27-03-2019, 02:31 PM
करीबन 15 मिनट बाद हम घर से शर्मा जी कार से निकले हमारे साथ दिव्यंका भी थी इसलिए मैं चुपचाप गाड़ी चला रहा था. पहले तो उन्होंने थोड़ी शौपिंग करी फिर दिव्यंका को ब्यूटी पार्लर जाना था तो हमने उसको उधर छोड़ा और जैसे ही हम आगे बड़े
प्रियंका : क्या हुआ मेरी जान मुह क्यों लटका है ? किसी ने गांड मार दी ?
मैं : मादरचोद चुप रह मुझे मत कुरेद कही बीच बाज़ार तेरा बलात्कार नहीं कर दू ?
प्रियंका : देखु तो सही कितना बैचेन है तेरा लौड़ा (यह कहकर उसने मेरा लंड पेंट के ऊपर से ही पकड़ लिया और सहलाने लगी )
मुझे अच्छा तो लग रहा था पर अब मुझे सिर्फ चुदाई करनी थी
मैं : हाथ हटा ले रंडी
प्रियंका : क्यों गाड़ी नहीं चल रही मेरे राजा
मैं : रंडी हाथ हटा ले और मेने उसका हाथ हटा दिया
प्रियंका : हरामी सुबह तो बोबे रगड़ लिए अब नाटक कर रहा है देख अभी तक रंग नहीं गया
मैं : नाटक मैं कर रहा हु या तू
प्रियंका : मादरचोद तुझसे चुदवाने के लिए मरी जा रही है ये चूत और तू अब गांड मरा रहा है
मैं : रंडी क्या रोड पर चुदवाएगी ?
प्रियंका : ओह्ह्ह अब समझ आया इसलिए मेरा राजा नाराज है पर चूतिये तुझे यहाँ मैं साथ में चुदाई के लिए लाई हु इस गांड मराई में तो मेरा पति एक्सपर्ट है
मैं (खुश होते हुए ) पर चुदायेगी कहा पर
प्रियंका : चल इधर मोड़ ले
मैं : इधर तो स्टेडियम है पूरा खुला है खुले में कैसे …………… कोई भी आ सकता है
प्रियंका : जानु आज कोई नहीं आएगा क्युकी इस वक़्त यहाँ पर सिर्फ पीने वाले आते है और आज सबने सुबह ही चढ़ा ली होगी
मैं : वाह मेरी रांड तू तो कमाल है मेने अपना एक हाथ उसके कुर्ते में डाल दिया और बूब मसलने लगा
प्रियंका : रुक पहले गेट से उलटे हाथ पे ले ले और फिर वो छोटी सी गली है उसमे लेले
मैं : कितनी बार चुद गयी यहाँ पर
प्रियंका : गाड़ी पर ध्यान दे गली बहुत छोटी है
मेने गली में से गाड़ी निकाली और फिर जैसे ही घुमा उधर एक टीन शेड था और बहुत अँधेरा था
मेने उधर गाड़ी रोक दी और प्रियंका उतर कर चल दी मैं चुप चाप देख रहा था वो गयी और एक टिन का पतला सा टुकड़ा उस रस्ते पर रख दिया ताकि कोई आ नहीं सके। मैं उसकी तैयारी देख कर हैरान था
प्रियंका : तू क्या खड़ा हुआ देख रहा है हमारे पास टाइम नहीं है चल पिछली सीट को बाहर निकाल ले
मेने वैसा ही किया
मैं जैसे ही पलटा तो प्रियंका मुझ पर टूट पड़ी उसने मुझे गाड़ी पे धक्का दिया और मेरे होंठ चूसने लगी वो मेरे होंठ ऐसे चूस रही थी मुझे लग रहा था कि अभी मेरे होंठ बाहर निकल जायेगे लगभग 2 - 3 मिनट के बाद उसने मुझे छोड़ा
मैं : तू तो ऐसी लग रही है जैसे महीनो से नहीं चुदी
प्रियंका : हाँ तू सही कह रहा है बहुत दिन हो गए चुदे हुए
मैं : कल रात को चूतिये ने नहीं चोदा तुझे
प्रियंका : वो भड़वा सिर्फ खुद झड़ जाता है और मुझे छोड़ देता है प्यासा, पहले तो मैं झड़ जाती थी पर अब नहीं
फिर मेने टाइम वेस्ट करते हुए उसको पकड़ा और उसका कुरता उतार दिया फिर झट से उसके ब्रा के कप को निचे करके उसके बूब को चूसने लगा
