26-03-2019, 02:10 PM
देख्ते है बच्चे के यह मामूली बात तू पूरी कर पता है के नहीं चल फिर आ जा,
रिया और राज दोनों बाथरूम में आ गये,
रिया राज की आखो में आँखे डाल कर अपने कपडे उतरने लगी, हर उतारते कपडे के साथ राज की हालत ख़राब होती जा रही थी,रिया को उस ने कैमरे के कई बार नंगा देखा था उस को बेहद कामुक हरकते करते देखा था, लेकिन आज सब उस के आखो के सामने हो रहा था, आखो के सामने घटने बाली घटना कैमरे में दिख रही घटना से हजार गुना ज्यादा प्रभाव डालती है, कैमरे में तो उसे रिया का जिस्म बस दीखता था यहाँ तो वो रिया के मादक शरीर से निकलती खुसबू भी महसूस कर रहा था, आज उसे पहली बार एक अलग तरह का अद्भुत अहसास हो रहा था,
अहसास भी अलग अलग तरह के होते है,अहसासों की भी मंजिले होती है,
कोई लड़की अपने कपडे उतार कर नग्न हो रही है, आप देख रही हो यह बात आप के अंदर एक अलग अहसास उत्पन करेगी, कोई लड़की किसे के लिए नग्न हो रही है इस बात से आप के मन में एक अलग अहसास की अनुभूति होगी, लेकिन कोई लड़की आप के लिए नग्न हो रही है यह अहसास आप को चरम पर पंहुचा देगा,
रिया अपने छोटे भाई राज के सामने केबल पेंटी में खड़ी थी वो राज की आखो में आँखे डाल अपने हाथो से अपने मखमली उरोजों के निपालो को सहला रही थी,उस के सांसे भारी होती जा रही थी,उस का मादक जिस्म राज के सामने निर्बस्त्र खड़ा था लाल रंग की पेंटी पहने अपने उरोजों को सहलाती रिया काम की देवी लग रही थी उस का कामुक रूप और परियो जैसा सौन्दर्य बेमिसाल था
राज अपनी बड़ी बहिन को अपनी सुपन सुंदरी को अपनी प्रेमिका को इस रूप में देख कर पत्थर की मूरत में बदल गया था, वो आँखे फाडे अपनी बहिन की अलौकिक सुंदरता में खो गया था,
वो भी बिसुद्ध प्रेमी बन गया था उस के लिए रिया के शिवाय सारी दुनिया का बजूद मिट चूका था,
तभी उस को झटका लगा बो सपनो की दुनिया से जागा, रिया के लाल पेंटी उस के मुँह पर लग कर निचे गिर पड़ी थी, रिया ने अपनी पेंटी उतार कर राज के मुँह पर फेक दे थी,उस ने जल्दी से अपनी दीदी की पेंटी उठा ली और किसी पबित्र चीज के तरह अपने मुँह के पास ला कर देखने लगा पेंटी पर लगे गीले पन को देख कर उस की आँखे बोझिल हो गयी, अपनी बहिन के पेशाब और काम रास की सुगंध नाक में जाते ही वो मदहोस हो गया,
तभी एक तीखी गंध ने उस के दिमाक को जजहोर दिया उस के होस बापस आ गये,
उस ने देखा के उस की बड़ी बहिन कमोड पर बैठ कर टट्टी कर रही थी और उस की टट्टी से निकलती तीखी गंध बाथरूम में फेल गयी थी, उस की सांसो में समा गई थी, वो अपनी सगी बड़ी बहिन को अपने सामने नंगी होकर टट्टी करते देख और टट्टी की तीखी गंध को सूघ कर वो पागल हो गया और अपना मुँह खोल कर जोर जोर से सांसे लेने लगा और अपनी दीदी टट्टी की तीखी गंध को अपने अंदर समेटने लगा,
