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Adultery मासूम दरिंदा // by सोफिया आलम नकवी
#12
रिया भी अपने प्रेमी के लबो के लिए अपने लब खोल देती है,

दोनों के जबान लब एक दूसरे का रास पीने लगते है,


राज रिया ले ऊपर चढ़ कर उस के लबो को बेदर्दी से चूसने लगता है रिया भी उस का पूरा साथ देती है,

राज के हाथ रिया के उरोजों पर पहुंच जाते है वो अपनी बहिन के उरोजों को मसलने लगता है, रिया के कठोर उरोज छूटे ही उस के शरीर में करंट दौड़ जाता है, उस के अंदर सुबह से दबी वासना फिर जग जाती है,वो रिया का बलाउज खोल कर उस की चूचियों को मुँह में भर कर पीने लगता है,

रिया भी अपने भाई के मुँह को अपनी कुवारी छतियो पर महसूस कर मज़े से सिसकने लगती है वो अपने भाई से सर को सहलाने लगती है,

राज अपनी बहिन की चूचियों को दबा दबा कर जोर जोर से चूस रहा था, वो काम के आज में जल रहा था वो सुहागरात के नशे का भरपूर मज़ा ले रहा था,अब राज का हाथ धीरे से सरक कर रिया की चूत पर पहुंच गया था वो अपने हाथ से साडी के ऊपर से रिया की चूत मसल ने लगा, रिया अपनी जलती चूत पर अपने भाई का हाथ पड़ते ही सिसक पड़ी उस के अंदर वासना मचल ने लगी बो सिसकारियां लेने लगी,

राज ने जल्दी से अपने कपडे उतरे और रिया के साडी निकल कर उस को भी नंगा कर दिया वो जाके रिया के पेरो के बीच बैठ गया और उस की जांघो को फैलाकर उस के कमसिन गुलाबी चूत को सहलाने लगा, बो अपनी ऊँगली से पिया की चूत के छेद को कुरेदने लगा,बो रिया के चूत को अपने हाथो से फैलाके देखने लगा उस की सुंदरता का रास पान करने लगा,

रिया अपनी कुवारी चूत पर अपने भाई का हाथ लगते ही मचत उठी वो जोर जोर से गर्म सांसे छोड़ने लगी,
उस के छातिया ऊपर नीचे होने लगी, तभी राज ने अपना मुँह उस की जलती चूत पर रख दिया अपने भाई के जीव को अपनी चूत के छेद में घुसता महसूस कर व चीख पड़ी, उस का बदन काम की आग में जलने लगा वो अपने दूधो को मसले लगी वो अपने चूतड़ झटकने लगी,

राज भी अपनी बहन की गांड के गोलाइयों को दबोचे अपने मुँह को चूत में घुसाके अपनी बरसो की प्यास बुझाने में लगा था, बो बुरीतरह से अपनी दीदी की चूत को चूसे जा रहा था,

रिया की सिसकारियां बढ़ती जा रही थी, उस की चूत आग उगल रही थी, उस ने अपनी जांघो से राज का सर अपनी चूत पर दवा लिया और दोनों हाथो से जोर जोर से अपनी चूचिया मसलने लगी वो राज के सर को अपनी चूत में दबाये निचे से चूतड़ उछलने लगी उस की उत्तेजना बढ़ती जा रही थी वो बेदर्दी से राज का मुँह चुदने लगी,

राज भी अपनी दीदी के चूत को दीवानो के तरह खाये जा रहा था वो जोर जोर से अपनी जीव को चूत के अंदर बहार कर रहा था, रिया की जाँघे उस के मुँह और नाक को अपनी चूत में घुसाए जा रही थी, वो अपने चरम पर पहुंचने वाली थी , वो बहुत जोर जोर से अपने चूतड़ उछाले जा रही थी, उस के चीखो से कमरा गुज रहा था,
वो झटके लेने लगी वो अकड़ने लगी वो उस के चूत से पानी निकल पड़ा, उस की चूत ने चूत रास को राज के मुँह में छोड़ना चालू कर दिया, वो हलके हलके झटके खाती अपने भाई के मुँह में अपनी चूत का माल छोड़ने लगी,