उसने मेरे सर में हाथ फिरना शुरू कर दिया फिर मेने अपने दाँत से उसके बूब को पकड़ा और जीभ से उसके निप्पल पर फिरने लगा वो पागल हो गयी और मेरे सर को अपने बूब पर दबाने लगी
प्रियंका : आह ऊऊह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह म्म्म्म्म्म्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआअह्हह्हह
मेने अपना हाथ उसकी सलवार में डाल दिया उसने पेंटी नहीं पहनी थी और मेने अपनी उंगली उसकी चूत में घुसा दी और उसको गोल गोल घूमने लगा प्रियंका मेरी हरकतो से बहुत गर्म हो रही थी और अपने हाथो से उसने मेरा लौड़ा पेंट के ऊपर से पकड़ रखा था फिर उसने मेरी पेंट खोल दी और अंडरवियर भी निकल दिया।
अब मेने एक और उंगली उसकी चूत में घुसा दी और फिर से गोल गोल घूमने लगा वो अब पागल हो गयी उसने मेरा लौड़ा तो छोड़ दिया और मेरी गांड पकड़ कर खुद कि तरफ खीचने लगी प्रियंका चीखने लगी : आआह्हह्हह्हह्ह उम्म्म्म्म्म्म मैं झड़ने वाली हु आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म्म्म्म्म्म उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और फिर मेरे हाथ उसकी चूत से निकली चाशनी से भीग गए अब उसने बिना देर किये अपना बूब मेरे मुह से छुड़ाया और निचे बैठ गयी और मेरा लौड़ा मुह में लेकर चूसने लगी. वो मेरे लंड पर अपनी जीभ फिरने लगी मेरी उत्तेजना बहुत बड़ गयी मेने उसके बाल पकड़ लिए और उसने मेरे आंड अपने मुह में ले लिए और ऐसे चूसने लगी जैसे सारा वीर्य वो वही से चूस लेगी। फिर उसने मेरा लंड छोड़ दिया और झट से सीट पर लेट गयी उसने टांग फैला दी और बोली : आ जा डाल दे तेरा लौड़ा और बुझा दे मेरी प्यास ( वो उस कार कि लाइट में नंगी टांगे फैलाये बिलकुल ब्लू फ़िल्म की रांड लग रही थी )
मैं भी उसके गुलाम कि तरह उसका हुक्म मान कर उसके पास गया, और उसकी टांगे अपने कंधो पर रखा और जोर से झटका मारा
प्रियंका : बाहर निकाल
मैं : जान अभी मजा आयेगा बस थोडा सा दर्द होगा
प्रियंका : भड़वे दर्द होगा तेरी माँ को, तेरे जैसे कितने ले लिए और चूस लिए इस चूत ने ……………… कंडोम पहन ले
मेने झट से पेंट से कंडोम निकाला और फिर से उसकी टांगे उठा कर एक झटके से पूरा लंड घुसा दिया प्रियंका कि चीख आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गयी
मैं : तू अभी कुछ बोल रही थी
प्रियंका : आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मजा आआआअ रहाआआ है बकवास मत कर बस चुदाई कर
मैं भी पूरा लंड निकाल निकाल कर उसकी चूत में घुसा रहा था और वो मेरे हर झटके पे चीख रही थी अब मेने झुक कर उसके बूब को चूसना शुरू कर दिया और प्रियंका आआह्हह्हह्हह उह्ह्म्म्म्म्म्म जोरररर से और जोर से ऊउह्ह्ह्ह्म्म्म आआआह्हह्हह्हह्ह।
उसने मेरा मुह ऊपर किया और मेरे होठ चूसना शुरू कर दिया उसने अपनी जीभ मेरे मुह में डाल दी और मेरे पुरे मुह में घूमने लगी उसकी जीभ आज वो कमाल कर रही थी इतना मजा आ रहा था कि बयां नहीं हो सकता शब्दो में
फिर उसके हाथ मेरी पीठ पर जकड गए और उसके नाख़ून मेरी पीठ में धंसा दिया मैं समझ गया वो झड़ने वाली थी मेने अपनी स्पीड बड़ा दी और कुछ ही झटको में मैं और वो एक साथ झड़ गए और मैं उसके ऊपर ही निढाल हो गया.
