03-02-2021, 07:30 PM
(This post was last modified: 29-09-2021, 02:02 PM by komaalrani. Edited 8 times in total. Edited 8 times in total.)
मिसेज मल्होत्रा
गुड्डी भी कान पारे सुन रही थी।
और वो चालू हो गए ,
" ये सारे कोचिंग वाले करते है या कम से कम ट्राई करते हैं पर स्काई की कोचिंग की क्वालिटी के साथ साथ कनेक्शन भी ,तो बस किसी ने चार्ज लगा दिया की उन लोगो ने पेपर आउट किये थे , ... "
" किसी ने क्या सागर कोचिंग वालों ने ,उन के बस का तो था नहीं बस सिक्युरिटी को पैसा खिला के और पेपर आउट वायट क्या, हाँ १०० में से १० -१२ सवाल का कभी कभी,... इससे ज्यादा नहीं,... असली बात ये थी स्काई के आगे कोई उसको पूछता नहीं था, सबसे शार्प इंटेलिजेंट लड़के लड़कियां मिसेज मल्होत्रा के सेंटर में, और बेस्ट रिजल्ट, तो बस,... "
मैंने बात साफ़ की।
" हाँ तो बस ,वो जो थानेदार है जिसने एकदम जल्लाद , और घूसखोर नम्बरी ,लेकिन मिनिस्टर के बिरादरी का आदमी है , पैसा लड़की सब पहुंचाता है इसलिए। तो उसी को स्काई के राइवल कोचिंग वालों ने , और वो लोग जब मल्होत्रा को थाने ले गए शाम के सात आठ बजे तो उसका फोन वोन सब , वो तो गनीमत थी की मिसेज मल्होत्रा ने तेरी भाभी को फोन कर दिया और फिर मैंने अपना चक्कर चलाने की कोशिश की ,दोस्त तो मेरा कबसे है वो। "
' क्या किया आपने "
दम साधे अपने भाई को तारीफ़ की नज़रों से देखती गुड्डी ने अपने भैय्या से पूछा।
" अरे यार ,वो एस एस पी न ,मेरे साथ का पढ़ा ,पुराना यार है लेकिन वो बाहर था। और इसलिए उन्होंने मल्होत्रा को ट्रैप करने के लिए वो दिन चुना था। तो एस एस पी ने मुझसे कह दिया की यार मुश्किल है लेकिन फिर भी मैं कुछ करूंगा ,हाँ ये याद रखना की थानेदार की पहुँच ऊपर तक है इसलिए मैं और जो कुछ भी कर सकता हूँ कर लूँ क्योंकि आज फ्राइडे है और अगले दो दिन कोर्ट बंद ,बस वो मंडे और,... और तबतक तो मल्होत्रा से वो कुछ भी कबुलवा लेंगे।
इसलिए मैंने एक वकील को पकड़ा जिसकी डिस्ट्रिक्ट जज से अच्छी जान पहचान थी। रात हो गयी थी तब भी हम लोग उन के यहां गए ,गनीमत है उस थानेदार की रेप्युटेशन जबरदस्त ख़राब थी ,इसलिए वो भी ,... "
तबतक जेठानी जी ने फास्ट फारवर्ड करने की कोशिश की ,
" लेकिन वो मिसेज मल्होत्रा का क्या चक्कर ,... "
" अरे मैंने उन्हें लाख मना किया था की वो थाने न जायँ लेकिन ,... "
इन्होने बोलने की कोशिश की लेकिन मैंने बात काट दी।
"मैं बताती हूँ ,मैं थी न वहां मिसेज मल्होत्रा की क्या गलती , सिक्युरिटी वालों ने मिस्टर मल्होत्रा से ही फोन करवा के की उनके सब डाक्युमेंट्स ,बैंक के पेपर ले के वो आ जाएँ तो ,... "
" अरे उनकी भी तो ,स्साला वो थानेदार ,... " अब वो बोलने लगे।
और फिर थाना और थानेदार का उन्होंने हाल खुलासा बयान किया,
"दिन में किसी की हिम्मत नहीं पड़ती थी , थाने के अंदर घुसने की रात में तो पूरा भूतों का अड्डा लगता था। और ऊपर से वो थानेदार, छोटे मोटे अफसरों को तो गिनता नहीं था, ठोक दो के नाम से मशहूर था, सवा साल में २८ एनकाउंटर कर चुका था, मजाल किसी अखबार वाले की, कि चूं करे बल्कि सब जय जयकार करते थे, सब मीडया वालों के मालिकों की कुंडली उसके पास थी. और एक लंगड़ा प्रोग्राम था न उसमे तो उसके थाने वालों ने पूरे ४८,... उसके थाने के ही ३-४ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, ... और उस दिन तो,
और फिर थाना और थानेदार का उन्होंने हाल खुलासा बयान किया,
