29-01-2021, 05:38 AM
अपडेट – 1
नैनीताल शहेर मे ‘नैनी झील’ के
किनारे बनी हुई है एक प्यारी सी
विला जिसका नाम उसके बाहर लगे हुए
मार्बल के पत्थर पर गोलडेन कलर से
लिखा हुआ है.
“ठाकुर विला”
बहुत ही आलीशान विला है
इस विला को बनवाने मे एक बार को तो
ठाकुर केशव भी कर्ज़े मे आ गये थे..
फिर अपने अच्छे बिजनेस के चलते जल्दी ही रिकवरी कर ली.
इस विला मे सबके अपने सेपरेट रूम्स हैं.
ऑर रॉकी ने अपने पापा से कहकर नीचे 1 प्राइवेट जिम भी एड करवा रखा है
जिसमे वो डेली एक्सर्साइज़ करता है
एक बड़ा हॉल है जहाँ डाइनिंग टेबल रखी हुई है.
नीचे बोहुत सारे रूम्स हैं
(विला मे इतने रूम्स तो होते ही हैं इसलिए काउंटिंग नहीं लिखी)
1 रूम मे रॉकी के मोम – डॅड रहते
बाकी के गेस्ट रूम्स हैं.
सभी रूम्स मे वॉशरूम अटॅच्ड हैं.
(पर जब भी रॉकी की कोई भी
कज़िन सिस्टर्स आती हैं वो
ज़्यादातर सिर्फ़ रॉकी या मनु के साथ ही सोना पसंद करती हैं.)
हॉल मे ही एक तरफ किचन है.
हॉल से ही स्टेर्स हैं फर्स्ट फ्लोर
पर जाने के लिए.
ऊपर 1स्ट्रीट फ्लोर पर बोहोत से रूम्स हैं एक हमारे हीरो रॉकी का है
रॉकी का रूम सबसे यूनीक है
मतलब सबसे ज़्यादा बड़ा ओर ज़रूरत की हर चीज़ से भरा हुआ किंग साइज़ बेड के साथ.
बराबर मे ही दूसरा रूम
इस घर की सबसे प्यारी & क्यूट गर्ल मानसी का है
मानसी का रूम भी किसी
राजकुमारी के रूम से कम नहीं है...
उसने अपने रूम को इस
तरहा सजाया है की देखने वाले को यही लगेगा कि ये लड़की सफाई पर कितना
ध्यान देती है.
{हां ये बात अलग है कि वो सोती
ज़्यादातर अपने भाई के रूम मे ही है.}
बाकी के रूम्स बंद हैं...
सभी रूम्स मे टाय्लेट & बाथरूम अटेच हैं
(अब आते हैं स्टोरी पर)
रोज़ की तरहा रॉकी सुबह 5 बजे सोकर उठा ऑर
फ्रेश होकर अपनी डेली एक्सर्साइज़ के लिए
नीचे चल दिया
1 घंटा एक्सर्साइज़ करने के बाद
किचन मे जाकर 2 कप कॉफी
बनाकर चल दिया अपनी गुड़िया के रूम मे
रूम लॉक नहीं था ...
रॉकी ने अंदर जाकर देखा तो मानसी
सो रही थी ... सोते हुए बड़ी
ही प्यारी लग रही थी ...
रॉकी ने प्यार से उसके सर
पर हाथ फेरा उसके बाद
उसके फूले फूले गालो पर किस किया ...
जिससे मानसी कसमसाने
लगी ऑर उसके चेहरे पर
एक प्यारी सी मुस्कान आ गयी.
ऑर स्माइल करते हुए बोली
मानसी – गुड मॉर्निंग स्वीतू भैया
रॉकी – गुड मॉर्निंग स्वीटी
चलो उठ जाओ कॉलेज नहीं जाना क्या
मानसी – भाई सोने दो ना... (मासूम सा चेहरा बनाते हुए)
रॉकी (वित स्माइल)- चल नौटंकी उठ रही है या नीचे से मम्मी को भेजू..
मानसी (जल्दी से उठ कर बैठते हुए)- उठ रही हूँ डरा क्यों रहे हो...
रॉकी (हँसते हुए)- डरा नहीं रहा स्वीटी जल्दी उठ जाओ आज मेरा फर्स्ट डे है कॉलेज मे
ऑर मैं फर्स्ट दे ही लेट नहीं होना चाहता.