रिया अपने भाई की हालत को देख कर उस के मज़े ले रही थी टट्टी करने के बाद उस की चूत ने पेशाब की धार छोड़ना शुरू कर दी थी, उस ने अपनी चूत से निकलते गरम पीले पेशाब को अपनी हथेली में भर कर टट्टी की तीखी गंध की माधोसी में डूबे अपने छोटे भाई के मुँह पर फेक दिया,
अपनी दीदी की टट्टी की तीखी गंध को मुँह खोले अपने में समाने की कोशिस करता राज एक दम से चौक गया, उस के मुँह पर रिया की फेखी गरम पेशाब ने उस को जैसे सोते से जगा दिया, तभी रिया ने एक बार फिर उस के मुँह पर अपनी पेशाब फेंकी जो आधी उस के खुले मुँह में जाके गिरी और आधी उस के चेहरे पर बिखर गई,
अपनी दीदी की गरम और कसैली पेशाब को अपने मुँह में पाकर राज में बदन में वासना की लहरे दौड़ने लगी उस ने मुँह में पड़ी दीदी के पेशाब को निगल लिया, और भूखी निगाहो से रिया की और देखने लगा वो हाथ में अपनी बहिन के काम रस से सनी पेंटी पकडे मानो कह रहा हो के दीदी प्लीज़ थोड़ी से पिशाब और दो ना,
लेकिन रिया की पेशाब ख़तम हो गई थी वो राज की हालत का पूरा मज़ा ले रही थी वो जानती थी राज क्या चाहता ही लेकिन वो राज को तड़पना कहती थी,
आज राज की प्रेमिकः बहुत है शरारती मूड में थी,
भाई और दू क्या
हां दीदी थोड़ा और दो ना प्लीज़
च च च लेकिन बेबी अब तो ख़तम हो गया लो तुम खुद देख लो
रिया अपनी चूत फैला के राज को दिखाती है,
पेशाब से भीगा चेहरा लिए राज अपनी दीदी की खुली चिकनी गुलाबी चूत देख कर पागल हो गया आज जो उस के साथ हो रहा था ऐसा तो कभी उस ने सपने में भी नहीं सोचा था,अपनी दीदी की वासना भरी कामुक अदाओ ने उस के अंदर वासना का तूफान भर दिया था अपनी दीदी की खुली चूत को सामने पाकर उस का हाथ अपने लण्ड पर पहुंच गया और बो अपने लण्ड को मसलने लगा,
नो भाई नो अपने उस पर से हाथ हटाओ याद ही मेने क्या सर्त रखी थी और तुम ने भी कहा था तुम अपने इस को हाथ नहीं लगाओ गे,
अरे दीदी क्या बच्चे की जान लोगी क्या इतना जुलम मत करो तुम्हारे काम देख कर तो मुर्दे भी अपने को नहीं रोक पयेगे, फिर में तो जरा सा बच्चा हु मुझे कम से कम अपने हाथ से है कुछ करने दो,
मेरी हालत ख़राब हो रही ही, प्लीज़ मुझे एक बार कर लेने दो
अरे तू तो कह रहा था यह तो बड़ी मामूली बात है, मेरी गिफ्ट के लिए तो तू चाँद पर भी चला जयेगा अब क्या हुआ, कहा गया तेरा वादा में तुझे करनी से रोकूगी नहीं लेकिन याद रखना यह तेरी वादा खिलाफी होगी,
ओफ दीदी तुम बहुत निष्ठुर हो तक ही करो आप को जो करना ही में वहां हाथ नहीं लगाउगा में अपनी प्यारी दीदी से किया हुआ वादा निबाहुगा,
मेरा तो सब काम हो गया बस साफ़ सफाई करना बाकी है,आज तू करेगा अपनी दीदी की बहा की सफाई,
हां दीदी हां में करुगा ना आप जो भी बोलो गए में करूगा,
तो आजा फिर और कर मेरी सफाई में भी तो देखु के तू किसी सफाई करता है,
राज कांपते हाथ पैरो से रिया के पास पंहुचा और पानी का मघा उठा कर अपनी बहिन की गांड धोने लगा,