"दिन में किसी की हिम्मत नहीं पड़ती थी , थाने के अंदर घुसने की रात में तो पूरा भूतों का अड्डा लगता था। और ऊपर से वो थानेदार, छोटे मोटे अफसरों को तो गिनता नहीं था, ठोक दो के नाम से मशहूर था, सवा साल में २८ एनकाउंटर कर चुका था, मजाल किसी अखबार वाले की, कि चूं करे बल्कि सब जय जयकार करते थे, सब मीडया वालों के मालिकों की कुंडली उसके पास थी. और एक लंगड़ा प्रोग्राम था न उसमे तो उसके थाने वालों ने पूरे ४८,... उसके थाने के ही ३-४ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, ... और उस दिन तो, स्साला मल्होत्रा खुद बता रहा था की उसकी तो उन लोगों ने एकदम ले ली थी वो भी बिना तेल लगाए।
और आगे की कहानी उन्होंने जैसे मल्होत्रा ने बतायी थी उसी तरह बताई।
मल्होत्रा, शाम को सात साढ़े सात बजे अपने आफिस से निकल रहे थे, नहीं नहीं उनका आफिस कोचिंग में नहीं है , एक दूसरी बिल्डिंग, जहाँ कोचिंग के साथ उसके बाकी बिजनेस, रियल एस्टेट, फाइनेंस ये सब भी हैं. आफिस में कुछ लोग ही बचे थे, उनकी सेक्रेटरी, चपरासी, ड्राइवर और दो चार स्टाफ, ... तो पहला काम उन लोगों ने किया, घुसने के पहले फोन लाइंस, पावर लाइंस सब काट दी और जैमर लगा दिया। चार जबरदस्त मुस्टंडे, और साथ एक कोई लड़का टाइप,... कमरे में घुसने के पहले चपरासी ने कुछ टोका तो वही जबरदस्त झापड़ दिया की वो वहीँ लुढ़क गया, और घुस के कमरा अंदर से बंद कर दिया। ,,मल्होत्रा ने पहले तो मोबाइल पे अपने वकील को फोन लगाया, सिक्योरटी को बजर बजाया, लैंड लाइन ट्राई की , लेकिन लाइन तो कटी थीं, और जैमर भी तो मोबाइल के काम करने का सवाल ही नहीं था,
" हो गया " जैसे मल्होत्रा को चिढ़ाते एक मुस्टंडा बोला, उसके हाथ से फोन छीन लिया और मल्होत्रा को बोला,
" थानेदार जी ने बुलाया है, हम लोग तो खाली रिसेप्शन कमिटी वाले हैं, सीधे साधे चलेगा तो ठीक वरना गंगा डोली करके ले चलेंगे, चल पहले कोने में खड़ा हो जा , दीवाल से सट के एकदम आँखे बंद, आँखे खुली तो बस वो झन्नाटेदार झापड़ पडेगा,
मल्होत्रा दीवाल से सट कर खड़ा हो गया, मारे डर के आँखे बंद कर कोने में खड़ा हो गया, लेकिन कान तो खुले ही थे,...
" आई टी सम्राट चल तू चालू हो जा,... पांच मिनट हैं तेरे पास, "
बहुत हैं, उस लड़के के बुदबुदाने की आवाज मल्होत्रा के कान में आयी. एक मुस्टंडा मल्होत्रा के बगल में खड़ा था बाकी तीन ने कमरे की तलाशी चालू कर दी,...
कुछ देर में ही उस लड़के की आवाज आयी, " हो गया, मोबाइल भी "
तबतक उन मुस्टंडो का टीम लीडर मल्होत्रा की कुर्सी पर बैठ गया था, और बाकी के दो बची कुर्सियों पर, एक मल्होत्रा के पास और वो लड़का टेबल पर मल्होत्रा के लैपटॉप के पास, ... बगल में डेस्कटॉप भी था,
जब मल्होत्रा की को उन सब ने मुड़ने की इजाजत दी तो उस ने देखा की टेबल पर उस की सिंगल माल्ट की बोतल खुली थी और वो सब सीधे बोतल से ही,... और मल्होत्रा को वहीँ फर्श पे बैठा दिया, और उसी बॉटल से थोड़ी व्हिस्की उसके शर्ट और पैंट पर गिरा दी और मल्होत्रा के चपरासी को बुलाया,
" सुन स्साले तेरे साहेब की गीली हो गयी है , इनकी शर्ट पेंट उतार दे जल्द वरना वो झापड़ भूल गया इतनी जल्दी। "
मल्होत्रा को सिर्फ बनयाइन चड्ढी में उन सबों ने फर्श पर बैठाया और फिर चपरासी को बोला लेडीज सेक्रेटरी को बुलाने को, ...
" चल पास वर्ड डाल , ये कंप्यूटर खोल,... और लैपटॉप भी "
फर्श पर बैठे, सिर्फ बनियान और चड्ढी में मिस्टर मल्होत्रा को देखकर उनकी लेडी सेक्रेटरी की हालत भी ख़राब हो गयी,... और उसने डेस्कटॉप खोल दिया,
" डी ड्राइव, और वो कुछ हिडेन फ़ोल्डर्स हैं शायद, उन्हें " अब वो लड़का बोला
डी ड्राइव में २७ फोल्डर थे, ...