मानसी (खुश होते हुए)- मैं तो बोहोट एग्ज़ाइटेड हूँ..
आज जो भी कॉलेज मे हो आप वापस आकर ज़रूर बताना
(ये दोनो बचपन से ही हर बात शेर करते हैं)
रॉकी – अच्च्छा ठीक है पहले तू फटाफट फ्रेश हो कर कॉफी पी वरना ठंडी हो जाएगी...
मानसी – थॅंक्स भाई कॉफी के लिए..
रॉकी – चल पागल भाई को थॅंक्स बोलती है... ये तो मेरी रोज़ की ड्यूटी है... (स्माइल)
मानसी – हाहहहः ओ.के भाई...
आप नीचे चलिए मैं आती हूँ फ्रेश होकर ओर कॉफी पीकर .
रॉकी – जल्दी आना नीचे मम्मी पापा वेट कर रहे होंगे डाइनिंग टेबल पर
कहते हुए रॉकी नीचे चला गया
नीचे डाइनिंग टेबल पर पापा अख़बार पढ़ते हुए चाइ की चुस्कियाँ ले रहे थे ...
रॉकी – गुड मॉर्निंग डॅड
डॅड – गुड मॉर्निंग बेटा आओ – आओ बैठो.
तो बर्खूदार आज तो आपका कॉलेज मे फर्स्ट डे है
रॉकी – जी डॅड सही कहा आपने.
डॅड- अगर कोई रॅगिंग करे तो कॉल कर देना
रॉकी – डॅड मैं संभाल लूँगा वैसे भी मैं अकेला कहाँ जा रहा हूँ साथ मे राजू ऑर हंस तो हैं उन्होने भी मेरे साथ ही अड्मिशन लिया है.
डॅड – ह्म ठीक है... अपनी कार ले जाना
रॉकी – डॅड आपको तो पता है ना मुझे शो ऑफ करना कितना बुरा लगता है
इससे पहले कि डॅड कुच्छ जवाब देते
(मोम किचन से बाहर आते हुए)
मोम – क्यों सुबह – सुबह मेरे बेटे को परेशान कर रहे हो
डॅड – लो जी अब अपने बेटे से प्यार भी नहीं जता सकता
मोम (डॅड को घूरते हुए)- हां हां तुम ही करते हो प्यार हम तो करते ही नहीं..
रॉकी – गुड मॉर्निंग मोम
मोम – गुड मॉर्निंग बेटा... तेरी गुड़िया कहाँ है ... उठी नहीं अभी तक
इतने मे मानसी भी सीडीयाँ उतरती हुई
मानसी – गुड मॉर्निंग एवेरिवन...
सभी – गुड मॉर्निंग...
रॉकी – मोम आज ब्रेकफास्ट मे क्या है
मोम – बेटा आज मानसी की पसंद का है
शाही पनीर, छोले & पूरी ऑर रायता.
रॉकी – इसमे नया क्या है ... ये तो रोज़ ही होता है.. मानसी की पसंद ... क्यों मनु
मानसी – थॅंक्स मोम... जी भाई .. बिकॉज़, मोम लव मी सो मच...
रॉकी – कोई बात नहीं मेरे पापा हैं ना मुझे प्यार करने के लिए...
पापा – हां जी बिल्कुल...
इसी तरहा मज़ाक मस्ती के साथ ब्रेकफ़ास्ट ख़तम होता है...
फिर रॉकी अपने रूम मे जाकर कपड़े चेंज करता है कॉलेज जाने के लिए.
एक्स –
इसी तरहा मज़ाक मस्ती के साथ ब्टेआकफ़स्ट ख़तम होता है...
फिर रॉकी अपने रूम मे जाकर कपड़े चेंज करता है कॉलेज जाने के लिए.
नेक्स्ट –
ब्लॅक शर्ट , ब्लॅक पॅंट , ओर साथ मे ब्लॅक ब्लेज़र ऑर हाथ मे ब्लॅक वॉच पैरो मे ब्लॅक शूस.
बोले तो एक दम “ऑल ब्लॅक”
कपड़े चेंज करके नीचे आता है आज रॉकी कुच्छ ज़्यादा ही स्मार्ट लग रहा था...
एक तो 18 का डोला ऑर 6 पॅक एबेस ऑर ऊपर से फिटिंग के कपड़े.