थोड़ी देर बाद मैं उठा वो अभी भी सीट पर ही पड़ी थी उसकी दोनों टांगे सीट से निचे लटकी हुयी थी और उसकी खुली हुयी चुद से मेरा वीर्य और उसका रस मिल कर रिस रहा था मैं उस मनमोहक द्रश्य को देखता रह गया
प्रियंका : क्या घूर रहा है चल खड़ा कर हाथ दे
मेने उसको सहारा देकर खड़ा किया और फिर सीट को कपडे के पोछ कर फिर से गाड़ी में लगा दी और फिर उस जगह से निकल पड़े
गाड़ी में
प्रियंका : आज जो मेने मजा लिया वो मुझे कभी नहीं मिला तू क्या चुदाई करता है तूने मुझे जीत लिया
मैं : तो क्या इनाम देगी मुझे
प्रियंका : अब मैं कल नहीं जाने वाली अब यही रुक कर तुझसे चुदवाना और तेरा बच्चा कोख में ही लेकर जाउंगी
मैं हैरान था ये बात सुनकर पर तभी हम ये बाते करते हुए ब्यूटी पार्लर पहुच गए थे और दिव्यंका बाहर ही खड़ी थी वो गाड़ी में बैठ गयी।
प्रियंका : क्या हुआ मेरी जान मुह क्यों लटका है ? किसी ने गांड मार दी ?
मैं : मादरचोद चुप रह मुझे मत कुरेद कही बीच बाज़ार तेरा बलात्कार नहीं कर दू ?
प्रियंका : देखु तो सही कितना बैचेन है तेरा लौड़ा (यह कहकर उसने मेरा लंड पेंट के ऊपर से ही पकड़ लिया और सहलाने लगी )
मुझे अच्छा तो लग रहा था पर अब मुझे सिर्फ चुदाई करनी थी
मैं : हाथ हटा ले रंडी
प्रियंका : क्यों गाड़ी नहीं चल रही मेरे राजा
मैं : रंडी हाथ हटा ले और मेने उसका हाथ हटा दिया
प्रियंका : हरामी सुबह तो बोबे रगड़ लिए अब नाटक कर रहा है देख अभी तक रंग नहीं गया
मैं : नाटक मैं कर रहा हु या तू
प्रियंका : मादरचोद तुझसे चुदवाने के लिए मरी जा रही है ये चूत और तू अब गांड मरा रहा है
मैं : रंडी क्या रोड पर चुदवाएगी ?