" वो जो , वही जिसपर जी लिखा है " ... लड़का फिर बोला,... और वो फोल्डर खुल गया, कुल ७१ मूवीज सब की सब गे,
" चल चला के दिखा, ... "
सेक्रेटरी ने कांपते हाथों से एक ऑन किया, एक ट्विंक के साथ दो दो टॉप,... कच्ची उमर वाला लौंडा था दोनों उसकी मार रहे थे, मिस्टर मल्होत्रा ने मुंह खोलने की कोशिश की तो जूते की एक ठोकर टेबल पर बैठे मुस्टंडे की उनके मुंह पर पड़ी और मल्होत्रा की कुर्सी पर बैठा सेक्रेटरी से से बोला
" ये स्साला गांडू, जिगोलो को बुला के यहाँ आफिस में भी गाँड़ मरवाता था क्या,... चल और खोल, "
सेक्रेटरी ने दूसरी खोली, उसमें भी ट्विंक और गे,...
" चल छोड़ सब यही है , इस स्साले गांडू को गांड मरवाने का जबरदस्त शौक है हे दो चार और फोल्डर खोल के चेक कर ले, सीज करना होगा,... "
,
अबकी मुस्टंडो के सरदार ने उस लड़के से बोला,
" वो, वो नहीं चौथा , हाँ जिस पर यू ए लिखा है, ... हाँ वही ,... " वो लड़का सेक्रेटरी से बोला,
१४ मूवीज लेकिन सब की सब अंडर एज,... दो चार चलवाने के बाद मुस्टंडों ने वो फोल्डर भी बंद करवा दिया,...
और उसके बाद स्कैट, गोल्डन शावर, हाईकॉलेज गर्ल्स,... तीन चार फोल्डर और,...
"चल बंद कर, अब इसे सीज करना होगा, दो चार गवाह और हों तो ठीक रहेगा, तू जा और आफिस में जाके जितनी लड़किया हों बुला ला और उनके सामने सीजर की वीडियो रिकारडिंग भी होगी , उन सबों की फोटो भी वीडियो में और सब की सिग्नेचर आधार कार्ड नंबर के साथ,... जा "
मल्होत्रा की कुर्सी पर बैठे मुस्टंडो का सरदार अपने साथ आये लड़के से बोला, और लेडीज सेक्रेटरी से बोला, चल तू बंद कर इसे, और ये पासवर्ड वासवर्ड डाल दे , एक कागज पर पासवर्ड सारे लिख के अपनी साइन और आधार नंबर लिख दे नीचे,
थोड़ी देर में झरर मार के छह सात लड़कियां आफिस में काम करने वाली, आफिस में ज्यादातर लड़कियां ही थीं , वो भी यंगीश, सबसे बड़ी २२ साल की होगी ,
और वीडियो रिकार्डिंग शुरू हो गयी, वो लड़का साथ में रनिंग कमेंट्री कर रहा था वीडियों में रिकार्ड करने के लिए,
" शाम के सात बजकर अट्ठारह मिनट हो रहे हैं , हम मिस्टर मल्होत्रा के आफिस में में उनके आफिस एक्वेपमेंट सीज कर रहे रहे हैं , उनकी सेक्रेटरी ने पासवर्ड इस्तेमाल कर के उनका डेस्कटॉप खोला, और अब वो डी ड्राइव खोल रही हैं, और अब वो जी फोल्डर जिसमें ७१ मूवीज फाइल्स है , हाँ सेक्रेटरी ने वो फाइल्स खोली,... :
एक से एक गे मूवीज देखकर आफिस की लड़कियों की हालत ख़राब, मल्होत्रा को लग रहा था उससे अच्छा ये सब उसे गोली मार देते,
फिर अन्डर एज, स्कैट,...
बीच बीच में वो लड़का दुहराता था ये कंप्यूयटर आपके सामने सेक्रेटरी ने पासवर्ड से खोला है, किसी और ने इसे नहीं छुआ है,...
उसके बाद लैपटॉप, और उसमें भी उसी तरह की मूवीज, और एक फोल्डर में कोचिंग की कुछ लड़कियों की तस्वीर,...
चल जल्दी कर, बंद कर अपना मल्टीप्लेक्स,... अभी सीजर मेमो पे इन सब से साइन करा, टेबल पर बैठा मुस्टंडा उस लड़के से बोला।
वीडियो पर हर आफिस वाली ने अपना नाम, आफिस का काम बोला और ये की उनके सामने हार्ड डिस्क, लैपटॉप और मोबाइल सीज किया और सीजर मेमो पर सब ने साइन भी किया,
फिर आधे घंटे तक बारी बारी से उन लड़कियों को बुला के पूछताछ, और मल्होत्रा उसी तरह चड्ढी बनयाइन में, फर्श पर आफिस की लड़कियों के सामने,
उसी तरह उसे पकड़ के सीढ़ी से, पांच मंजिल उतार के मुस्टंडे, जीप में भी भी उसे पीछे फर्श पर बैठाया और मुस्टंडों के जूते कभी उसके चेहरे पर कभी सर पर , कोई उससे न बात कर रहा था न पूछताछ, जैसे उसकी कोई औकात न हो,...
और हाँ, ले चलने के पहले जो उनके साथ लड़का था, उससे मुस्टंडा बोला, ...