मानसी (सीटी बजाते हुए)- आज तो लड़कियाँ गयीं काम से.
जिससे अपना हीरो ब्लश करने लगा.
मोम अंदर से काजल की डिब्बी लाती हैं ओर रॉकी के कान के पीछे एक टीका लगाती हैं
मोम – नज़र ना लगे मेरे बेटे को
डॅड – बेटा आज कॉलेज जा तो रहा है साथ मे बहू मत ले आना
सभी हँसने लगते हैं ऑर रॉकी ब्लश करने लगता है...
ये बात सुनकर मानसी थोड़ी मायूस सी हो गयी थी पर उसने ज़ाहिर नहीं होने दिया
अब ये क्यों हुआ ये तो वो ही जाने..
ऑर रॉकी ऑर मानसी सबको बाइ करके चल देते हैं अपने कॉलेज/ कॉलेज
ऑर पापा अपने ऑफीस अपनी कार से
मनु अपनी स्कूटी से ऑर रॉकी अपनी बुलेट से
अभी रॉकी थोड़ी दूर ही पहुँचा था कि
उसके फोन की घंटी बजती है...
रॉकी बाइक साइड मे लगा कर
फोन पिक किया
हंस – हेलो भाई कहाँ पर है
रॉकी- भाई कॉलेज के लिए निकल गया हूँ रास्ते मे हूँ
हंस – ठीक है .. कॉलेज की पार्किंग मे मिल हम दोनो भी आ रहे हैं.
रॉकी – ओके ... फोन रख कर चल देता है कॉलेज की तरफ
करेक्टर इंट्रो – हंस
(हंस)
एज – 19
रॉकी के साथ ही 10थ & 12थ किया था
ऑर अब भी साथ मे ही पढ़ता है
गुड लुकिंग ऑर मस्तमौला बंदा है ... अपने दोस्त पर जान भी देने को तय्यार रहता है
( हंस ऑर राजू का घर पास मे ही है इसलिए दोनो शुरू से कॉलेज साथ ही जाते हैं... ऑर रॉकी का घर इनसे 2-3 किमी दूर है...)
रॉकी कॉलेज की पार्किंग मे अपनी बुलेट पार्क करता है ऑर डबल स्टॅंड लगा कर उसके ऊपर बैठकर अपने दोनो दोस्तों (हंस & राजू) का इंतज़ार करने लगता है...
कुच्छ ही देर मे दोनो दोस्त भी पार्किंग मे पहुँचते हैं..
राजू & हंस – हाई रॉकी
(रॉकी दोनो से गले मिलके) – हाई
रॉकी- कैसे हैं दोनो कमीने
दोनो – मस्त हैं भाई तू सुना
रॉकी – मस्त.. .. चलो चलते हैं कॉलेज के अंदर...
(ऑर तीनो चल देते हैं कॉलेज के अंदर)
करेक्टर इंट्रो-
राजू
(राजू)
(रॉकी का बचपन का दोस्त ऑर बेस्ट फ्रेंड है
ऑर नर्सरी से कॉलेज तक साथ ही हैं
रॉकी ऑर राजू के पापा दोस्त हैं इसलिए दोनो की फॅमिली भी आपस मे मिलती रहती हैं हर वेड्डिंग पार्टी मे... या किसी भी सुख दुख मे
तीनो ने कॉलेज गेट से हीरो की तरहा एंट्री मारी..)
सभी इनकी तरफ देखने लगे लड़कियाँ तो सिर्फ़ रॉकी को देखे जा रही थीं...
ऑर अपना बाय्फ्रेंड बनाने के ख्वाब देख रही थीं..
लड़की 1 – अबे कॉन है ये हॅंडसम.
लड़की 2 – पता नहीं यार फ्रेशर लगता है... अगर ये हाँ बोल दे तो मैं इसकी गर्लफ्रेंड बन जाउ...
लड़की 3 – क्या पता इसकी पहले से गर्लफ्रेंड हो.. देखा नहीं कितना हॉट है
लड़की 1 – पता करना पड़ेगा...
ये तीनो दोस्त सीधा पहुँचते हैं रिजिस्ट्रार ऑफीस ऑर वहाँ से अपने आइ’डी कलेक्ट करते हैं...
(आइ’डी – कोलेज कार्ड होता है जिसमे नेम मेन्षन होता है वित फोटो & अड्रेस ऑर लाइब्ररी का यूज़र नेम भी होता है जिससे कोई भी स्टूडेंट लाइब्ररी से बुक इश्यू करवा सकता है).
