12-02-2021, 04:56 PM
डिंपल- रहने दे रहने दे, मैं सब जानती हू अभी मीठा बोल कर सुबह फिर से गोल हो जाएगा
अवी- नही दीदी अब मैं अपनी बात से नही फिरँगा
डिंपल- ठीक है देख लेंगे तू भी यही है और मैं भी
तभी दरवाजे पर दस्तक होती है और अवी जाकर दरवाजा खोलता है तो सामने उसके पापा अनिल खड़े हुए थे
अवी- रास्ता देता हुआ एक तरफ हो जाता है
अनिल- क्यो रे डिंपल कहाँ है
अवी- पापा वो किचन मे है
अनिल- सुन अवी डिंपल से बोल मेरा खाना पॅक कर दे मेरी रात को 8 बजे से गस्ट मे ड्यूटी लगी है अब मैं सुबह 6 बजे तक ही आउन्गा, और तुझसे कुछ काम बोला था किया
अवी- कौन सा काम पापा
अनिल- नालयक पढ़ाई लिखाई मे तो बेकार है ही अब मक्कारी भी करने लगा है, तुझसे अपनी सभी ड्रेस पर प्रेस करके
रेडी करने का कहा था किया
अवी- अरे पापा वो तो मैने कल ही रेडी कर दी है
अनिल- शाबाश अब उनको मेरी पेटी मे जमा कर रख देना परसो सुबह इनस्पेक्षन है समझे
अवी- ओके पापा
अवी- पापा एक बात कहु एक मिनिट पहले मैं दीदी को आपका खाना पॅक करने का कह दू और फिर अवी किचन मे जाकर दीदी वो
डिंपल- मैने सुन लिया है अवी मैं कर रही हू बस 5 मिनिट
अवी- पापा आपका खाना पॅक हो रहा है, पापा वो मैं एक बात कहना चाहता था
अनिल- क्या बात
अवी- पापा क्या हम एक बाइक खरीद ले
अनिल- क्यो क्या ज़रूरत है बाइक की
अवी- पापा बहुत सारे काम पड़ते है जिसके लिए बार-बार पेदल ही भागना पड़ता है
अनिल- मतलब अभी तक तू पेदल आवारा घूमता था अब तुझे बाइक से घुमाऊ
अवी- पापा प्लीज़
अनिल- ठीक है एक शर्त पर तुझे बाइक ला सकता हू मुझे तू 12थ पास होकर दिखा दे
अवी- खुस होते हुए पक्का पापा
अनिल- एक दम पक्का
तभी डिंपल अंदर से अपने पापा का टिफिन लेकर उन्हे देती हुई लो पापा आपका खाना
अनिल- थॅंक यू बेटा अच्छा अब मैं जाता हू तुम लोग अच्छे से दरवाजा लगा कर सोना और कोई बात हो तो, उफ्फ हमारे घर मे
फोन भी नही है, एक काम कर अवी कल तू एक मोबाइल खरीद ला और वह मोबाइल डिंपल के पास रहेगा उसे ज़रूरत पड़ी तो
कम से कम थाने फोन तो कर सकती है क्यो डिंपल ठीक है ना
डिंपल- मुस्कुराते ही ठीक है पापा
अवी- पापा एक मैं भी ले लू क्या
अनिल- क्यो तू क्या करेगा फोन लेकर
अवी- पापा कभी आपको ज़रूरत हुई तो मुझे फोन कर सकते है
अनिल- मुझे पागल कुत्ते ने काटा है जो मैं तुझे फोन करूँगा और फिर अनिल और डिंपल हस्ने लगते है और अनिल घर के
बाहर निकल जाता है
अवी- मूह बनाते हुए मेरा बाप हिटलर से कम नही है
डिंपल- उसकी पीठ पर मारती हुई शर्म नही आती अपने पापा को हिटलर कहते हुए
अवी- ओके सॉरी पर तुमने सुना दीदी मैं 12 पास हो गया तो मेरे पास मेरी खुद की बाइक होगी, फिर तो दीदी मैं तुम्हे अपने
साथ कॉलेज बैठा कर ले जाया करूँगा और तुम्हारी उस पकाऊ सहेली स्वीटी की छुट्टी
डिंपल- अरे मुसद्दी लाल सपने देखना बंद कर और पहले 12 पास होने का सोच बाइक तो बाद की बात है
अवी- दीदी आज से तुम मुझे रोज रात को 2 घंटे पढ़ाऑगी मुझे कैसे भी करके एग्ज़ॅम पास करना है
डिंपल- मैने देख लिया कि तू रोज दो घंटे पढ़ेगा
अवी- नही दीदी सच्ची तुम जल्दी से फ्री होकर आओ मैं तुम्हारा बेड पर इंतजार करता हू और अवी बेडरूम मे चला जाता है
और डिंपल मुस्कुराते हुए उसे देखने लगती है,
डिंपल सभी काम ख़तम करके टीवी देखने बैठ जाती है और अवी जब बाहर आकर उसे देखता है तो
अवी- दीदी मैं तुम्हारा वेट कर रहा हू और तुम यहा टीवी खोल कर बैठ गई
डिंपल- अच्छा बाबा आती हू और फिर डिंपल उसके पीछे-पीछे बेडरूम मे पहुच जाती है और रवि अपनी बुक लेकर उसके
पास बेड पर बैठ जाता है,