राज पूरी लगन के साथ अपनी दीदी के चूत के माल को चाटता जा रहा था, उस की दीदी की चूत से निकलते नमकीन कसेले माल को पीने से उस की वासना दुगनी हो गई थी,
वो उठ कर अपने दीदी के सर के पास आ गया और उस ने अपने लण्ड को रिया के गाल पर रख दिया,
अपने गाल पर रखे अपने छोटे भाई के लण्ड की खुसबू पाते ही उस ने करबट बदल कर राज का लण्ड अपने मुँह में भर लिया, और हलके हलके से चूसने लगी, राज भी अपनी दीदी की चूचियों से खेलता हुआ अपनी दीदी के मुँह में लण्ड पेलता जा रहा था ,दीदी का गरम मुँह और कठोर चूचिया राज को जन्नत का मज़ा दे रही थी, कुछ देर तक लण्ड से अपने बहिन का मुँह चोदने के बाद राज रिया की कुवारी चूत के पास आ गया और अपने लण्ड को रिया की चूत के छेद पर रख कर उस की आखो में देकने लगा आखो ही आखो में अपनी दीदी से लण्ड घुसाने की आज्ञा मांगने लगा,
रिया ने भी पलके जुका कर उसे आज्ञा दे दी,राज ने एक ठोकर में अपने लण्ड को रिया के कुवारी चूत की झिल्ली तक पंहुचा दिया,उस ने रिया की जांघो को पूरा फैलाके एक जोर का जतका मारा रिया जोर से चीख पड़ी उस के चूत से खून बहने लगा राज के लण्ड की ठोकर से रिया की चूत की सील खुल गईm

क्या हुआ दीदी दर्द हो रहा है तो क्या बहार निकल लूm

नहीं रे बहार मत निकल बस थोड़ा रुक जा आ आ मेरी चूत की सील खुल गई इस लिए थोड़ा दर्द हो रहा है तू मेरी चूचिया दवाm

राज अपना आधा लण्ड रिया की चूत में डाले हलके हलके से रिया की चूचिया दबाने लगा ,

धीरे धीरे रिया का दर्द काम होने लगा था,
भाई अब थोड़ा थोड़ा कर के डाल दे,

रिया की बात सुनकर राज ने हलके हलके झटके मार कर पूरा लण्ड रिया की चूत में पेल दिया ,
उस ने अपने शरीर को रिया के शरीर से मिला दिया दोनों प्रेमियों की आत्मा के साथ सरीरो का भी मिलान हो गया,

राज अब अपनी दीदी के चूत में जोर जोर से लण्ड पेले जा रहा था रिया भी सिसकारियां भरती जोर जोर से अपने चूतड़ उछाले जा रही थी, दोनों जबान जिस्म एक दूसरे में समाते जा रहे थे, दोनों भाई बहिन आग उगलती सांसो के साथ एक दूसरे के सरीरो को भोगे जा रहे थे, दोनों के मुँह से कामुक सिसकारियां निकल रही थी,
चुदाई की थापो से पूरा कमरा गूंज रहा था बिस्तर पर पड़ी गुलाब की पंखुडिया मसलती जा रहे थी,
दोनों बदन काम की आग में जलते पसीना पसीना हो रहे थे, राज अब जोर जोर से चीखने लगा था,
वो रिया की चूचियों को मसलता हुआ जोर जोर से रिया की चूत चोदे जा रहा था,

दीदी मेरी जान आ आआ मेरा आने बाला है दीदी मेरी प्यारी दीदी,

आजा भाई आजा दीदी के अंदर आजा भर दे अपनी दीदी की कोख को, भर दे अपनी पत्नी के कोख को आ आआ


ले दीदी ले भर ले मेरे लण्ड के माल को अपनी चूत में ले मेरी बीबी बन जा मेरे बच्चे की माँ औ औ आ आ दीदी में आया,

और राज ने अपना लण्ड अपनी दीदी अपनी बीबी की बच्चे दानी पर टिका कर माल की पिचकारी छोड़ना शुरू कर दिया,

रिया भी अपने पति के साथ साथ झड़ने लगी वो अपनी बच्चे दानी को अपने पति के लण्ड रास और अपनी चूत के रास से भर ने लगी,

दोनों प्रेमी एक दूसरे को अपनी बाहों में जकड़े हुए अपना अपना काम रास छोड़ने लगे प्रेम रास में काम रस मिलने लगा,
समाप्त




// सुनील पंडित // yourock
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
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RE: // मासूम दरिंदा // by सोफिया आलम नकवी - by suneeellpandit - 26-03-2019, 02:14 PM



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