" स्साले के कपडे भी ले ले, थाने में पहुँच के गन्दा करेगा तो इसी से पोंछा लगवायेंगे।
थाने में पहुँच के उन मुस्टंडो ने उन्हें दो सिक्युरिटी वालों के हवाले कर दिया, जीप से उतार कर उसी तरह चड्ढी बनयाइन में, ... और जैसे ही वो थाने में घुसे तो इतनी जोरदार चीखें की उनके कान बहरे हो गए, मुड़ के देखा तो बगल के एक कमरे में, सीखचें से साफ़ दिख रहा था , एक आदमी सिर्फ चड्ढी में उलटा लटका हुआ, और दो जवान, डंडो से उसके पिछवाड़े बारी बारी से पूरी ताकत से मारते, चूतड़ से खून छलक रहा था, वो चिल्ला रहा था , साहेब जहाँ कहिये साइन कर दूंगा , जो कहिये लिखे के दूंगा बस उतार दो, ... और जवाब में और जोर से उसकी चड्ढी के ऊपर से मारते वो जवान बोला,
" स्साले काहें को चिल्ला रहा है अभी तो शो शुरू हुआ है, अभी तो आधे घंटे नीचे से मिर्चे की धूनी देनी है, फिर बर्फ की सिल्ली , उसके बाद साइन वाइन की बाद में बात करेंगे, वो तो तू कर ही देगा "
मल्होत्रा को उधर देखते हुए सिक्युरिटी वाला जोर से हंसा, का देख रहे हो हो बस, एक दो घंटा भी नहीं , बड़े साहेब को आने दो, तेरे लिए तो सुपर पेसल ट्रिपल एक्स शो का इंतजाम है , पूरे रात भर का,
फिर वो एक बड़े से हाल में पहुंचे जहाँ थानेदार आनेवाले थे,
" हे अपनी ब्रा उतार और चल निहुर जा, बस साहेब आने वाले हैं "
वो चड्ढी में निहुरे, और २०-२५ मिनट में थानेदार आ गए, ...
" जानती हैं , ६ मुस्टंडो को उसने खड़ा करके रखा था , उसी थाने के सब। मल्होत्रा के सामने और सब बैठ के देसी दारु पी रहे थे। 'अभी तो शुरुआत भी नहीं की , अगर दस बजे तक ,... दस बजे के बाद असली खेल चालू होगा , ये सब नम्बरी गाँड मारने वाले हैं ,बस तुझे निहराएँगे और पूरा अंदर ,अभी से तयारी कर ले , ;
थानेदार ने मल्होत्रा से और उन सबों से पूछा वो ताकत वाली नीली वाली गोली भी खा लेना डबल डोज ,साहब का पिछवाड़ा रात भर ,... और जब दो तीन राउंड हो जायेगीं न कबड्डी , तो फिर पूछताछ करेंगे अभी क्या जल्दी है नहीं तो अपनी मैडम को बुलवा लो बैंक वैंक के कागज के साथ ,... और सोर्स वॉर्स का सोच्चणा भी मत्त ,मेरे थाने में सिर्र्फ मेरा डंडा चलता है। "
आगे की कहानी मैंने बयान की।
" मिसेज मल्होत्रा ने गनीमत है थाने पहुंचने के पहले मुझे फोन कर दिया था ,मैंने उन्हें बोला था की पहुँच के मुझे जरूर फोन कर दें। और जब उन का फोन नहीं आया तो मैं समझ गयी हुयी गड़बड़। हुआ ये की मिसेज मल्होत्रा के थाने पहुँचने पर गेट पर ही तलाशी में उनका फोन रखवा लिया गया। जब वो थाने में पहुंची तो वहां मिस्टर मलहोता सिर्फ चड्ढी में ,निहुरे।
मिसेज मल्होत्रा को देख के थानेदार गन्दी हंसी हंसा , बोलै ; मैं सोच रहा था की अरे कोई घर का सामने होवेगा तो और गरज के बोला इस स्साली रंडी की भी तलाशी ले। मिसेज मल्होत्रा वैसे ही थोड़ी ,... भड़क गयी।
रात में थाने में एक तो किसी औरत को , ..और फिर बिना लेडीज सिक्युरिटी की कुछ कानून वानून है की नहीं।
बस थानेदार जोर से हंसा , और एक सिक्युरिटी वाले से बोला
अरे स्साले मैडम को लेडीज सिक्युरिटी चाहिए जा बुला ला अपनी चंद्रमुखी चौताला को। और फिर दो सिक्युरिटी वालियां एक थोड़ी अधेड़ सी और एक यंग , फिर मिसेज मल्होत्रा को लगा की क्या गलती की , गालियों की बरसात से बात शुरू हुयी।
" तू रंडी इस हरामी की बीबी है , आयी क्यों आधी रात को थाने में , इसकी तो गांड मारने का पूरी रात का प्रोग्राम है जी ,हमारे थाने का रिवाज है। तो क्या तू अओअनी बुर मरवाने आयी है या अपने मरद को गांड मरवाते देखणे आयी है ,रात भर का फ्री शो। और अब मुझे बुला लिया है तो तेरा भी सो अब करवा ही देती हूँ , हे छुटकी चल जरा उत्तार इस रंडी की साड़ी , फिर इसकी तलाशी लेत्ती हूँ मैं। "
