13-02-2021, 01:14 PM
स्वीटी- पर यह तो सच है ना कि तुम्हे तुम्हारी दीदी बहुत अच्छी लगती है
अवी- अपना सर नीचे झुका कर मुस्कुराते हुए हाँ वो तो है
स्वीटी- क्या अच्छा लगता है तुम्हे उसमे
अवी- स्वीटी की ओर देखने लगता है
स्वीटी- अरे अब मुझसे क्यो घबरा रहे हो अब मैं आज से तुम्हारी भी दोस्त हू मुझसे कह सकते हो
अब बोलो क्या अच्छा लगता है डिंपल मे तुम्हे
अवी- स्वीटी के पीछे इशारा करता है और स्वीटी अपने पीछे देखती है तो डिंपल वापस आ रही थी
स्वीटी- अवी को देख कर मुस्कुराती हुई अपने होंठो पर उंगली रख कर मुस्कुराती है और अवी उसको देख कर मुस्कुराते
हुए उठ कर अपने रूम की ओर चला जाता है
डिंपल- हाँ डियर अब बोल वो पास मे वेर्मा जी रहते है उनकी बीबी थी बेचारी अकेली है उसके कोई बच्चा है नही और उसके
पति सुबह ही दुकान पर चले जाते है तो कभी-कभी मेरे पास बैठने आ जाती है
स्वीटी- अच्छा वो तो ठीक है पर यह बता तू तो कहती थी तेरा भाई घर पर टिकता ही नही है और दिनभर आवारा गार्दी
करता है पर यह बेचारा तो मैं जब से आई हू घर पर ही है और अब अपने बेडरूम मे चला गया
डिंपल- अरे अब तुझे क्या बताऊ मैं तो खुद हैरान हू, रोज 10 बजे सो कर उठने वाला लड़का आज 6 बजे उठ कर नहा
धोकर तैयार हो गया, कॉलेज गया और टाइम से घर भी आ गया, ना जाने इसमे एक ही दिन मे इतना चेंज कहा से आ गया
है, कल से ही बहुत शांत -शांत और गुम्सुम सा लग रहा है और कही बाहर भी नही जा रहा है, और तो और रात को पढ़ाई
भी कर रहा था,
स्वीटी- मेरे ख्याल से तू पढ़ा रही होगी उसे
डिंपल- हाँ मैं ही पढ़ा रही थी
स्वीटी- सुबह जब कॉलेज गया था तब तुझसे भी पूछा होगा कि तू कब तक वापस आएगी
डिंपल- आश्चर्या से हाँ पूछा तो था पर तुझे यह सब कैसे पता है
स्वीटी- डिंपल मुझे तो ऐसा लगता है तेरा भाई किसी खास बात की वजह से ही अचानक चेंज हो गया है क्योकि ऐसे एक
दम से कोई नही बदलता और यह भी हो सकता है यह हमारा भ्रम हो और वह एक दो दिन मे फिर से अपने रुटिन पर आ
जाए और फिर आवारगार्दी शुरू कर दे
डिंपल- हाँ तू कह तो ठीक रही है पर काश ऐसा ना हो वरना मैं परेशान हो जाउन्गि
स्वीटी- कुछ सीरीयस होते हुए पर डिंपल मुझे तो लगता है भगवान करे वह वापस वैसा ही हो जाए जैसा था वरना
उसके बदल जाने से तू ज़्यादा परेशान हो जाएगी
डिंपल- मैं तेरा मतलब नही समझी
स्वीटी- वक्त आने पर सब समझ जाएगी
डिंपल- अपने चेहरे पर गुस्सा लाकर स्वीटी को देखते हुए, स्वीटी ये क्या उल्टी सीधी बात कर रही है साफ-साफ क्यो नही
बताती तू क्या कहना चाहती है
स्वीटी- मुस्कुराते हुए अरे यार कुछ बात हो तो ना मैं तुझसे कुछ कहु, वैसे तूने आज बहुत दिनो बाद अच्छी चाइ
बनाई थी, लगता है किचन मे खड़ी-खड़ी चाइ घोतते हुए कही खो गई थी इसीलिए चाइ अच्छी बन गई
डिंपल- मुस्कुराते हुए तुझे अच्छी लगी ना अभी और रखी है एक कप और लाउ क्या
स्वीटी- नही यार बस बहुत हुआ अब मैं चलती हू
डिंपल- अरे तू अकेली है एक काम कर खाना हमारे यहाँ ही खा ले फिर चली जाना
स्वीटी- नही यार मैं खाना वाना तो बहुत लेट खाती हू तू आराम कर मैं कल फिर सुबह जल्दी आ जाउन्गि अगर तुझे कोई
प्राब्लम ना हो तो
डिंपल- मुस्कुराते हुए उसकी पीठ पर मार कर अच्छा अब तेरे आने से मुझे प्राब्लम होगी क्या, मैं सुबह चाइ पर तेरा
वेट करूँगी ओके बाइ
