27-03-2019, 02:58 AM
(This post was last modified: 31-03-2019, 03:26 PM by babasandy. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
झोपड़ी के अंदर एक बाल्टी में पानी भरा हुआ था... मेरी रूपाली दीदी अपने नंगे बदन को उस पानी से साफ करने लगी... मेरी दीदी ने अपनी योनि को भी साफ किया... जुनैद की मलाई से मेरी दीदी की बच्चेदानी भरी हुई थी... जैसे तैसे करके दीदी ने अपनी योनि की अंदर से जुनैद की मलाई को साफ किया..... दूसरी तरफ असलम अपने लोड़े पर जापानी तेल लगा रहा था.... और वह भूखे शेर की तरह लग रहा था... मुझे समझ आ रहा था कि अब मेरी संस्कारी रूपाली दीदी की अच्छे से ठुकाई करेगा असलम का भूखा लोड़ा... उसका लौड़ा भी कम से कम 10 इंच बढ़ा और काफी मोटा था..... अपने लोड़े को हाथ में थामे वह मेरी दीदी के पीछे आकर खड़ा हो गया... मेरी रूपाली दीदी झुकी हुई थी.... उसका तना हुआ लोड़ा मेरी दीदी की गांड पर आकर चिपक गया... बहुत सफाई कर ली तूने मेरी रानी... चल अब अपनी बच्ची को दूध पिला... बहुत भूखी है तेरी बच्ची... मेरा लौड़ा भी भूखा है तेरी गांड के छेद में घुसने के लिए.... मादरजात.... क्या मस्त रंडी है तू... रूपाली मेरी जान.. तुझे तो अपने लोड़े पर बिठा के जन्नत दिखाऊंगा... साली छिनाल.... देख तेरा भाई कैसे देख रहा है...... चल अब जल्दी कर रंडी... वरना अभी तेरी गांड मारूंगा साली..... असलम बोल रहा था.. वह कभी मेरी तरफ देख रहा था...कभी मेरी रूपाली दीदी की गांड की तरफ......
मेरी रूपाली दीदी ने चुपचाप मुन्नी को अपनी गोद में लिया और अपनी एक चूची मेरी भांजी के मुंह में दे दिया.... मेरी संस्कारी रूपाली दीदी बिल्कुल नग्न अवस्था में झोपड़ी के अंदर सूखी घास पे बैठ के अपनी चूची से मुन्नी को दूध पिला रही थी और जालिम असलम उनके सामने बैठा अपने घोड़े जैसे लोड़े को हाथ से हिला रहा था... वह मेरी प्यारी दीदी को प्यासी निगाहों से देख रहा था... उसकी आंखों में हवस थी.... साला मेरी दीदी को ऐसे देख रहा था जैसे उसने कभी किसी औरत को अपने बच्चे को दूध पिलाते नहीं देखा हो... मेरी दीदी की निगाहें शर्म के मारे झुकी हुई थी.... पर उनकी चूचियां तनी हुई थी.... गुलाबी निपल्स अकड़ के खड़े थे... मुन्नी तो मेरी दीदी की बाई चूची को पी रही थी.... और उनकी दाई चूची हिल रही थी... दीदी के कड़क गुलाबी निप्पल्स पर दूध की बूंदे उभर आई थी.... असलम से अब बर्दाश्त नहीं हुआ.... वह मेरी दीदी की जांघों पर लेट गया और उनकी चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा.... असलम मेरी दीदी के निपल्स को चबाने लगा था... वह मेरी दीदी का दूध पी रहा था चबा चबा के काट काट के.... दीदी के चेहरा देखने लायक था.... उनके होश उड़े हुए थे.... उनके नरम मुलायम होठ सूखे जा रहे थे.... अजीबोगरीब दृश्य था ... मेरी कमसिन संस्कारी रूपाली दीदी नंगी बैठी हुई एक चूची से अपनी बच्ची को दूध पिला रही थी और दूसरी चूची से गुंडे को... असलम ने तो अपना लण्ड भी मेरी दीदी के हाथ में थमा दिया था... और मेरी दीदी के हाथ के ऊपर हाथ रख कर वह उनसे अपना लण्ड ऊपर नीचे करवा रहा था.... मेरी दीदी तो लगभग मदहोशी की अवस्था में चली गई थी.... असलम का तकरीबन नौ इंच लंबा और तीन इंच मोटा लंड मेरी रूपाली दीदी के मेहंदी लगे हाथों में मुठियाया जा रहा था... मेरी दीदी विवश हो कि यह सब कर रही थी.... और मैं चुपचाप देख रहा था... मुन्नी दूध पीकर सो चुकी थी..... जुनैद मेरी दीदी के पास गया और उसने मुन्नी को मेरी दीदी की गोद से उठा लिया.... उसने मुन्नी को मेरी गोद में थमा दिया.....
संभाल अपनी भांजी साले... रंडी के भाई..... अपनी दीदी को दूध पिलाते देख रहा है मादरजात.... साला कैसे हिजड़ा भाई है तू..... जुनैद मुझे बोल रहा था.... उसका मुरझाया हुआ लोड़ा मेरी आंखों के सामने हिल रहा था.... वह अभी भी नंगा ही था..... इसी लोड़े से कुछ देर पहले उसने मेरे रूपाली दीदी की योनि में नई-नई गहराइयां ढूंढ निकाली थी.... मैंने चुपचाप मुन्नी को अपनी गोद में ले लिया....