उसने हड़काया।
गुड्डी भी कान पारे सुन रही थी।
और वो चालू हो गए ,
" ये सारे कोचिंग वाले करते है या कम से कम ट्राई करते हैं पर स्काई की कोचिंग की क्वालिटी के साथ साथ कनेक्शन भी ,तो बस किसी ने चार्ज लगा दिया की उन लोगो ने पेपर आउट किये थे , ... "
" किसी ने क्या सागर कोचिंग वालों ने ,उन के बस का तो था नहीं बस सिक्युरिटी को पैसा खिला के और पेपर आउट वायट क्या, हाँ १०० में से १० -१२ सवाल का कभी कभी,... इससे ज्यादा नहीं,... असली बात ये थी स्काई के आगे कोई उसको पूछता नहीं था, सबसे शार्प इंटेलिजेंट लड़के लड़कियां मिसेज मल्होत्रा के सेंटर में, और बेस्ट रिजल्ट, तो बस,... "
मैंने बात साफ़ की।
" हाँ तो बस ,वो जो थानेदार है जिसने एकदम जल्लाद , और घूसखोर नम्बरी ,लेकिन मिनिस्टर के बिरादरी का आदमी है , पैसा लड़की सब पहुंचाता है इसलिए। तो उसी को स्काई के राइवल कोचिंग वालों ने , और वो लोग जब मल्होत्रा को थाने ले गए शाम के सात आठ बजे तो उसका फोन वोन सब , वो तो गनीमत थी की मिसेज मल्होत्रा ने तेरी भाभी को फोन कर दिया और फिर मैंने अपना चक्कर चलाने की कोशिश की ,दोस्त तो मेरा कबसे है वो। "
' क्या किया आपने "
दम साधे अपने भाई को तारीफ़ की नज़रों से देखती गुड्डी ने अपने भैय्या से पूछा।
" अरे यार ,वो एस एस पी न ,मेरे साथ का पढ़ा ,पुराना यार है लेकिन वो बाहर था। और इसलिए उन्होंने मल्होत्रा को ट्रैप करने के लिए वो दिन चुना था। तो एस एस पी ने मुझसे कह दिया की यार मुश्किल है लेकिन फिर भी मैं कुछ करूंगा ,हाँ ये याद रखना की थानेदार की पहुँच ऊपर तक है इसलिए मैं और जो कुछ भी कर सकता हूँ कर लूँ क्योंकि आज फ्राइडे है और अगले दो दिन कोर्ट बंद ,बस वो मंडे और,... और तबतक तो मल्होत्रा से वो कुछ भी कबुलवा लेंगे।
इसलिए मैंने एक वकील को पकड़ा जिसकी डिस्ट्रिक्ट जज से अच्छी जान पहचान थी। रात हो गयी थी तब भी हम लोग उन के यहां गए ,गनीमत है उस थानेदार की रेप्युटेशन जबरदस्त ख़राब थी ,इसलिए वो भी ,... "
तबतक जेठानी जी ने फास्ट फारवर्ड करने की कोशिश की ,
" लेकिन वो मिसेज मल्होत्रा का क्या चक्कर ,... "
" अरे मैंने उन्हें लाख मना किया था की वो थाने न जायँ लेकिन ,... "
इन्होने बोलने की कोशिश की लेकिन मैंने बात काट दी।
"मैं बताती हूँ ,मैं थी न वहां मिसेज मल्होत्रा की क्या गलती , सिक्युरिटी वालों ने मिस्टर मल्होत्रा से ही फोन करवा के की उनके सब डाक्युमेंट्स ,बैंक के पेपर ले के वो आ जाएँ तो ,... "
" अरे उनकी भी तो ,स्साला वो थानेदार ,... " अब वो बोलने लगे।
और फिर थाना और थानेदार का उन्होंने हाल खुलासा बयान किया,
"दिन में किसी की हिम्मत नहीं पड़ती थी , थाने के अंदर घुसने की रात में तो पूरा भूतों का अड्डा लगता था। और ऊपर से वो थानेदार, छोटे मोटे अफसरों को तो गिनता नहीं था, ठोक दो के नाम से मशहूर था, सवा साल में २८ एनकाउंटर कर चुका था, मजाल किसी अखबार वाले की, कि चूं करे बल्कि सब जय जयकार करते थे, सब मीडया वालों के मालिकों की कुंडली उसके पास थी. और एक लंगड़ा प्रोग्राम था न उसमे तो उसके थाने वालों ने पूरे ४८,... उसके थाने के ही ३-४ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, ... और उस दिन तो,
और फिर थाना और थानेदार का उन्होंने हाल खुलासा बयान किया,
