज अब मारो चूत मेरे से ओर नही रहा जाता.
मैने आंटी को बेड से उठने को कहा हम दोनो खड़े हो गये ओर मैने आंटी से कहा की टेबल पर जा कर बेठो आंटी ने वेसा ही किया ओर टेबल पर बेठ गई मेने आंटी के करीब जा कर आंटी की टाँगें उपर उठा कर अपने कन्धों पर रख ली ओर खुद मे ज़मीन पर खड़ा था ओर आंटी की चूत बिल्कुल मेरे लंड के सामने थी आंटी की चूत मेरे लंड से टच होती तो आंटी ओर पागल हो जाती मैने लंड को चूत के छेद पर सेट किया ओर आंटी को कन्धों से पकड कर अपनी तरफ खींचा ओर खुद भी झटका दे कर लंड को अंदर किया जिससे एक ही झटके मे चूत को चीरता हुआ मेरा लंड अंदर घुस गया आंटी एक दम से हिली शायद दर्द की वजह से आंटी रुबीना की चूत की गर्मी मूझे सच मे महसुस हो रही थी मुझे महसुस हो रहा था की सच मे चूत की गर्मी कितनी होती हे.
मे अभी आंटी रुबीना की चूत मार ही रहा था की पीछे से शाज़िया ओर नसरीन दोनो रूम मे आ गईं ओर उन्होने कपड़े उतार दिये ओर मेरे पीछे से आ कर एक ने मूझे अपनी बाहों में भर लिया ओर दुसरी नीचे झुक कर मेरे लंड के बॉल को चुसने लगी ओर मे साथ साथ आंटी रुबीना की चूत का गुलाम बन कर उसकी सेवा कर रहा था. नसरीन जो की नीचे बेठ कर मेरे बॉल चूस रही थी वो कभी कभी मेरा लंड हाथ से चूत से बाहर निकाल कर अपने मुँह मे डाल कर चुसती ओर फिर रुबीना आंटी की चूत मे अपने हाथ से डाल देती इस टाइम हम सब पागलों की तरह कमरे मे आवाज़े निकाल रहे थे लेकिन जो हालत आंटी रुबीना की थी वो पूछो मत उसकी चूत इतना पानी छोड़ चुकी थी की मेरा लंड पूरा गीला हो गया था. ओर अब तक वो पानी छोड़ छोड़ कर खुद भी कमजोरी महसुस कर रही थी. खेर 10 मिनिट ऐसे ही चूत मारने के बाद भी मेरा वीर्य निकलने का नाम नही ले रहा था क्योकी तीसरा टाइम था इसलिये टाइम ज्यादा लगता हे वीर्य निकलने मे. खेर इतने मे रुबीना आंटी ने कहा प्लीज 5 मिनिट रुक जाओ थोड़ा सब्र करके फिर मार लेना चूत मूझे जलन हो रही हे ओर मेने आंटी को छोड़ दिया वो जा कर बेड पर उल्टी लेट गई इतने मे शाज़िया ओर नसरीन दोबारा मेरे साथ चिपक गई.
मैने शाज़िया से कहा की अगर तुम्हारी इच्छा हे तो बताओ मे गांड मारुगा वरना नही. इस पर वो मान गई ओर मेने उसको पकड़ कर उल्टा करके नीचे से रुबीना की चूत के पानी से भरा हुआ लंड सीधा शाज़िया की गांड मे डाल दिया वो एक दम चीख मारती मारती रुक गई ओर नसरीन आगे से आ कर उसके बोबे दबाने लगी ओर शाज़िया साथ साथ उसकी चूत को सहलाने लगी खेर 5 मिनिट के बाद रुबीना ने मुड़ कर देखा ओर कहा की इंसानो की तरह अपने रूम मे जाओ तुम दोनो बस अब यह बारी मेरी थी तुम दोनो क्यो आ गई हो. मैने जब देखा की रुबीना आंटी नाराज़ हो रही ही तो मैने उन्हे छोड़ कर कहा की जाओ तुम दोनो बस अब. इतने मे दोबारा मे आंटी के पास जा कर लेट गया. अब तक आंटी कुछ ठीक हो चुकी थी मैने आंटी से पूछा की क्या हुआ तो उसने बताया की उसे बेबी ट्यूब तक जलन हो रही ही अभी भी शायद पानी ज्यादा निकलने की वजह से खेर.
मैने पूछा तो अब क्या मूड हे उसने कहा की मूड क्या होना हे मज़ा दो मूझे बस जो दिल चाहे करो मैने सुनते ही उससे कहा की अब तुम मेरी गोद मे आ कर बेठो मेरी तरफ मुँह करके नीचे से लंड डलवा कर चूत मे आंटी ने वेसा ही किया ओर अब मे उसकी चूत मे लंड डाल कर साथ साथ उसके बोबे मसल कर चूस रहा था ओर साथ साथ उसकी गांड को नीचे से उठा उठा कर चूत मे लंड डाल रहा था.