रिया और राज दोनों बाथरूम में आ गये,
रिया राज की आखो में आँखे डाल कर अपने कपडे उतरने लगी, हर उतारते कपडे के साथ राज की हालत ख़राब होती जा रही थी,रिया को उस ने कैमरे के कई बार नंगा देखा था उस को बेहद कामुक हरकते करते देखा था, लेकिन आज सब उस के आखो के सामने हो रहा था, आखो के सामने घटने बाली घटना कैमरे में दिख रही घटना से हजार गुना ज्यादा प्रभाव डालती है, कैमरे में तो उसे रिया का जिस्म बस दीखता था यहाँ तो वो रिया के मादक शरीर से निकलती खुसबू भी महसूस कर रहा था, आज उसे पहली बार एक अलग तरह का अद्भुत अहसास हो रहा था,
अहसास भी अलग अलग तरह के होते है,अहसासों की भी मंजिले होती है,
कोई लड़की अपने कपडे उतार कर नग्न हो रही है, आप देख रही हो यह बात आप के अंदर एक अलग अहसास उत्पन करेगी, कोई लड़की किसे के लिए नग्न हो रही है इस बात से आप के मन में एक अलग अहसास की अनुभूति होगी, लेकिन कोई लड़की आप के लिए नग्न हो रही है यह अहसास आप को चरम पर पंहुचा देगा,
रिया अपने छोटे भाई राज के सामने केबल पेंटी में खड़ी थी वो राज की आखो में आँखे डाल अपने हाथो से अपने मखमली उरोजों के निपालो को सहला रही थी,उस के सांसे भारी होती जा रही थी,उस का मादक जिस्म राज के सामने निर्बस्त्र खड़ा था लाल रंग की पेंटी पहने अपने उरोजों को सहलाती रिया काम की देवी लग रही थी उस का कामुक रूप और परियो जैसा सौन्दर्य बेमिसाल था
राज अपनी बड़ी बहिन को अपनी सुपन सुंदरी को अपनी प्रेमिका को इस रूप में देख कर पत्थर की मूरत में बदल गया था, वो आँखे फाडे अपनी बहिन की अलौकिक सुंदरता में खो गया था,
वो भी बिसुद्ध प्रेमी बन गया था उस के लिए रिया के शिवाय सारी दुनिया का बजूद मिट चूका था,
तभी उस को झटका लगा बो सपनो की दुनिया से जागा, रिया के लाल पेंटी उस के मुँह पर लग कर निचे गिर पड़ी थी, रिया ने अपनी पेंटी उतार कर राज के मुँह पर फेक दे थी,उस ने जल्दी से अपनी दीदी की पेंटी उठा ली और किसी पबित्र चीज के तरह अपने मुँह के पास ला कर देखने लगा पेंटी पर लगे गीले पन को देख कर उस की आँखे बोझिल हो गयी, अपनी बहिन के पेशाब और काम रास की सुगंध नाक में जाते ही वो मदहोस हो गया,
तभी एक तीखी गंध ने उस के दिमाक को जजहोर दिया उस के होस बापस आ गये,
उस ने देखा के उस की बड़ी बहिन कमोड पर बैठ कर टट्टी कर रही थी और उस की टट्टी से निकलती तीखी गंध बाथरूम में फेल गयी थी, उस की सांसो में समा गई थी, वो अपनी सगी बड़ी बहिन को अपने सामने नंगी होकर टट्टी करते देख और टट्टी की तीखी गंध को सूघ कर वो पागल हो गया और अपना मुँह खोल कर जोर जोर से सांसे लेने लगा और अपनी दीदी टट्टी की तीखी गंध को अपने अंदर समेटने लगा,
रिया अपने भाई की हालत को देख कर उस के मज़े ले रही थी टट्टी करने के बाद उस की चूत ने पेशाब की धार छोड़ना शुरू कर दी थी, उस ने अपनी चूत से निकलते गरम पीले पेशाब को अपनी हथेली में भर कर टट्टी की तीखी गंध की माधोसी में डूबे अपने छोटे भाई के मुँह पर फेक दिया,