राजू – चल भाई क्लास चलते हैं
हंस- नहीं यार पहले अपनी फॅवुरेट जगह चलते हैं कॅंटीन
रॉकी (हँसते हुए) चलो सालो पहले कॅंटीन ही चलते हैं...वैसे भी अभी क्लास शुरू होने मे 25 मिनिट हैं.
ऑर तीनो चल देते हैं कॅंटीन...
{जहाँ एक मुसीबत इनका इंतज़ार कर रही थी}
जैसे ही कॅंटीन मे घुसते हैं वहाँ कुच्छ सीनियर्स फ्रेशर्ज़ की रॅगिंग ले रहे थे.
उन सीनियर्स मे 2 लड़कियाँ ऑर 3 लड़के थे.
जो एक खूबसूरत सी लड़की की रॅगिंग ले रहे थे ऑर एक लड़के को टेबल पर मुर्गा बनाया हुआ था...
ऑर एक सीनियर उस लड़की से बदतमीज़ी कर रहा था..
सीनियर लड़का 1- ए लड़की चल मुझे किस कर
वो लड़की (रोते हुए) – प्ल्ज़्ज़ मुझे जाने दो.
सीनियर लड़का 3- अरे ऐसे कैसे जाने दें.
सीनियर गर्ल 1 (हँसते हुए) – ये लड़की मुझे लस्बी लगती है इसी लिए लड़के को किस करने से मना कर रही है...
{इस बात पर पाँचो सीनियर्स हँसने लगते हैं}
तभी सीनियर लड़का 2 की नज़र तीनो दोस्तों पर पड़ी जो कुच्छ ही दूरी पर खड़े हुए गुस्से मे ये तमाशा देख रहे थे.
सीनियर लड़का 2 ने अपने साथियो को हमारी तरफ इशारा किया.
तभी सब हमारी ओर देखने लगे
उनमे से एक बोला फ्रेशर.
राजू – यस.
सीनियर गर्ल 2 – तो तीनो इधर आओ ऑर अपना नाम बताओ
(दोनो सीनियर गर्ल्स रॉकी को देखकर काफ़ी इंप्रेस्ड थीं)
तीनो आगे बढ़े ऑर उन के पास जाकर खड़े हो गये ऑर अपना इंट्रो. दिया.
सीनियर गर्ल 2- (सीनियर गर्ल 1 के कान मे) इस की आखें देख ब्लू आइज़ वाला गाना तो इस पर ही शूट करता है.
सीनियर गर्ल 1- (सीनियर गर्ल 2 के कान मे)- अबे आखें छोड़ बॉडी देख ...
सीनियर लड़का 2 (ज़ोर से) ये तुम दोनो क्या ख़ुसर-फुसर कर रही हो... इनकी रॅगिंग लो...
सीनियर गर्ल 1 (होश मे आते हुए)- ह्म (रॉकी से) अपनी शर्ट उतारो.
तीनो दोस्त एक दूसरे की शकल देखने लगे.
सीनियर लड़का 2 – सुना नहीं क्या कहा... अपनी शर्ट उतारो...
रॉकी ने पहले अपना ब्लेज़र उतारा फिर अपनी शर्ट उतार दी...
वहाँ बैठा हर शक्स रॉकी को ऐसे देखने लगा जैसे कोई अजूबा देख लिया हो...
18 का डोला, चौड़ी छाती, सिक्स पॅक आब्ब्स वित मासूम सा चेहरा..
(जिस लड़की की रॅगिंग ली जा रही थी उसके आसू रुक गये ओर वो कभी रॉकी की बॉडी कभी उसके मासूम चेहरे को देखने लगी).
ओर दोनो सीनियर लड़को की गान्ड ही फॅट के चार हो गयी...
सीनियर लड़का 1 (अपने आप को संभालते हुए) ओ.के ओ.के अब तुम जा सकते हो ऑर अपने दोस्तों को भी ले जाओ.
रॉकी (अपने कपड़े पहनते हुए) – ऐसे कैसे चले जाएँ.. जिन फ्रशेर्स की तुम लोग रॅगिंग ले रहे हो उसको भी छोड़ दो ... रॅगिंग ईज़ आ क्राइम इन इंडिया.
