17-01-2021, 12:54 PM
(This post was last modified: 16-09-2021, 12:11 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
गुड्डी
उसकी बात को काटते उसकी कच्ची अमियों को जीभ से चाटती मैं बोली ,
" अरे यार तू भी तो बहुत अच्छी है एकदम प्यारी प्यारी , मीठी मीठी ,... तेरे भैय्या ने अपने से चुन चुन के कुछ ख़ास पिक्चरें भी डाली हैं। उसे भी जरूर देखना ,हाँ और साथ में जैसे बताया न ,अंगूठे और ऊँगली के बीच में अपनी फांको को लेकर हलके हलके ,...बस सोचना की तेरे भैय्या तुझे ,... और हाँ जब झड़ना तो मुझे टेक्स्ट जरूर करना। सोने से पहले कम से कम तीन बार , .. "
गुड्डी की उंगलियां उसकी चूत को सहला रही थी और मेरी उंगलिया गुड्डी के निप्स को ,..
" हाँ भाभी हाँ एकदम "
हलके हलके फिंगरिंग करती वो बोली।
और मैंने अपनी ट्रेनिंग टेस्ट कर ली ,
अपनी सेक्सी कमसिन ननद के गाल चूमते मैंने पूछ लिया , बोल ननद रानी क्या सोचेगी अपनी चूत मसलते समय।
" कि मेरे भैय्या मुझे ,... "
और वो एक पल के लिए हिचकी तो कस के मैंने गुड्डी की घुंडियां मरोड़ दी।
" ईईईई ,चीखी वो और बोली ,
मेरे भैय्या मुझे चोद रहे हैं। "
गुड्डी बोली।
धीमे धीमे उसकी झिझक जा रही थी।
" क्या डालेंगे तेरे भैय्या अपना तेरे कहाँ "
कचकचा कर मैंने उसकी कच्ची अमिया को काटा और एक बार फिर उसके कान में फुसफुसाया।
" भैय्या अपना लंड , मेरी चूत में "
गुड्डी अब बिना हिचक बोल रही थी।
,
पांच बार और जोर जोर,मैंने हुक्म दिया।
और अपनी उँगलियों के बीच बुर की फांके रगड़ाती अब खुल के मेरी छुटकी ननदिया बोल रही थी।
" भैय्या अपना लंड मेरी चूत में,... "
पांच बार।
" ज़रा निहुर अपनी गांड दिखा , और वो निहुर गयी।
कुतिया बनी
क्या मस्त चूतड़ थे ,
एकदम बबल बॉटम ,गोरे गोरे बहुत बड़े नहीं लेकिन खूब कसे और बीच में मुश्किल से दिखने वाली दरार ,एकदम ऐसी जिसके लिए लौण्डेबाज तरसते है।
मेरी ऊँगलिया थोड़ी देर तक ननद के चूतड़ का रस लेती रही फिर दोनों नितम्बो को कस के फैला के मैंने अंगूठा गुड्डी की गाँड़ पे गड़ा दिया। .
और मेरे बिना कुछ बोले वो किशोरी बोल उठी ,
" भाभी ,गांड। "
और मेरे मन में वो बातें कौंध उठी जो इनकी साली रीनू,कमल जीजू और मैं इनके माल के पिछवाड़े के बारे में कर रहे थे।
इसकी फोटो देखके रीनू ही बोली,
"स्साली,तेरी ननद का पिछवाड़ा तो बहुत मस्त है , हचक के गांड मारने लायक है ,क्यों।
उसकी बात को काटते उसकी कच्ची अमियों को जीभ से चाटती मैं बोली ,
" अरे यार तू भी तो बहुत अच्छी है एकदम प्यारी प्यारी , मीठी मीठी ,... तेरे भैय्या ने अपने से चुन चुन के कुछ ख़ास पिक्चरें भी डाली हैं। उसे भी जरूर देखना ,हाँ और साथ में जैसे बताया न ,अंगूठे और ऊँगली के बीच में अपनी फांको को लेकर हलके हलके ,...बस सोचना की तेरे भैय्या तुझे ,... और हाँ जब झड़ना तो मुझे टेक्स्ट जरूर करना। सोने से पहले कम से कम तीन बार , .. "
गुड्डी की उंगलियां उसकी चूत को सहला रही थी और मेरी उंगलिया गुड्डी के निप्स को ,..
" हाँ भाभी हाँ एकदम "
हलके हलके फिंगरिंग करती वो बोली।
और मैंने अपनी ट्रेनिंग टेस्ट कर ली ,
अपनी सेक्सी कमसिन ननद के गाल चूमते मैंने पूछ लिया , बोल ननद रानी क्या सोचेगी अपनी चूत मसलते समय।
" कि मेरे भैय्या मुझे ,... "
और वो एक पल के लिए हिचकी तो कस के मैंने गुड्डी की घुंडियां मरोड़ दी।
" ईईईई ,चीखी वो और बोली ,
मेरे भैय्या मुझे चोद रहे हैं। "
गुड्डी बोली।
धीमे धीमे उसकी झिझक जा रही थी।
" क्या डालेंगे तेरे भैय्या अपना तेरे कहाँ "
कचकचा कर मैंने उसकी कच्ची अमिया को काटा और एक बार फिर उसके कान में फुसफुसाया।
" भैय्या अपना लंड , मेरी चूत में "
गुड्डी अब बिना हिचक बोल रही थी।
,
पांच बार और जोर जोर,मैंने हुक्म दिया।
और अपनी उँगलियों के बीच बुर की फांके रगड़ाती अब खुल के मेरी छुटकी ननदिया बोल रही थी।
" भैय्या अपना लंड मेरी चूत में,... "
पांच बार।
" ज़रा निहुर अपनी गांड दिखा , और वो निहुर गयी।
कुतिया बनी
क्या मस्त चूतड़ थे ,
एकदम बबल बॉटम ,गोरे गोरे बहुत बड़े नहीं लेकिन खूब कसे और बीच में मुश्किल से दिखने वाली दरार ,एकदम ऐसी जिसके लिए लौण्डेबाज तरसते है।
मेरी ऊँगलिया थोड़ी देर तक ननद के चूतड़ का रस लेती रही फिर दोनों नितम्बो को कस के फैला के मैंने अंगूठा गुड्डी की गाँड़ पे गड़ा दिया। .
और मेरे बिना कुछ बोले वो किशोरी बोल उठी ,
" भाभी ,गांड। "
और मेरे मन में वो बातें कौंध उठी जो इनकी साली रीनू,कमल जीजू और मैं इनके माल के पिछवाड़े के बारे में कर रहे थे।
इसकी फोटो देखके रीनू ही बोली,
"स्साली,तेरी ननद का पिछवाड़ा तो बहुत मस्त है , हचक के गांड मारने लायक है ,क्यों।