अपनी दीदी की टट्टी की तीखी गंध को मुँह खोले अपने में समाने की कोशिस करता राज एक दम से चौक गया, उस के मुँह पर रिया की फेखी गरम पेशाब ने उस को जैसे सोते से जगा दिया, तभी रिया ने एक बार फिर उस के मुँह पर अपनी पेशाब फेंकी जो आधी उस के खुले मुँह में जाके गिरी और आधी उस के चेहरे पर बिखर गई,
अपनी दीदी की गरम और कसैली पेशाब को अपने मुँह में पाकर राज में बदन में वासना की लहरे दौड़ने लगी उस ने मुँह में पड़ी दीदी के पेशाब को निगल लिया, और भूखी निगाहो से रिया की और देखने लगा वो हाथ में अपनी बहिन के काम रस से सनी पेंटी पकडे मानो कह रहा हो के दीदी प्लीज़ थोड़ी से पिशाब और दो ना,
लेकिन रिया की पेशाब ख़तम हो गई थी वो राज की हालत का पूरा मज़ा ले रही थी वो जानती थी राज क्या चाहता ही लेकिन वो राज को तड़पना कहती थी,
आज राज की प्रेमिकः बहुत है शरारती मूड में थी,
भाई और दू क्या
हां दीदी थोड़ा और दो ना प्लीज़
च च च लेकिन बेबी अब तो ख़तम हो गया लो तुम खुद देख लो
रिया अपनी चूत फैला के राज को दिखाती है,
पेशाब से भीगा चेहरा लिए राज अपनी दीदी की खुली चिकनी गुलाबी चूत देख कर पागल हो गया आज जो उस के साथ हो रहा था ऐसा तो कभी उस ने सपने में भी नहीं सोचा था,अपनी दीदी की वासना भरी कामुक अदाओ ने उस के अंदर वासना का तूफान भर दिया था अपनी दीदी की खुली चूत को सामने पाकर उस का हाथ अपने लण्ड पर पहुंच गया और बो अपने लण्ड को मसलने लगा,
नो भाई नो अपने उस पर से हाथ हटाओ याद ही मेने क्या सर्त रखी थी और तुम ने भी कहा था तुम अपने इस को हाथ नहीं लगाओ गे,
अरे दीदी क्या बच्चे की जान लोगी क्या इतना जुलम मत करो तुम्हारे काम देख कर तो मुर्दे भी अपने को नहीं रोक पयेगे, फिर में तो जरा सा बच्चा हु मुझे कम से कम अपने हाथ से है कुछ करने दो,
मेरी हालत ख़राब हो रही ही, प्लीज़ मुझे एक बार कर लेने दो
अरे तू तो कह रहा था यह तो बड़ी मामूली बात है, मेरी गिफ्ट के लिए तो तू चाँद पर भी चला जयेगा अब क्या हुआ, कहा गया तेरा वादा में तुझे करनी से रोकूगी नहीं लेकिन याद रखना यह तेरी वादा खिलाफी होगी,
ओफ दीदी तुम बहुत निष्ठुर हो तक ही करो आप को जो करना ही में वहां हाथ नहीं लगाउगा में अपनी प्यारी दीदी से किया हुआ वादा निबाहुगा,
मेरा तो सब काम हो गया बस साफ़ सफाई करना बाकी है,आज तू करेगा अपनी दीदी की बहा की सफाई,
हां दीदी हां में करुगा ना आप जो भी बोलो गए में करूगा,
तो आजा फिर और कर मेरी सफाई में भी तो देखु के तू किसी सफाई करता है,
राज कांपते हाथ पैरो से रिया के पास पंहुचा और पानी का मघा उठा कर अपनी बहिन की गांड धोने लगा,
// सुनील पंडित //
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!