अवी- नही दीदी अब मैं अपनी बात से नही फिरँगा
डिंपल- ठीक है देख लेंगे तू भी यही है और मैं भी
तभी दरवाजे पर दस्तक होती है और अवी जाकर दरवाजा खोलता है तो सामने उसके पापा अनिल खड़े हुए थे
अवी- रास्ता देता हुआ एक तरफ हो जाता है
अनिल- क्यो रे डिंपल कहाँ है
अवी- पापा वो किचन मे है
अनिल- सुन अवी डिंपल से बोल मेरा खाना पॅक कर दे मेरी रात को 8 बजे से गस्ट मे ड्यूटी लगी है अब मैं सुबह 6 बजे तक ही आउन्गा, और तुझसे कुछ काम बोला था किया
अवी- कौन सा काम पापा
अनिल- नालयक पढ़ाई लिखाई मे तो बेकार है ही अब मक्कारी भी करने लगा है, तुझसे अपनी सभी ड्रेस पर प्रेस करके
रेडी करने का कहा था किया
अवी- अरे पापा वो तो मैने कल ही रेडी कर दी है
अनिल- शाबाश अब उनको मेरी पेटी मे जमा कर रख देना परसो सुबह इनस्पेक्षन है समझे
अवी- ओके पापा
अवी- पापा एक बात कहु एक मिनिट पहले मैं दीदी को आपका खाना पॅक करने का कह दू और फिर अवी किचन मे जाकर दीदी वो
डिंपल- मैने सुन लिया है अवी मैं कर रही हू बस 5 मिनिट
अवी- पापा आपका खाना पॅक हो रहा है, पापा वो मैं एक बात कहना चाहता था
अनिल- क्या बात
अवी- पापा क्या हम एक बाइक खरीद ले
अनिल- क्यो क्या ज़रूरत है बाइक की
अवी- पापा बहुत सारे काम पड़ते है जिसके लिए बार-बार पेदल ही भागना पड़ता है
अनिल- मतलब अभी तक तू पेदल आवारा घूमता था अब तुझे बाइक से घुमाऊ
अवी- पापा प्लीज़
अनिल- ठीक है एक शर्त पर तुझे बाइक ला सकता हू मुझे तू 12थ पास होकर दिखा दे
अवी- खुस होते हुए पक्का पापा
अनिल- एक दम पक्का
तभी डिंपल अंदर से अपने पापा का टिफिन लेकर उन्हे देती हुई लो पापा आपका खाना
अनिल- थॅंक यू बेटा अच्छा अब मैं जाता हू तुम लोग अच्छे से दरवाजा लगा कर सोना और कोई बात हो तो, उफ्फ हमारे घर मे
फोन भी नही है, एक काम कर अवी कल तू एक मोबाइल खरीद ला और वह मोबाइल डिंपल के पास रहेगा उसे ज़रूरत पड़ी तो
कम से कम थाने फोन तो कर सकती है क्यो डिंपल ठीक है ना
डिंपल- मुस्कुराते ही ठीक है पापा
अवी- पापा एक मैं भी ले लू क्या
अनिल- क्यो तू क्या करेगा फोन लेकर
अवी- पापा कभी आपको ज़रूरत हुई तो मुझे फोन कर सकते है
अनिल- मुझे पागल कुत्ते ने काटा है जो मैं तुझे फोन करूँगा और फिर अनिल और डिंपल हस्ने लगते है और अनिल घर के
बाहर निकल जाता है
अवी- मूह बनाते हुए मेरा बाप हिटलर से कम नही है
डिंपल- उसकी पीठ पर मारती हुई शर्म नही आती अपने पापा को हिटलर कहते हुए
अवी- ओके सॉरी पर तुमने सुना दीदी मैं 12 पास हो गया तो मेरे पास मेरी खुद की बाइक होगी, फिर तो दीदी मैं तुम्हे अपने
साथ कॉलेज बैठा कर ले जाया करूँगा और तुम्हारी उस पकाऊ सहेली स्वीटी की छुट्टी
डिंपल- अरे मुसद्दी लाल सपने देखना बंद कर और पहले 12 पास होने का सोच बाइक तो बाद की बात है
अवी- दीदी आज से तुम मुझे रोज रात को 2 घंटे पढ़ाऑगी मुझे कैसे भी करके एग्ज़ॅम पास करना है
डिंपल- मैने देख लिया कि तू रोज दो घंटे पढ़ेगा
अवी- नही दीदी सच्ची तुम जल्दी से फ्री होकर आओ मैं तुम्हारा बेड पर इंतजार करता हू और अवी बेडरूम मे चला जाता है
और डिंपल मुस्कुराते हुए उसे देखने लगती है,
डिंपल सभी काम ख़तम करके टीवी देखने बैठ जाती है और अवी जब बाहर आकर उसे देखता है तो
अवी- दीदी मैं तुम्हारा वेट कर रहा हू और तुम यहा टीवी खोल कर बैठ गई
डिंपल- अच्छा बाबा आती हू और फिर डिंपल उसके पीछे-पीछे बेडरूम मे पहुच जाती है और रवि अपनी बुक लेकर उसके
पास बेड पर बैठ जाता है,
BaBa Main BaBa cHoDu BaBa....
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......
.... Aa gya h. Waapis bhot pelenga ......