टू... बी... कंटिन्यूड
नैनीताल शहेर मे ‘नैनी झील’ के
किनारे बनी हुई है एक प्यारी सी
विला जिसका नाम उसके बाहर लगे हुए
मार्बल के पत्थर पर गोलडेन कलर से
लिखा हुआ है.
“ठाकुर विला”
बहुत ही आलीशान विला है
इस विला को बनवाने मे एक बार को तो
ठाकुर केशव भी कर्ज़े मे आ गये थे..
फिर अपने अच्छे बिजनेस के चलते जल्दी ही रिकवरी कर ली.
इस विला मे सबके अपने सेपरेट रूम्स हैं.
ऑर रॉकी ने अपने पापा से कहकर नीचे 1 प्राइवेट जिम भी एड करवा रखा है
जिसमे वो डेली एक्सर्साइज़ करता है
एक बड़ा हॉल है जहाँ डाइनिंग टेबल रखी हुई है.
नीचे बोहुत सारे रूम्स हैं
(विला मे इतने रूम्स तो होते ही हैं इसलिए काउंटिंग नहीं लिखी)
1 रूम मे रॉकी के मोम – डॅड रहते
बाकी के गेस्ट रूम्स हैं.
सभी रूम्स मे वॉशरूम अटॅच्ड हैं.
(पर जब भी रॉकी की कोई भी
कज़िन सिस्टर्स आती हैं वो
ज़्यादातर सिर्फ़ रॉकी या मनु के साथ ही सोना पसंद करती हैं.)
हॉल मे ही एक तरफ किचन है.
हॉल से ही स्टेर्स हैं फर्स्ट फ्लोर
पर जाने के लिए.
ऊपर 1स्ट्रीट फ्लोर पर बोहोत से रूम्स हैं एक हमारे हीरो रॉकी का है
रॉकी का रूम सबसे यूनीक है
मतलब सबसे ज़्यादा बड़ा ओर ज़रूरत की हर चीज़ से भरा हुआ किंग साइज़ बेड के साथ.
बराबर मे ही दूसरा रूम
इस घर की सबसे प्यारी & क्यूट गर्ल मानसी का है
मानसी का रूम भी किसी
राजकुमारी के रूम से कम नहीं है...
उसने अपने रूम को इस
तरहा सजाया है की देखने वाले को यही लगेगा कि ये लड़की सफाई पर कितना
ध्यान देती है.
{हां ये बात अलग है कि वो सोती
ज़्यादातर अपने भाई के रूम मे ही है.}
बाकी के रूम्स बंद हैं...
सभी रूम्स मे टाय्लेट & बाथरूम अटेच हैं
(अब आते हैं स्टोरी पर)
रोज़ की तरहा रॉकी सुबह 5 बजे सोकर उठा ऑर
फ्रेश होकर अपनी डेली एक्सर्साइज़ के लिए
नीचे चल दिया
1 घंटा एक्सर्साइज़ करने के बाद
किचन मे जाकर 2 कप कॉफी
बनाकर चल दिया अपनी गुड़िया के रूम मे
रूम लॉक नहीं था ...
रॉकी ने अंदर जाकर देखा तो मानसी
सो रही थी ... सोते हुए बड़ी
ही प्यारी लग रही थी ...
रॉकी ने प्यार से उसके सर
पर हाथ फेरा उसके बाद
उसके फूले फूले गालो पर किस किया ...
जिससे मानसी कसमसाने
लगी ऑर उसके चेहरे पर
एक प्यारी सी मुस्कान आ गयी.
ऑर स्माइल करते हुए बोली
मानसी – गुड मॉर्निंग स्वीतू भैया
रॉकी – गुड मॉर्निंग स्वीटी
चलो उठ जाओ कॉलेज नहीं जाना क्या
मानसी – भाई सोने दो ना... (मासूम सा चेहरा बनाते हुए)
रॉकी (वित स्माइल)- चल नौटंकी उठ रही है या नीचे से मम्मी को भेजू..
मानसी (जल्दी से उठ कर बैठते हुए)- उठ रही हूँ डरा क्यों रहे हो...
रॉकी (हँसते हुए)- डरा नहीं रहा स्वीटी जल्दी उठ जाओ आज मेरा फर्स्ट डे है कॉलेज मे
ऑर मैं फर्स्ट दे ही लेट नहीं होना चाहता.