यह सिलसिला 5 से 7 मिनिट चला अब फिर आंटी पानी छोड़ चुकी थी ओर कुछ कुछ मे भी अब वीर्य छोड़ने के करीब था. खेर मेने अपना स्टाइल बदल दिया ओर लंड चूत मे डालते हुये ही आंटी को उल्टा कर उसकी टांगे अपनी कमर से जकड़ा दी ओर अब मेरी रफ़्तार ओर भी तेज हो चुकी थी। कमरे में पचक पचक पूच पूच की आवाज़ें आ रही थी ओर साथ मे हम दोनो की सेक्स की आवाज़ें मुँह से निकल रही थी. रुबीना इतनी गर्म हो चुकी थी की अब तक मेरी कमर पर उसने अपने नाख़ून मार मार कर कितने जख्म कर दिये थे लेकिन उस टाइम मूझे भी महसुस नही हो रहा था ओर मे भी उसकी चूत पागलों की तरह मारे जा रहा था मैने रुबीना के बोबो को काट काट कर लाल कर दिया था ओर दाये बोबे पर काटने से जख्म भी आ चुका था लेकिन उसे भी उस टाइम दर्द महसुस नही हो रहा था शायद सेक्स की वजह से.
खेर रुबीना के कान मे मैने पूछा की वीर्य निकालने का दिल करता हे चूत मे निकाल दूँ
उसने मना कर दिया लेकिन मेरे प्यार से कहने पर वो मान गई ओर कहा की अगर गर्भवती होने का चान्स हुआ तो…… मैने कहा की लेडी डॉक्टर कोन सी खत्म हो चुकी हैं दुनिया मे। करवा लें ना कुछ ना कुछ। खेर इतने मे साथ साथ चूत मे पहले तो मेरे लंड ने पानी छोड़ा ओर मे समझ गया की मे बस झड़ने वाला हूँ इस लिये मे ओर तेज झटके मारने लगा ओर साथ ही 10 सेकेंड तक मैने इतनी तेज वीर्य की धार चूत मे छोड़ दी जिससे रुबीना ने मूझे ज़ोर से अपने हाथ गले में डाल कर चिपका कर अपनी बाहो मे दबा लिया ओर मूझे किस करने लगी ओर साथ साथ नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर ज़ोर ज़ोर से मेरा लंड चूत के साथ दबाने लगी मे भी आराम से उसके उपर लेटा रहा जब तक वो खुद ढीली ना पड़ गई.
अभी भी मेरा लंड उसकी चूत मे ही था जो की आहिस्ता आहिस्ता ढीला होने की वजह से खुद बाहर निकल आया था. इस टाइम सुबह के 5 बज रहे थे. तब मैने आंटी से कहा की अब मूझे जाना चाहिये यह सुन कर उसने मूझे आज पहली बार कहा की आइ लव यू प्लीज़ कल फिर आ जाओ ना मे कल भी अकेली हूँ ओर कल सिर्फ़ मे होंगी ओर पूरी रात बस तुम मूझ से प्यार करना मैने उसकी आँखो मे अजीब सा प्यार देखा ओर मूझे उस पर बहुत प्यार आया जिससे मैने एकदम उसे अपनी बाँहो मे ले लिया ओर लंबी किस की ओर कहा की आइ लव यू टू जान आऊँगा जब भी तुम बुलाओंगी मे आ जाऊँगा. यह सुन कर वो खुश हो गयी ओर मेरी शर्ट अपने हाथ से मूझे पहनाई ओर फिर मेने अपने कपड़े पहने ओर अब उसे अपने हाथो से ब्रा पहनाई ओर शलवार ओर कमीज़ भी फिर वो बाहर दरवाजे तक मेरे साथ आई ओर उसने देखा की बाहर गली मे कोई हे तो नही ना ओर तब मे बड़े आराम से बाहर निकल कर अपने घर मे घुस गया ड्रॉयिग रूम के दरवाजे से. खेर पूरी रात सच मे मैने इतना इन्जॉय किया जिसका अंदाज़ा आप लगा चुके होंगे.
अगले दिन मे दोबारा आंटी के घर किसी बहाने से गया तो देखा की आंटी मेरी चाची के पास बेठी थी ओर बातें कर रही थी ओर मैने बड़े अंदाज़ मे कहा की आंटी क्या बात हे लगता हे आप की तबियत ठीक नही हे आँखे भी लाल हैं आंटी ने मेरी तरफ देखते हुये कहा हाँ वो रात को तबियत ठीक नही थी जिस वजह से सारी रात सो नही सकी आँखें भी लाल हैं. ओर मे साइड की तरफ मुँह करके हंस दिया की आंटी रुबीना केसे बात बदल रही हैं मेरी चाची के सामने अहहहाहहः. खेर उस शाम दोबारा आंटी ने मूझे 7:30 बजे कॉल करके कहा की आज रात दोबारा आ जाना 12 बजे तक ओर मैने हाँ कर दी ……….
End