प्रियंका : ओह्ह्ह अब समझ आया इसलिए मेरा राजा नाराज है पर चूतिये तुझे यहाँ मैं साथ में चुदाई के लिए लाई हु इस गांड मराई में तो मेरा पति एक्सपर्ट है
मैं (खुश होते हुए ) पर चुदायेगी कहा पर
प्रियंका : चल इधर मोड़ ले
मैं : इधर तो स्टेडियम है पूरा खुला है खुले में कैसे …………… कोई भी आ सकता है
प्रियंका : जानु आज कोई नहीं आएगा क्युकी इस वक़्त यहाँ पर सिर्फ पीने वाले आते है और आज सबने सुबह ही चढ़ा ली होगी
मैं : वाह मेरी रांड तू तो कमाल है मेने अपना एक हाथ उसके कुर्ते में डाल दिया और बूब मसलने लगा
प्रियंका : रुक पहले गेट से उलटे हाथ पे ले ले और फिर वो छोटी सी गली है उसमे लेले
मैं : कितनी बार चुद गयी यहाँ पर
प्रियंका : गाड़ी पर ध्यान दे गली बहुत छोटी है
मेने गली में से गाड़ी निकाली और फिर जैसे ही घुमा उधर एक टीन शेड था और बहुत अँधेरा था
मेने उधर गाड़ी रोक दी और प्रियंका उतर कर चल दी मैं चुप चाप देख रहा था वो गयी और एक टिन का पतला सा टुकड़ा उस रस्ते पर रख दिया ताकि कोई आ नहीं सके। मैं उसकी तैयारी देख कर हैरान था
प्रियंका : तू क्या खड़ा हुआ देख रहा है हमारे पास टाइम नहीं है चल पिछली सीट को बाहर निकाल ले
मेने वैसा ही किया
मैं जैसे ही पलटा तो प्रियंका मुझ पर टूट पड़ी उसने मुझे गाड़ी पे धक्का दिया और मेरे होंठ चूसने लगी वो मेरे होंठ ऐसे चूस रही थी मुझे लग रहा था कि अभी मेरे होंठ बाहर निकल जायेगे लगभग 2 - 3 मिनट के बाद उसने मुझे छोड़ा
मैं : तू तो ऐसी लग रही है जैसे महीनो से नहीं चुदी
प्रियंका : हाँ तू सही कह रहा है बहुत दिन हो गए चुदे हुए
मैं : कल रात को चूतिये ने नहीं चोदा तुझे
प्रियंका : वो भड़वा सिर्फ खुद झड़ जाता है और मुझे छोड़ देता है प्यासा, पहले तो मैं झड़ जाती थी पर अब नहीं
फिर मेने टाइम वेस्ट करते हुए उसको पकड़ा और उसका कुरता उतार दिया फिर झट से उसके ब्रा के कप को निचे करके उसके बूब को चूसने लगा
उसने मेरे सर में हाथ फिरना शुरू कर दिया फिर मेने अपने दाँत से उसके बूब को पकड़ा और जीभ से उसके निप्पल पर फिरने लगा वो पागल हो गयी और मेरे सर को अपने बूब पर दबाने लगी
प्रियंका : आह ऊऊह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह म्म्म्म्म्म्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआअह्हह्हह
मेने अपना हाथ उसकी सलवार में डाल दिया उसने पेंटी नहीं पहनी थी और मेने अपनी उंगली उसकी चूत में घुसा दी और उसको गोल गोल घूमने लगा प्रियंका मेरी हरकतो से बहुत गर्म हो रही थी और अपने हाथो से उसने मेरा लौड़ा पेंट के ऊपर से पकड़ रखा था फिर उसने मेरी पेंट खोल दी और अंडरवियर भी निकल दिया।