अवी- अपना सर नीचे झुका कर मुस्कुराते हुए हाँ वो तो है
स्वीटी- क्या अच्छा लगता है तुम्हे उसमे
अवी- स्वीटी की ओर देखने लगता है
स्वीटी- अरे अब मुझसे क्यो घबरा रहे हो अब मैं आज से तुम्हारी भी दोस्त हू मुझसे कह सकते हो
अब बोलो क्या अच्छा लगता है डिंपल मे तुम्हे
अवी- स्वीटी के पीछे इशारा करता है और स्वीटी अपने पीछे देखती है तो डिंपल वापस आ रही थी
स्वीटी- अवी को देख कर मुस्कुराती हुई अपने होंठो पर उंगली रख कर मुस्कुराती है और अवी उसको देख कर मुस्कुराते
हुए उठ कर अपने रूम की ओर चला जाता है
डिंपल- हाँ डियर अब बोल वो पास मे वेर्मा जी रहते है उनकी बीबी थी बेचारी अकेली है उसके कोई बच्चा है नही और उसके
पति सुबह ही दुकान पर चले जाते है तो कभी-कभी मेरे पास बैठने आ जाती है
स्वीटी- अच्छा वो तो ठीक है पर यह बता तू तो कहती थी तेरा भाई घर पर टिकता ही नही है और दिनभर आवारा गार्दी
करता है पर यह बेचारा तो मैं जब से आई हू घर पर ही है और अब अपने बेडरूम मे चला गया
डिंपल- अरे अब तुझे क्या बताऊ मैं तो खुद हैरान हू, रोज 10 बजे सो कर उठने वाला लड़का आज 6 बजे उठ कर नहा
धोकर तैयार हो गया, कॉलेज गया और टाइम से घर भी आ गया, ना जाने इसमे एक ही दिन मे इतना चेंज कहा से आ गया
है, कल से ही बहुत शांत -शांत और गुम्सुम सा लग रहा है और कही बाहर भी नही जा रहा है, और तो और रात को पढ़ाई
भी कर रहा था,
स्वीटी- मेरे ख्याल से तू पढ़ा रही होगी उसे
डिंपल- हाँ मैं ही पढ़ा रही थी
स्वीटी- सुबह जब कॉलेज गया था तब तुझसे भी पूछा होगा कि तू कब तक वापस आएगी
डिंपल- आश्चर्या से हाँ पूछा तो था पर तुझे यह सब कैसे पता है
स्वीटी- डिंपल मुझे तो ऐसा लगता है तेरा भाई किसी खास बात की वजह से ही अचानक चेंज हो गया है क्योकि ऐसे एक
दम से कोई नही बदलता और यह भी हो सकता है यह हमारा भ्रम हो और वह एक दो दिन मे फिर से अपने रुटिन पर आ
जाए और फिर आवारगार्दी शुरू कर दे
डिंपल- हाँ तू कह तो ठीक रही है पर काश ऐसा ना हो वरना मैं परेशान हो जाउन्गि
स्वीटी- कुछ सीरीयस होते हुए पर डिंपल मुझे तो लगता है भगवान करे वह वापस वैसा ही हो जाए जैसा था वरना
उसके बदल जाने से तू ज़्यादा परेशान हो जाएगी
डिंपल- मैं तेरा मतलब नही समझी
स्वीटी- वक्त आने पर सब समझ जाएगी
डिंपल- अपने चेहरे पर गुस्सा लाकर स्वीटी को देखते हुए, स्वीटी ये क्या उल्टी सीधी बात कर रही है साफ-साफ क्यो नही
बताती तू क्या कहना चाहती है
स्वीटी- मुस्कुराते हुए अरे यार कुछ बात हो तो ना मैं तुझसे कुछ कहु, वैसे तूने आज बहुत दिनो बाद अच्छी चाइ
बनाई थी, लगता है किचन मे खड़ी-खड़ी चाइ घोतते हुए कही खो गई थी इसीलिए चाइ अच्छी बन गई
डिंपल- मुस्कुराते हुए तुझे अच्छी लगी ना अभी और रखी है एक कप और लाउ क्या
स्वीटी- नही यार बस बहुत हुआ अब मैं चलती हू
डिंपल- अरे तू अकेली है एक काम कर खाना हमारे यहाँ ही खा ले फिर चली जाना
स्वीटी- नही यार मैं खाना वाना तो बहुत लेट खाती हू तू आराम कर मैं कल फिर सुबह जल्दी आ जाउन्गि अगर तुझे कोई
प्राब्लम ना हो तो
डिंपल- मुस्कुराते हुए उसकी पीठ पर मार कर अच्छा अब तेरे आने से मुझे प्राब्लम होगी क्या, मैं सुबह चाइ पर तेरा
वेट करूँगी ओके बाइ
BaBa Main BaBa cHoDu BaBa....
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......