मानसी (खुश होते हुए)- मैं तो बोहोट एग्ज़ाइटेड हूँ..
आज जो भी कॉलेज मे हो आप वापस आकर ज़रूर बताना
(ये दोनो बचपन से ही हर बात शेर करते हैं)
रॉकी – अच्च्छा ठीक है पहले तू फटाफट फ्रेश हो कर कॉफी पी वरना ठंडी हो जाएगी...
मानसी – थॅंक्स भाई कॉफी के लिए..
रॉकी – चल पागल भाई को थॅंक्स बोलती है... ये तो मेरी रोज़ की ड्यूटी है... (स्माइल)
मानसी – हाहहहः ओ.के भाई...
आप नीचे चलिए मैं आती हूँ फ्रेश होकर ओर कॉफी पीकर .
रॉकी – जल्दी आना नीचे मम्मी पापा वेट कर रहे होंगे डाइनिंग टेबल पर
कहते हुए रॉकी नीचे चला गया
नीचे डाइनिंग टेबल पर पापा अख़बार पढ़ते हुए चाइ की चुस्कियाँ ले रहे थे ...
रॉकी – गुड मॉर्निंग डॅड
डॅड – गुड मॉर्निंग बेटा आओ – आओ बैठो.
तो बर्खूदार आज तो आपका कॉलेज मे फर्स्ट डे है
रॉकी – जी डॅड सही कहा आपने.
डॅड- अगर कोई रॅगिंग करे तो कॉल कर देना
रॉकी – डॅड मैं संभाल लूँगा वैसे भी मैं अकेला कहाँ जा रहा हूँ साथ मे राजू ऑर हंस तो हैं उन्होने भी मेरे साथ ही अड्मिशन लिया है.
डॅड – ह्म ठीक है... अपनी कार ले जाना
रॉकी – डॅड आपको तो पता है ना मुझे शो ऑफ करना कितना बुरा लगता है
इससे पहले कि डॅड कुच्छ जवाब देते
(मोम किचन से बाहर आते हुए)
मोम – क्यों सुबह – सुबह मेरे बेटे को परेशान कर रहे हो
डॅड – लो जी अब अपने बेटे से प्यार भी नहीं जता सकता
मोम (डॅड को घूरते हुए)- हां हां तुम ही करते हो प्यार हम तो करते ही नहीं..
रॉकी – गुड मॉर्निंग मोम
मोम – गुड मॉर्निंग बेटा... तेरी गुड़िया कहाँ है ... उठी नहीं अभी तक
इतने मे मानसी भी सीडीयाँ उतरती हुई
मानसी – गुड मॉर्निंग एवेरिवन...
सभी – गुड मॉर्निंग...
रॉकी – मोम आज ब्रेकफास्ट मे क्या है
मोम – बेटा आज मानसी की पसंद का है
शाही पनीर, छोले & पूरी ऑर रायता.
रॉकी – इसमे नया क्या है ... ये तो रोज़ ही होता है.. मानसी की पसंद ... क्यों मनु
मानसी – थॅंक्स मोम... जी भाई .. बिकॉज़, मोम लव मी सो मच...
रॉकी – कोई बात नहीं मेरे पापा हैं ना मुझे प्यार करने के लिए...
पापा – हां जी बिल्कुल...
इसी तरहा मज़ाक मस्ती के साथ ब्रेकफ़ास्ट ख़तम होता है...
फिर रॉकी अपने रूम मे जाकर कपड़े चेंज करता है कॉलेज जाने के लिए.
एक्स –
इसी तरहा मज़ाक मस्ती के साथ ब्टेआकफ़स्ट ख़तम होता है...
फिर रॉकी अपने रूम मे जाकर कपड़े चेंज करता है कॉलेज जाने के लिए.
नेक्स्ट –
ब्लॅक शर्ट , ब्लॅक पॅंट , ओर साथ मे ब्लॅक ब्लेज़र ऑर हाथ मे ब्लॅक वॉच पैरो मे ब्लॅक शूस.
बोले तो एक दम “ऑल ब्लॅक”
कपड़े चेंज करके नीचे आता है आज रॉकी कुच्छ ज़्यादा ही स्मार्ट लग रहा था...
एक तो 18 का डोला ऑर 6 पॅक एबेस ऑर ऊपर से फिटिंग के कपड़े.
मानसी (सीटी बजाते हुए)- आज तो लड़कियाँ गयीं काम से.