जुनैद मेरे पास ही बैठ गया और अपने मुरझाए लंड को पकड़ के मेरी दीदी को देखते हुए दारु पीने लगा.....
दूसरी तरफ असलम अब बिल्कुल पागल हो चुका था.... उसने मेरी रूपाली दीदी को घोड़ी बना दिया था..... मेरी दीदी के बाल पकड़कर उसने मेरी दीदी की गांड की छेद पर अपना लौड़ा सेट कर रखा था.... मेरी रूपाली दीदी फिर से चीखने चिल्लाने लगी......
भगवान के लिए ऐसा मत करो मेरे साथ.... आपका बहुत मोटा है ... बहुत दर्द होगा.....उफफफफ...आआहहहऽऽऽऽऽ आअहहहऽऽ... मत करो ना प्लीज..... मेरी रूपाली दीदी रोते हुए बोल रही थी...
पर असलम कहां मरने वाला था.. वह तो मेरी दीदी की गांड मारने पर उतारू था....
मेरी रूपाली दीदी ने चुपचाप मुन्नी को अपनी गोद में लिया और अपनी एक चूची मेरी भांजी के मुंह में दे दिया.... मेरी संस्कारी रूपाली दीदी बिल्कुल नग्न अवस्था में झोपड़ी के अंदर सूखी घास पे बैठ के अपनी चूची से मुन्नी को दूध पिला रही थी और जालिम असलम उनके सामने बैठा अपने घोड़े जैसे लोड़े को हाथ से हिला रहा था... वह मेरी प्यारी दीदी को प्यासी निगाहों से देख रहा था... उसकी आंखों में हवस थी.... साला मेरी दीदी को ऐसे देख रहा था जैसे उसने कभी किसी औरत को अपने बच्चे को दूध पिलाते नहीं देखा हो... मेरी दीदी की निगाहें शर्म के मारे झुकी हुई थी.... पर उनकी चूचियां तनी हुई थी.... गुलाबी निपल्स अकड़ के खड़े थे... मुन्नी तो मेरी दीदी की बाई चूची को पी रही थी.... और उनकी दाई चूची हिल रही थी... दीदी के कड़क गुलाबी निप्पल्स पर दूध की बूंदे उभर आई थी.... असलम से अब बर्दाश्त नहीं हुआ.... वह मेरी दीदी की जांघों पर लेट गया और उनकी चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा.... असलम मेरी दीदी के निपल्स को चबाने लगा था... वह मेरी दीदी का दूध पी रहा था चबा चबा के काट काट के.... दीदी के चेहरा देखने लायक था.... उनके होश उड़े हुए थे.... उनके नरम मुलायम होठ सूखे जा रहे थे.... अजीबोगरीब दृश्य था ... मेरी कमसिन संस्कारी रूपाली दीदी नंगी बैठी हुई एक चूची से अपनी बच्ची को दूध पिला रही थी और दूसरी चूची से गुंडे को... असलम ने तो अपना लण्ड भी मेरी दीदी के हाथ में थमा दिया था... और मेरी दीदी के हाथ के ऊपर हाथ रख कर वह उनसे अपना लण्ड ऊपर नीचे करवा रहा था.... मेरी दीदी तो लगभग मदहोशी की अवस्था में चली गई थी.... असलम का तकरीबन नौ इंच लंबा और तीन इंच मोटा लंड मेरी रूपाली दीदी के मेहंदी लगे हाथों में मुठियाया जा रहा था... मेरी दीदी विवश हो कि यह सब कर रही थी.... और मैं चुपचाप देख रहा था... मुन्नी दूध पीकर सो चुकी थी..... जुनैद मेरी दीदी के पास गया और उसने मुन्नी को मेरी दीदी की गोद से उठा लिया.... उसने मुन्नी को मेरी गोद में थमा दिया.....
संभाल अपनी भांजी साले... रंडी के भाई..... अपनी दीदी को दूध पिलाते देख रहा है मादरजात.... साला कैसे हिजड़ा भाई है तू..... जुनैद मुझे बोल रहा था.... उसका मुरझाया हुआ लोड़ा मेरी आंखों के सामने हिल रहा था.... वह अभी भी नंगा ही था..... इसी लोड़े से कुछ देर पहले उसने मेरे रूपाली दीदी की योनि में नई-नई गहराइयां ढूंढ निकाली थी.... मैंने चुपचाप मुन्नी को अपनी गोद में ले लिया....
जुनैद मेरे पास ही बैठ गया और अपने मुरझाए लंड को पकड़ के मेरी दीदी को देखते हुए दारु पीने लगा.....
दूसरी तरफ असलम अब बिल्कुल पागल हो चुका था.... उसने मेरी रूपाली दीदी को घोड़ी बना दिया था..... मेरी दीदी के बाल पकड़कर उसने मेरी दीदी की गांड की छेद पर अपना लौड़ा सेट कर रखा था.... मेरी रूपाली दीदी फिर से चीखने चिल्लाने लगी......
भगवान के लिए ऐसा मत करो मेरे साथ.... आपका बहुत मोटा है ... बहुत दर्द होगा.....उफफफफ...आआहहहऽऽऽऽऽ आअहहहऽऽ... मत करो ना प्लीज..... मेरी रूपाली दीदी रोते हुए बोल रही थी...
पर असलम कहां मरने वाला था.. वह तो मेरी दीदी की गांड मारने पर उतारू था....