"दिन में किसी की हिम्मत नहीं पड़ती थी , थाने के अंदर घुसने की रात में तो पूरा भूतों का अड्डा लगता था। और ऊपर से वो थानेदार, छोटे मोटे अफसरों को तो गिनता नहीं था, ठोक दो के नाम से मशहूर था, सवा साल में २८ एनकाउंटर कर चुका था, मजाल किसी अखबार वाले की, कि चूं करे बल्कि सब जय जयकार करते थे, सब मीडया वालों के मालिकों की कुंडली उसके पास थी. और एक लंगड़ा प्रोग्राम था न उसमे तो उसके थाने वालों ने पूरे ४८,... उसके थाने के ही ३-४ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, ... और उस दिन तो, स्साला मल्होत्रा खुद बता रहा था की उसकी तो उन लोगों ने एकदम ले ली थी वो भी बिना तेल लगाए।
और आगे की कहानी उन्होंने जैसे मल्होत्रा ने बतायी थी उसी तरह बताई।
मल्होत्रा, शाम को सात साढ़े सात बजे अपने आफिस से निकल रहे थे, नहीं नहीं उनका आफिस कोचिंग में नहीं है , एक दूसरी बिल्डिंग, जहाँ कोचिंग के साथ उसके बाकी बिजनेस, रियल एस्टेट, फाइनेंस ये सब भी हैं. आफिस में कुछ लोग ही बचे थे, उनकी सेक्रेटरी, चपरासी, ड्राइवर और दो चार स्टाफ, ... तो पहला काम उन लोगों ने किया, घुसने के पहले फोन लाइंस, पावर लाइंस सब काट दी और जैमर लगा दिया। चार जबरदस्त मुस्टंडे, और साथ एक कोई लड़का टाइप,... कमरे में घुसने के पहले चपरासी ने कुछ टोका तो वही जबरदस्त झापड़ दिया की वो वहीँ लुढ़क गया, और घुस के कमरा अंदर से बंद कर दिया। ,,मल्होत्रा ने पहले तो मोबाइल पे अपने वकील को फोन लगाया, सिक्योरटी को बजर बजाया, लैंड लाइन ट्राई की , लेकिन लाइन तो कटी थीं, और जैमर भी तो मोबाइल के काम करने का सवाल ही नहीं था,
" हो गया " जैसे मल्होत्रा को चिढ़ाते एक मुस्टंडा बोला, उसके हाथ से फोन छीन लिया और मल्होत्रा को बोला,
" थानेदार जी ने बुलाया है, हम लोग तो खाली रिसेप्शन कमिटी वाले हैं, सीधे साधे चलेगा तो ठीक वरना गंगा डोली करके ले चलेंगे, चल पहले कोने में खड़ा हो जा , दीवाल से सट के एकदम आँखे बंद, आँखे खुली तो बस वो झन्नाटेदार झापड़ पडेगा,
मल्होत्रा दीवाल से सट कर खड़ा हो गया, मारे डर के आँखे बंद कर कोने में खड़ा हो गया, लेकिन कान तो खुले ही थे,...
" आई टी सम्राट चल तू चालू हो जा,... पांच मिनट हैं तेरे पास, "
बहुत हैं, उस लड़के के बुदबुदाने की आवाज मल्होत्रा के कान में आयी. एक मुस्टंडा मल्होत्रा के बगल में खड़ा था बाकी तीन ने कमरे की तलाशी चालू कर दी,...
कुछ देर में ही उस लड़के की आवाज आयी, " हो गया, मोबाइल भी "
तबतक उन मुस्टंडो का टीम लीडर मल्होत्रा की कुर्सी पर बैठ गया था, और बाकी के दो बची कुर्सियों पर, एक मल्होत्रा के पास और वो लड़का टेबल पर मल्होत्रा के लैपटॉप के पास, ... बगल में डेस्कटॉप भी था,
जब मल्होत्रा की को उन सब ने मुड़ने की इजाजत दी तो उस ने देखा की टेबल पर उस की सिंगल माल्ट की बोतल खुली थी और वो सब सीधे बोतल से ही,... और मल्होत्रा को वहीँ फर्श पे बैठा दिया, और उसी बॉटल से थोड़ी व्हिस्की उसके शर्ट और पैंट पर गिरा दी और मल्होत्रा के चपरासी को बुलाया,
" सुन स्साले तेरे साहेब की गीली हो गयी है , इनकी शर्ट पेंट उतार दे जल्द वरना वो झापड़ भूल गया इतनी जल्दी। "
मल्होत्रा को सिर्फ बनयाइन चड्ढी में उन सबों ने फर्श पर बैठाया और फिर चपरासी को बोला लेडीज सेक्रेटरी को बुलाने को, ...
" चल पास वर्ड डाल , ये कंप्यूटर खोल,... और लैपटॉप भी "
फर्श पर बैठे, सिर्फ बनियान और चड्ढी में मिस्टर मल्होत्रा को देखकर उनकी लेडी सेक्रेटरी की हालत भी ख़राब हो गयी,... और उसने डेस्कटॉप खोल दिया,
" डी ड्राइव, और वो कुछ हिडेन फ़ोल्डर्स हैं शायद, उन्हें " अब वो लड़का बोला
डी ड्राइव में २७ फोल्डर थे, ...