जिससे अपना हीरो ब्लश करने लगा.
मोम अंदर से काजल की डिब्बी लाती हैं ओर रॉकी के कान के पीछे एक टीका लगाती हैं
मोम – नज़र ना लगे मेरे बेटे को
डॅड – बेटा आज कॉलेज जा तो रहा है साथ मे बहू मत ले आना
सभी हँसने लगते हैं ऑर रॉकी ब्लश करने लगता है...
ये बात सुनकर मानसी थोड़ी मायूस सी हो गयी थी पर उसने ज़ाहिर नहीं होने दिया
अब ये क्यों हुआ ये तो वो ही जाने..
ऑर रॉकी ऑर मानसी सबको बाइ करके चल देते हैं अपने कॉलेज/ कॉलेज
ऑर पापा अपने ऑफीस अपनी कार से
मनु अपनी स्कूटी से ऑर रॉकी अपनी बुलेट से
अभी रॉकी थोड़ी दूर ही पहुँचा था कि
उसके फोन की घंटी बजती है...
रॉकी बाइक साइड मे लगा कर
फोन पिक किया
हंस – हेलो भाई कहाँ पर है
रॉकी- भाई कॉलेज के लिए निकल गया हूँ रास्ते मे हूँ
हंस – ठीक है .. कॉलेज की पार्किंग मे मिल हम दोनो भी आ रहे हैं.
रॉकी – ओके ... फोन रख कर चल देता है कॉलेज की तरफ
करेक्टर इंट्रो – हंस
(हंस)
एज – 19
रॉकी के साथ ही 10थ & 12थ किया था
ऑर अब भी साथ मे ही पढ़ता है
गुड लुकिंग ऑर मस्तमौला बंदा है ... अपने दोस्त पर जान भी देने को तय्यार रहता है
( हंस ऑर राजू का घर पास मे ही है इसलिए दोनो शुरू से कॉलेज साथ ही जाते हैं... ऑर रॉकी का घर इनसे 2-3 किमी दूर है...)
रॉकी कॉलेज की पार्किंग मे अपनी बुलेट पार्क करता है ऑर डबल स्टॅंड लगा कर उसके ऊपर बैठकर अपने दोनो दोस्तों (हंस & राजू) का इंतज़ार करने लगता है...
कुच्छ ही देर मे दोनो दोस्त भी पार्किंग मे पहुँचते हैं..
राजू & हंस – हाई रॉकी
(रॉकी दोनो से गले मिलके) – हाई
रॉकी- कैसे हैं दोनो कमीने
दोनो – मस्त हैं भाई तू सुना
रॉकी – मस्त.. .. चलो चलते हैं कॉलेज के अंदर...
(ऑर तीनो चल देते हैं कॉलेज के अंदर)
करेक्टर इंट्रो-
राजू
(राजू)
(रॉकी का बचपन का दोस्त ऑर बेस्ट फ्रेंड है
ऑर नर्सरी से कॉलेज तक साथ ही हैं
रॉकी ऑर राजू के पापा दोस्त हैं इसलिए दोनो की फॅमिली भी आपस मे मिलती रहती हैं हर वेड्डिंग पार्टी मे... या किसी भी सुख दुख मे
तीनो ने कॉलेज गेट से हीरो की तरहा एंट्री मारी..)
सभी इनकी तरफ देखने लगे लड़कियाँ तो सिर्फ़ रॉकी को देखे जा रही थीं...
ऑर अपना बाय्फ्रेंड बनाने के ख्वाब देख रही थीं..
लड़की 1 – अबे कॉन है ये हॅंडसम.
लड़की 2 – पता नहीं यार फ्रेशर लगता है... अगर ये हाँ बोल दे तो मैं इसकी गर्लफ्रेंड बन जाउ...
लड़की 3 – क्या पता इसकी पहले से गर्लफ्रेंड हो.. देखा नहीं कितना हॉट है
लड़की 1 – पता करना पड़ेगा...
ये तीनो दोस्त सीधा पहुँचते हैं रिजिस्ट्रार ऑफीस ऑर वहाँ से अपने आइ’डी कलेक्ट करते हैं...
(आइ’डी – कोलेज कार्ड होता है जिसमे नेम मेन्षन होता है वित फोटो & अड्रेस ऑर लाइब्ररी का यूज़र नेम भी होता है जिससे कोई भी स्टूडेंट लाइब्ररी से बुक इश्यू करवा सकता है).