अब मेने एक और उंगली उसकी चूत में घुसा दी और फिर से गोल गोल घूमने लगा वो अब पागल हो गयी उसने मेरा लौड़ा तो छोड़ दिया और मेरी गांड पकड़ कर खुद कि तरफ खीचने लगी प्रियंका चीखने लगी : आआह्हह्हह्हह्ह उम्म्म्म्म्म्म मैं झड़ने वाली हु आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म्म्म्म्म्म उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और फिर मेरे हाथ उसकी चूत से निकली चाशनी से भीग गए अब उसने बिना देर किये अपना बूब मेरे मुह से छुड़ाया और निचे बैठ गयी और मेरा लौड़ा मुह में लेकर चूसने लगी. वो मेरे लंड पर अपनी जीभ फिरने लगी मेरी उत्तेजना बहुत बड़ गयी मेने उसके बाल पकड़ लिए और उसने मेरे आंड अपने मुह में ले लिए और ऐसे चूसने लगी जैसे सारा वीर्य वो वही से चूस लेगी। फिर उसने मेरा लंड छोड़ दिया और झट से सीट पर लेट गयी उसने टांग फैला दी और बोली : आ जा डाल दे तेरा लौड़ा और बुझा दे मेरी प्यास ( वो उस कार कि लाइट में नंगी टांगे फैलाये बिलकुल ब्लू फ़िल्म की रांड लग रही थी )
मैं भी उसके गुलाम कि तरह उसका हुक्म मान कर उसके पास गया, और उसकी टांगे अपने कंधो पर रखा और जोर से झटका मारा
प्रियंका : बाहर निकाल
मैं : जान अभी मजा आयेगा बस थोडा सा दर्द होगा
प्रियंका : भड़वे दर्द होगा तेरी माँ को, तेरे जैसे कितने ले लिए और चूस लिए इस चूत ने ……………… कंडोम पहन ले
मेने झट से पेंट से कंडोम निकाला और फिर से उसकी टांगे उठा कर एक झटके से पूरा लंड घुसा दिया प्रियंका कि चीख आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गयी
मैं : तू अभी कुछ बोल रही थी
प्रियंका : आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मजा आआआअ रहाआआ है बकवास मत कर बस चुदाई कर
मैं भी पूरा लंड निकाल निकाल कर उसकी चूत में घुसा रहा था और वो मेरे हर झटके पे चीख रही थी अब मेने झुक कर उसके बूब को चूसना शुरू कर दिया और प्रियंका आआह्हह्हह्हह उह्ह्म्म्म्म्म्म जोरररर से और जोर से ऊउह्ह्ह्ह्म्म्म आआआह्हह्हह्हह्ह।
उसने मेरा मुह ऊपर किया और मेरे होठ चूसना शुरू कर दिया उसने अपनी जीभ मेरे मुह में डाल दी और मेरे पुरे मुह में घूमने लगी उसकी जीभ आज वो कमाल कर रही थी इतना मजा आ रहा था कि बयां नहीं हो सकता शब्दो में
फिर उसके हाथ मेरी पीठ पर जकड गए और उसके नाख़ून मेरी पीठ में धंसा दिया मैं समझ गया वो झड़ने वाली थी मेने अपनी स्पीड बड़ा दी और कुछ ही झटको में मैं और वो एक साथ झड़ गए और मैं उसके ऊपर ही निढाल हो गया.
थोड़ी देर बाद मैं उठा वो अभी भी सीट पर ही पड़ी थी उसकी दोनों टांगे सीट से निचे लटकी हुयी थी और उसकी खुली हुयी चुद से मेरा वीर्य और उसका रस मिल कर रिस रहा था मैं उस मनमोहक द्रश्य को देखता रह गया
प्रियंका : क्या घूर रहा है चल खड़ा कर हाथ दे
मेने उसको सहारा देकर खड़ा किया और फिर सीट को कपडे के पोछ कर फिर से गाड़ी में लगा दी और फिर उस जगह से निकल पड़े
गाड़ी में
प्रियंका : आज जो मेने मजा लिया वो मुझे कभी नहीं मिला तू क्या चुदाई करता है तूने मुझे जीत लिया
मैं : तो क्या इनाम देगी मुझे
प्रियंका : अब मैं कल नहीं जाने वाली अब यही रुक कर तुझसे चुदवाना और तेरा बच्चा कोख में ही लेकर जाउंगी
मैं हैरान था ये बात सुनकर पर तभी हम ये बाते करते हुए ब्यूटी पार्लर पहुच गए थे और दिव्यंका बाहर ही खड़ी थी वो गाड़ी में बैठ गयी।
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!