" वो जो , वही जिसपर जी लिखा है " ... लड़का फिर बोला,... और वो फोल्डर खुल गया, कुल ७१ मूवीज सब की सब गे,
" चल चला के दिखा, ... "
सेक्रेटरी ने कांपते हाथों से एक ऑन किया, एक ट्विंक के साथ दो दो टॉप,... कच्ची उमर वाला लौंडा था दोनों उसकी मार रहे थे, मिस्टर मल्होत्रा ने मुंह खोलने की कोशिश की तो जूते की एक ठोकर टेबल पर बैठे मुस्टंडे की उनके मुंह पर पड़ी और मल्होत्रा की कुर्सी पर बैठा सेक्रेटरी से से बोला
" ये स्साला गांडू, जिगोलो को बुला के यहाँ आफिस में भी गाँड़ मरवाता था क्या,... चल और खोल, "
सेक्रेटरी ने दूसरी खोली, उसमें भी ट्विंक और गे,...
" चल छोड़ सब यही है , इस स्साले गांडू को गांड मरवाने का जबरदस्त शौक है हे दो चार और फोल्डर खोल के चेक कर ले, सीज करना होगा,... "
,
अबकी मुस्टंडो के सरदार ने उस लड़के से बोला,
" वो, वो नहीं चौथा , हाँ जिस पर यू ए लिखा है, ... हाँ वही ,... " वो लड़का सेक्रेटरी से बोला,
१४ मूवीज लेकिन सब की सब अंडर एज,... दो चार चलवाने के बाद मुस्टंडों ने वो फोल्डर भी बंद करवा दिया,...
और उसके बाद स्कैट, गोल्डन शावर, हाईकॉलेज गर्ल्स,... तीन चार फोल्डर और,...
"चल बंद कर, अब इसे सीज करना होगा, दो चार गवाह और हों तो ठीक रहेगा, तू जा और आफिस में जाके जितनी लड़किया हों बुला ला और उनके सामने सीजर की वीडियो रिकारडिंग भी होगी , उन सबों की फोटो भी वीडियो में और सब की सिग्नेचर आधार कार्ड नंबर के साथ,... जा "
मल्होत्रा की कुर्सी पर बैठे मुस्टंडो का सरदार अपने साथ आये लड़के से बोला, और लेडीज सेक्रेटरी से बोला, चल तू बंद कर इसे, और ये पासवर्ड वासवर्ड डाल दे , एक कागज पर पासवर्ड सारे लिख के अपनी साइन और आधार नंबर लिख दे नीचे,
थोड़ी देर में झरर मार के छह सात लड़कियां आफिस में काम करने वाली, आफिस में ज्यादातर लड़कियां ही थीं , वो भी यंगीश, सबसे बड़ी २२ साल की होगी ,
और वीडियो रिकार्डिंग शुरू हो गयी, वो लड़का साथ में रनिंग कमेंट्री कर रहा था वीडियों में रिकार्ड करने के लिए,
" शाम के सात बजकर अट्ठारह मिनट हो रहे हैं , हम मिस्टर मल्होत्रा के आफिस में में उनके आफिस एक्वेपमेंट सीज कर रहे रहे हैं , उनकी सेक्रेटरी ने पासवर्ड इस्तेमाल कर के उनका डेस्कटॉप खोला, और अब वो डी ड्राइव खोल रही हैं, और अब वो जी फोल्डर जिसमें ७१ मूवीज फाइल्स है , हाँ सेक्रेटरी ने वो फाइल्स खोली,... :
एक से एक गे मूवीज देखकर आफिस की लड़कियों की हालत ख़राब, मल्होत्रा को लग रहा था उससे अच्छा ये सब उसे गोली मार देते,
फिर अन्डर एज, स्कैट,...
बीच बीच में वो लड़का दुहराता था ये कंप्यूयटर आपके सामने सेक्रेटरी ने पासवर्ड से खोला है, किसी और ने इसे नहीं छुआ है,...
उसके बाद लैपटॉप, और उसमें भी उसी तरह की मूवीज, और एक फोल्डर में कोचिंग की कुछ लड़कियों की तस्वीर,...
चल जल्दी कर, बंद कर अपना मल्टीप्लेक्स,... अभी सीजर मेमो पे इन सब से साइन करा, टेबल पर बैठा मुस्टंडा उस लड़के से बोला।
वीडियो पर हर आफिस वाली ने अपना नाम, आफिस का काम बोला और ये की उनके सामने हार्ड डिस्क, लैपटॉप और मोबाइल सीज किया और सीजर मेमो पर सब ने साइन भी किया,
फिर आधे घंटे तक बारी बारी से उन लड़कियों को बुला के पूछताछ, और मल्होत्रा उसी तरह चड्ढी बनयाइन में, फर्श पर आफिस की लड़कियों के सामने,
उसी तरह उसे पकड़ के सीढ़ी से, पांच मंजिल उतार के मुस्टंडे, जीप में भी भी उसे पीछे फर्श पर बैठाया और मुस्टंडों के जूते कभी उसके चेहरे पर कभी सर पर , कोई उससे न बात कर रहा था न पूछताछ, जैसे उसकी कोई औकात न हो,...
और हाँ, ले चलने के पहले जो उनके साथ लड़का था, उससे मुस्टंडा बोला, ...