राजू – चल भाई क्लास चलते हैं
हंस- नहीं यार पहले अपनी फॅवुरेट जगह चलते हैं कॅंटीन
रॉकी (हँसते हुए) चलो सालो पहले कॅंटीन ही चलते हैं...वैसे भी अभी क्लास शुरू होने मे 25 मिनिट हैं.
ऑर तीनो चल देते हैं कॅंटीन...
{जहाँ एक मुसीबत इनका इंतज़ार कर रही थी}
जैसे ही कॅंटीन मे घुसते हैं वहाँ कुच्छ सीनियर्स फ्रेशर्ज़ की रॅगिंग ले रहे थे.
उन सीनियर्स मे 2 लड़कियाँ ऑर 3 लड़के थे.
जो एक खूबसूरत सी लड़की की रॅगिंग ले रहे थे ऑर एक लड़के को टेबल पर मुर्गा बनाया हुआ था...
ऑर एक सीनियर उस लड़की से बदतमीज़ी कर रहा था..
सीनियर लड़का 1- ए लड़की चल मुझे किस कर
वो लड़की (रोते हुए) – प्ल्ज़्ज़ मुझे जाने दो.
सीनियर लड़का 3- अरे ऐसे कैसे जाने दें.
सीनियर गर्ल 1 (हँसते हुए) – ये लड़की मुझे लस्बी लगती है इसी लिए लड़के को किस करने से मना कर रही है...
{इस बात पर पाँचो सीनियर्स हँसने लगते हैं}
तभी सीनियर लड़का 2 की नज़र तीनो दोस्तों पर पड़ी जो कुच्छ ही दूरी पर खड़े हुए गुस्से मे ये तमाशा देख रहे थे.
सीनियर लड़का 2 ने अपने साथियो को हमारी तरफ इशारा किया.
तभी सब हमारी ओर देखने लगे
उनमे से एक बोला फ्रेशर.
राजू – यस.
सीनियर गर्ल 2 – तो तीनो इधर आओ ऑर अपना नाम बताओ
(दोनो सीनियर गर्ल्स रॉकी को देखकर काफ़ी इंप्रेस्ड थीं)
तीनो आगे बढ़े ऑर उन के पास जाकर खड़े हो गये ऑर अपना इंट्रो. दिया.
सीनियर गर्ल 2- (सीनियर गर्ल 1 के कान मे) इस की आखें देख ब्लू आइज़ वाला गाना तो इस पर ही शूट करता है.
सीनियर गर्ल 1- (सीनियर गर्ल 2 के कान मे)- अबे आखें छोड़ बॉडी देख ...
सीनियर लड़का 2 (ज़ोर से) ये तुम दोनो क्या ख़ुसर-फुसर कर रही हो... इनकी रॅगिंग लो...
सीनियर गर्ल 1 (होश मे आते हुए)- ह्म (रॉकी से) अपनी शर्ट उतारो.
तीनो दोस्त एक दूसरे की शकल देखने लगे.
सीनियर लड़का 2 – सुना नहीं क्या कहा... अपनी शर्ट उतारो...
रॉकी ने पहले अपना ब्लेज़र उतारा फिर अपनी शर्ट उतार दी...
वहाँ बैठा हर शक्स रॉकी को ऐसे देखने लगा जैसे कोई अजूबा देख लिया हो...
18 का डोला, चौड़ी छाती, सिक्स पॅक आब्ब्स वित मासूम सा चेहरा..
(जिस लड़की की रॅगिंग ली जा रही थी उसके आसू रुक गये ओर वो कभी रॉकी की बॉडी कभी उसके मासूम चेहरे को देखने लगी).
ओर दोनो सीनियर लड़को की गान्ड ही फॅट के चार हो गयी...
सीनियर लड़का 1 (अपने आप को संभालते हुए) ओ.के ओ.के अब तुम जा सकते हो ऑर अपने दोस्तों को भी ले जाओ.
रॉकी (अपने कपड़े पहनते हुए) – ऐसे कैसे चले जाएँ.. जिन फ्रशेर्स की तुम लोग रॅगिंग ले रहे हो उसको भी छोड़ दो ... रॅगिंग ईज़ आ क्राइम इन इंडिया.
टू... बी... कंटिन्यूड