" स्साले के कपडे भी ले ले, थाने में पहुँच के गन्दा करेगा तो इसी से पोंछा लगवायेंगे।
थाने में पहुँच के उन मुस्टंडो ने उन्हें दो सिक्युरिटी वालों के हवाले कर दिया, जीप से उतार कर उसी तरह चड्ढी बनयाइन में, ... और जैसे ही वो थाने में घुसे तो इतनी जोरदार चीखें की उनके कान बहरे हो गए, मुड़ के देखा तो बगल के एक कमरे में, सीखचें से साफ़ दिख रहा था , एक आदमी सिर्फ चड्ढी में उलटा लटका हुआ, और दो जवान, डंडो से उसके पिछवाड़े बारी बारी से पूरी ताकत से मारते, चूतड़ से खून छलक रहा था, वो चिल्ला रहा था , साहेब जहाँ कहिये साइन कर दूंगा , जो कहिये लिखे के दूंगा बस उतार दो, ... और जवाब में और जोर से उसकी चड्ढी के ऊपर से मारते वो जवान बोला,
" स्साले काहें को चिल्ला रहा है अभी तो शो शुरू हुआ है, अभी तो आधे घंटे नीचे से मिर्चे की धूनी देनी है, फिर बर्फ की सिल्ली , उसके बाद साइन वाइन की बाद में बात करेंगे, वो तो तू कर ही देगा "
मल्होत्रा को उधर देखते हुए सिक्युरिटी वाला जोर से हंसा, का देख रहे हो हो बस, एक दो घंटा भी नहीं , बड़े साहेब को आने दो, तेरे लिए तो सुपर पेसल ट्रिपल एक्स शो का इंतजाम है , पूरे रात भर का,
फिर वो एक बड़े से हाल में पहुंचे जहाँ थानेदार आनेवाले थे,
" हे अपनी ब्रा उतार और चल निहुर जा, बस साहेब आने वाले हैं "
वो चड्ढी में निहुरे, और २०-२५ मिनट में थानेदार आ गए, ...
" जानती हैं , ६ मुस्टंडो को उसने खड़ा करके रखा था , उसी थाने के सब। मल्होत्रा के सामने और सब बैठ के देसी दारु पी रहे थे। 'अभी तो शुरुआत भी नहीं की , अगर दस बजे तक ,... दस बजे के बाद असली खेल चालू होगा , ये सब नम्बरी गाँड मारने वाले हैं ,बस तुझे निहराएँगे और पूरा अंदर ,अभी से तयारी कर ले , ;
थानेदार ने मल्होत्रा से और उन सबों से पूछा वो ताकत वाली नीली वाली गोली भी खा लेना डबल डोज ,साहब का पिछवाड़ा रात भर ,... और जब दो तीन राउंड हो जायेगीं न कबड्डी , तो फिर पूछताछ करेंगे अभी क्या जल्दी है नहीं तो अपनी मैडम को बुलवा लो बैंक वैंक के कागज के साथ ,... और सोर्स वॉर्स का सोच्चणा भी मत्त ,मेरे थाने में सिर्र्फ मेरा डंडा चलता है। "
आगे की कहानी मैंने बयान की।
" मिसेज मल्होत्रा ने गनीमत है थाने पहुंचने के पहले मुझे फोन कर दिया था ,मैंने उन्हें बोला था की पहुँच के मुझे जरूर फोन कर दें। और जब उन का फोन नहीं आया तो मैं समझ गयी हुयी गड़बड़। हुआ ये की मिसेज मल्होत्रा के थाने पहुँचने पर गेट पर ही तलाशी में उनका फोन रखवा लिया गया। जब वो थाने में पहुंची तो वहां मिस्टर मलहोता सिर्फ चड्ढी में ,निहुरे।
मिसेज मल्होत्रा को देख के थानेदार गन्दी हंसी हंसा , बोलै ; मैं सोच रहा था की अरे कोई घर का सामने होवेगा तो और गरज के बोला इस स्साली रंडी की भी तलाशी ले। मिसेज मल्होत्रा वैसे ही थोड़ी ,... भड़क गयी।
रात में थाने में एक तो किसी औरत को , ..और फिर बिना लेडीज सिक्युरिटी की कुछ कानून वानून है की नहीं।
बस थानेदार जोर से हंसा , और एक सिक्युरिटी वाले से बोला
अरे स्साले मैडम को लेडीज सिक्युरिटी चाहिए जा बुला ला अपनी चंद्रमुखी चौताला को। और फिर दो सिक्युरिटी वालियां एक थोड़ी अधेड़ सी और एक यंग , फिर मिसेज मल्होत्रा को लगा की क्या गलती की , गालियों की बरसात से बात शुरू हुयी।
" तू रंडी इस हरामी की बीबी है , आयी क्यों आधी रात को थाने में , इसकी तो गांड मारने का पूरी रात का प्रोग्राम है जी ,हमारे थाने का रिवाज है। तो क्या तू अओअनी बुर मरवाने आयी है या अपने मरद को गांड मरवाते देखणे आयी है ,रात भर का फ्री शो। और अब मुझे बुला लिया है तो तेरा भी सो अब करवा ही देती हूँ , हे छुटकी चल जरा उत्तार इस रंडी की साड़ी , फिर इसकी तलाशी लेत्ती हूँ मैं। "
उसने हड़काया।